डेविलांश (Part
of Devil)
Mr.
Singh
ॐ
जयकारा सच्चे वाली का
सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार, मैं आपके बीच में एक ऐसी
रहस्य, रोमांच, तिलिस्म और
जादू के अनूठे मेल की कहानी डेविलांश, जो हिंदी कहानी क्षेत्र को
एक नया मुकाम देने की काबलियत रखती है, जिसके अंदर आप
जितना चाहे कल्पनालोक में गोता लगा सकते है |
ये
कहानी आपकी सोच, समझ और आपकी रहस्य सुलझाने की काबलियत
को चुनौती देती है | अगर
आपको अपने दिमाग को कसरत करनी है, अगर आपको भी अनसुलझे
राजो को सुलझाने में मजा आता है, तो ये कहानी आपके लिए
ही है |
दोस्तों scientist कहते है, इस सृष्टि में एक हमारा ही ब्रह्मांड अस्तित्व में नही है, इसके जैसे सैकड़ों ब्रह्मांड परत दर परत एक-दूसरे के ऊपर मौजूद है | उसी तरफ आप सबने में सुना ही होगा, एक हमारी ही
दुनियाँ इस धरती पर मौजूद नही है, इसके जैसी करोड़ो
दुनियाँ है, जो हमारे साथ–2 चल
रही है, जो अपना एक अगल अस्तित्व लिए होती है |
अब आप imagine कीजिये, अगर आपके पास access हो इन सभी दुनियाओं में जाने का, आप के पास knowledge हो किसी भी power से टकराने, उसका तोड़ निकलने और उसे अपने वश में करने की | आपका साथ कुछ ऐसी powers दे, जो अजय हो, जो हो चुकी घटना को भी पटल दे, हर तिलिस्म के पार निकल जाने का हुनर समेटे, हर
जादू से टकरा जाने के बाद भी आपको निकाल लाये ऐसी दुनियाँ से भी, जहाँ आपका मरना लगभग तय हो ?
ऐसे ही adventure और thrill से भरी ये कहानी, जिसकी शुरुवात से लेकर अंत तक
आप suspense को सुलझाते – 2 खुद ही इस story में डेविलांश की जगह खुद
को खड़ा पायेगे | कहते है, स्वय की प्रंशसा करने वाला मुर्ख होता है, इसलिए
इतना ही कहूँगा, एक बार आप डेविलांश का हाथ पकड़ेगे तो
पूरी उम्र उससे हाथ नही छुड़ाना चाहेगे |
Chapter 1 (उड़ता आयलैंड)
हल्के
धूल के कण पलकों में फसे हुए, आँखों की लाल पुतली (मानों उनमे खून उतर आया हो), जिनकी परछाई में एक विनाशकारी चमक की मौजूदगी का सही अनुमान लगाया जा सकता
था |
पहली बार ऐसी आँखों को देखकर हैरानी थी जो
तीखी चमक के साथ ओर बड़ी हो रही थी |
धूल मिली हवा का दबाव चहरे पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में था पर
सीने में आवेश इतने जोरो पर थे उसे कामयाबी नही मिल पा रही थी |
जैसे – 2 पल खुद को मिटा रहे थे आँखे उन
पलों का हिसाब दिमाग में store करने के लिए भेज
रही थी | ये वो पल थे जब superhero भी अपनी power भूलकर उस पल के गुजरने की wish मांगता है |
आँख की पुलती के बराबर नया
असित्व में पत्थर का टुकड़ा नाक के बीच से टकराया तो सामने घट रही तबाही से ध्यान
हट अपनी तरफ गया | खुद के control से बाहर body, दबाव की वजह से हवा में
झूलती हुई पीछे बीच में से टूट चुके पत्थर खम्बे की तरफ खींची जा रही थी |
अगला आधा पल इतनी तेजी से गुजरा, हल्की सी
कदकाठी वाले आदमी की body खम्बे से टकरा गयी | खून मुहँ से किसी पिचकारी के तरह बाहर आया और gravity को मात दे आदमी के गिरने से पहले ही फर्श से चिपक गया |
धुंधली हो चुकी आँखों के साथ फर्श पर तडपते आदमी ने गर्दन उठायी तो काँच
के हजारों टुकड़ो की तरह कुछ पलों पहले देखा आलिशान महल ढह रहा था |
विशाल गुम्बंद की support में खड़े
गगनचुंबी खम्बे रेत की तरह नीचे गिरते नजर आ रहे थे, मीटर
से भी मोटी दीवार paper की तरह फट रही थी, विशाल मोटे – 2 पत्थरों को तराशकर बनाये
रत्नजडित आसन खाली मिट्टी का ढेर दिख रहे थे |
फिर
से दिल में खौफ पैदा करने वाली चमक ने आदमी का ध्यान अपनी तरफ खींचा, तो दूर खम्बे के मलबे में दबे पड़े उसके दोस्त की बेजान body पर नजरे ठहर गयी | धूल से भूरे हुए बालों
के बावजूद सर से निकलता खून postmortem की report था |
अपनी ढीली पड़ रही body के साथ जैसे ही आदमी ने हाथ आगे बढ़ाया, बादल की
गडगडाहट जैसी भयंकर आवाज के साथ गुम्बंद का ऊपरी हिस्सा टूट गया और बारिश की
बूंदों से भी ज्यादा मलबे को अपने ऊपर आते मलबे को देख आदमी ने आँखे बंद कर ली, जिसमे शायद कुछ घंटो पहले गुजर रही उसकी life उसके दिमाग में गुजर गयी |
Adventure mysterious superhero today best hind stories 2020
मई
की तपती दोपहर, चारो
तरफ मानो आग बरस रही हो |
सडकें गलीया चौराहे हर
तरफ गर्मी ने हा हा कार मचा रखा था लोग पंखो से, पानी
से, किसी तरह खुद को ठंडा रखने के जुगाड़ में लगे थे | सडकों पर गाड़ियाँ का धुआं भी मानो आग की लपटो में निकल रहा हो | चारो तरफ लोगो में त्राहि – 2 मची हुई
थी |
“भगवान
क्या आज हमें भून कर खाने का इरादा है ?” कस्बे के
चौराहे पर कपड़े की छतरी में खुद को किसी छिपाती छोटी सी सब्जी की दुकान में बैठी
टाइगर ताई बोली |
नाम
सुनकर आप को थोड़ी हैरानी हो रही होगी ? असल में टाइगर ताई शहर के पास के जंगल की
सरहद पर रहती है जहाँ उसने अपनी बकरीयों को बचाने के लिए एक बाघ के डण्डो से मारकर
दांत तोड़ दिए थे | तब से लोग इन्हें टाइगर ताई
कहते है |
गर्मी
की वजह से पसीने और उमस से टाइगर ताई का बुरा हाल था | सामने रखी सब्जी भी
मानो उसकी दुकान पर ही रखी पकने के मुड में थी |
“ताई लगता
है आज तेरा बुलावा आ गया है उपर से |” पास ही फलो
की रहेड़ी लगाये खड़े जेम्स बांड ने कहा |
इनके
नाम की भी अपनी एक कहानी है |
इन महाशय को पूरे की खबर रहती है, लडको के
लडकियों को पटाने से लेकर शहर के विधायक की पत्नी के नैटलैस खरीदने तक और किसी की
पत्नी के भागने से लेकर शहर में आये नये आदमी तक | Mr. जेम्स बांड हर मर्ज की दवा है, और सबसे बड़ी बात, उन्हें ये नाम खुद पुलिस ने दिया है |
“कमीने
मरे मरे मेरे दुश्मन |” टाइगर ताई उसे डांटती हुई “ अभी तो मुझे 100 साल जीना है |”
“ताई ये
दुनिया पापीयों से भरी पड़ी है तेरा यहाँ रहना ठीक नही है |”
“तुझे
बताने की जरूरत नही है कौन पापी है कौन क्या ? मुझे
कब मरना है मुझे पता है |” ताई उसे घूरती हुई “ चुप चाप अपने फल बेच |”
“सेब क्या
भाव दिए ?” रहेड़ी पर आकर खड़ा होते आदमी ने पूछा |
“जी साहब
जी 50 रूपया किलो, बड़े
ही मीठे सेब है |”
