Behind the story of भोली खुशी part-388
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-388 |
मंदाकनी विराट के साथ dinner की table पर पहुंची तो हैरान रह गयी | कांच की बड़ी सी table पर खाने के अलग-2 पकवान रखे थे | चार servant उनकी सेवा में और सामने पहाड़ी का खुला view दिख रहा था | विराट पहले ही table पर जाकर बैठ चुका था मगर मंदाकनी अभी भी खड़ी थी |
“ये सब कितना romantic है...|” मंदाकनी ने बोला |
“ज्यादा वहम मत पालो...|” विराट उसका ध्यान तोड़ते हुए “आकर चुपचाप खाना खा लो...|”
मंदाकनी विराट को देखती हुई chair पर आकर बैठ गयी | विराट ने अपनी plate सीधी कर ली थी |
“तुम यहाँ अकेले रहते हो...?” मंदाकनी ने भी plate सीधी कर ली |
“हाँ...|” विराट ने plate में खाना डालना चालू कर दिया |
“bor नही होते...?” मंदाकनी पूरे घर को देखकर “इतना बड़ा घर, तुम अकेले, कोई बात करने वाला नही है..|” मंदाकनी विराट को खाता देखकर “कोई girlfriend नही है...|”
“तुम्हें ऐसा क्यों लगता है, मेरी कोई girlfriend नही है...?” विराट ने मंदाकनी की बात का तर्क किया |
“पूरा दिन काम-3, कोई personal call नही, इतना रुखा मिजाज, इतने बड़े घर में अकेले...?” मंदाकनी खाते हुए “कोई पागल भी बता सकते है, जवाब अभी तक single है...|”
विराट ने सिवाए मंदाकनी को घूरने के कुछ नही बोला |
“सच में नही है...?” हैरानी में मंदाकनी ने खाना छोड़ दिया |
“तुम्हें मेरी girlfriend के बारे में जानने का इतना interest क्यों है...?” विराट ने थोडा छोटी आँखों के साथ पूछा |
“बस ऐसे ही, दूसरो की love story सुनने में मजा आता है...|” मंदाकनी अपनी कहोनी पर हाथ टिका विराट को देखने लगी |
विराट ने फिर एक नजर मंदाकनी को देखा, थोड़ा सा uncomfortable feel किया और फिर सीधा होकर खाना खाने लगा |
“तुम इतने handsome, dishing, good looking हो..|” मंदाकनी विराट को देखते हुए “थोड़े अकडू सही, मगर honest हो, ऐसा तो हो ही नही सकता, तुम पर कोई लड़की फिसली ना हो...|”
विराट ने एक नजर मंदाकनी को देखा, फिर गर्दन झुकाकर हल्की सी smile के साथ खाना चालू रखा |
“मतलब सच में थी...?” मंदाकनी ने विराट के हाथ पर हाथ रख दिया |
विराट के हाथ खाने पर रुक गये |
“Sorry...|” मंदाकनी अपना हाथ खीचती हुई “थोड़ा limit से बाहर चली गयी |” मंदाकनी अपने बाल ठीक कर वापिस खाना खाने लगी |
“नीधि नाम था उसका...|” विराट 1 मिनिट की ख़ामोशी के बाद “मेरे साथ बच्पन से पढ़ती थी...|” विराट नीधि को याद करते हुए “पूरे school में मुझे वो एक ही लड़की पसंद थी...|”
मंदाकनी खाना खाती हुई विराट को देखने लगी |
“High school में मैंने उसे kiss किया था...|” विराट खाना रोककर “वो मेरा first kiss था |”
“उसके बाद वो आज तक तुम्हारी girlfriend है...|” मंदाकनी ने story को एक happy end दे दिया |
“नही...|” विराट हल्की सी मुस्कान के साथ फिर से खाना खाते हुए “उसने मुझे थप्पड़ मारा और चली गयी |” विराट फिर से मुस्कुराता हुआ “मैंने 2 साल उसका wait किया, but उसके बाद उसने फिर मुझसे बात नही की...|”
“Kiss के लिए थप्पड़...|” मंदाकनी सोचते हुए “क्या तुमने उसके साथ जबरजस्ती की थी...?”
