आस्था (A mystery)-29
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Best hindi horror story, आस्था (A mystery) भाग-29 |
Prime minister के निकल जाने के साथ ही आस्था ने फिर से अपने बगल में रखी कुर्सी को देखा, जो कुर्सी कम और एक तरह से पूरे देश की जिम्मेदारी ज्यादा लग रही थी, जिसे देख आस्था थोड़ा ज्यादा ही चिंता में थी |
द्रौण : डर लग रहा है...?
तभी
द्रौण
ने
उसका
ध्यान
तोड़
दिया
| आस्था की
आँखों
की
चिंता
ही
उसके
words थे |
द्रौण
: लगना भी
चाहिए...|”
आस्था
: मैं कैसे...?
तभी
दरवाजे
पर
knock हुई |
द्रौण
: अभी तो
असली
जिम्मेदारी
आयी
ही
नही
है,
अभी
से
डरोगी
तो
कैसे
चलेगा...?
आस्था : Come in...|
मधु
: आप comfortable है...?
आस्था
: होने की
कोशिश
कर
रही
हूँ
|
मधु
को
देखती
हुई
आस्था
ने
एक
लम्बी
साँस
ली
| सुनते ही
मधु
मुस्कुराने
के
साथ
हाथ
में
पकड़े
ढेर
सारी
files को हिलाने
लगी
|
आस्था
: Please don’t say, मुझे ये
अभी
sine करनी है
|
आस्था ने आगे के जवाब के लिए मधु को देखा |
मधु
: जब तक
आप
समझ
नही
जाती,
इनमे
क्या
है,
तब
तक
के
लिए
इन्हें
छोड़
देते
है
|
आस्था
: तो अब
मुझे
करना
क्या
है...?
मधु
: आप ही
बताइये,
क्या
करना
चाहेगी
|
आस्था
: क्या तुम
मुझे
वो
सब
बताओगी,
जो
मुझे
as a director जानना चाहिए
|
मधु
: बिलकुल maim..., जैसा
कि
आप
director बनने से
पहले
यहाँ
काम
करती
थी,
वो
हमारे
काम
का
20 % है |
आस्था
: बाकी 80 % क्या
है...?
मधु
: हमारे पूरी
पुरातन
सभ्यता
में
जितने
भी
ऋषि-मुनियों
ने
शोध
किये
और
खोजे
की
ही,
उनको
खोजना,
संरक्षण
में
रखना
और
गलत
हाथों
में
जाने
से
रोकना,
हमारे
main काम है
|
आस्था
: कैसी खोजे...?
मधु : वही, जो उन्होंने normal peoples से छिपाकर रखा |
आस्था
की
आँखों
अभी
भी
confuse थी, क्योंकि
उसे
अभी
भी
पूरी
बात
समझ
में
नही
आयी
थी
|
मधु
: हमारे पुराणों
में
धरे
सारे
अस्त्रों
का
जिक्र
मिलता
है,
like, ब्रह्मास्त्र, शिवास्त्र,
वैष्णवास्त्र,
ऐसे
ढेर
सारे
अस्त्र
है
|
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Best hindi horror story, आस्था (A mystery) भाग-29 |
आस्था : तो तुम बोल रही हो, आज के time में ये सब मौजूद है |
मधु
: हाँ....!!!!
मधु
ने
दो
पल
सोचने
के
बाद
बोला
| अगले ही
पल
आस्था
हैरानी
में
उछल
गयी
|
आस्था
: What, तुम बोल
रही
हो,
हमारे
पास
ब्रह्मास्त्र,
शिवास्त्र,
वैष्णवास्त्र
है
|
मधु
: मैंने ये
नही
बोला,
मैंने
बोला
इनका
अस्तित्व
है
|
आस्था
: ये सब
तो
मैं
भी
काफी
बार
पढ़ा
है,
ये
सब...|
मधु
: पर हमारे
पास
7561 दिव्यास्त्र है
|
सुनते ही आस्था लडखडा गयी | जिसे देख मधु के चेहरे पर मुस्कान आ गयी |
आस्था
: तुम बोल
रही
हो,
हमारे
पास Russia से ज्यादा
nuclear weapons है ?
