Behind the story of भोली खुशी part-385
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-385 |
New York में गाड़ी घर के सामने आकर रुकी, मगर ना तो तुषार नीचे उतरा ना ही Ice ही |
“आपने Sandy को वहाँ रहने के लिए बोलकर ठीक नही किया dad...|” Ice फिर से आँखे पौछती हुई “उस doctor की जरूरत थी और आपने...|”
“माँ-बाप से बहेतर अपनी औलाद को कोई नही जानता...|” तुषार बिल्लों का समान करने के लिए खुदको ready करते हुए “मुझे पता है, मैंने क्या किया है...|”
“Sandy के बारे में मैं mom से झूठ नही बोल सकती...|” Ice फिर से रोने लगी |
“अगर तू चाहती है, तेरी mom और सुंदर, दोनों जिंदा रहे तो, ये करना ही पड़ेगा...|” कहते हुए तुषार नीचे उतरकर अंदर की तरफ चल दिया |
Ice अभी भी गाड़ी में बैठी थी |
घर के अंदर बिल्लों बाकी पूरी family के साथ टीना, उसके बच्चे और प्रेम के hologram के साथ बैठे थे | टीना का बच्चा, अपने छोटे-2 हाथ-पांव को हिलाता हुआ अपने छोटे से मुहं को खोल रहा था, जिससे वहाँ मौजूद हर कोई बहुत खुश हो रहा था |
“ये बिल्कुल मुझ पर गया है...|” ईशा प्रकाश को छूती हुई बोली |
“नही, ये uncle पर गया है...|” गौरव ने कृष्णा की तरफ इशारा किया |
“इसके दादा बोलते है, ये उन पर गया है...|” टीना ने बोला |
“ये उन्ही पर गया है...|” प्रेम ने अपने dad का support किया |
टीना मजाक में उसे मारती है | बिल्लों सबके साथ मुस्कुराती हुई अपनी आँखों में पोते-पोतियों का सपना संजोये टीना के बेटे को देख रही थी |
“क्या हो रहा है यहाँ...?” तभी तुषार की entry हुई |
“बड़े पापा...|” टीना उस तरफ देखा |
“कहाँ है मेरा नाती...?” तुषार normal रहने की कोशिश के साथ टीना के बेटे को छूता है |
“बड़े पापा, आप बताइये ना, इसकी शक्ल किससे मिलती है...?” ईशा ने पूछा |
अब तक आँखे साफ कर Ice ने भी entry ले ली थी | बिल्लों सबकी बातें छोड़ Ice को देखने लगी, जिससे साफ़ पता चल रहा था, वो normal नही थी | बिल्लों उसके चेहरे को देखते हुए समझ गयी थी, उसने party में कुछ गडबड कर दी होगी |
“Ice, सुना है आज ससुराल वालो की party में गयी थी...?” टीना ने बच्चे को हिलाते हुए सवाल किया |
Ice चुपचाप आकर बिल्लों के पास बैठ गयी |
“और इसका उतरा हुआ चेहरा बात रहा है, वहाँ कोई गडबड हो गयी...?” शालनी ने जवाब दिया |
“क्या हुआ वहाँ...?” बिल्लों ने Ice के चेहरे को पकड़ते हुए सवाल किया |
Ice ने मुहं नही खोला |
“क्या हुआ वहाँ...?” बिल्लों ने तुषार को देखा |
“कोई दादी अम्मा ने इसे कोई संस्कार का पाठ सुना दिया तो इसकी सास उस अम्मा पर भड़क गयी...|” तुषार Ice को चुप देखकर “बस इसे लग रहा है, इसकी वजह से वो सब हुआ...|”
“ऐसी बातों को दिल पर मत लिया कर...|” नंदनी बेफिक्री के साथ “ये बूढ़े होते ही ऐसे है...|”
“अच्छा...?” बिल्लों ने नंदनी को घूरा |
नंदनी ने चेहरा घुमा लिया |
“कोई बात नही बेटा, life में ऐसा भी होता ही रहता है...|” कहते हुए बिल्लों ने Ice के सर को चूमते हुए तुषार से “क्या सुंदर plane में बैठ ली...?”
