Behind the story of भोली खुशी part-137
![]() |
“What...?” प्रेम,
टीना
को
घूरते
देखकर
“Coffee
भी
ना
पियूं...?”
“मुझे
तुम
सच
में
बड़े
गंदे
लगते
हो,
जब
सब
कुछ
जानकर
भी
अनजान
बने
रहने
का
नाटक
करते
हो...|”
टीना
की
आवाज
से
भी
गुस्सा
निकल
रहा
था
|
“अब
ज्यादा
भाव
मत
खाओ,
खुशी
को
normal
लड़की
कैसे
बनाना
है
ये
बताओं...|”
टीना
ने
अपने
सामने
रखी
coffee
पर
नजर
मारने
के
साथ
पूछा
|
“देखो...|”
टीना,
प्रेम
को
मारने
के
लिए
कुछ
ढूंढने
लगी
|
प्रेम पर कोई फर्क नही पड़ा |
“मैं
उसके
पागलपन
को
लेकर,
अपने
भाई
को
और
पीटते
नही
देख
सकती...|”
टीना
गुस्से
में
“इसलिए,
please...|” टीना हाथ
जोड़ते
हुए
“कोई
solution
बताओ...|”
प्रेम
ने
मानों
फिर
टीना
को
नजरंदाज
कर
दिया
|
“Fine, अब
तुम
मुझसे
प्यार
नही
करते...|”
टीना
उठती
हुई
“मैं
खुद
ही
कोई
तरीका
ढूंड
लूंगी...|”
प्रेम
पर
अभी
भी
कोई
फर्क
नही
पड़ा
|
टीना
गुस्से
में
वहाँ
से
चली
गयी
|
“दोस्त
सही
बोलते
थे...|”
प्रेम
बडबडाते
हुए
“शादी
करते
ही
life
कुत्ते
जैसी
हो
जाती
है,
wife को खेलना
हो
तो, tome, शोना और
काम
निकलते
ही...|”
प्रेम
गर्दन
झटकते
हुए
जैसे
ही
हल्का
सा
मुस्कुराया
|
![]() |
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-137 |
टीना
फिर
से
रोनी
सी
सुरत
के
साथ
उसके
सामने
आकर
बैठ
गयी
|
प्रेम
एक
लम्बी
से
साँस
के
साथ
फिर
से
उसे
देखने
लगा
|
“बोला
ना
please...|”
टीना
ने
नाक
चढ़ाते
हुए
पूछा
|
“तुम्हें
चोट
लगने
के
डर
से,
बचपन से
अगर
तुम्हारी
mom
तुम्हें
कभी
नीचे
ही
नही
उतारती
तो
क्या
होता...?”
प्रेम
ने
टीना
पर
अभी
भी
ध्यान
नही
दिया
|
“मतलब...?” टीना समझ नही पायी |
“तुम्हें
चोट
लगने
के
डर
से,
बचपन
से
अगर
तुम्हारी
mom
तुम्हें
कभी
नीचे
ही
नही
उतारती
तो
क्या
होता...?”
प्रेम
ने
सवाल
को
दोहराया
|
“शायद
मैं
कभी
चल
नही
पाती...|”
टीना
ने
सोचने
के
बाद
सवाल
किया
|
“खुशी
को
अब
गोद
से
उतारने
का
time
आ
गया
है...|”
प्रेम
ने
अभी
भी
टीना
को
नही
देखा
|
टीना
अभी
भी
बात
की
detailing
के
लिए
चुप
थी
|
“जब
तक
वो
खुद
problems
को
face
करना
नही
सीखेगी,
तब
तक
वो
बातों
को
serious
नही
लेगी...|”
प्रेम
ने
आगे
बोला
|
“पर कैसे...?” टीना ने फिर से सवाल किया |
“Simple, उसे
safe
zone से निकला
दो...|”
प्रेम
ने
words
को
लापरवाही
में
बोला
|
टीना
ने
अभी
भी
बोलने
से
ज्यादा,
सोचने
को
महत्व
दिया
|
“उसे
अपना
अच्छा-बुरा
खुद
decide
करने
दो...|”
प्रेम
अपनी
chair
पर
पीछे
की
तरफ
लेटते
हुए
“वो
समझदार
हो
जाएगी
|”
“अगर
उसने
खुद
को
ही
नुकसान
पहुंचा
लिया
तो...?”
