Love story, Behind the story of भोली खुशी part-400

Behind the story of भोली खुशी part-400

Love story, Behind the story of भोली खुशी part-400
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-400

  

खुशी और विराट में अभी भी आँखों की जंग चल रही थी |
“मेरा एक काम है...|” खुशी अपने जवाब से हटी नही |
“जा सकती हो...|” खुशी का जवाब सुन विराट वापिस अपने काम में लग गया |
मगर खुशी वहाँ से हिली नही | 5 मिनिट तक विराट ने खुशी पर ध्यान नही दिया और खुशी ने कुछ नही बोला | खुशी बेशक ज़िद की पक्की हो मगर अब विराट में पहले वाली बात नही थी | हार कर विराट फिर से खुशी को देखने लगा |
“किस लिए...?” विराट ने फिर सवाल किया |
“मेरा एक काम है...|” खुशी ने फिर वही जवाब दिया |
“कौन दे रहा है...?” विराट ने सवाल को मोड़ा |
“PM...|” खुशी बोली |
“किस लिए दे रहा है...?” सुनकर विराट फिर खुशी को देखने लगा |
“मेरा एक काम है...|” खुशी अपने जवाब से हटने वाली नही थी |
विराट को इतना गुस्सा आ गया, वो खुशी को मारने के लिए आगे बढ़ गया, मगर आजकल उस पर गुस्से से ज्यादा समझदारी हावी थी, इसलिए आँखे बंद करते हुए खुदको शांत करने लगा |
“क्या मुझे वो पैसा लेना चाहिए या नही...?” खुशी ने विराट के गुस्से की भी परवाह नही की |
“तुम्हारा कितना investment हुआ है...?” विराट ने खुशी को देखा |
“6 महीने और 600 करोड़ के आस-पास...|” खुशी ने अंदाजा बताया |
“क्या वो investment इसलिए...?” विराट बोल ही रहा था |
“ये पैसा मुझे वो काम छोड़ने के लिए मिल रहे है...|” खुशी ने विराट की बात को बीच में ही काट दिया |
कुछ पलों के लिए विराट ने चुप्पी साध ली | खुशी ने बोहें ऊपर कर ली |
“तुम उस काम से कितना expect कर रही हो...?” विराट ने आगे सवाल किया |
जवाब खुशी की आँखों में था, जिसे जब विराट ने पढ़ा तो उसकी body सीधी हो गयी |
“Refuse कर दो...|” विराट ने सीधे तौर पर बोला |
“May be मुझे कुछ भी ना मिले...?” खुशी ने दूसरा पहलू भी सोचा |
“कोई फर्क नही पड़ता..|” विराट ने बिना सोचे बोल दिया |
अब खुशी फिर से विराट को देख रही थी |
“अब क्या है...?” विराट ने खुशी के चेहरे पर शून्य भाव देखने के साथ पूछा |
“मेरे लिए कितना बर्बाद हो सकते हो...?” खुशी ने हाथ बाँधते हुए सवाल किया |
विराट के चेहरे पर फिर से गुस्सा उभर गया था, मगर वो खुशी के चेहरे पर वे वाले भाव पढ़ सकता था, जब एक पत्नी को अपने पति की क्षमता और काबलियत पर भरोसा होना होता है |
“एक time था, जब विराट ठाकुर नाम सुनकर बाहर क्या मेरे घरवाले भी कांपते थे...|” विराट अपनी हालत की तरफ इशारा करते हुए “आज नीधि जैसी मामूली लड़की भी मेरा मजाक बनाकर चली जाती है..?” विराट एक गहरी साँस लेते हुए “इससे ज्यादा बर्बादी क्या हो सकती है..?”
“ये सब दिखता है, तभी तुम्हें पत्नी का सुख मिल रहा है...|” खुशी विराट को देखते हुए “वरना जैसे तुम्हारे कांड है ना, कबका....|” खुशी अपने words रोक विराट को घूरते हुए गायब हो गयी |
“लोग सही कहते है, शादी होते ही शेर चूहा ही बन जाता है...|” विराट अपनी हालत पर ही मुस्कुराते हुए वापिस laptop पर बैठ गया |
 