Sandy का नाम सुनते ही Ice से काबू नही हुआ और वो अपने room की तरह दौड़ गयी |
“जिदंल से बात नही हुई मेरी...|” तुषार सबका ध्यान खींचते हुए “शायद network का issue है, कुछ देर के बाद try करूंगा...|”
बिल्लों तुषार को देखती रही और बाकी सब आपस में बातें करते रहे |
रात के time तुषार बेड पर बैठा Sandy की हालत के बारे में सोच रहा था | तभी बिल्लों अंदर आ गयी, मगर तुषार का ध्यान नही टूटा | बिल्लों उससे देखती हुई अपने कपड़े change करने चली गयी, जब वो वापिस आयी तो भी तुषार वैसे ही बैठा था |
“सुंदर कहाँ तक पहुंची...?” बिल्लों ने तुषार का ध्यान तोड़ दिया |
“क्या...?” तुषार लगभग जागा था |
इस बार बिल्लों ने तुषार से सवाल नही किया, खाली उसकी आँखों में देखती रही |
“Sorry, वो आयशा के ससुराल वाले...|” तुषार बोलने लगा |
“आयशा की सास से बात हुई थी मेरी...|” बिल्लों ने तुषार को देखते हुए पहले ही बोल पड़ी |
अब तुषार के पास बोलने के लिए कुछ नही था और बिल्लों उसके बोलने का wait कर रही थी |
“सुंदर कहाँ है तुषार...?” बिल्लों ने सीधा सवाल किया |
तुषार के अंदर एक युद्ध चल रहा था, वो किस मुहं से ये बोले, उसकी बेटी खुद को torcher देकर खुद को normal करने की कोशिश कर रही थी |
“वो ठीक तो है ना...?” अब बिल्लों की आवाज में हल्का सा कम्पन आ रहा था |
“वो ठीक है...|” तुषार उसके हाथ पर हाथ रखते हुए “वो अपने project में लगी हुई है तो...|”
“उसने आने से मना कर दिया...?” बिल्लों ने थोड़ा normal होते हुए बोला |
“हाँ...|” तुषार बिल्लों के हाथ पर दूसरा हाथ रखते हुए “मैं बस इसी tension में था, तुम्हें कैसे बताऊंगा...?”
“तो क्या वो मुझसे बात भी नही कर सकती...?” बिल्लों तुषार के कंधे पर सर रखते हुए “मुझे उसकी फिक्र लगी रहती है |”
“उसका project कुछ खास है...|” तुषार Sandy के बारे में सोचते हुए “वहाँ उसे बात नही करने देते...|”
“वो ऐसी क्यों है तुषार...?” बिल्लों तुषार के कंधे लगी रही |
“शायद हम दोनों की बेटी होने का फल भुगत रही है...|” तुषार ने अपनी बैचेनी को साँस के साथ बाहर निकाल दिया |
बिल्लों को शायद नींद आ रही थी, जिस वजह से उसने ध्यान से नही सुना और तुषार Sandy के बारे में सोचता रहा |
दूसरी तरफ विराट और खुशी doctor के पास बैठे थे और doctor सामने रखी reports को देख रही थी |
“सब ठीक तो है ना doctor...?” अपने अंदर एक अनजाने से डर के साथ विराट बोला |
खुशी अजीब नजरों विराट को देखने लगी |
“सब ठीक है Mr. विराट...|” Doctor ने file बंद करते हुए विराट को देखा |
Doctor में मुहं से सुनकर विराट tension को साँस एक साथ बाहर निकालकर वापिस खुशी को देखने लगा |
“But...|” Doctor ने आगे बोला |
तो विराट के माथे पर फिर से लकीरें पड़ गयी | विराट और खुशी दोनों एक-दूसरे को देखते हुए वापिस doctor को देखने लगे |
“Relax...|” Doctor उनके serious चेहरे को देखने के साथ मुस्कुराते हुए “इनके अंदर थोड़ा खून की कमी हो गयी है, मैं medican लिख रही हूँ, जल्दी normal हो जायेगा...|”
विराट वापिस खुशी को घूरने लगा, जो मुहं बनाती हुई सामने देखने लगी |
“वैसे Mr. विराट, आप hologram वाली technology public के लिए कब तक ला रहे है...?” Doctor अपने बालों पर हाथ मारते हुए सवाल करती है |
जिसे देख खुशी के तन-बदन में आग लग गयी |
“हम war level पर उसका production कर रहे है, we hope...|” विराट बोल ही रहा था |
“Next year तक...|” खुशी बीच में बोल पड़ी |
विराट खुशी को देखने लगा, जो गर्दन ताने सामने देख रही थी |
“It’s ok, we are waiting...|” अपनी मोहक मुस्कान के साथ doctor “मैंने medican लिख दी है, साथ ही ये मेरा number है...|” Doctor विराट ध्यान पर्चे पर देखने के साथ “आपको कोई भी issue हो, call me...|”