मधु
: नही, nuclear weapons तो
खिलौन
है,
वो
तो
कम
है,
हमारे
पास
दिव्यास्त्र
है,
जिनका
तोड़
हर
किसी
के
पास
नही
है
|
मधु
: आपको क्या
लगता
है,
हमारा
ये
department कबसे बना
होगा...?
आस्था
: 1975 or 76...?
आस्था
को
सही
से
ध्यान
से
था
|
मधु
: आप Research and analysis department
की
बात
कर
रही
है
|
मधु
के
चेहरे
पर
मुस्कान
थी,
जिसका
मतलब
था,
ऐसा
बहुत
कुछ
था,
जिससे
आस्था
अनजान
थी
|
मधु
: शस्त्र कुल....!!!!
नाम
आस्था
के
कानो
में
गूंज
रहा
था
|
मधु : जिसे सतयुग में ऋषि विश्वामित्र ने शुरू किया था |
आस्था
को
अभी
विश्वास
नही
हो
रहा
था,
मधु
बोल
क्या
रही
थी
|
मधु
: तब से,
इस
युग
तक
ये
चलता
आ
रहा
है
|
आस्था
: तुम सच
बोल
रही
हो
ना....?
मधु
: आपको क्या
लगता
है,
विश्व
की
सबसे
पुरानी
सभ्यता
ऐसे
ही
अभी
तक
बची
हुई
है
?
आस्था
: क्या मैं
उन्हें
देख
सकती
हूँ....?
मधु
: शायद आप
उनमे
से
कुछ
को
देख
चुकी
है
|
मधु का इशारा शायद, पिछली रात हुई उस लड़ाई पर था |
आस्था
: तुम की
बात
कर
रही
हो....?
मधु
: समझदार को
इशारा
ही
काफी
है...|
आस्था
: अच्छा, वो
सब
कौन
थे...?
मधु : आप उन्हें warrior बोल सकते है...|
आस्था
: वो बुरी
शक्तियों
से
आम
लोगो
को
बचाते
है
|
मधु
: Right...|
आस्था
: उनका boss कौन
है...?
मधु
: Officially तो आप
ही
है,
but....|
आस्था
: क्या मैं
उस
department की detail देख
सकती
हूँ
|
मधु
: कल रात
जो
हुआ,
मुझे
उसकी
report मिली...?
आस्था
: Details please...|
मधु : वो बच्चे अभी नये है, उनमे जोश ज्यादा है और...|
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Best hindi horror story, आस्था (A mystery) भाग-29 |
आस्था
: मुझे details भेजिए
और
साथ
ही
M1 को भी
|
आस्था
की
आँखों
में
अब
order वाले भाव
थे
अब
मधु
सोच
में
खड़ी
थी
| आस्था अपनी
chair पर बैठती
हुई
मधु
पर
ध्यान
नही
दे
रही
थी
| मधु वापिस
चल
दी
|
आस्था
: After lunch हम दूसरे
branches पर discuss करेगे
|
मधु : Yes maim...|
मधु
के
निकल
जाने
के
साथ
ही,
हाथ
बांधे
द्रौण
प्रकट
हो
गया
|
द्रौण
: क्या बात
है,
तुम
तो
एक
दम
से
रंग
में
आने
लगी
हो
|
आस्था
: मुझे तो
कुछ
समझ
में
नही
आ
रहा,
आपको
पता
था,
हमारे
पास
दिव्यास्त्र
है
|
द्रौण
: हाँ, बल्कि
तीन-चार
तो
मैंने
ही
जमा
कराए
थे
|
आस्था
: What...., आपका मतलब
आपके
पास
भी
दिव्यास्त्र
थे....|
द्रौण
: Obviously अगर मैं
इतनी
तपस्या
की
है
तो
मुझे
काफी
शक्तियाँ
तो
मिली
ही
होगी
ना
?
