The best Adventure hind story, शनाया राठौड़ भाग-51

 

शनाया राठौड़
(The Superhero) Part-51
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The best Adventure hind story, शनाया राठौड़ भाग-51

 

“लगता है तुम्हारी दुश्मन को पहले देखने की इच्छा पूरी हो गयी...|” लेला ने शनाया और क्लोरा का ध्यान तोडा |

अगले ही पल शनाया को पानी में कम्पन feel हुआ, जिसे लेला देख रही थी | शनाया ने झटके से सामने देखा, तब तक क्लोरा का हाथ ऊपर उठ, उससे शक्ति उगल चुका था |

“Relax...!!!” शनाया अपनी तरफ बढ़ती धूल के कणों जैसी शक्ति के एक हल्का सा तमाचा मारने के साथ दूसरी side कर क्लोरा से “हम कोई दुश्मन नही है...|”

“क्या...?” लेला ने क्लोरा पर वार करने से पहले हाथ को रोक लिया |

“मतलब अभी नही है...|” शनाया confusion से बचती हुई एक साथ लेला, दूसरा हाथ क्लोरा की तरफ करती हुई “तुम्हें कोई कुछ नही बोलेगा, तुम शांत रहो...|”

क्लोरा भी वार नही कर रही थी, मगर वो पूरी तरह चौकन्नी होकर शनाया और उस पर वार के लिए तैयार लेला को देख रही थी |

“ये हमारी दुश्मन है शनाया...!!” लेला ने दबी आवाज में बोला |

“वो morning में है, और पता नही, है भी या नही...?” शनाया आँखों से लेला को समझाती हुई “हम यहाँ लड़ने नही आये....?”

“इसके दूसरे साथी भी होंगे, हमे यहाँ से चलना चाहिये...|” लेला ने सामने की तरफ देखते हुए बोला |

“बिना नहाये...?” शनाया बोहें ऊपर करने के साथ लेला से बोली |

“मेरे कोई साथी नही है...|” क्लोरा अपना हाथ side में उठाने के साथ पलक झपकने के साथ तलवार और ढाल के साथ प्रकट होती अपनी बहन को हमले से पहले ही रुकने का इशारा करते हुए “सिवाए हमारी बहन के...|”

“क्लोरा, ये दुश्मन है...|” बहन ने भी लेला का dialog मारते हुए “इनके दूसरे साथी भी होंगे |”

शनाया, लेला एक-दूसरे को देखते हुए क्लोरा को देखने लगी |

“वो सुबह में है, और पता नही, है भी या नही...?” क्लोरा की आँखे साफ बता रही थी, वो कितनी शातिर थी |

बहन अब लेला को देख रही थी, जो हमले की मुद्रा में थी |

“अगर तुम अपनी बहन को हथियार नीचे करने के लिए बोल दोगी तो मैं नहा लूंगी, please...?” शनाया ने क्लोरा से बोला |

शनाया को देखते हुए क्लोरा ने अपनी बहन को तलवार नीचे करने का इशारा किया |

“मगर क्लोरा ये...?” बहन मानने को तैयार नही थी |

“हमारी किस्मत इनती भी अच्छी नही है, जो हमें इतनी आसान मौत मिल जाये...?” क्लोरा ने अपनी बहन की आँखों में देखा |

बहन ने पूरी सावधानी के साथ लेला और शनाया को देखते हुए तलवार नीचे कर ली |

“Thanku...|” कहते हुए शनाया पानी में बैठते हुए राहत feel कर रही थी |

“तुम अप्रत्यक्ष इंसानी दुनियाँ से हो ना...?” क्लोरा ने भी पानी में बैठते हुए सवाल किया |

“प्रत्यक्ष इंसानी दुनियाँ से...|” शनाया पानी से अपनी गर्दन साफ करते हुए बोली |

“क्या...?” अपनी बहन के साथ क्लोरा हैरान होती हुई “क्या प्रत्यक्ष दुनियाँ के जीव भी यहाँ आ सकते है...?”