दूसरी तरफ खुशी call cut करती है, अगले ही पल फिर से अर्जुन की call आ गयी | खुशी ने call receive की तो अर्जुन सोचने की मुद्रा में उसे देख रहा था |
“तुम्हारा आखिरी फैसला है...?” अर्जुन ने खुशी के चेहरे पर जवाब पढ़ लिया |
“आपको कोई शक है...?” खुशी ने बिना झिझक के बोला |
“तुम्हारी ये ना बेशक तुम पर कोई असर ना डाले खुशी...|” अर्जुन अपनी पेंट की जेब में हाथ डालते हुए “मगर तुमसे जुड़े बहुत से लोगो की life में बड़े changes ला सकती है...|”
खुशी ने पूरे जवाब के लिए अर्जुन को देखा |
“मैं बर्बाद हो सकता हूँ, तुम्हारी family कुछ लोगो की आँखों में आ सकती है, तुम्हारी...|” अर्जुन बोल ही रहा था |
“मेरी family की tension छोड़िये, अपना बताइये...|” खुशी अर्जुन को रोकती हुई “कितना loss होगा आपका...?”
अर्जुन ने बोला नही |
“कितना loss...?” खुशी time देखते हुए “पूरी life में कितना पैसा कमा सकते है...?”
“5 thousand crores....|” अर्जुन ने आवेश में बोला |
“बस...?” खुशी ने कोई खास reaction नही दिया |
“खुशी मैं....|” अर्जुन बोल ही रहा था |
“6 thousand crores, आपकी life मेरी...|” खुशी अर्जुन को सुनने में भी interest नही ले रही थी |
अर्जुन के हाथ उसकी पेंट से निकल गये थे |
“मुझे ready होना है, next time yes के साथ मेरे सामने आइयेगा...|” कहते हुए खुशी ने call cut कर दी |
अर्जुन के गायब होने के साथ ही खुशी सोचती हुई bathroom की तरह बढ़ गयी |
 
दूसरी तरफ रजत office जाने के लिए ready हो रहा था तभी फिर से रुकुल entry लेती है | रजत उसे देखते हुए जैसे ही उसकी तरफ बढ़ने लगा, पीछे से उसका भाई और मम्मी अंदर आ गये |
“इसकी तो...|” रजत मन में बडबडाया था |
मगर रुकुल की मुस्कान साफ बता रही थी, वो रजत की feelings समझ गयी थी |
“आप office जा रहे है...?” भाई का चेहरा उतर गया |
“हाँ, मैं office जा रहा हूँ...|” रजत ने जवाब दिया |
“रुकुल...?” भाई ने नकली रोने के साथ रुकुल को देखा |
“रजत, तुमने morning में इससे promic किया था...|” रुकुल बोली थी |
“Function तो 1 PM है ना...?” रजत ने तर्क दिया |
“अगर काम की वजह से आप भूल गये तो...?” भाई रजत को देखते हुए बोला |
“तुम्हारी बहन है ना, मुझे याद दिलाने के लिए...?” रजत ने गुस्से को नम्रता में ढालते हुए बोला |
“अगर ये भी काम के चक्कर में भूल गयी तो...?” भाई ने आगे तर्क किया |
“Mobile में reminder लगा लूँगा...|” रजत आगे बोला |
“Mobile दूर रहा तो...?” भाई हार मानने वालो में से नही था |
“चुपकर...|” मम्मी उसे मारती हुई “जब रजत बोल रहा है तो...|”
“क्या मम्मी, मेरे लिए एक दिन office से छुट्टी नही कर सकते...?” भाई ने रोनी जैसी शक्ल बनायी |
“मेरे लिए 1-1 मिनिट इस city की value के बराबर है और तुम भी मेरे उसी time में आते है...|” रजत आगे बढ़ रुकुल के भाई की आँखों में देखते हुए “मैं तुम्हारा काम कैसे भूल सकता हूँ...?”
अब impress होकर रुकुल, मुस्कुराती हुई मम्मी और समझ चुका भाई रजत को देख रहा था |
“1 बजे तुम्हारे school में present रहूँगा...|” रजत ने उसे जाने का इशारा किया |
“मुझे ढेर सारी तैयारियां करनी है...|” कहकर भाई वहाँ से निकल गया |
“भगवान तुम्हारी हर मनोकामना पूरी करे बेटा...|” कहते हुए रुकुल की मम्मी भी वहाँ से चली गयी |
अब रजत रुकुल को देख रहा था, जो हाथ बांधे मगर मुस्कुराती हुई उसे देख रही थी |
“What...?” रजत वापिस अपनी shirt को ठीक करने लगा |
“कभी-2 लगता है एकदम सही लड़का चुना है मैंने....|” रुकुल रजत के कार्लर ठीक करते हुए बोली |
“वो बाकी time क्या लगता है...?” रजत ने उसे खुदसे लगा लिया |
“कार्टून...|” कहते हुए रुकुल हंस दी |
रजत भी उसे साथ हंसने लगा |
 