आस्था
के
लिए
सब
कुछ
सच
में
एक
सपने
की
तरह
घट
रहा
था,
इतने
साल,
वो
जिस
संस्था
में
काम
करती
रही,
उसके
पास
भी
इतने
राज
होंगे,
उसे
पता
नही
था
|
द्रौण : जब तुम मधु के साथ उन अस्त्रों को देखने जाओं तो उसे अमोघ को दिखाने के लिए बोलना |
आस्था
: अब ये
क्या
है...?
द्रौण
: जब तुम
देखोगी,
समझ
जओंगी
|
आस्था
: अच्छा आप
तो
सब
जानते
होंगे
ना,
क्या
मैं
मधु
पर
भरोसा
कर
सकती
हूँ
?
द्रौण थोड़ा सोचती आँखों के साथ आस्था को देखने लगा |
आस्था
: मतलब क्या
वो
मेरे
साथ
रामू
और
director जैसा धोखा
तो
नही
करेगी...?
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Best hindi horror story, आस्था (A mystery) भाग-29 |
द्रौण
: अभी तो
तुम्हें
ये
भी
पूरी
तरह
विश्वास
नही
हुआ
है,
मैं
तुम्हारा
पिछला
जन्म
हूँ
|
सुनते
ही
आस्था
की
नजरे
हिलने
लगी,
मतलब
द्रौण
की
बातों
में
सच्चाई
थी
|
द्रौण : तो फिर तुम मेरी बतायी बातों का यकीन कैसे कर लोगी |
अगल
ही
पल
बाहर
lift का दरवाजा
खुला
और
एक
हवा
के
दबाव
ने
बाहर
तरफ
धूल को
उड़ा
दिया
| द्रौण अगले
ही
पल
उस
तरफ
देखने
लगा
| ऊँची hill, white सूट-पैजामी
के
साथ
एक
लड़की
ने
बाहर
कदम
रखा
|
आस्था
: तो फिर
मैं
किस
पर
भरोसा
करूं...?
5’8
के
करीब height, लम्बे सीधे
बाल,
एक
file पकड़े हाथ
की
चटकती
उँगलियों
के
लम्बे
और
नुकीले
किसी
हथियार
की
तरह
लग
रहे
थे
|
जैसे-2 लड़की के कदम आगे बढ़ रहे थे, काम करने वाले आम कलर्क दौडकर अपने room में, peon हाथ की tray को चेहरे पर, सुरक्षा में खड़े commando अपनी gun पर मजबूती से पकड़ बनाये आँखों को बंद किये खड़े रहे |
लड़की के चारों तरफ मानों कोई हवा काम कर रही थी, जो उसके एक-2 कदम के साथ उसके लिए रास्ता साफ कर रही थी |
लम्बी गाढ़ी काली आँखें, धीरे लम्बे काले बाल, उभरा हुआ माथा, लम्बी नाक के साथ, लम्बे पतले होठों को बार-2 खोलती बंद करती लड़की एक room के सामने जाकर रुक गयी |
जैसे-2 लड़की के कदम आगे बढ़ रहे थे, काम करने वाले आम कलर्क दौडकर अपने room में, peon हाथ की tray को चेहरे पर, सुरक्षा में खड़े commando अपनी gun पर मजबूती से पकड़ बनाये आँखों को बंद किये खड़े रहे |
लड़की के चारों तरफ मानों कोई हवा काम कर रही थी, जो उसके एक-2 कदम के साथ उसके लिए रास्ता साफ कर रही थी |
लम्बी गाढ़ी काली आँखें, धीरे लम्बे काले बाल, उभरा हुआ माथा, लम्बी नाक के साथ, लम्बे पतले होठों को बार-2 खोलती बंद करती लड़की एक room के सामने जाकर रुक गयी |
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Best hindi horror story, आस्था (A mystery) भाग-29 |
आस्था : बताइये ना...?