“अपनी पूरी life में मैंने एक बात notice की है...|” शनाया क्लोरा को देखते हुए “कुछ भी हो सकता है...|”

क्लोरा और बहन एक-दूसरे को देख रहे थे |

“तुम दोनों अरोना की सेना में क्या करती हो...?” लेला ने उन दोनों का मजाक लिया |

“तुम्हें क्या लगता है...?” बहन ने जवाब दिया |

“तुम जैसी खुबसुरत लडकियों के हाथों में कोई तलवार तो देंगा नही...|” लेला क्लोरा और उसकी खूबसूरती को देखते हुए “रसोई में चाकू ही चलाती होगी...?”

“वैद है...|” क्लोरा सोचने के साथ लेला की बात का जवाब देते हुए “घायलों को ठीक करते है...|”

“सच में...?” शनाया क्लोरा के पास जाने लगी |

बहन ने और साथ ही क्लोरा के हाथ से भी शक्ति निकलने लगी |

“मुझे कुछ problem है, क्या तुम ठीक कर सकती हो...?” शनाया ने दोनों की शक्ति देखते हुए बोला |

लेला की तो साँस अटक गयी थी, क्योंकि शनाया उन दोनों के काफी नजदीक थी |

“क्या दिक्कत है...?” एक पल सोचने के साथ क्लोरा बोल पड़ी |

“क्लोरा...!!!?” बहन फिर से हैरान थी |

“हम वैद है, जीव में फर्क करेगे तो हमारी विद्या किस काम की...?” क्लोरा ने बोला |

“कल यही हमें मार भी सकती है...?” बहन ने थोड़ा गुस्से में बोला |

“ऐसा तो...|” शनाया बोलने लगी |

“वो हमारी किस्मत होगी...|” क्लोरा एक order के साथ बहन को चुप करते हुए शनाया ने “बताओ क्या दिक्कत है...?”

शनाया ने क्लोरा का हाथ पकड़ा और पेट पर रखते हुए उसके कान में कुछ बोला |

“समझ गयी...|” क्लोरा ने शनाया के पेट पर हाथ रखते हुए तीन ऊँगली नीचे करते हुए “तुम्हारे शरीर की संरचना हमसे अलग है...|”

“तो क्या तुम इलाज नही कर सकती...?” शनाया ने उदासी भरी आवाज के साथ बोला |

“मैंने ऐसा तो नही बोला...?” शनाया के मासूम चेहरे को देखते हुए बोला |

शनाया की आँखों में फिर से आशा लौट आयी | क्लोरा ने तीनों उँगलियों को मोडते हुए शनाया की कमर के नीचे हाथ रखा और थोड़ा जोर से दबा दिया | शनाया की हल्की सी दर्द की आवाज के साथ उसकी हड्डी पटकने की आवाज सबके कानो में पड़ी | अगले ही पल एक बिजली जैसा करंट शनाया की body भरने लगा, जिसे देख क्लोरा पीछे हो गयी |

“दिल से thanku...|” शनाया पीछे हटते हुए अपनी side आने लगी तो उसकी ऊर्जा से पानी भी थोड़ी-2 जगह छोड़ रहा था |

क्लोरा और उसकी बहन बस हैरानी में शनाया को देख रही थी | शनाया ने अपनी आँखे बंद करने के साथ गर्दन को घुमाया तो अगले ही पल वो normal हो गयी | लेला की जान में जान आ गयी | शनाया वापिस पानी में बैठती क्लोरा को  देखने लगी, जो पहले ही शनाया को देख रही थी |

“तुम यहाँ इतनी दूर, दुश्मन की छावनी के पास क्या लेने आयी हो...?” बहन ने शनाया से सवाल किया |

“वही, जो तुम लेने आयी हो...?” शनाया थोड़ा पीछे को लेटती हुई पत्थर पर सर रख लेती है |

“मतलब तुम्हें भी...?” बहन ने थोड़ा माथे पर लकीरे डालते हुए सवाल किया |

शनाया ने कोई जवाब नही दिया |

“सबके साथ यही परेशानी रहती है...|” क्लोरा भी पीछे पत्थर से सर लगाकर बैठ गयी |

“वैसे तुम ये सब रोकने के लिए क्या करती हो...?” लेला थोड़ा अरोना के बारे में जानने की इच्छा के साथ “मतलब तुम तो इतने उन्नत जीव हो, तो तुमने इसका भी कोई हल निकाल लिया होगा ना...?”

