Behind the story of भोली खुशी part-399
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-399 |
देर रात तक काम करने के बाद रजत आँखे बंद करके लेटा था, मगर उसकी आँखों में अभी तक भी नींद नही थी | अभी भी उसका दिमाग इसी उलझन में था, वो क्या करके इस company को boost करके खुदको साबित कर सके | शायद इसी उलझन में उसे ये भी एहसास नही हुआ, कोई उसके room में entry लेता है | अचानक ही किसी के उसके बाजू को छुआ तो रजत झटके से उठते हुए सामने देखता है | नहाने के बाद बाल धोकर तौलिये से बंधे, जल्दी-2 में body से पानी भी ना पौछ्ने के बाद गीले हुए कपड़े पहने रुकुल उसके सामने चाय का cup लिए बैठी थी |
“चाय...|” रुकुल ने धीमी से आवाज में बोला |
सुबह-2 रुकुल का उज्वल चेहरा, उसकी body की सोंधी से गंध और हल्की झुकी आँखों को देखते हुए रजत को यही ध्यान नही था, रुकुल किस लिए उसके सामने बैठी थी |
“चाय...?” रुकुल ने रजत का ध्यान तोड़ने के लिए फिर से बोला |
जवाब में रजत ने खुदको ही एक तमाचा मार लिया |
“क्या कर रहे हो...?” रुकुल ने थोड़ा हंसने के साथ पूछा |
“देख रहा हूँ, ये सपना तो नही है...?” रजत ने रुकुल के हाथ से चाय लेकर side में रख दी |
“अब पता चल गया, ये सपना नही है...?” रुकुल बोली बाद में थी |
रजत ने उसका हाथ पकड़ उसे बेड में खींच लिया |
“क्या कर रहे हो, कोई आ जायेगा...?” रुकुल थोड़ा घबराहट में बोली |
“मेरे room में तुम्हारे अलावा कौन आ सकता है...?” रजत ने रुकुल के चेहरे पर ऊँगली फिराते हुए बोला |
“पूरी रात से सोये नही ना...?” रुकुल ने रजत की आँखों में भरी नींद देखकर पूछा |
रजत जवाब की जगह रुकुल के ऊपर ही लेटता हुआ आँखे बंद कर लेता है |
“Tension मत लो...|” रुकुल उसके सर कोई सहलाती हुई “मैं always तुम्हारे साथ हूँ...|”
“तभी तो अभी तक डटा हुआ हूँ...|” रजत की तरफ से आवाज आयी |
रुकुल फिर से हल्की सी मुस्कान के साथ रजत का गाल चूम लेती है |
“आज इतनी महेरबानी किस लिए मेरे ऊपर...?” रजत ने topic को बदलना चाहा |
“पूरी रात तुम्हारे room की light जली रही, इसलिए मम्मी ने बोला, तुम्हें चाय देने के लिए...|” रुकुल ने बोला |
“तो इतनी जल्दी की, कि नहाने के बाद body को साफ भी नही किया...?” रजत के चेहरे पर हल्की सी मुस्कान आ गयी |
“भूखे के सामने खाने का offer हो, तो क्या वो पूजा-पाठ में time west करेगा...?” रुकुल ने तिरछी नजरों से रजत को देखा |
सुनकर रजत रुकुल को देखने लगा |
“मेरा मतलब था...|” रुकुल बात को बदलने की कोशिश करने लगी |
तभी रजत ने उसे kiss कर लिया | रुकुल के सारे सवाल-जवाब उसके अंदर ही दफन हो गये |
“जीजू....!!” तभी बिना knock के रुकुल का भाई अंदर entry ले गया |
“मैंने कुछ नही देखा...|” सामने का नजारा देख वो आँखे बंद करते हुए वापिस बाहर निकल गया |
रजत-रुकुल झटके से अलग हो गयी |
“तू यहाँ क्या कर रहा है...?” रुकुल बेड से उठती हुई थोड़ा गुस्से में बोली |
“तू यहाँ क्या कर रही है...?” बाहर खड़े भाई की आवाज आयी |
“इसलिए साले को साला बोलते है...|” रजत ने रुकुल से बोला |
“अंदर आ...|” रजत की बाजु पर मारते हुए रुकुल ने भाई से बोला |
एक बच्चे जैसी मुस्कान के साथ भाई अंदर आया | रजत अंदर से गुस्सा, मगर रुकुल की वजह से उसे प्यार से देख रहा था |
“अब बोल, तू यहाँ क्या कर रहा है...?” रुकुल ने उसकी बाजू पर मारते हुए फिर से झाडा |
“मैं तो काम से आया था, तू यहाँ क्या कर ही है...?” भाई रुकुल पर अकड़ते हुए “मम्मी को बोलूँगा...|”
“मम्मी ने ही मुझे चाय देने के लिए भेजा था...|” रुकुल अपने भाई से बहसने के चक्कर में ये भूल गयी, रजत boring expression के साथ उन दोनों को देख रहा था |