द्रौण
: सबसे पहले
खुद
पर
भरोसा
करों...|
कहते
हुए
द्रौण
पीछे
हटता
हुआ
दीवार
में
समा
गया
| आस्था कुछ
बोलती,
तभी
बाहर
दरवाजे
पर
knock हुई |
आस्था
: Come in...|
आस्था सीधी होकर बैठ गयी | पर दवाजा नही खुला |
आस्था
: I sad, come in...|
तभी
दरवाजा
खुला
और
लड़की
ने
पहला
कदम
room में जैसे
ही
रखा,
लड़की
के
बाल,
कपड़े,
हाथ
की
file पीछे की
तरफ
उड़ने
लगे
| लड़की के
आगे
की
हवा
दरवाजे
के
बाहर
किसी
गोले
की
तरह
फर्श
पर
घूम
रही
थी
|
आस्था
: तो इसलिए,
मधु
तुम्हारे
लिए
argument कर रही
थी...|
आस्था अपने सामने young मधु को देख रही थी, वही शक्ल, वही सूरत | (M1, मधु की बेटी थी)
लड़की
: क्या मैं
अंदर
आ
सकती
हूँ
maim...?
आस्था
: तुम्हारा already एक
पैर
अंदर
ही
है
|
लड़की
: जी...|
लड़की
ने
file आस्था की
तरफ
बढ़ा
दी
|
आस्था
: नाम क्या
है
तुम्हारा...?
लड़की : M1..., maim...?
आस्था
: तुम्हारी शक्ल
को
देखकर
तो
नही
लग
रहा,
तुम
मजाक
के
मुड़
में
होगा
|
लड़की
: जानवी maim...|
आस्था
सामने
खड़ी
जानवी
को
देखती
कुछ
सोचती
हुई
file को खोलने
लगी
|
जानवी : कल रात के लिए sorry maim, वो मैं...|
जानवी
सफाई
दे
ही
रही
थी,
आस्था
ने
हाथ
के
इशारे
से
उसे
रोक
दिया
| आस्था का
चेहरा
देखती
जानवी
के
कानो
में
J1 की बाते
(तू तो
पक्का
बाहर
जाएगी)
गूंजने
लगी
| तभी आस्था
की
table पर रखा
phone बजने लगा
| आस्था अभी
भी
life में busy थी
| जानवी खड़ी
बजते
phone को देख
रही
थी
| तभी आस्था
ने
जानवी
को
देखा
|
जानवी : Maim, phone बज रहा है |
आस्था
: हाँ, मुझे
सुन
रहा
है
जानवी...|
आस्था
की
आँखों
में
गुस्सा
था
|
जानवी
: Oh !!
जानवी
ने
समझते
हुए
phone को उठा
लिया
|
जानवी
: Hello...|
तभी
दूसरी
तरफ
से
आवाज
आयी
|
जानवी : Yes maim...!!!!
अगले
ही
पल
जानवी
के
लगभग
चिल्लाने
ने
आस्था
के
दिल
की
धड़कने
रोक
दी
| आस्था एक
पल
अपनी
आँखे
बंद
कर
फिर
से
जानवी
को
घूरने
लगी
|
![]() |
Best hindi horror story, आस्था (A mystery) भाग-29 |
जानवी : आपके लिए madam M की call है |
जानवी
ने
किसी
योद्धा
की
तरह
एक
दम
कड़क
आवाज
में
बोला
| मगर अगले
ही
पल
उसका
जोश,
आस्था
के
गुस्से
से
भरे
चेहरे
को
देख
फुस
हो
गया
|
जानवी
: मधु madam की
call है main...|
जानवी ने मरी सी आवाज में बोला |
आस्था
: हाँ...?
मधु
: अगर आप
comfortable हो तो,
M1 के साथ
आ
जाये,
मैं
आपको
department में ही
मिलूंगी
|
आस्था
: ठीक है
|
जानवी
मधु
से
बात
करती
आस्था
को
देख
रही
थी
|
मधु : Main वो...|
आस्था
phone रखती हुई
फिर
से
जानवी
को
देखने
लगी
|
आस्था
: Department में चलो
|
जानवी
: जी....., maim...|
कड़क
आवाज
से
शुरू
करती
बात
को
जानवी
normal आवाज पर
ले
आयी
| आस्था file बंद
कर
खड़ी
हो
गयी
| जानवी थोड़ा
पीछे
हट
गयी
| आस्था आगे
बढ़ती
हुई
room से निकल
गयी
और
जानवी
को
उसके
पीछे
|
खाली room में द्रौण खड़ा आने वाली कुछ घटनाओं को पूर्वानुमान लगा रहा था |
खाली room में द्रौण खड़ा आने वाली कुछ घटनाओं को पूर्वानुमान लगा रहा था |
===============
आस्था, जानवी के साथ life में जाकर खड़ी हो गयी | जानवी के आगे हवा का गोला फर्श पर घूम रहा था |
आस्था
: ये हवा
का
गोलों
हमेशा
तुम्हारे
साथ
रहता
है...?