“हे भगवान
! हम गरीबो पर थोड़ी सी दया कर |” टाइगर ताई हाथ
जोडती हुई “ ज्यादा कुछ नही तो छाव (छाया) ही कर
दे, कुछ चैन ही मिल जायेगा |”
मानो
भगवान टाइगर ताई की प्रार्थना का wait ही कर रहा था | ताई ने बात पूरी भी नही की
थी अचानक एक बहुत बड़ा बादल सूरज के सामने आ गया | सब
के चहरे पर चमक लौट आयी |
“अरे वाह
चाची !! तेरी प्रार्थना में तो बड़ी ताकत है |” बांड
मजाक लेते हुए “ मेरे लिए एक महल भी माँग दे |”
“दुनिया
की भलाई के बारे में सोचोगे तो सब कुछ मिल जायेगा, इस
तरह माँगने से कुछ मिलता तो ये दुनिया कब की मिट जाती |” ताई ने भडक कर कहा |
“तेरी
लीला तू ही जाने ताई, पर तेरे कहने से भगवान ने छाव कर
दी इस लिए.....|” बांड ताई की तरफ सेब उछालते हुए “ ये सेब ईनाम में ले |”
“ताज़ी
सब्जी लो, ताज़ी सब्जी........!!!” ताई सेब side में रख अपने काम पर लग गयी |
सब
उस बादल को धन्यवाद दे रहे थे |
===========
Adventure mysterious superhero today best hind stories 2020
दूसरी
तरफ उस बादल में कुछ बिजली चमक रही थी |
विशाल बादल को दूर से देखने से ऐसा लग
रहा था मानो हवा ने अपने जोर पर पर्वत को उठा लिया हो, इंसानी
दुनिया की हकीकत से दूर, बादल के उपरी तरफ कुछ अलग ही
था जो शायद इंसान कभी सोच ही नही सकता था |
एक
अलग दुनिया, सूरज
की रौशनी में चांदी से चमकते आकाश को छुते पेड़, प्रकृति
के मन लगाकर बनाये हरे भरे पहाड़ और दूध सा गिरता झरनों का बेदाग पानी, अपनी ही धुन में गाते पक्षियों की ऐसी प्रजातियाँ जो शायद ही उन बादलो से
कभी नीचे आयी हो |
हर तरह के फलो से लधे पेड़ो के बगीचे, और
आपसे में खेलते जंगली जानवरों के बच्चे, मन में बसे
स्वर्ग की याँदे ताजा कर रहे थे | दूर पहाड़ो की
पहुँच से दूर दिखता के भव्य शहर, जो शायद चांदनी को भी
फीका कर रहा था |
नजरो के आखिरी बिंदु तक ऊँची इमारते, विशाल
दरवाजे, आते – जाते
राजाओ के काल की पोशाके पहने लोग और कहीं से आती एक मीठी घंटे की आवाज | दिखने में किसी पुरानी राजा की कहानियों जैसा शहर, जहाँ भव्यता और खुशहाली के बसेरे थी, जिसको
देखने की लिए शायद हर कोई मरता हो |
ख़ैर आगे बढ़ते है :-
सूरज
की चमकदार और धरती पर तीखी लगने वाली धूप शहर में घूम रहे लोगो को मानो गर्म कर
रही हो या ये भी कह सकते है वहाँ के लोग धूप को सेक रहे थे |
शहर में फलो, कपड़ो, पकवान घर साफ सफाई के सामानों और पानी के
बर्तनों की दुकानों पर भीड़ लगी हुई थी |
Adventure best hind story, डेविलांश (Devilansh) भाग-1
घोड़ागाड़ी पर सामान ले जाते लोगो का चिल्लाना, शहर की सडको को साफ़ करते लोगो का शोर, अपनी कांच के बर्तन की दुकान का प्रचार करता आदमी और विशाल पेड़ की पत्ती
से पतंग बनाते छोटी सी दुकान में आदमी का बच्चो की लगी भीड को हटा रहा था |
लोगो का हँसना, बच्चों का खिलखिलाना और
दुकानदारो का सामान के रेट लिए लड़ना, सब कुछ normal लग रहा था, पर वो सब मानो आँखों का धोखा मात्र
हो |
लोगो के हँसने में मजबूरी, बच्चो
के खिलखिलाना जबरजस्ती और दुकानदार मानो सब का ध्यान बटाने की कोशिश कर रहा हो | हर किसी की आँखों में एक अजीब सा खौफ और एक - दूसरे को देखने की जल्दबाजी
माहौल को भी रहस्यमयी बना रही थी |
अचानक सडको पर लोहे की रगड़ने की आवाज आने लगी और जानवरों ने भी मनो अपनी साँसे रोक
ली हो | डर में अकड़ी लोगो की गर्दन धीरे – 2 एक side घूमने लगी |
मासूम से छोटे बच्चे सड़क के किनारे अपनी माँ के आंचलो में छिपे दूर विशाल दरवाजे
पर नजरे जमाये हुए थे मानो कोई भूत निकल कर आ रहा हो |
बच्चो की आँखे और
अपनी माँ के कपड़े को छोटी उंगलियों से दबाना साफ बता रहा था शहर में डर और खौफ का
कितने राज था |
कुछ ही पलो में हथियार बंद एक सेना की टुकड़ी मुस्तैद आँखों और सूरज की रोशनी में
चमकती धार वाले हथियारों के साथ लोगो की तरफ बढ़ रही थी | अपने काँपते पैरो को
सभाले लोग गिरते – पड़ते सड़क को खली कर रहे थे |
जैसे -2 सेना
की टुकड़ी पास आ रही थी लोगो की धडकन बढती जा रही थी | शहर की भीड़ के बीच में आ सेना की टुकड़ी रुक गयी और सब के आगे अपनी तलवार
को फोलादी कवच में थामें लम्बा – छोड़ा भरी शरीर के
साथ टुकड़ी का नायक, बाज जैसी नजरो से सड़क के दोनों side खड़े लोगो के चहरे पर उभर रहे डर को देख रहा था |
Adventure mysterious superhero today best hind stories 2020
जब चाहकर भी गले से आवाज ना निकले, पढ़िए ऐसी ही एक कहानी
लोगो की थम – 2 कर आ रही साँसे उसके कानो में पड़ी | दो
पलो बाद उसने अपने जूते को पटकना शुरू किया तो लोग काँपने लगे और अपनी माँ के आँचल
में छिपा बच्चा रोने लगा |
घबराहट में औरत उसे चुप
करने लगी, पर टुकड़ी नायक को देख बच्चा रोता रहा |
“मुझे दो
इसे....|” टुकड़ी नायक ने औरत के सामने हाथ फैलाये |
“क्षमा कर
दीजिये मान्यवर बच्चा है !!” औरत उसके पैरो में झुकती
बोली |
“मैंने
कहा मुझे दो |” टुकड़ी नायक ने मानो आदेश दिया हो |
“मान्यवर.......|” औरत बोल ही रही थी टुकड़ी नायक ने जरा सी तलवार बहार निकली |
औरत
ने रोता बच्चा टुकड़ी नायक की तरफ कर दिया |
“तुम रो
क्यों रहे हो ?” टुकड़ी नायक ने प्यार में बच्चे से
पूछा |
बच्चा
उसकी शक्ल देख रोता रहा |
“तुम !
मुझे बताओ, ये रो क्यों रहा है ?” टुकड़ी नायक ने पास खड़े आदमी से पूछा |
आदमी
की मानो किसी ने साँसे ही छीन ली हो |
“बहरे हो ?”
पीछे
खड़े सैनिक मुस्कुराने लगे |
“जी वो
.....|” अपनी साँसो को सभालते आदमी धीरे से “ बच्चा आपसे डर गया है |”
“क्यों....?”
“जी
वो.....|” आदमी की जुबान नही खुली |
“मैंने
पूछा क्यों !!” टुकड़ी नायक लगभग चिल्लाया था |
मानो
आदमी के सारे जवाब टुकड़ी नायक के चिल्लाने से खत्म हो गये हो |
“मैं
बताता हूँ .....|” टुकड़ी नायक डर से घबरा रहे लोगो के
चहरे देख “ इसकी वजह है आप सब |”
लोग
डर और confusion के साथ एक - दूसरे का चहरा देख मन में ही सवाल कर रहे थे |
“इस बच्चे
को किसने बताया डर क्या चीज है, मुझसे डरना है इसे कैसे
पता चला ? इसे किसने बताया मैं इसे नुकसान कर सकता
हूँ ?”