“तो यहाँ चाय पिलायी जा रही थी...?” भाई बोला ही था |
“किस लिए आये हो...?” रजत दोनों के बीच में थोडा कड़क आवाज के साथ बोला |
“जीजू वो...|” भाई थोड़ा जोश के साथ “आज मेरे school में function है...|”
“तो...?” रजत ने ज्यादा react नही किया |
“Shit....|” सुनकर रुकुल भी अपना सर पकड़ लेती है |
“आप भूल गये...?” भाई ने कुछ ज्यादा ही हैरानी जतायी |
रजत को सच में याद नही था, क्या था | रजत help के लिए रुकुल को देखने लगा |
“तुम्हें as a guest इसके school में जाना था...|” रुकुल ने परेशानी में, मगर आँखे ऊपर करते हुए जवाब दिया |
“आज मेरी...!!!” रजत जगह को देखकर अपने ऊपर उठे words को नीचा करते हुए “आज मेरी important meeting है...|”
“जीजू, हर कोई आपको देखने के लिए ही तो वहाँ आ रहा है...|” भाई फिर से मुहं बनाते हुए “आप हमारे cheef guest हो...|”
“तुम्हें तो सब पता है ना...?” रजत ने फिर रुकुल को देखा |
“2 घंटे की ही तो बात है, Meeting मैं सभाल लूंगी...|” दुनियाँ की रीत निभाते हुए पति के सामने रुकुल ने अपने भाई का ही पक्ष लिया |
रजत थोड़ा गुस्से, थोड़ी हैरानी में रुकुल को देख रहा था |
“Please...|” रुकुल ने भी बच्चे जैसा मुहं बनाया |
“Please जीजू...|” भाई ने रजत के पैर पकड़ लिया |
रजत अब धर्मसंकट में फँसा हुआ था |
“बोलिये ना जीजू...?” लड़के ने रजत को सोचने भी नही दिया |
“Ok, but one hour...|” रजत ने बोला |
“पक्का...|” लड़का मान गया |
रजत इससे आगे कुछ नही बोला |
नरेंद्र अपने room में laptop पर लगा हुआ था और नंदनी अपनी बाल सवारने के साथ गुस्से में बडबडा रही थी |
“किसको गलियां दे रही हो...?” नरेंद्र ने पूछा |
“उस योगिता महेता और उसकी बेटी को...|” नंदनी गुस्से में “मेरे बेटे पर जादू किया हुआ है...|”
“Sweety अच्छी लड़की है, coding base है उसका...|” नरेंद्र अपने laptop को देखते हुए “Business के लिए ठीक रहेगी...|”
“तो job पर रख लो उसे...|” नंदनी नरेंद्र पर भड़कते हुए “मगर वो मेरी बहु नही बन सकती...|”
“तुम्हें problem क्या है उससे...?” नरेंद्र थोड़ा गुस्से में “अच्छी बच्ची तो है, गौरव को पसंद भी करती है, गौरव भी उसे पसंद करता है...|”
“मुझे उसकी माँ पसंद नही है...|” नंदनी उठकर नरेंद्र के सामने खड़ी होती हुई “करमजली, जब से यहाँ आयी है, हमारे खिलाफ जहर उगलने के अलावा कुछ किया ही नही उसने...|”
“दुश्मन को काबू में रखने का सबसे best way यही है, उसकी कमजोरी को अपनी ढाल बनाओ...|” नरेंद्र lacture देते हुए “योगिता की सबसे बड़ी कमजोरी उसकी बेटी ही है...|”
“दुश्मन को उसका सर कुचलक भी काबू में रखा जा सकता है...|” नंदनी वापिस आईने के सामने जाकर बैठती हुई “बड़े आये मुझे सीखने वाले...|”
नरेंद्र इससे आगे कुछ नही बोला |
दूसरी तरफ विराट और नीधि अभी भी पीछे खड़ी खुशी को देख रही थी, जो room में लगी device से प्रकट हुई थी |
“ये दिव्या कौन है...?” खुशी ने दोनों को मानों सपने से जगाया हो |
“वो...|” नीधि विराट को देखते हुए बोलने लगा |
“हमारी childhood friend है, पिछले 3 साल से gorvement के secret mission के चक्कर में गायब है...|” सोनम की बातों को याद कर विराट उठकर normal reaction के साथ “ये मुझे बोल रही थी, मैं अपनी power का उसे कर उसका पता लगाऊ...|”
“तो तुम्हें क्या issue है...?” खुशी विराट के चेहरे पर कोई special भाव ना देख, उसकी बात का विश्वास करते हुए “पता निकाल लो...|”
“वो मैं देख लूँगा, तुम्हें क्या काम है...?” विराट ने खुशी को देखा |
“I think, ये मेरा room है, मैं जब चाहे आ सकती हूँ...?” खुशी ने विराट को कड़क आवाज में बोला |