अगले
ही
पल
जानवी
ने
button के ऊपर
लगे
कांच
पर
हथेली
रखी
और
कांच
active हो गया
| ये चीज
भी
आस्था
के
लिए
नयी
थी,
मगर
अब
मानों
उसके
उसके
लिए
ये
सब
बातें
normal हो गयी
|
आवाज : अपनी प्रवेश पहचान बताये...?
जानवी
: M1...|
आस्था
को
देखते
हुए
जानवी
ने
धीमी
सी
आवाज
में
बोला
|
आवाज
: प्रवेश निषेध....|
आस्था : अभी तो मैं कुछ किया भी नही, अब से तुम्हारी entry no होने लगी ?
आस्था
ने
थोड़ा
हैरानी
के
साथ
जानवी
से
बोला
|
जानवी
: M1...!!!
जानवी
ने
फिर
से
कांच
पर
हथेली
रखते
हुए
पूरी
life को आवाज
से
गूंजा
दिया
|
आवाज : आपका स्वागत है, M1....|
आस्था
पीछे
खड़ी
देखती
रही
| जानवी को
तो
अब
अपनी
आवाज
पर
गर्व
भी
नही
हो
रहा
था
| Life चलने लगी,
तभी
आस्था
का
mobile बजने लगा
|
आस्था
: हाँ....?
रवि : कैसा चल रहा है...?
रवि
: Don’t worry, थोडा सा
time लो, सब
ठीक
हो
जायेगा..|
आस्था
: तुम कहाँ
हो...?
रवि
: Office, कुछ paper work करना
है,
शाम
के
time का क्या
plan है...?
आस्था : अभी तो कुछ नही है, तुम बताओ |
रवि
: Dinner के लिए
बाहर
चले...?
आस्था
: घर पर
रहते
है
ना,
वैसे
भी
पूरा
time तो बाहर
ही
रहते
है
|
जवानी
चुप
खड़ी
सुन
रही
थी
|
रवि : As you wish, आज dinner मैं बनाऊंगा |
आवाज
: हम पहुंचने
वाले
है
|
आस्था
: I call you later...|
रवि
: Bye, love you...|
आस्था
call cut कर, एक
खुशी
को
समेटती
जानवी
को
देखती
है,
जो
मानों
सब
कुछ
सुनकर
भी
अनसुना
कर
रही
थी
| एक टन
की
आवाज
के
साथ
lift खुली और
सामने
का
नजारा
आस्था
का
मुहं
सच
में
खुल
गया
|
किसी army base की तरह, उसके सामने कितनी ही advance गाड़ियाँ, इधर से उधर टहलते, जानवी जैसे हाथों में अस्त्र लिए नकाबपोश सैनिक, हवा में घुमती दिव्यशक्तियाँ |
किसी army base की तरह, उसके सामने कितनी ही advance गाड़ियाँ, इधर से उधर टहलते, जानवी जैसे हाथों में अस्त्र लिए नकाबपोश सैनिक, हवा में घुमती दिव्यशक्तियाँ |
जानवी : चले maim...?
आस्था
: हाँ...|
आस्था
ने
जैसे
ही
पहला
कदम
lift से बाहर
निकाला,
मानों
हवा
ने
उसके
लिए
जगह
बना
दी
हो
|
आस्था ने उस पर ध्यान नही दिया, पर जानवी फर्श से लेकर, आस्था के चारों तरफ देख रही थी, हवा में फैली दिव्यशक्तियों ने आस्था के लिए मानों जगह ही खाली कर दी थी |
तभी एक हाथ में file, घुँघराले बाल, चश्मे पहने लड़की आस्था के सामने आकर खड़ी हो गयी |
आस्था ने उस पर ध्यान नही दिया, पर जानवी फर्श से लेकर, आस्था के चारों तरफ देख रही थी, हवा में फैली दिव्यशक्तियों ने आस्था के लिए मानों जगह ही खाली कर दी थी |
तभी एक हाथ में file, घुँघराले बाल, चश्मे पहने लड़की आस्था के सामने आकर खड़ी हो गयी |
लड़की
: Maim, please इन documents पर
sine कर दीजिये,
ये
argent है |
आस्था : क्या है ये...?