दूसरी तरफ खुशी नीचे आयी तो चेतना राशि के साथ kitchen में घुसी हुई थी |
“तुझे कोई दूसरा काम नही है क्या...?” खुशी सामने table पर बैठ TV on करते हुए “जब देखे mom को परेशान करती रहती है |”
“तेरी तो शादी हो गयी है ना, तुझे क्या tension...?” चेतना kitchen में लगी हुई “मरना तो हम जैसो का हाँ ना...?”
“तुझे क्या शादी के बाद बस खाना ही बनाना है...?” खुशी ने ध्यान नही दिया |
“तू क्यों मरी जाती है, विराट के लिए खाना बनाने में...?” चेतना उसके पास coffee लेकर बैठ गयी |
खुशी ने एक नजर उसे देखा और फिर से सामने चल रही news को देखना चालू कर दिया |
“क्या हुआ...?” चेतना ने अभी भी kitchen में काम कर रही राशि को देखते हुए सवाल किया |
“किसका...?” खुशी का ध्यान TV पर चलती दिख रही ministers की meeting पर था |
“10 thousand crores...?” चेतना खुशी के चेहरे पर reaction देखना चाह रही थी |
“Nothing...|” सुनकर कोई ख़ास reaction ना देते हुए खुशी बोली |
“Are you mad...?” चेतना बोल ही रही थी |
“जब किसी चीज की knoledge ना हो, तो बोलना नही चाहिए...|” चेतना के आगे बोलने से पहले ही खुशी ने उसे रोक दिया |
“तुम...|” चेतना आगे बोलने लगी |
तभी पूरे जोश के साथ चंदु हाथ में मिठाई का डिब्बा और पीछे आती लाडो के साथ entry लेता है |
“इसने शादी कर ली...?” चेतना हैरान थी |
“नही, कल सगाई थी...|” कहते हुए खुशी ने ध्यान Tv पर ही रखा |
“तो फिर ये इसके साथ...?” चेतना ने सवाल किया |
“सभी को चंदु का प्यार भरा नमस्कार...|” चंदु हाथ जोड़कर मिठाई का डिब्बा सामने कर देता है |
“क्या बात है चुंद, सगाई होते ही बड़ी नजाकत आ गयी है तुम्हारे अंदर...?” चेतना बोली |
“ऐसा कुछ नही है madam, समय और जगह को देखकर इंसान को बदल जाना चाहिये...|” कहते हुए चंदु दोनों के सामने झुक गया |
“गुड मार्निग मैडम...|” किसी बच्चे की तरह रटे हुए words के साथ लाडो बोली |
“क्या बात है लाडो, सगाई होते हुए तुम्हारे चेहरे पर चमक आ गयी...?”चेतना ने उसे छेड़ा |
“कुछ भी तो ना मैडम, तम तो नुही बोलो...|” लाडो अपनी गाँव की भाषा में बोली |
चेतना को आधे से ज्यादा समझ में आ गया, पर वो अभी भी सर खुजला ही रही थी...|
“तुम रहने दो...|” चंदु ने लाडो से बोला |
“Packing हो गयी तुम्हारी...?” खुशी ने चंदु पर ध्यान ना देते हुए सवाल किया |
“जी madam...|” चंदु ने आगे बोला |
“लाडो का क्या घर दिखाने लाये हो...?” खुशी ने आगे पूछा |
“ना madam, हम तो दिल्ली घुमण जा रे स...|” लाडो चंदु के मना करने के बाद भी बोल पड़ी |
“मेरी माँ, बोला ना चुप खड़ी रह...?” चंदु ने गुस्से और बेबसी के साथ लाडो के सामने हाथ जोड़ लिए |
एक पहले से तय डर के साथ चंदु ने जब तक खुशी की तरफ गर्दन घुमायी, उसक डर सही था, खुशी उसे ही घूर रही थी |


To be continue…

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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-400 Love story, Behind the story of भोली खुशी part-400 Reviewed by Mr.Singh on January 05, 2021 Rating: 5

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