“हमने चीजो को उन्नत बनाया है, हम तो पहले से ही उन्नत है, अपनी जाति पर कभी test नही किये...|” क्लोरा ने घमंड के साथ बोला |

“ये अरोना और उनका ये घमंड...|” लेला ने साँस छोड़ते हुए सवाल किया |

“वैसे इस सबके लिए तुम क्या करती हो...?” शनाया ने क्लोरा से सवाल किया |

“है हमारे कुछ तरीके, जिसमें थोडी परेशानी तो होती है, पर...|” क्लोरा ने सोचते हुए बोला |

“क्या तुम कभी इसे try किया...?” शनाया ने लेला की तरफ हाथ किया |

मगर लेला ने कोई reaction नही दिया |

“लेला...!!” शनाया ने लेला को घूरा |

“क्या...?” लेला ने भी आँखे दिखायी |

“दो...!!!” शनाया ने अपनी बेइज्जती होते देख बोला |

“तुम गलती कर रही हो शनाया...|” लेला को ना चाहते हुए भी ped का packet प्रकट करना पड़ा |

“ये क्या है...?” बहन ने ध्यान से देखा |

“यहाँ देखो....|” शनाया ने अपने हाथ घुमाये तो हवा में एक TV का add चलने लगा |

क्लोरा और उसकी बहन ध्यान से उस add को देख रही थी |

“ये बड़ा ही आसान है...|” शनाया एक ped सामने करती हुई “ये देखो...|” शनाया ने हथेली में पानी लिया और ped पर डाल दिया |

क्लोरा और बहन देखकर हैरान रहे गयी, ped पूरा पानी सोख गया |

“ये कोई जादू है ना...?” बहन ने हैरानी में खुले अपने मुहं के साथ पूछा |

“नही, ये इंसानों की खोज है...|” शनाया ने गर्व के साथ बोलते हुए फिर से हथेली पानी ped पर डाल दिया |

“ये सच में चमत्कार है...|” इस बार क्लोरा भी सच में हैरान थी |

“ये तुम दोनों के लिए...|” शनाया ने बड़े से packet में से 6-7 छोटे packet क्लोरा और उसकी बहन को दे दिए |

दोनों अभी भी किसी चमत्कार के साथ ped को देख रही थी |

“तुम्हें मैं फिर से ला दूंगी...|” शनाया ने आधा packet वापिस लेला की तरफ कर दिया |

“इसके लिए धन्यवाद...|” क्लोरा packet बहन को देने के साथ शनाया से “इसके बदले मैं तुम्हारे लिए क्या कर सकती हूँ...|”

“वैसे तो मैं इसकी कीमत लेती हूँ, पर तुमने मुझे ठीक किया तो हिसाब बराबर हो गया...|” शनाया ने आगे बोला |

तभी शनाया की आँखों में पानी से एक चमक लगी, जिससे वो चौक गयी |

“क्या हुआ...?” क्लोरा भी पानी को देखने लगी |

“शायद इस पानी में चमचमाती मछलियाँ भी है...|” शनाया ने बोला |

“अनजान दुनियाँ है, पता नही क्या-2 है...|” बहन ने बोला |

“तुम कबसे ऐसी लड़ाईयों पर आती हो...?” शनाया ने क्लोरा से सवाल किया |

“बच्पन से...|” क्लोरा ने बोला |

“अच्छा, तुम अपनी दुनियाँ से इतनी दूर लड़ाई में रहती हो, तुम्हें घरवालों की याद नही आती...?” लेला ने सवाल किया |

“हमारे पूरा परिवार यही पर है...|” बहन सोचने के साथ बोली |

“अपने घर, अपने गाँव, अपनी मिट्टी की याद नही आती तुम्हें...?” शनाया क्लोरा से “मैं तो रात को अपनी मम्मी को ना देखू तो मुझे नींद ही नही आती...|”

“हमारी मम्मी नही है...|” बहन थोड़ा उदासी के साथ बोली |

“घर, गाँव, मिट्टी, अपने लोग...|” क्लोरा अपनी पुरानी यादो के साथ “सब लड़ाई में चले गये, अब तो बस ये लड़ना ही हमारी जिंदगी है...|”