आस्था
ने
file के लिय
के
लिए
हाथ
बढाया
तो
|
लड़की
: हटो side...|
परेशान
लड़की
ने
आस्था
को
side कर जानवी
का
रुख
किया
|
आस्था : Oh...!!!
कहते
हुए
आस्था
आगे
बढ़
गयी
| जानवी के
चेहरे
पर
smile थी, जिसका
मतलब
था,
अब
वो
अकेली
नही
है,
जिसका
cortmarsal नही होगा...|
आस्था
ने
चार
ही
कदम
रख
थे,
तभी,
आँखों
पर
चश्मा,
कसी
body के साथ
एक
लडके
ने
उसका
रास्ता
रोक
लिया
|
![]() |
Best hindi horror story, आस्था (A mystery) भाग-29 |
लड़की : तो, कैसी खिचाई की, उस नयी director ने, सुना है, काफी डरपोक है...|
लड़की
ने
हंसते
हुए
जानवी
को
sine करने की
जगह
बतायी
|
लड़की
: Government भी पता
नही,
किस-2
को
director बना देती
है
|
जानवी
: तीन...|
जानवी
लड़की
की
बात
पर
ध्यान
ना
देते
हुए
आस्था
का
रास्ता
रोके
लडके
को
देख
मुस्कुरा
रही
थी
|
लड़की
: What, आपको तीन
दिन
का ultimate दिया है
?
जानवी
; नही, मेरा
अकेला
नही,
तीन
बंदो
का
cortmarsal होगा |
लड़की : किस-2 का...?
जानवी
ने
मासूमियत
भरी
नजरों
के
साथ
लड़की
और
आस्था
का
रास्ता
रोके
लड़के
को
देख
रही
थी
|
लड़की
: ये...?
अपनी
रुकने
के
लिए
झटके
मारते
दिल
को
की
तरह
सभालते
हुए,
लड़की
आस्था
को
देखने
लगी
|
जानवी : आस्था शर्मा, new Director of Research and analysis department of India.
लड़की
के
हाथ
काँपने
लगे
|
लड़का
: Hey sexy, नाम क्या
है
तुम्हारा...?
आस्था
: मैं आस्था,
और
तुम...?
To be continue…
I hope you all like this Best hindi horror story, आस्था (A mystery) भाग-29. So reader, Please comments and share this story with you friends and family and add your valuable thoughts to….!!!
Best hindi horror story, आस्था (A mystery) भाग-29
Reviewed by Mr.Singh
on
February 02, 2020
Rating:

Sir aap avi tin story likh rahe hai. Bholi khushi ka to daily update mil jata ha, par ye or snaya ka update daily nahi to 2 din me ek baar kar dijiye
ReplyDeleteBhai office wala bnda hai thoda rham kro us pr jb dena hoga de dega. Vaise ek baar ne ek hi story chalni chaiye.
DeleteNice part..waiting next part.
DeleteNice part..waiting next part.
DeleteHar story ultimate hai aapki
ReplyDeletejaldi dala kar na kahaniya pratilipi se yha kyn bhag aya dar lg rha tha kya mere se?
ReplyDeleteAstha ab in teeno ke band bjayege
ReplyDeleteAcchi h pr Thora dare se aata h
ReplyDeleteVery nice story.
ReplyDeleteExcellent as always
ReplyDeleteलाजवाब कहानी ,,,जब जब आस्था अपना intro देती है मज़ा आ जाता है।
ReplyDeleteKhani bhut bdhiya h but part jldi uploaded kijiye tb jyada bdhiya ho
ReplyDeletestory bhut achi hai agla part kab tak aayega
ReplyDelete