सबके
चहरे मानों गर्दन से अलग होने लगे हो |
“आप सब को
सामान्य दिखने के लिए बोला गया था पर.......!!” टुकड़ी नायक
गुस्से में “ आप दिखावा तो सामान्य का कर रहे है, पर डरे हुए, घबराए हुए, मरने के लिए हमेंशा तैयार | आप हमारी क्या
मदद करेंगे, आप तो खुद ही चाहते है कोई आकर आपको मार
डाले |” हवाओं को भी शांत करती रौबदार आवाज के साथ
टुकड़ी नायक “ दर्द मारे जाने में नही, मरने की कल्पना में होता है | आपके जो
हालात है उन्हें देख कोई भी आसानी से आपके बीच घुसकर फायदा उठा सकता है |” नायक एक पल words रोकते हुए “ जैसे की ये....!!!” कहते हुए टुकड़ी नायक ने
बच्चे की गर्दन घूमा दी |
Adventure best hind story, डेविलांश (Devilansh) भाग-1
औरत
चिल्लाती हुई टुकड़ी नायक की तरफ दौड़ी तो एक पल ही लगा टुकड़ी नायक को हाथ से जादुई
किरण उसकी गर्दन पर घूमाने में | सड़क को अपने खून से रंगती औरत तीन ही पल में मर गयी | फिर से लोग चिल्लाने लगे |
“शांत
रहिये !!!” चमकती किरण के साथ हाथ को ऊपर उठाता टुकड़ी
नायक “ ये हमारे लोग नही थे |”
दो
ही पलो में औरत और बच्चा काले लम्बे खतरनाक जंगली जानवर में बदल गये | लोगो को मानो अपनी
आँखों पर विश्वास ही ना हो रहा हो |
“देखा
आपके डर का नतीजा, ये था हमें आप को समझाने का ईनाम |” टुकड़ी नायक पीछे खड़े सैनिको से “ बंद कर
दो सब कुछ शहर में, ये लोग इसी लायक है |”
सैनिक
चिलालाते हुए लोगो को उनके घरो में बंद करने लगे | दुकान, बाजार, मेंले सब पर ताला लगाया जाने लगा | लोग
चिल्लाते रहे पर मानो टुकड़ी नायक पर फर्क ही ना पड़ रहा हो | कुछ ही मिनटों में शहर की सड़क पर सिवाए सेना की टुकड़ी और उन दो लाशों के
कोई नही था | सेना की टुकड़ी आगे बढ़ गयी |
“आपको
कैसे पता चला मान्यवर वो घुसपैठिया थे ?” पीछे चल
रहे सैनिक ने जिज्ञासा के साथ पूछा |
“हमारे
लोगो की आँखे लाल रंग की होती है जबकि इंसानी दुनिया में काली, नीली, लाल, सुनहरी |”
“ उन दोनों की आँखे नीली थी, इंसान
यहाँ नही आ सकता और हमारे लोगो की आँखे कभी नीली नही हो सकती तो.....|”
“तो फिर
ये......?” सैनिक बोल ही रहा था |
“वही
घुसपैठिया थे जिन्होंने सब की नाक में दम कर रखा है |” टुकड़ी नायक गुस्से में सामने खाली बाजार को देखने के बाद “ हमारे लोगो के डर का फायदा उठा उन में मिल गये |”
“पर बच्चा
आपको देखकर रोया क्यों ?”
“गुस्से
से बचने का सबसे आसान तरीका मासूमियत है, उसने उसी
हथियार का सहारा लिया, पर...|”
“बाज की
नजर धोखा खा सकती है आपकी नही |” सैनिक ने बात
पूरी कर दी |
टुकड़ी
नायक चुपचाप आगे बढ़ गया |
==========
Adventure mysterious superhero today best hind stories 2020
भगवान के सहारे जिनकी नैया पार हुई, ऐसे भक्तों की कहानी
लोग
अपने घर में मानो कैद हो गये हो | दरवाजा उनके लिए किसी जेल की मजबूत दीवार बन गयी थी |
“पिताजी
सैनिक हमारे साथ ऐसा क्यों करते है ?” एक छोटे
बच्चे ने पिता से पूछा |
“आखिर ये
सब यहाँ हो क्या रहा है, क्या यहाँ का राजा क्रूर हो
गया है ?” आदमी के दूसरे शहर से आये दोस्त ने पूछा |
(इस दोस्त
के जिक्र से ही कहानी की शरुआत हुई थी)
“ऐसी कोई
बात नही है ?” परेशान आदमी अपने दोस्त को बैठते
हुए “ हमारे राजा तो बड़े ही अच्छे है पर......?” आदमी के रुके शब्दों ने दोस्त की जिज्ञासा बढ़ा दी |
“पर
क्या.......?” दोस्त की आँखे छोटी होने लगी |
“कुछ दिनों
से हमारे शहर में कुछ अजीब से घुसपैठिये देखे जा रहे है, पूरे शहर को उन्होंने एक खण्डर बनाकर रखा है, लोगो
को मरते है और.....?”
“और क्या
.......?” दोस्त ने अजीब नजरो के साथ पूछा |
“उनकी लाश
पर कटार का निशान बना देते है, मानो कोई चेतावनी देना
चाहते हो |”
“पर ये सब
होने की वजह क्या है ?”
“वो ही तो
पता नही चल रहा है इसीलिए तो शहर में दहशत का माहौल है, पता नही हमारे शहर में आखिर ऐसा वो खोज क्या रहे है ?”
“मुझे ऐसा
क्यों लग रहा है मैने पहले भी ऐसा कुछ सुना है......|” दोस्त
अपने दिमाग पर जोर डाला पर उसे कुछ याद नही आया |
“उन्होंने
महल पर भी दो बार हमला किया है |” आदमी ने निराशा
के साथ बोला |
“महल.....!!!” दोस्त चौंकते हुए “ क्या वो घुसपैठिया कोई
खास तरह के जानवर है ?”
“हाँ....
शायद कुछ ऐसा ही सुना है |”
“मुझे अभी
राजा के पास ले चलो !!” दोस्त हडबहाट में बोला |
“पर हुआ
क्या, कुछ बताओ तो सही ?” आदमी के साथ उसका बेटा भी हैरान रह गया |
“ये शहर
खतरे में है, जल्दी से राजा के पास चलो |” दोस्त आदमी को खींचकर ले गया |
===========
विशाल
गगनचुंबी मीनारों से घिरा हुआ सोने सा चमकता शहर का राजमहल |
सुबह की हल्की सी
धुंद सा घिरा घांस के छोटे – 2 मैंदानों में घूमते
पक्षी , मोती के दानो सा पुहारो से निकलता पानी, बगीचों, रास्तो पर खड़े हवा में झूमते पेड, और चारो तरफ फैली शांति, कितनी अच्छी लग रही थी |
नायाब कला का नमूना लिए सुंदर मूर्तियों से सुसर्जित, रास्तो, सैकड़ो सैनिको की निगरानी में महल का
अधरुनी हिस्सा |
राजदरबार
में एक अजीब सी ख़ामोशी छाई हुई थी चप्पे – 2 पर सैनिको के होने के बाद भी अपनी जगह
पर खड़े मंत्रिमंडल में खौफ साफ़ झलक रहा था | तभी
दो रौबदार कदम दरबार के बीचो बीच पड़ने लगे |
मंत्रिमंडलने अपनी सांसो को रोक लिया, सबकी नजरे आगे बढ़ते कदमो पर जमी थी | हाथो में नीलम की अंगूठी, कमर पर भरी भरकम
तलवार, कदमो में रौब, और
साँस के साथ उभर रहे गुस्से की गंध |
एक नौजवान एक घुटने पर ऊपर रत्नजडित सिहांसन पर बैठे बूढ़े राजा (चहरे पर झुरिया, कांतिहीन चहरा, उम्र 65) को प्रणाम करता है |
“क्या
सूचना है युवराज ?” राजा नौजवान की झुकी गर्दन
देखकर “ उन्होंने हमारे शांति प्रस्ताव को
स्वीकारा या नही ?” राजा की आवाज ने कडक रुख अपना
लिया था |
“आपका
पुत्र कभी कोई काम अधूरा नही छोड़ता है महाराज...|” बाजुओं
में बल, आँखों में घमंड, और
चहरे पर जीत की मुस्कान लिए युवराज राजा को देखते हुए “ मैंने उन्हें मना लिया है, वो भी सस्ते में ..|” कहते हुए युवराज ने तलवार सतरंगी फर्श पर मारी और हजारो किरणों के साथ एक
प्रकाश से बनी लडकी प्रकट हुई | सूरज की रौशनी सी
उज्वल पारदर्शी काया, सुनहरी बाल, सफेद वस्त्र पहने लड़की फर्श से 2 inch ऊपर
हवा में थी | पूरा मंत्रिमंडल चौंक गया |
“राजन.....!!!” ऊँगली का रुक राजा की तरफ कर लडकी चिल्लाती हुई “ तेरे पुत्र ने मर्यादा की सारी सीमाए लाँघ दी है, इसने इस मूल्यवान धरती का वो नियम तोडा है जिसका कलंक तेरी हर पीढ़ी पर
लगेगा....!!!!”