खुशी गुस्साई नागनी की तरह doctor को देखने के साथ विराट को देखने लगी, जिसका हाथ उस पर्चे की तरफ बढ़ रहा था | खुशी बस wait कर रही थी, कब विराट उस पर्चे को छुए और वो अपने पत्थर वाले रूप में आकर विराट पर बरसे | विराट की किस्मत कहे या उस doctor की, विराट ने पर्चे क छूने से पहले ही एक बार खुशी की तरफ देख लिया, फिर क्या था, आगे बढ़ता हुआ विराट का हाथ पीछे की तरफ खींचने लगा |
“Any thing worng...?” Doctor ने खुशी को देखते विराट से पूछा |
“Thanku...|” खुशी पर्चे को मुट्ठी में दबाकर विराट का बाजू पकड़ बाहर की तरफ चल दी |
“Thanku doctor...|” विराट खुशी के साथ खींचता हुआ बाहर की तरह चल दिया |
Doctor सोचती रही |
“क्या पागलपन था ये...?” Doctor के room से बाहर आते हुए विराट ने खुशी से बोला |
“उस doctor को जिंदा देखना है तो, अपना मुहं बंद रखो...|” खुशी ने झटके से विराट को देखा |
फिर से विराट की बोलती बंद हो गयी थी, खुशी के चेहरे पर कोई भाव नही था, जिसका मतलब पत्थर खुशी उस पर हावी थी | तभी एक छोटा सा लड़का खुशी के पैरों से आकर टकरा गया |
“अरे बेटा...|” खुशी वापिस normal होकर लडके को गिरने से पहले ही रोक लेती है |
दूध सा गोरा लड़का, अपनी छोटी और नीली आँखों के साथ खुशी को देखने लगा |
“आपको चोट तो नही आयी बेटा...?” खुशी ने उसे गोद में उठा लिया |
छोटा ना लड़का अपनी गर्दन ना में हिला देता है | विराट भी उस प्यारे बच्चे को देख मुस्कुरा देता है |
“आपके mom-dad कहाँ है बेटा...?” खुशी ने उसे गोद में हिलाते हुए सवाल किया |
“मैंने उन्हें छोड़ दिया...|” बच्चे ने तुतलाती हुई आवाज में पूरे attitude के साथ हाथ बांध लिए |
लडके के मुहं से ऐसी बात सुनकर खुशी और उसके बगल में खड़ा विराट भी हैरानी में आँखे बड़ी कर लेता है |
“ऐसा क्या हुआ बेटा, जो तुमने mom-dad को ही छोड़ दिया...?” विराट ने हैरानी एक साथ सवाल किया |
“वो एक number के कंजूस है और मेरी property को हडपना चाहते है...|” लडके ने बोला |
इतने छोटे लडके के मुहं से ऐसी बात सुनकर विराट को धस्का आ गया | खुशी को तो समझ में ही नही रहा था, वो क्या react करे, इतना छोटा सा लड़का और ऐसी बातें...? खुशी हैरानी के साथ विराट को देखने लगी |
“ये कोई normal बच्चा नही है...|” विराट ने खुशी से बोला |
“आपको पता है, मेरे dad महीने में करोड़ो रूपये कमाते है, मेरी mom भी बहुत अमीर है, उसके बाद भी दोनों मेरी property के पीछे पड़े रहे है...|” लड़का फिर से दोनों का ध्यान अपनी तरफ खीचते हुए “मुझे chocolate के लिए पैसे नही लेने देते, बाहर घुमने भी जाने नही देते, मेरे friends को भी मुझसे दूर रखते है...|”
“Chocolate के लिए mom-dad के छोड़ना अच्छी बात नही है...|” खुशी बच्चे के गाल को हिलाती हुई “चलो हम तुम्हें दिलाते है...|”
खुशी बगल में लगी एक machine से बच्चे को chocolate लेकर बच्चे को देखने लगी |
“इसके दांतों में cavity हो गयी है, इसलिए इसे chocolate नही लेने देते...|” तभी पीछे से एक औरत आवाज आयी |
खुशी वो विराट पलटे तो हाथ में बैग, खुले लम्बे बाल, चमकदार महंगी साड़ी पहने, हाथ में बैग लटकाये वही औरत सामने खड़ी थी, जिसे खुशी ने अर्जुन के साथ market में देखा था |
“आप...?” खुशी एक ही नजर में औरत को पहचान गयी |
“मंदाकिनी...?” विराट के मुहं से निकल गया |
“विराट ठाकुर....?” औरत मनमोहनी वाली smile के साथ विराट को देखने लगी |
विराट आगे बढ़कर औरत को कसकर गले लगा लेता है | खुशी दिमाग के उसे fuse के साथ विराट और औरत को देख रही थी |
To be continue…I hope you all like this story Love story, Behind the story of भोली खुशी part-385. So reader, Please comments and share this story with you friends and family and add your valuable thoughts to….!!!
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-385
Reviewed by Mr.Singh
on
December 01, 2020
Rating:
Excellent story as always and eagerly waiting to read the next update
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Always 💜💜💜💜💜💜💜💜U Boss