“No...|” विराट ने आगे बोला |
“शायद वो ज्यादा sentience हो...?” मंदाकनी ने idea लगाया |
“शायद मुझे उस time kiss करना नही आता था...?” विराट के अंदर का बचपना बाहर आ रहा था |
“Really...?” मंदाकनी थोड़ा हैरानी में “अभी भी नही आता क्या...?”
“तुम्हें try करना है...?” विराट ने मंदाकनी को घूरा |
मंदाकनी जवाब की जगह अपनी गर्दन झुका लेती है |
“ज्यादा खाली पुलाव मत बनाओ, खाना खाओ...!!!” विराट ने मंदाकनी को लगभग डांट दिया था |
मंदाकनी चुपचाप खाना खाने लगी |
“खाना सच में काफी अच्छा था...|” मंदाकनी ने विराट से बोला |
“इसने बनाया है...|” विराट ने बगल में खड़े servant की तरफ इशारा कर दिया |
“Thanku madam...|” Servant ने बोला |
“I hope, तुम्हें यहाँ कोई problem ना हो...|” सारे नौकर के जाने के साथ विराट अब मंदाकनी को देखने लगा |
“अब तक तो नही हुई...|” मंदाकनी ने सोचते हुए बोला |
“Ok then...|” विराट time देखते हुए “तुम्हें सोना चाहिए, तुम्हारा room उस side है, कोई problem हो तो मेरा room इस side है...|”
“मुझे तो लगा था, हमारे room साथ में होंगे...?” मंदाकनी room को देखने के बाद विराट को देखने लगी |
“दिमाग में क्या चल रहा है तुम्हारे...?” विराट हाथ बाँधते हुए मंदाकनी को देखने लगा |
“Nothing, बस मैंने अक्सर सुना है, लड़का इतने आलीशान महल जैसे घर में लड़की को लेता है, उसे लग्जरी life दिखता है, wine, romantic dinner, उसके बाद...|”
“उसे अपने room में ले जाता है, उसके बाद पूरी रात उसके साथ sex करके उसे छोड़ देता है...|” विराट ने आगे की कहानी पूरी कर दी |
“हाँ कुछ ऐसा ही...|” मंदाकनी ने सोचते हुए बोला |
“कितने आलीशान महलों में गयी हो अब तक...?” विराट ने सवाल किया |
बात चुभने वाली थी और next step में विराट के चेहरे पर एक खुद्दार लड़की का तमाचा आने चाहिए था |
“अपने घर के बाद ये पहला है, good night...|” फिर भी शालीनता का परिचय देते हुए मंदाकनी अपने room की तरफ चल दी |
“Sorry, थोड़ा गुस्से में हो गया...|” विराट थोड़ा सा अपने words पर सोचते हुए “मुझे ऐसा नही बोलना चाहिए था...|”
“It’s ok विराट, तुम बहुत अच्छे इंसान हो...|” मंदाकनी मुस्कुराते हुए अपने room की तरफ बढ़ गयी |
“अच्छा तुम मुझसे कुछ पूछना चाह रही थी...?” विराट ने सोचते हुए मंदाकनी को रोक लिया |
“फिर कभी...|” मंदाकनी सोचते हुए अपने room की तरफ चली गयी |
विराट अपने room में गया, मगर बेड की जगह उसकी नजर laptop पर थी | विराट ने laptop को छुआ तो उसे party में गोयल को दी warning याद गयी | अगले ही पल उसने laptop और एक चादर को उठाया और बाहर बड़ी से बालकनी की तरफ बढ़ गया | दूसरी तरफ मंदाकनी अपने बेड पर लेटी हुई विराट के ही बारे में सोच रही थी, first day से उसका अकडूपन, उसकी काम करने की लगन, अपनी team को handle करना, लडकियों के साथ उसका व्यवहार और उसका एक अच्छा इंसान होना | विराट अपना laptop खोलकर काम करने लगा था |
“First time ऐसा millionaire देखा है, जो पूरा दिन, पूरी रात काम करता है...?” मंदाकनी night dress में बालकनी के दरवाजे पर खड़ी थी |
“पहाड़ों पर रातें थोडा ठंडी होती है, तुम्हें ऐसे नही घूमना चाहिए...|” विराट एक नजर मंदाकनी पर मारने के साथ वापिस काम पर लग गया |
पास आती मंदाकनी ने विराट के बगल में रखी चादर उठाकर ओढ़ी और विराट के बगल वाले सोफे पर बैठ गयी |
“नींद ना आने की कोई खास वजह...?” विराट ने laptop से ध्यान नही हटाया था |
“अनजान जगह...|” मंदाकनी ने जवाब देने के साथ “तुम क्यों नही सो रहे हो..?”