“अपनी
बकवास बंद करो |” युवराज उसे डाँटने के बाद राजा
से “उन्होंने संधि की निशानी के रूप में इसे भेंट में
दिया है |”
“भेंट नही, चाल से लेकर आया है तेरा पुत्र मुझे !!” लडकी
चिल्लाती हुई “बिना तैयारी के तुमने आग से खलने कोशिश
की है, परिणाम तुम झेल नही पाओगे |”
“अपनी
बकवास बंद कर !!!” युवराज उस पर तलवार उठाने लगा |
तभी
प्रकाश से बनी लडकी राजा के पास कोने में खींच गयी | सबकी नजर उस कोने में जमी रही, युवराज उठ गया |
“कहते है
ताकत से ज्यादा, काम और क्षमता से अधिक बोलना चाहिए
.....|” मुट्ठी में बंद प्रकाश को लिए कोने से निकलती
लडकी बोली |
“दीदी....|” युवराज के चहरे पर हंसी लौट आयी |
“इतनी तो
तुम भी समझदार हो राजकुमारी, ताकत और क्षमता बाजुओं में
नही सीने में होती है |” मुट्ठी से आवाज आयी |
“बहुत
बोतली है |” प्रकाश को गायब कर राजकुमारी सामने
देखने लगी |
“उसे
मैंने हासिल किया है, वो मेरी है |” युवराज के चहरे पर गुस्सा और विद्रोह साफ़ दिख रहा था |
“सिहासन
और ताकत उसी की होती है जो उसे सभाल सके |” अपने
मखमली सफेद लिबास को सभाल, रेशमी बालो की लट को झटका दे, तेज से भरी आँखों के साथ राजकुमारी सिहांसन से नीचे उतरती युवराज की तरफ
मुट्ठी करते हुए “दोनो में से एक भी तुम्हारे पास हम से
ज्यादा हो......|” खोलती मुट्ठी से उठ रही चिंगारियों
की तरफ युवराज का ध्यान खींचती राजकुमारी “तो ले सकते
हो |”
युवराज
की तलवार उठने लगी |
“नालायक
..!!!!” राजा ने युवराज की तरफ हथेली की और युवराज
प्रचंड किरणों के साथ दूर खम्बे में जाकर लगा |
खम्बा
फट गया | युवराज सिहांसन पर बैठे गुस्से से देख रहे अपने पिता को देख रहा था |
“अपनी बड़ी
बहन पर तलवार उठायेगा...?” राजा चिल्लाते हुए “सच में सिहांसन चाहिये तो अपनी बुद्धि से, ताकत
हासिल करो, गुस्से से नही !!!”
“महाराज...!!!” एक सैनिक दौडकर अंदर आ गया |
“तुम्हें
राजदरबार में आने का अदब भी नही पता दुष्ट ..!?” राजा
ने सैनिक को मरने के लिए हाथ उपर करता है |
“क्षमा
चाहता हूँ महाराज पर....|” गर्दन झुकाये सैनिक को
बैचेनी हो रही थी वो जल्दी – 2 अपनी बात कहना
चाहता था |
“ऐसी क्या
बात हो गयी ..|” राजकुमारी हवा की तरह सैनिक के पास
जाकर उसके गले पर चाकू रख “ जो तुमने राजदरबार के
नियम तोड़ दिये ?”
“राजकुमारी
वो......|” अपने गले पर चाकू चलते देख सैनिक “ बाहर एक आदमी खड़ा है जो शहर में हो रही घुसपैठ के बारे में जानता है |”
पूरे
मंत्रिमंडल के साथ राजा भी खड़ा हो गया | राजकुमारी युवराज भी हैरान थे | राजा ने युवराज को देखा, युवराज दूसरे ही पल
गायब हो गया | हवा के झटके के साथ युवराज आदमी और
उसके दोस्त के साथ खड़ा था | दोनों राजा को प्रणाम
करते है |
“कौन हो
तुम दोनों, और क्या जानते हो उस घुसपैठ के बारे में ?” राजा ने गरजते हुये पूछा |
“महाराज
मैं इसी शहर का निवासी हूँ ये मेरा दोस्त हिमद शहर से आज ही आया है |”
सबकी
नजर अब उस दूसरे आदमी पर थी |
“महाराज
इस शहर का ऊर्जा केंद्र खतरे में है |” दूसरा आदमी
तपाक से बोला |
“क्या बोल
रहे हो ?” आदमी का दोस्त बोला |
“महाराज
हमारे पड़ोसी शहर मंदार में भी इसी तरह के अजीब जानवरो ने घुसपैठ की थी | लोगो के बीच दहशत बना सबका ध्यान उस तरफ खींच उन्होंने शहर के ऊर्जाकेंद्र
को ही नष्ट कर दिया |”
“ये बकवास
कर रहा है पिताजी |” युवराज बोला |
“मैं सच
बोल रह हूँ मेरी बात का भरोसा कीजिये |”
“इसकी बात
में सच्चाई हो सकती है पिताजी, हमें ऊर्जाकेंद्र की
सुरक्षा बढ़ा देनी चाहिये |” राजकुमारी ने कहा |
Adventure mysterious superhero today best hind stories 2020
पढिये, कैसे कुछ words आपकी life को बना या बिगाड़ सकते है |
“उसकी
जरूरत नही पड़ेगी पिताजी मेरे सबसे काबिल सैनिक उसकी सुरक्षा में तैनात है |” युवराज अक्षत, अपनी बहन के पास जाकर “ और उन पर भरोसा है |”
“मेरी
बातो को गम्भीरता से लीजिये महाराज...|” आदमी हाथ जोड़
प्रार्थना करते हुए “ मैं नही चाहता इस सुंदर शहर
का भी हाल मंदार जैसा हो |”
आदमी
अपनी बात पूरी भी नही कर पाया था महल के केंद्र में एक जोदार धमाका हुआ | धरती पर काम कर रहे
लोगो को ऐसा लगा मानो बादल में मामूली सी बिजली चमकी हो, सब कोई अपने काम में लग गये | ऊपर मानो
किसी ने महल को हवा में उठाकर छोड़ दिया हो | दीवारे
इधर – उधर ढहने लगी, शहर
की सडके, मकान टूटकर टुकड़े गिरने लगे और लोगो के
चिल्लने से पूरा शहर गूंजने लगा |
“ये थी
तुम्हरी सुरक्षा ?” राजकुमारी मलबे के पास पड़ी धुल
को हटाते युवराज पर भडकी |
कुछ
ही पलो में स्वर्ग सा दिखना वाला शहर खण्डर में बदलने के लिए तैयार था |
“ये नही
हो सकता !!!” सिहांसन के पास पड़ा राजा चिल्लाते हुए “ मेरा शहर नष्ट नही हो सकता |”
“पिताजी
आपका शहर और आपके लोग कभी तबाह नही होंगे |” राजकुमारी
खिड़की से गिर रहे शहर को देखते हुए “ चाहे उसके
लिये.....|”
राजकुमारी
वापिस दरबार के बीच में आकर खड़ी हो गयी |
“मैं कभी
तुम्हारी दुश्मन नही थी भाई |” राजकुमारी
मुस्कुराते हुए “ बस तुम्हें राजा बनने से पहले
जिम्मेदारी उठाते देखना चाहती थी |”
“दीदी आप
क्या करने जा रही है ?”
“राजकुमारी
होने का मूल्य चुका रही हूँ, पिताजी का ख्याल रखना |” कहते हुए राजकुमारी ने एक जोरदार साँस ली और उसकी पूरी body चमकने लगी |
“दीदी....!!!!”
“बेटी...!!” पड़ा हुआ राजा चिल्लाया |
राजकुमारी
ने मुस्कुराते हुए अपनी तरफ आ रहे युवराज को देखा और साँस छोड़ दी | हवा में बती बुझने
जैसी आवाज हुई और राजकुमारी तीखी चमक के साथ धुँआ हो गयी | अगले ही पल मानो पूरा शहर चुम्बक से चिपक गया हो |
सडके, घर, महल उसी जगह रुक गये हो | लोग इधर – उधर देखने लगे और महल में युवराज हाथ फैलाये उसी तरह खड़ा था आँखे मानो हवा
में राजकुमारी को खोज रही थी | तभी राजा के रोने
से युवराज का ध्यान टूट गया |
“रोना
आपको शोभा नही देता पिताजी |” युवराज अपने पिता को
सहारा दे द्रढ़ता के साथ “ आपकी बेटी वीरगति को
प्राप्त हुई है और मैं इस शहर का युवराज अक्षत, आपको
वचन देता हूँ जब तक उन्हें ऐसा कर पर मजबूर करने वाले का सर नही काट लेता वापिस
नही आऊंगा |” कहते हुए युवराज वहाँ से निकल गया |
राजा
रोता रहा और मंत्री घायल पड़े रहे |
***************
To be continue…
I hope you all like
this story. So reader, Please comments and share this story with you friends
and family and add your valuable thoughts to….!!!
डेविलांश (Part
of Devil)
Mr.