“That’s like my girl...|” नीधि उठकर खुशी के पास जाकर खड़ी होती हुई “लगता है, time ने विराट ठाकुर का charm फीका कर दिया...|”
“ज्यादा मिर्ची मत लगाया करो...!!!” विराट गुस्से में नीधि को देखते हुए “वरना ऐसी जगह transfer करा दूंगा, mobile के signal भी नही मिलेगे...|”
“क्या बोला...?” खुशी नीधि के faver में खड़ी हो गयी |
“जल्दी अपना काम बोलो और दफा हो जाओ...!!!” विराट ने नीधि से बोला |
“मेरे पुराने boss को मेरी services फिर से चाहिए...|” नीधि boring से words के साथ “But वो सीनेटर के पास मुझे adjust नही करा पा रहे है, तो तुम ये काम करोगे...|”
“तुम्हारा कब से FBI से मन भर गया...?” विराट ने आँखे छोटी करते हुए बोला |
“सीनेटर के पास भी FBI काम करती है...|” नीधि ने विराट की भाषा में उसे जवाब दिया |
अब विराट नीधि के समाने खुदको बड़ा feel करते हुए तनकर खड़ा हो गया |
“ज्यादा भाव खाने की जरूरत नही है, चुपचाप एक call करो, and...|” नीधि बोल ही रही थी |
“Why...?” विराट ने उसे रोक दिया |
“Sorry...?” नीधि ने थोड़ा गुस्से में बोला |
“मैंने बोला, why...?” विराट जाकर अपनी सीट पर बैठते हुए “किस खुशी में मैं ये काम करूं...?”
“As a friend...?” नीधि ने सोचकर बोला |
“ऐसी friend, जो always मुझे डांट खिलाने के बाहने ढूंडती है...?” विराट ने chair पर हिलते हुए सवाल किया |
“और friend कैसे होते है...?” नीधि ने सवाल किया |
“No...|” विराट ने सीधा जवाब दिया |
“Are you sure...?” नीधि ने confirm करना चाहा |
“जा सकती हो...|” विराट फिर से उठ गया |
“इस deal के बदले भी नही, तुम्हारी सारी girlfriend के नाम खुशी को ना बताये जाए...?” नीधि ने जानबुझकर खुशी के सामने विराट से ये बात बोली |
“क्या तुम्हें अपने boss की post चाहिए...?” खुशी के लिए तो ये बात सुखी घांस में तीली डालने जैसी थी |
नीधि विराट को देखने लगी, जो खूंखार शेर की तरह उसे देख रहा था |
“बस deal क्या होगी, तुम अच्छी तरह समझ गयी होगी...|” खुशी ने फिर से नीधि का ध्यान खींचा |
“मुझे सोचने का time चाहिए...|” नीधि विराट को चिढाते हुए बोली |
“I’ll kill you नीधि...|” विराट गुस्से में बोला |
“कल moring में अपना joining latter ले लेना...|” खुशी ने बोला |
“Over and out...|” नीधि खुशी को सैलूट करती हुई गायब हो गयी |
खुशी गुस्से में जब विराट की तरफ घूमी, खुशी के गुस्से को ignore कर विराट अपनी chair पर वापिस बैठ काम करने लगा था |
“क्या हुआ...?” विराट ने normal तरीके से खुशी से पूछा |
खुशी गुस्से में अभी विराट को देख रही थी |
“तुम्हारे साथ रहते-2, इतना idea तो मुझे भी लग गया है, इतने खराब मुड़ के बाद भी तुम वापिस आयी हो, तो कोई important बात ही होगी...?” विराट ने आगे सवाल किया |
“मुझे offer मिला है...|” खुशी विराट को वापिस laptop पर ऊँगली चलाते देखकर “10 thousand crores का...|”
सुनते ही विराट के हाथ रुक गये और खुशी उसके reaction को देख रही थी |
“किस खुशी में...?” विराट खुशी की तरफ घूम गया |
“है मेरा कुछ काम...|” खुशी ने जवाब देना जरूरी नही समझा |
“खुशी, किस लिए मिल रहे है...?” विराट ने फिर सवाल किया |
“बोला ना, मेरा कुछ काम है...|” खुशी ने फिर से जवाब नही दिया |
“खुशी...!!!!” विराट अब कड़क आवाज के साथ उठ गया था |
अब खुशी के सामने धर्मसंकट खड़ा हो गया था, वो विराट को अपनी इतने दिन से चल रही planning के बारे में बताये या ना बताकर उसकी advice को ना लेने के घातक result face करे ?
To be continue…
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-399
Reviewed by Mr.Singh
on
January 05, 2021
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