“क्या कभी इस सबसे भागने का मन नही करता...?” शनाया ने आगे सवाल किया |

“तुम यहाँ क्यों हो शनाया....?” क्लोरा ने शनाया की बातों का जवाब ना देकर उल्टा उससे ही सवाल किया |

“मैं अपनी शक्तियों से परेशान हूँ...|” शनाया अपना दिल खोलते हुए क्लोरा से बोली |

जवाब ना समझ पाने के साथ क्लोरा और उसकी बहन फिर से एक-दूसरे को देखने लगे |

“मेरी दुनियाँ में ढेर सारे superhero है, हर किसी के पास उनका एक मकसद है...|” शनाया अपनी boring life के बारे में सोचते हुए “मैं फालूत हूँ, अपने लोगो के लिए छोटे-मोटे काम करने के अलावा मेरे पास कोई दूसरा काम नही है....|”

अब लेला भी शनाया को देख रही थी |

“इसलिए अपनी खुजली मिटाने यहाँ आ जाती हूँ, लोगो की मदद करने के लिए...|” शनाया ने उदासी भरी मुस्कान के साथ बोला |

“मेरी मम्मी मुझसे परेशान रहती है, इसलिए मुझे ऐसे कामों पर भेज देती है...|” लेला ने बिना बोले ही जवाब दे दिया |

क्लोरा और उसकी बहन ने कोई reaction नही दिया |

“क्या तुम अपनी पूरी जिंदगी ऐसे ही लड़ाई के मैदान में निकलाने वाली हो...?” शनाया ने फिर से क्लोरा से सवाल किया |

“यही हमारी किस्मत है...|” क्लोरा का जवाब सटीक था |

“शादी, बच्चे, परिवार...?” शनाया ने आगे सवाल किया |

बहन भी अब क्लोरा को देखने लगी, जो सोच में थी |

“अच्छा, तुम्हारी सेना में सैनिक कितने है...?” तभी लेला ने एक बेवकूफी भरा सवाल किया |

क्लोरा, उसकी बहन के साथ शनाया भी लेला को देखने लगी |

“क्या, ये दोनों वैद है, तो इन्हें पता होना चाहिए...?” लेला को अपने पूछे सवाल पर कोई एतराज नही था |

अगले ही पल क्लोरा का पिता, एक कमांडर और कुछ सैनिको के साथ मानों वहाँ प्रकट होते हुए शनाया और लेला पर तलावर तान लेता है | शनाया पानी में थोड़ा नीचे हो गयी और लेला के हाथ से फिर शक्ति निकलने लगी |

“लगता है, तुम काफी देर से अपनी जगह से गायब हो...?” शनाया उन पर ध्यान ना दे क्लोरा से सवाल करती है |

तभी क्लोरा का हाथ ऊपर उठा और सैनिको की तलवारे नीचे होने लगी |

“क्या बात है, लगता है काफी ऊँची post की वैद हो...?” लेला भी थोड़ा impress हो गयी |

“सेनापति ही, ये हमारी शत्रु है...|” पिता ने क्लोरा से सवाल किया |

“सेनापति...?” सुनते ही लेला के हाथ की शक्ति दौगुनी हो गयी |

मगर शनाया को कोई फर्क ही ना पड़ा हो |

“ये जो भी है, वो कल सुबह होगी...|” क्लोरा शनाया को normal बैठते देखकर “अभी के लिए वो मेरी एक दोस्त है...|”

First time क्लोरा पिता और बहन ने उसके मुहं से एक अलग word सुना था, जो उनके लिए बिल्कुल नया था |

“मगर सेनापति जी, कल के लिए ये हमें काफी जानकारी दे सकती है...|” कमांडर ने तर्क किया |

“अगर ऐसी बात है तो, तुम ही इसे क्यों नही पकड़ लेते कमांडर...?” क्लोरा ने शनाया को देते हुए बोला |

कमांडर तो मानों order का wait कर रहा हो, अगले ही पल उसने अपनी हथेली सामने की | लेला ने अपनी शक्तियों को जैसे ही मोड़ा, शनाया ने उसे रुकने का इशारा किया | कमांडर के हाथ से एक सुनहरी जाल आधा निकलकर बीच में ही रुक गया | हर कोई कमांडर को और क्लोरा शनाया को देख रही थी, जिसने ना के बराबर कमांडर को देखा था | कमांडर ने फिर भी कोशिश की, तभी क्लोरा के जंगल के पीछे से बिगुल की एक आवाज गूंजी |