Singh
ॐ
जयकारा सच्चे वाली का
सभी दोस्तों को मेरा प्यार भरा नमस्कार, मैं आपके बीच में एक ऐसी रहस्य, रोमांच, तिलिस्म और जादू के अनूठे मेल की कहानी डेविलांश, जो हिंदी कहानी क्षेत्र को एक नया मुकाम देने की काबलियत रखती है, जिसके अंदर आप जितना चाहे कल्पनालोक में गोता लगा सकते है |
ये कहानी आपकी सोच, समझ और आपकी रहस्य सुलझाने की काबलियत को चुनौती देती है | अगर आपको अपने दिमाग को कसरत करनी है, अगर आपको भी अनसुलझे राजो को सुलझाने में मजा आता है, तो ये कहानी आपके लिए ही है |
दोस्तों scientist कहते है, इस सृष्टि में एक हमारा ही ब्रह्मांड अस्तित्व में नही है, इसके जैसे सैकड़ों ब्रह्मांड परत दर परत एक-दूसरे के ऊपर मौजूद है | उसी तरफ आप सबने में सुना ही होगा, एक हमारी ही
दुनियाँ इस धरती पर मौजूद नही है, इसके जैसी करोड़ो
दुनियाँ है, जो हमारे साथ–2 चल
रही है, जो अपना एक अगल अस्तित्व लिए होती है |
अब आप imagine कीजिये, अगर आपके पास access हो इन सभी दुनियाओं में जाने का, आप के पास knowledge हो किसी भी power से टकराने, उसका तोड़ निकलने और उसे अपने वश में करने की | आपका साथ कुछ ऐसी powers दे, जो अजय हो, जो हो चुकी घटना को भी पटल दे, हर तिलिस्म के पार निकल जाने का हुनर समेटे, हर
जादू से टकरा जाने के बाद भी आपको निकाल लाये ऐसी दुनियाँ से भी, जहाँ आपका मरना लगभग तय हो ?
ऐसे ही adventure और thrill से भरी ये कहानी, जिसकी शुरुवात से लेकर अंत तक
आप suspense को सुलझाते – 2 खुद ही इस story में डेविलांश की जगह खुद
को खड़ा पायेगे | कहते है, स्वय की प्रंशसा करने वाला मुर्ख होता है, इसलिए
इतना ही कहूँगा, एक बार आप डेविलांश का हाथ पकड़ेगे तो
पूरी उम्र उससे हाथ नही छुड़ाना चाहेगे |
Chapter 1 (उड़ता आयलैंड)
हल्के धूल के कण पलकों में फसे हुए, आँखों की लाल पुतली (मानों उनमे खून उतर आया हो), जिनकी परछाई में एक विनाशकारी चमक की मौजूदगी का सही अनुमान लगाया जा सकता था |
पहली बार ऐसी आँखों को देखकर हैरानी थी जो तीखी चमक के साथ ओर बड़ी हो रही थी |
धूल मिली हवा का दबाव चहरे पर अपनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में था पर
सीने में आवेश इतने जोरो पर थे उसे कामयाबी नही मिल पा रही थी |
जैसे – 2 पल खुद को मिटा रहे थे आँखे उन पलों का हिसाब दिमाग में store करने के लिए भेज रही थी | ये वो पल थे जब superhero भी अपनी power भूलकर उस पल के गुजरने की wish मांगता है |
आँख की पुलती के बराबर नया
असित्व में पत्थर का टुकड़ा नाक के बीच से टकराया तो सामने घट रही तबाही से ध्यान
हट अपनी तरफ गया | खुद के control से बाहर body, दबाव की वजह से हवा में
झूलती हुई पीछे बीच में से टूट चुके पत्थर खम्बे की तरफ खींची जा रही थी |
अगला आधा पल इतनी तेजी से गुजरा, हल्की सी कदकाठी वाले आदमी की body खम्बे से टकरा गयी | खून मुहँ से किसी पिचकारी के तरह बाहर आया और gravity को मात दे आदमी के गिरने से पहले ही फर्श से चिपक गया |
धुंधली हो चुकी आँखों के साथ फर्श पर तडपते आदमी ने गर्दन उठायी तो काँच
के हजारों टुकड़ो की तरह कुछ पलों पहले देखा आलिशान महल ढह रहा था |
विशाल गुम्बंद की support में खड़े गगनचुंबी खम्बे रेत की तरह नीचे गिरते नजर आ रहे थे, मीटर से भी मोटी दीवार paper की तरह फट रही थी, विशाल मोटे – 2 पत्थरों को तराशकर बनाये रत्नजडित आसन खाली मिट्टी का ढेर दिख रहे थे |
विशाल गुम्बंद की support में खड़े गगनचुंबी खम्बे रेत की तरह नीचे गिरते नजर आ रहे थे, मीटर से भी मोटी दीवार paper की तरह फट रही थी, विशाल मोटे – 2 पत्थरों को तराशकर बनाये रत्नजडित आसन खाली मिट्टी का ढेर दिख रहे थे |
फिर से दिल में खौफ पैदा करने वाली चमक ने आदमी का ध्यान अपनी तरफ खींचा, तो दूर खम्बे के मलबे में दबे पड़े उसके दोस्त की बेजान body पर नजरे ठहर गयी | धूल से भूरे हुए बालों के बावजूद सर से निकलता खून postmortem की report था |
अपनी ढीली पड़ रही body के साथ जैसे ही आदमी ने हाथ आगे बढ़ाया, बादल की
गडगडाहट जैसी भयंकर आवाज के साथ गुम्बंद का ऊपरी हिस्सा टूट गया और बारिश की
बूंदों से भी ज्यादा मलबे को अपने ऊपर आते मलबे को देख आदमी ने आँखे बंद कर ली, जिसमे शायद कुछ घंटो पहले गुजर रही उसकी life उसके दिमाग में गुजर गयी |
Adventure mysterious superhero today best hind stories 2020
|
मई की तपती दोपहर, चारो तरफ मानो आग बरस रही हो |
सडकें गलीया चौराहे हर तरफ गर्मी ने हा हा कार मचा रखा था लोग पंखो से, पानी से, किसी तरह खुद को ठंडा रखने के जुगाड़ में लगे थे | सडकों पर गाड़ियाँ का धुआं भी मानो आग की लपटो में निकल रहा हो | चारो तरफ लोगो में त्राहि – 2 मची हुई थी |
“भगवान क्या आज हमें भून कर खाने का इरादा है ?” कस्बे के चौराहे पर कपड़े की छतरी में खुद को किसी छिपाती छोटी सी सब्जी की दुकान में बैठी टाइगर ताई बोली |
नाम
सुनकर आप को थोड़ी हैरानी हो रही होगी ? असल में टाइगर ताई शहर के पास के जंगल की
सरहद पर रहती है जहाँ उसने अपनी बकरीयों को बचाने के लिए एक बाघ के डण्डो से मारकर
दांत तोड़ दिए थे | तब से लोग इन्हें टाइगर ताई
कहते है |
गर्मी
की वजह से पसीने और उमस से टाइगर ताई का बुरा हाल था | सामने रखी सब्जी भी
मानो उसकी दुकान पर ही रखी पकने के मुड में थी |
“ताई लगता
है आज तेरा बुलावा आ गया है उपर से |” पास ही फलो
की रहेड़ी लगाये खड़े जेम्स बांड ने कहा |
इनके नाम की भी अपनी एक कहानी है |
इन महाशय को पूरे की खबर रहती है, लडको के लडकियों को पटाने से लेकर शहर के विधायक की पत्नी के नैटलैस खरीदने तक और किसी की पत्नी के भागने से लेकर शहर में आये नये आदमी तक | Mr. जेम्स बांड हर मर्ज की दवा है, और सबसे बड़ी बात, उन्हें ये नाम खुद पुलिस ने दिया है |
“कमीने
मरे मरे मेरे दुश्मन |” टाइगर ताई उसे डांटती हुई “ अभी तो मुझे 100 साल जीना है |”
“ताई ये
दुनिया पापीयों से भरी पड़ी है तेरा यहाँ रहना ठीक नही है |”
“तुझे
बताने की जरूरत नही है कौन पापी है कौन क्या ? मुझे
कब मरना है मुझे पता है |” ताई उसे घूरती हुई “ चुप चाप अपने फल बेच |”
“सेब क्या
भाव दिए ?” रहेड़ी पर आकर खड़ा होते आदमी ने पूछा |
“जी साहब
जी 50 रूपया किलो, बड़े
ही मीठे सेब है |”
“हे भगवान
! हम गरीबो पर थोड़ी सी दया कर |” टाइगर ताई हाथ