“मेरा target बहुत बड़ा है और मेरे पास time बहुत कम है...|” विराट एक नजर मंदाकनी को देखते हुए “इसलिए 24 घंटे भी मेरे लिए कम है...|”
“इस तरह तो जल्दी थक जाओगे...|” मंदाकनी ने सवाल किया |
“कुछ चीजे होती है, जो आपको ना तो चैन से बैठने देती है, ना ही आपको थकने देती है...|” विराट गोयल के बारे में सोचते हुए “मेरे साथ दोनों है...|”
“क्या कुछ ऐसा है, जिसे share किया जा सकता है...?” मंदाकनी शायद विराट ने दिल में झाकने की कोशिश कर रही थी |
“5 साल पहले football का champion था, मेरा New York junior football team में selection होने वाला था...|” विराट कुछ देर अपना काम रोकने के साथ “मैं अपने dad के साथ एक business party में गया था, जहाँ किसी ने मेरे dad की insult कर दी थी |”
“और तुम्हारे dad ने उसे सबक सीखने के लिए तुम्हारी football छुडवाकर तुम्हें business में डाल दिया...|” मंदाकनी थोडा गुस्से में “ये dad भी ना...|”
“मैंने पूरी party के सामने उसे मारा और warning दी, जब तक मैं उसे सड़क पर नंगा खड़ा नही कर दूंगा, मैं चैन से नही बैठुगा...|” विराट ने कहानी ही उलट दी |
मंदाकनी हैरानी में विराट को देख रही थी |
“बस, उसी काम में लगा हूँ...|” विराट फिर से laptop में लग गया |
“ये सच में पागलपन है विराट...|” मंदाकनी अपने दिमाग को हिलाता देख “I mean, तुम्हारी football के लिए महेनत, तुम्हारे dream, तुम्हारे medals...|”
“मैंने सबको आग लगा दी...|” विराट normal reaction के साथ “मेरे dad की इज्जत से ऊपर मेरे लिए कुछ नही है...|”
“तुमसे एक बात पूछ सकती हूँ...?” मंदाकनी ने विराट से सवाल किया |
“पूछो...?” विराट ने नजरें laptop पर रखते हुए बोला |
“तुमने मुझसे sex के बारे में क्यों पूछा था...?” मंदाकनी ने सवाल किया |
“मैंने तुमसे ज्यादा खुबसुरत लड़की आज तक नही देखी, इसलिए पूछ बैठा...|” विराट हल्की सी मुस्कान के साथ बोला |
“अगर मैं उस time हाँ कर देती तो...?” मंदाकनी ने आगे सवाल किया |
“सोचा नही था...|” विराट बोलते हुए अपने काम में लग गया |
विराट की बात को सोचकर, एक पल बाद मंदाकनी चादर के साथ उठकर विराट को बाँहों में लेते हुए सोफे पर ही लेट गयी |
“Listen...|” विराट बोलने लगा |
मगर मंदाकनी ने उसके होठो पर हाथ रख दिया | अपनी नीली, नशीली आँखों के साथ मंदाकनी विराट की तरफ बढ़ने लगी |
“मुझे सच में kiss करना नही आता...|” विराट बोल पड़ा |
“मैंने ढेर सारी movies देखी है, मैं सीखा दूंगी...|” मंदाकनी ने अगले ही पल विराट के होठो पर अपने होठ रख दिए |
विराट ने मंदाकनी की कमर को जकड़ लिया |
“तुम्हारी पकड़ बहुत strong है...|” अगले ही पल मंदाकनी के चेहरे पर दर्द के भाव उभर गये |
“जानता हूँ...|” कहते हुए विराट ने मंदाकनी को नीचे ले लिया |
Morning में मंदाकनी विराट के बेड पर उठकर बैठती हुई अंगड़ाई लेती है तो उसकी पूरी body में था | उसके हाथ, कंधे, गर्दन, सीने पर काफी निशान थे | अपनी body के निशानों को देखती हुई मंदाकनी ने विराट को देखा, जो अभी भी सो रहा था | मंदाकनी उठकर बाहर जाने लगी |
“Bathroom उस side है...|” विराट ने दूसरी तरफ हाथ से इशारा किया |
“Thanks...|” कहते हुए मंदाकनी दूसरी side चल दी |