“हमें चलना होगा दीदी...|” बहन ने बोला |

क्लोरा ने अपने पिता और दूसरे सैनिको को देखा, जो घूमकर खड़े हो गये थे | क्लोरा उठी तो उसकी बहन ने उसे कपड़े पहना दिए |

“क्या तुम्हें मेरे सेनापति होने की जरा सी भी हैरानी नही हुई...?” क्लोरा ने सामने बैठी शनाया से सवाल किया |

“तुम्हारे सख्त हाथ पकड़ते ही मैं समझ गयी थी, तुम वैद नही योद्धा हो...|” शनाया अपनी को हिलाती हुई “मगर तुमने मेरी बीमारी पर एक दम सही जगह हाथ रखा, इसलिए ये भी पता चल गया तुम वैद के खानदान से हो...|”

“अगर दीदी तुम्हारा इलाज गलत कर देती हो...?” बहन ने सवाल किया |

“मैं ही तो अपनी शक्ति से परेशान हूँ, मेरी शक्तियाँ मुझसे परेशान नही है...|” शनाया ने हल्की सी मुस्कान के साथ बोला |

“तुमसे मिलकर अच्छा लगा शनाया...|” सुनकर क्लोरा मुस्कुरा दी |

“मुझे भी...|” शनाया मुस्कुराती हुई “अगर तुम इस युद्ध में बच पायी, तो मेरे साथ ढेर सारा सामान है, तुम्हें देने के लिए...|”

“अगर तुम भी मेरे हाथो से बच गयी, तो तुम्हारी मम्मी से जरुर मिलूंगी...|” कहते हुए क्लोरा अपने रास्ते चलते हुए लेला से “मेरी सेना में 9 लाख सैनिक है, जो हर हथियार और हर जीव को मारने में माहिर है |”

लेला मुस्कुरा दी | बाकी सब भी बिना मुड़ उसके पीछे चल दिए |

“तुम्हें ये किसी भी तरह सेनापति लगती है...?” लेला ने शनाया ने सवाल किया |

“उसने हल्के से दबाव से मुझे दर्द का एहसास करा दिया...|” शनाया क्लोरा के दबाव को याद करते हुए “सोचो वो कितनी powerfull होगी...?”

लेला भी सोचने लगी |

दूसरी तरफ शनाया की शक्ति के बारे में सोचती क्लोरा सैनिको के बीच चलती जा रही थी |

“कल का युद्ध हारने वाले है...|” अचानक ही क्लोरा बोल पड़ी |

हर कोई रुक गया, पिता, कमांडर सैनिक क्लोरा को देख रहे थे |

“ये आप क्या बोल रही है सेनापति जी...?” कमांडर ने थोड़ा हैरानी के साथ बोला |

“वही जो तुमने सुना, ये लड़की पूरी सेना को अकेले मार सकती है...|” क्लोरा थोड़ी बैचेनी में “कुछ सोचना होगा...|”

“क्या आप इस लड़की की ताकत का ज्यादा आकलन नही कर रही है...?” पिता ने सवाल किया |

“आपको क्या लगता है, मैंने उसे बंदी बनाने नही सोची होगी...?” क्लोरा अपने पिता से “उसने मेरी सबसे शक्तिशाली शक्ति को हवा के झोके की तरफ दूसरी side मोड़ दिया |” क्लोरा शनाया की शक्ति का अनुमान लगाते हुए “मैंने अपने पूरे जीवन में इतना शक्तिशाली और मासूम जीव नही देखा है...|” क्लोरा दिमाग में तिगडम लगाती हुई “सलाहकारों की सभा बुलाओ, अभी...|”

“जी सेनापति जी...|” कमांडर ने गर्दन झुकाते हुए बोला |

 

To be continue…
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The best Adventure hind story, शनाया राठौड़ भाग-51 The best Adventure hind story, शनाया राठौड़ भाग-51 Reviewed by Mr.Singh on November 28, 2020 Rating: 5

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