जोडती हुई “ ज्यादा कुछ नही तो छाव (छाया) ही कर
दे, कुछ चैन ही मिल जायेगा |”
मानो
भगवान टाइगर ताई की प्रार्थना का wait ही कर रहा था | ताई ने बात पूरी भी नही की
थी अचानक एक बहुत बड़ा बादल सूरज के सामने आ गया | सब
के चहरे पर चमक लौट आयी |
“अरे वाह
चाची !! तेरी प्रार्थना में तो बड़ी ताकत है |” बांड
मजाक लेते हुए “ मेरे लिए एक महल भी माँग दे |”
“दुनिया
की भलाई के बारे में सोचोगे तो सब कुछ मिल जायेगा, इस
तरह माँगने से कुछ मिलता तो ये दुनिया कब की मिट जाती |” ताई ने भडक कर कहा |
“तेरी
लीला तू ही जाने ताई, पर तेरे कहने से भगवान ने छाव कर
दी इस लिए.....|” बांड ताई की तरफ सेब उछालते हुए “ ये सेब ईनाम में ले |”
“ताज़ी
सब्जी लो, ताज़ी सब्जी........!!!” ताई सेब side में रख अपने काम पर लग गयी |
सब
उस बादल को धन्यवाद दे रहे थे |
===========
Adventure mysterious superhero today best hind stories 2020
|
दूसरी
तरफ उस बादल में कुछ बिजली चमक रही थी |
विशाल बादल को दूर से देखने से ऐसा लग रहा था मानो हवा ने अपने जोर पर पर्वत को उठा लिया हो, इंसानी दुनिया की हकीकत से दूर, बादल के उपरी तरफ कुछ अलग ही था जो शायद इंसान कभी सोच ही नही सकता था |
विशाल बादल को दूर से देखने से ऐसा लग रहा था मानो हवा ने अपने जोर पर पर्वत को उठा लिया हो, इंसानी दुनिया की हकीकत से दूर, बादल के उपरी तरफ कुछ अलग ही था जो शायद इंसान कभी सोच ही नही सकता था |
एक
अलग दुनिया, सूरज
की रौशनी में चांदी से चमकते आकाश को छुते पेड़, प्रकृति
के मन लगाकर बनाये हरे भरे पहाड़ और दूध सा गिरता झरनों का बेदाग पानी, अपनी ही धुन में गाते पक्षियों की ऐसी प्रजातियाँ जो शायद ही उन बादलो से
कभी नीचे आयी हो |
हर तरह के फलो से लधे पेड़ो के बगीचे, और आपसे में खेलते जंगली जानवरों के बच्चे, मन में बसे स्वर्ग की याँदे ताजा कर रहे थे | दूर पहाड़ो की पहुँच से दूर दिखता के भव्य शहर, जो शायद चांदनी को भी फीका कर रहा था |
नजरो के आखिरी बिंदु तक ऊँची इमारते, विशाल दरवाजे, आते – जाते राजाओ के काल की पोशाके पहने लोग और कहीं से आती एक मीठी घंटे की आवाज | दिखने में किसी पुरानी राजा की कहानियों जैसा शहर, जहाँ भव्यता और खुशहाली के बसेरे थी, जिसको देखने की लिए शायद हर कोई मरता हो |
ख़ैर आगे बढ़ते है :-
सूरज
की चमकदार और धरती पर तीखी लगने वाली धूप शहर में घूम रहे लोगो को मानो गर्म कर
रही हो या ये भी कह सकते है वहाँ के लोग धूप को सेक रहे थे |
शहर में फलो, कपड़ो, पकवान घर साफ सफाई के सामानों और पानी के बर्तनों की दुकानों पर भीड़ लगी हुई थी |
शहर में फलो, कपड़ो, पकवान घर साफ सफाई के सामानों और पानी के बर्तनों की दुकानों पर भीड़ लगी हुई थी |
Adventure best hind story, डेविलांश (Devilansh) भाग-1 |
घोड़ागाड़ी पर सामान ले जाते लोगो का चिल्लाना, शहर की सडको को साफ़ करते लोगो का शोर, अपनी कांच के बर्तन की दुकान का प्रचार करता आदमी और विशाल पेड़ की पत्ती से पतंग बनाते छोटी सी दुकान में आदमी का बच्चो की लगी भीड को हटा रहा था |
लोगो का हँसना, बच्चों का खिलखिलाना और
दुकानदारो का सामान के रेट लिए लड़ना, सब कुछ normal लग रहा था, पर वो सब मानो आँखों का धोखा मात्र
हो |
लोगो के हँसने में मजबूरी, बच्चो के खिलखिलाना जबरजस्ती और दुकानदार मानो सब का ध्यान बटाने की कोशिश कर रहा हो | हर किसी की आँखों में एक अजीब सा खौफ और एक - दूसरे को देखने की जल्दबाजी माहौल को भी रहस्यमयी बना रही थी |
अचानक सडको पर लोहे की रगड़ने की आवाज आने लगी और जानवरों ने भी मनो अपनी साँसे रोक ली हो | डर में अकड़ी लोगो की गर्दन धीरे – 2 एक side घूमने लगी |
मासूम से छोटे बच्चे सड़क के किनारे अपनी माँ के आंचलो में छिपे दूर विशाल दरवाजे पर नजरे जमाये हुए थे मानो कोई भूत निकल कर आ रहा हो |
बच्चो की आँखे और
अपनी माँ के कपड़े को छोटी उंगलियों से दबाना साफ बता रहा था शहर में डर और खौफ का
कितने राज था |
कुछ ही पलो में हथियार बंद एक सेना की टुकड़ी मुस्तैद आँखों और सूरज की रोशनी में चमकती धार वाले हथियारों के साथ लोगो की तरफ बढ़ रही थी | अपने काँपते पैरो को सभाले लोग गिरते – पड़ते सड़क को खली कर रहे थे |
जैसे -2 सेना की टुकड़ी पास आ रही थी लोगो की धडकन बढती जा रही थी | शहर की भीड़ के बीच में आ सेना की टुकड़ी रुक गयी और सब के आगे अपनी तलवार को फोलादी कवच में थामें लम्बा – छोड़ा भरी शरीर के साथ टुकड़ी का नायक, बाज जैसी नजरो से सड़क के दोनों side खड़े लोगो के चहरे पर उभर रहे डर को देख रहा था |
Adventure mysterious superhero today best hind stories 2020
|
लोगो की थम – 2 कर आ रही साँसे उसके कानो में पड़ी | दो पलो बाद उसने अपने जूते को पटकना शुरू किया तो लोग काँपने लगे और अपनी माँ के आँचल में छिपा बच्चा रोने लगा |
घबराहट में औरत उसे चुप
करने लगी, पर टुकड़ी नायक को देख बच्चा रोता रहा |
“मुझे दो
इसे....|” टुकड़ी नायक ने औरत के सामने हाथ फैलाये |
“क्षमा कर
दीजिये मान्यवर बच्चा है !!” औरत उसके पैरो में झुकती
बोली |
“मैंने
कहा मुझे दो |” टुकड़ी नायक ने मानो आदेश दिया हो |
“मान्यवर.......|” औरत बोल ही रही थी टुकड़ी नायक ने जरा सी तलवार बहार निकली |
औरत
ने रोता बच्चा टुकड़ी नायक की तरफ कर दिया |
“तुम रो
क्यों रहे हो ?” टुकड़ी नायक ने प्यार में बच्चे से
पूछा |
बच्चा
उसकी शक्ल देख रोता रहा |
“तुम !
मुझे बताओ, ये रो क्यों रहा है ?” टुकड़ी नायक ने पास खड़े आदमी से पूछा |
आदमी
की मानो किसी ने साँसे ही छीन ली हो |
“बहरे हो ?”
“बहरे हो ?”
पीछे
खड़े सैनिक मुस्कुराने लगे |
“जी वो
.....|” अपनी साँसो को सभालते आदमी धीरे से “ बच्चा आपसे डर गया है |”
“क्यों....?”
“जी
वो.....|” आदमी की जुबान नही खुली |
“मैंने
पूछा क्यों !!” टुकड़ी नायक लगभग चिल्लाया था |
मानो
आदमी के सारे जवाब टुकड़ी नायक के चिल्लाने से खत्म हो गये हो |
“मैं
बताता हूँ .....|” टुकड़ी नायक डर से घबरा रहे लोगो के
चहरे देख “ इसकी वजह है आप सब |”
लोग
डर और confusion के साथ एक - दूसरे का चहरा देख मन में ही सवाल कर रहे थे |
“इस बच्चे
को किसने बताया डर क्या चीज है, मुझसे डरना है इसे कैसे
पता चला ? इसे किसने बताया मैं इसे नुकसान कर सकता
हूँ ?”