“Welcome...|” विराट ने करवट ले ली |
“विराट, I hope तुम इस सबको emotionally नही लेगो...?” मंदाकनी ने bathroom के दरवाजे पर रुकते हुए बोला |
“No...|” सुनी आँखों के साथ विराट सामने वाली दीवार को देखते हुए बोला |
“Thanks...|” कहते हुए मंदाकनी bathroom की तरफ बढ़ गयी |
“तुम्हारा भी thanks, मुझे बहुत कुछ सीखने के लिए...|” विराट भी बोलकर बेड से उठकर बाहर की तरफ चल दिया |
Present में विराट और मंदाकनी अलग होते हुए यादों से बाहर आ गये | खुशी अभी भी विराट को देखे जा रही थी, उसने अब तक कभी भी विराट को किसी दूसरी औरत के इतना close नही देखा था |
“इटली के बाद तुम आज दिखी हो, ये look, ये बच्चा, ये सब...?” विराट के मन में हजार सवाल थे, पर वो पूछ नही पा रहा था |
“हम तो always तुम्हारे आस-पास ही थे, मगर तुम्हारा मुकाम ही इतना ऊँचा है कि...|” मंदाकनी अब खुशी को देखने लगी थी |
“तुमने मेरे इटली से वापिस आने के बाद, कभी मुझसे contact क्यों नही किया...?” विराट पूरी तरह मंदाकनी की तरफ घूम गया था, जिससे मंदाकनी को छोड़ खुशी को उसकी आँखों के भाव ना दिखे |
“एक तुम्हारी ही life में मुसीबतें नही है....|” विराट के भाव समझते हुए मंदाकनी मुस्कुरा दी |
“Mom, ये handsome uncle कौन है...?” खुशी की गोद में हिलते लडके ने सवाल किया |
“तुम्हारी mom का old friend...|” विराट ने फिर से लड़के का गाल छुआ |
“तो old friend, mom से बोलो ना, मेरी property को हड़पने की planning ना करे और मुझे chocolate खाने दे...|” लडकें ने बोला |
“इस छोटी लोमड़ी का बाप कौन है...?” विराट ने लड़के की बात सुन मंदाकनी को देखा |
“तुम reports से पहले ही बाहर क्यों आ गयी...?” तभी बगल के room से अर्जुन एक file के साथ निकलकर बाहर आ गया |
झटका खाता विराट, हैरान खुशी और दोनों सदमों के साथ अर्जुन, खुशी और विराट को देखने लगा |
“ये है...|” मंदाकनी ने अर्जुन की तरफ इशारा किया |
“ये कमीना...?” विराट का सुर थोडा ऊँचा था |
“विराट...!!” मंदाकनी ने विराट की बात का हल्का सा विरोध किया |
“इसी से ऐसे बच्चे की उम्मीद की जा सकती है...|” तभी विराट का mobile बजने लगा |
अर्जुन तो समझा ही नही था, मामला क्या है |
“जाना होगा...|” विराट mobile वापिस जेब में रख वापिस मंदाकनी के गले लग “तुम dinner पर आ रही हो, इसे भी लेते आना...|” विराट ने अर्जुन को देखते हुए खुशी का रुख किया |
जो अभी भी अपनी ईर्षा से दूर सोच के घोड़े दौड़ा रही थी |
“अब चले...?” विराट ने खुशी को मानों जगाया |
खुशी बच्चे को पकडती मंदाकनी और पीछे खड़े सोचते अर्जुन को देखते हुए विराट के पीछे चल दी |
“विराट ठाकुर, आपका दोस्त है...?” अर्जुन जाते विराट और खुशी को देखते हुए मंदाकनी से “ये कब हो गया...?”
“बहुत पुरानी बात, फुर्सत में बतायेगे...|” कहते हुए मंदाकनी लडके के साथ आगे बढ़ गयी |
अर्जुन अभी भी सोच रहा था |
To be continue…
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-388
Reviewed by Mr.Singh
on
December 04, 2020
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Excellent story as always and eagerly waiting to read the next update
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