सबके
चहरे मानों गर्दन से अलग होने लगे हो |
“आप सब को
सामान्य दिखने के लिए बोला गया था पर.......!!” टुकड़ी नायक
गुस्से में “ आप दिखावा तो सामान्य का कर रहे है, पर डरे हुए, घबराए हुए, मरने के लिए हमेंशा तैयार | आप हमारी क्या
मदद करेंगे, आप तो खुद ही चाहते है कोई आकर आपको मार
डाले |” हवाओं को भी शांत करती रौबदार आवाज के साथ
टुकड़ी नायक “ दर्द मारे जाने में नही, मरने की कल्पना में होता है | आपके जो
हालात है उन्हें देख कोई भी आसानी से आपके बीच घुसकर फायदा उठा सकता है |” नायक एक पल words रोकते हुए “ जैसे की ये....!!!” कहते हुए टुकड़ी नायक ने
बच्चे की गर्दन घूमा दी |
Adventure best hind story, डेविलांश (Devilansh) भाग-1 |
औरत
चिल्लाती हुई टुकड़ी नायक की तरफ दौड़ी तो एक पल ही लगा टुकड़ी नायक को हाथ से जादुई
किरण उसकी गर्दन पर घूमाने में | सड़क को अपने खून से रंगती औरत तीन ही पल में मर गयी | फिर से लोग चिल्लाने लगे |
“शांत
रहिये !!!” चमकती किरण के साथ हाथ को ऊपर उठाता टुकड़ी
नायक “ ये हमारे लोग नही थे |”
दो
ही पलो में औरत और बच्चा काले लम्बे खतरनाक जंगली जानवर में बदल गये | लोगो को मानो अपनी
आँखों पर विश्वास ही ना हो रहा हो |
“देखा
आपके डर का नतीजा, ये था हमें आप को समझाने का ईनाम |” टुकड़ी नायक पीछे खड़े सैनिको से “ बंद कर
दो सब कुछ शहर में, ये लोग इसी लायक है |”
सैनिक
चिलालाते हुए लोगो को उनके घरो में बंद करने लगे | दुकान, बाजार, मेंले सब पर ताला लगाया जाने लगा | लोग
चिल्लाते रहे पर मानो टुकड़ी नायक पर फर्क ही ना पड़ रहा हो | कुछ ही मिनटों में शहर की सड़क पर सिवाए सेना की टुकड़ी और उन दो लाशों के
कोई नही था | सेना की टुकड़ी आगे बढ़ गयी |
“आपको
कैसे पता चला मान्यवर वो घुसपैठिया थे ?” पीछे चल
रहे सैनिक ने जिज्ञासा के साथ पूछा |
“हमारे
लोगो की आँखे लाल रंग की होती है जबकि इंसानी दुनिया में काली, नीली, लाल, सुनहरी |”
“ उन दोनों की आँखे नीली थी, इंसान
यहाँ नही आ सकता और हमारे लोगो की आँखे कभी नीली नही हो सकती तो.....|”
“तो फिर
ये......?” सैनिक बोल ही रहा था |
“वही
घुसपैठिया थे जिन्होंने सब की नाक में दम कर रखा है |” टुकड़ी नायक गुस्से में सामने खाली बाजार को देखने के बाद “ हमारे लोगो के डर का फायदा उठा उन में मिल गये |”
“पर बच्चा
आपको देखकर रोया क्यों ?”
“गुस्से
से बचने का सबसे आसान तरीका मासूमियत है, उसने उसी
हथियार का सहारा लिया, पर...|”
“बाज की
नजर धोखा खा सकती है आपकी नही |” सैनिक ने बात
पूरी कर दी |
टुकड़ी
नायक चुपचाप आगे बढ़ गया |
==========
Adventure mysterious superhero today best hind stories 2020
|
भगवान के सहारे जिनकी नैया पार हुई, ऐसे भक्तों की कहानी
लोग
अपने घर में मानो कैद हो गये हो | दरवाजा उनके लिए किसी जेल की मजबूत दीवार बन गयी थी |
लोग
अपने घर में मानो कैद हो गये हो | दरवाजा उनके लिए किसी जेल की मजबूत दीवार बन गयी थी |
“पिताजी
सैनिक हमारे साथ ऐसा क्यों करते है ?” एक छोटे
बच्चे ने पिता से पूछा |
“आखिर ये
सब यहाँ हो क्या रहा है, क्या यहाँ का राजा क्रूर हो
गया है ?” आदमी के दूसरे शहर से आये दोस्त ने पूछा |
(इस दोस्त
के जिक्र से ही कहानी की शरुआत हुई थी)
“ऐसी कोई
बात नही है ?” परेशान आदमी अपने दोस्त को बैठते
हुए “ हमारे राजा तो बड़े ही अच्छे है पर......?” आदमी के रुके शब्दों ने दोस्त की जिज्ञासा बढ़ा दी |
“पर
क्या.......?” दोस्त की आँखे छोटी होने लगी |
“कुछ दिनों
से हमारे शहर में कुछ अजीब से घुसपैठिये देखे जा रहे है, पूरे शहर को उन्होंने एक खण्डर बनाकर रखा है, लोगो
को मरते है और.....?”
“और क्या
.......?” दोस्त ने अजीब नजरो के साथ पूछा |
“उनकी लाश
पर कटार का निशान बना देते है, मानो कोई चेतावनी देना
चाहते हो |”
“पर ये सब
होने की वजह क्या है ?”
“वो ही तो
पता नही चल रहा है इसीलिए तो शहर में दहशत का माहौल है, पता नही हमारे शहर में आखिर ऐसा वो खोज क्या रहे है ?”
“मुझे ऐसा
क्यों लग रहा है मैने पहले भी ऐसा कुछ सुना है......|” दोस्त
अपने दिमाग पर जोर डाला पर उसे कुछ याद नही आया |
“उन्होंने
महल पर भी दो बार हमला किया है |” आदमी ने निराशा
के साथ बोला |
“महल.....!!!” दोस्त चौंकते हुए “ क्या वो घुसपैठिया कोई
खास तरह के जानवर है ?”
“हाँ....
शायद कुछ ऐसा ही सुना है |”
“मुझे अभी
राजा के पास ले चलो !!” दोस्त हडबहाट में बोला |
“पर हुआ
क्या, कुछ बताओ तो सही ?” आदमी के साथ उसका बेटा भी हैरान रह गया |
“ये शहर
खतरे में है, जल्दी से राजा के पास चलो |” दोस्त आदमी को खींचकर ले गया |
===========
विशाल गगनचुंबी मीनारों से घिरा हुआ सोने सा चमकता शहर का राजमहल |
सुबह की हल्की सी धुंद सा घिरा घांस के छोटे – 2 मैंदानों में घूमते पक्षी , मोती के दानो सा पुहारो से निकलता पानी, बगीचों, रास्तो पर खड़े हवा में झूमते पेड, और चारो तरफ फैली शांति, कितनी अच्छी लग रही थी |नायाब कला का नमूना लिए सुंदर मूर्तियों से सुसर्जित, रास्तो, सैकड़ो सैनिको की निगरानी में महल का अधरुनी हिस्सा |
राजदरबार
में एक अजीब सी ख़ामोशी छाई हुई थी चप्पे – 2 पर सैनिको के होने के बाद भी अपनी जगह
पर खड़े मंत्रिमंडल में खौफ साफ़ झलक रहा था | तभी
दो रौबदार कदम दरबार के बीचो बीच पड़ने लगे |
मंत्रिमंडलने अपनी सांसो को रोक लिया, सबकी नजरे आगे बढ़ते कदमो पर जमी थी | हाथो में नीलम की अंगूठी, कमर पर भरी भरकम तलवार, कदमो में रौब, और साँस के साथ उभर रहे गुस्से की गंध |
एक नौजवान एक घुटने पर ऊपर रत्नजडित सिहांसन पर बैठे बूढ़े राजा (चहरे पर झुरिया, कांतिहीन चहरा, उम्र 65) को प्रणाम करता है |
“क्या
सूचना है युवराज ?” राजा नौजवान की झुकी गर्दन
देखकर “ उन्होंने हमारे शांति प्रस्ताव को
स्वीकारा या नही ?” राजा की आवाज ने कडक रुख अपना
लिया था |
“आपका
पुत्र कभी कोई काम अधूरा नही छोड़ता है महाराज...|” बाजुओं
में बल, आँखों में घमंड, और
चहरे पर जीत की मुस्कान लिए युवराज राजा को देखते हुए “ मैंने उन्हें मना लिया है, वो भी सस्ते में ..|” कहते हुए युवराज ने तलवार सतरंगी फर्श पर मारी और हजारो किरणों के साथ एक
प्रकाश से बनी लडकी प्रकट हुई | सूरज की रौशनी सी
उज्वल पारदर्शी काया, सुनहरी बाल, सफेद वस्त्र पहने लड़की फर्श से 2 inch ऊपर
हवा में थी | पूरा मंत्रिमंडल चौंक गया |
“राजन.....!!!” ऊँगली का रुक राजा की तरफ कर लडकी चिल्लाती हुई “ तेरे पुत्र ने मर्यादा की सारी सीमाए लाँघ दी है, इसने इस मूल्यवान धरती का वो नियम तोडा है जिसका कलंक तेरी हर पीढ़ी पर
लगेगा....!!!!”
“अपनी
बकवास बंद करो |” युवराज उसे डाँटने के बाद राजा
से “उन्होंने संधि की निशानी के रूप में इसे भेंट में
दिया है |”
“भेंट नही, चाल से लेकर आया है तेरा पुत्र मुझे !!” लडकी
चिल्लाती हुई “बिना तैयारी के तुमने आग से खलने कोशिश
की है, परिणाम तुम झेल नही पाओगे |”
“अपनी
बकवास बंद कर !!!” युवराज उस पर तलवार उठाने लगा |
तभी
प्रकाश से बनी लडकी राजा के पास कोने में खींच गयी | सबकी नजर उस कोने में जमी रही, युवराज उठ गया |
“कहते है
ताकत से ज्यादा, काम और क्षमता से अधिक बोलना चाहिए
.....|” मुट्ठी में बंद प्रकाश को लिए कोने से निकलती
लडकी बोली |
“दीदी....|” युवराज के चहरे पर हंसी लौट आयी |
“इतनी तो
तुम भी समझदार हो राजकुमारी, ताकत और क्षमता बाजुओं में
नही सीने में होती है |” मुट्ठी से आवाज आयी |
“बहुत
बोतली है |” प्रकाश को गायब कर राजकुमारी सामने
देखने लगी |
“उसे
मैंने हासिल किया है, वो मेरी है |” युवराज के चहरे पर गुस्सा और विद्रोह साफ़ दिख रहा था |
“सिहासन
और ताकत उसी की होती है जो उसे सभाल सके |” अपने
मखमली सफेद लिबास को सभाल, रेशमी बालो की लट को झटका दे, तेज से भरी आँखों के साथ राजकुमारी सिहांसन से नीचे उतरती युवराज की तरफ
मुट्ठी करते हुए “दोनो में से एक भी तुम्हारे पास हम से
ज्यादा हो......|” खोलती मुट्ठी से उठ रही चिंगारियों
की तरफ युवराज का ध्यान खींचती राजकुमारी “तो ले सकते
हो |”
युवराज
की तलवार उठने लगी |
“नालायक
..!!!!” राजा ने युवराज की तरफ हथेली की और युवराज
प्रचंड किरणों के साथ दूर खम्बे में जाकर लगा |
खम्बा
फट गया | युवराज सिहांसन पर बैठे गुस्से से देख रहे अपने पिता को देख रहा था |
“अपनी बड़ी
बहन पर तलवार उठायेगा...?” राजा चिल्लाते हुए “सच में सिहांसन चाहिये तो अपनी बुद्धि से, ताकत
हासिल करो, गुस्से से नही !!!”
“महाराज...!!!” एक सैनिक दौडकर अंदर आ गया |
“तुम्हें
राजदरबार में आने का अदब भी नही पता दुष्ट ..!?” राजा
ने सैनिक को मरने के लिए हाथ उपर करता है |
“क्षमा
चाहता हूँ महाराज पर....|” गर्दन झुकाये सैनिक को
बैचेनी हो रही थी वो जल्दी – 2 अपनी बात कहना
चाहता था |
“ऐसी क्या
बात हो गयी ..|” राजकुमारी हवा की तरह सैनिक के पास
जाकर उसके गले पर चाकू रख “ जो तुमने राजदरबार के
नियम तोड़ दिये ?”
“राजकुमारी
वो......|” अपने गले पर चाकू चलते देख सैनिक “ बाहर एक आदमी खड़ा है जो शहर में हो रही घुसपैठ के बारे में जानता है |”
पूरे
मंत्रिमंडल के साथ राजा भी खड़ा हो गया | राजकुमारी युवराज भी हैरान थे | राजा ने युवराज को देखा, युवराज दूसरे ही पल
गायब हो गया | हवा के झटके के साथ युवराज आदमी और
उसके दोस्त के साथ खड़ा था | दोनों राजा को प्रणाम
करते है |
“कौन हो
तुम दोनों, और क्या जानते हो उस घुसपैठ के बारे में ?” राजा ने गरजते हुये पूछा |
“महाराज
मैं इसी शहर का निवासी हूँ ये मेरा दोस्त हिमद शहर से आज ही आया है |”
सबकी
नजर अब उस दूसरे आदमी पर थी |
“महाराज
इस शहर का ऊर्जा केंद्र खतरे में है |” दूसरा आदमी
तपाक से बोला |
“क्या बोल
रहे हो ?” आदमी का दोस्त बोला |
“महाराज
हमारे पड़ोसी शहर मंदार में भी इसी तरह के अजीब जानवरो ने घुसपैठ की थी | लोगो के बीच दहशत बना सबका ध्यान उस तरफ खींच उन्होंने शहर के ऊर्जाकेंद्र
को ही नष्ट कर दिया |”
“ये बकवास
कर रहा है पिताजी |” युवराज बोला |
“मैं सच
बोल रह हूँ मेरी बात का भरोसा कीजिये |”
“इसकी बात
में सच्चाई हो सकती है पिताजी, हमें ऊर्जाकेंद्र की
सुरक्षा बढ़ा देनी चाहिये |” राजकुमारी ने कहा |
Adventure mysterious superhero today best hind stories 2020
|
पढिये, कैसे कुछ words आपकी life को बना या बिगाड़ सकते है |
“उसकी जरूरत नही पड़ेगी पिताजी मेरे सबसे काबिल सैनिक उसकी सुरक्षा में तैनात है |” युवराज अक्षत, अपनी बहन के पास जाकर “ और उन पर भरोसा है |”
“उसकी जरूरत नही पड़ेगी पिताजी मेरे सबसे काबिल सैनिक उसकी सुरक्षा में तैनात है |” युवराज अक्षत, अपनी बहन के पास जाकर “ और उन पर भरोसा है |”
“मेरी
बातो को गम्भीरता से लीजिये महाराज...|” आदमी हाथ जोड़
प्रार्थना करते हुए “ मैं नही चाहता इस सुंदर शहर
का भी हाल मंदार जैसा हो |”
आदमी
अपनी बात पूरी भी नही कर पाया था महल के केंद्र में एक जोदार धमाका हुआ | धरती पर काम कर रहे
लोगो को ऐसा लगा मानो बादल में मामूली सी बिजली चमकी हो, सब कोई अपने काम में लग गये | ऊपर मानो
किसी ने महल को हवा में उठाकर छोड़ दिया हो | दीवारे
इधर – उधर ढहने लगी, शहर
की सडके, मकान टूटकर टुकड़े गिरने लगे और लोगो के
चिल्लने से पूरा शहर गूंजने लगा |
“ये थी
तुम्हरी सुरक्षा ?” राजकुमारी मलबे के पास पड़ी धुल
को हटाते युवराज पर भडकी |
कुछ
ही पलो में स्वर्ग सा दिखना वाला शहर खण्डर में बदलने के लिए तैयार था |
“ये नही
हो सकता !!!” सिहांसन के पास पड़ा राजा चिल्लाते हुए “ मेरा शहर नष्ट नही हो सकता |”
“पिताजी
आपका शहर और आपके लोग कभी तबाह नही होंगे |” राजकुमारी
खिड़की से गिर रहे शहर को देखते हुए “ चाहे उसके
लिये.....|”
राजकुमारी
वापिस दरबार के बीच में आकर खड़ी हो गयी |
“मैं कभी
तुम्हारी दुश्मन नही थी भाई |” राजकुमारी
मुस्कुराते हुए “ बस तुम्हें राजा बनने से पहले
जिम्मेदारी उठाते देखना चाहती थी |”
“दीदी आप
क्या करने जा रही है ?”
“दीदी आप
क्या करने जा रही है ?”
“राजकुमारी
होने का मूल्य चुका रही हूँ, पिताजी का ख्याल रखना |” कहते हुए राजकुमारी ने एक जोरदार साँस ली और उसकी पूरी body चमकने लगी |
“दीदी....!!!!”
“बेटी...!!” पड़ा हुआ राजा चिल्लाया |
राजकुमारी
ने मुस्कुराते हुए अपनी तरफ आ रहे युवराज को देखा और साँस छोड़ दी | हवा में बती बुझने
जैसी आवाज हुई और राजकुमारी तीखी चमक के साथ धुँआ हो गयी | अगले ही पल मानो पूरा शहर चुम्बक से चिपक गया हो |
सडके, घर, महल उसी जगह रुक गये हो | लोग इधर – उधर देखने लगे और महल में युवराज हाथ फैलाये उसी तरह खड़ा था आँखे मानो हवा में राजकुमारी को खोज रही थी | तभी राजा के रोने से युवराज का ध्यान टूट गया |
“रोना
आपको शोभा नही देता पिताजी |” युवराज अपने पिता को
सहारा दे द्रढ़ता के साथ “ आपकी बेटी वीरगति को
प्राप्त हुई है और मैं इस शहर का युवराज अक्षत, आपको
वचन देता हूँ जब तक उन्हें ऐसा कर पर मजबूर करने वाले का सर नही काट लेता वापिस
नही आऊंगा |” कहते हुए युवराज वहाँ से निकल गया |
राजा
रोता रहा और मंत्री घायल पड़े रहे |
***************
To be continue…
I hope you all like
this story. So reader, Please comments and share this story with you friends
and family and add your valuable thoughts to….!!!
Adventure best hind story, डेविलांश (Devilansh) part-1
Reviewed by Mr.Singh
on
December 30, 2019
Rating:
No comments:
Please do not enter any spam link in the comment box.