टीना
की
आँखों
में
एक
माँ
जैसी
चिंता
झलकने
लगी
|
![]() |
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-137 |
प्रेम
ने
टीना
के
सवाल
या
उसकी
चिंता
पर
कोई
reaction
नही
दिया,
उस
पता
था,
ये
स्वभाविक
है
|
प्रेम
की
तरफ
से
जवाब
ना
आपने
पर
टीना
मन
में
ही
अपने
सवाल
पर
तर्क
करने
लगी
|
“खुशी
gold
की
तरह
है...|”
प्रेम,
टीना
की
सोच
को
तोड़ते
हुए
“जो
मुसीबत
की
आग में
ज्यादा
निखरती
है,
जैसे
कि
college
की
बदनामी
ने
उसके
अंदर
छिपे
एक
बेहतरीन
कलाकार
को
बाहर
निकाल
दिया
|”
टीना
ने
एक
नजर
प्रेम
को
देखा
और
वापिस
सोचने
लगी
|
“Problem solve...|” प्रेम ने अपनी बात खत्म कर दी |
टीना
पूरी
बात
समझ
जाने
के
बाद,
table पर कोहनी
रख,
शिद्दत
भरी
नजरों
से
प्रेम
को
देखने
लगी
|
“ये
हर
बार
औरतों
वाली
चालकी
भरी
चाले
मत
दिखाया
करो...|”
प्रेम,
टीना
की
आखों
में
उमड़
रहे
प्यार
को
देखते
हुए
बोला
|
“क्यों,
तुम्हारे
पास
पास
इनका
तोडा
नही
है,
इसलिए...?”
टीना
ने
होठो
से
kiss
का
इशारा
करते
हुए
बोला
|
प्रेम
ने
कोई
जवाब
नही
दिया
|
प्रेम
कितना
भी
smart
क्यों
ना
हो,
पर
टीना
के
प्यार
के
सामने
सब
एक
side
करके
रख
देता
है,
जिसे
टीना
भी
अच्छी
तरह
जानती
है
और
वो
हर
बार
इसी
बात
का
फायदा
उठाकर
प्रेम
से
अपने
काम
निकाल
लेती
है
|
“बस
एक
बात
का
ख्याल
रखना...|”
प्रेम
वापिस
टीना
का
ध्यान
खींचते
हुए
“Gold
को
उतना
ही
तपाना
चाहिए,
जिससे
वो
आकर
ले
सके,
अगर
ज्यादा
किया
तो...|”
![]() |
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-137 |
“करना
क्या
है...?”
अब
टीना
को
एक
warning
भी
मिल
चुकी
थी
|
=============
दूसरी
तरफ
खुशी
एक
तो
विराट
को
लेकर,
दूसरा
टीना
को
लेकर
परेशान
ऊपर
से
प्रताप
की
tension
लिए
प्रताप
के
घर
में
ही
टहल
रही
थी
|
“आप
मुझे
call
करके
भी
तो
बुला
सकते
थे
भैया
|”
खुशी
ने
kitchen
में
खाना
बनाते
प्रताप
से
बोला
|
“तुम्हें
idea
भी
नही
है
तुम्हें
लेकर
मुझ
पर
कितना
pressure
है
|”
सलाद
की
plate
उठा
table पर
रखते,
प्रताप
ने
खुशी
को
देखकर
“तुम्हारे
mom
– dad ने मेरा
साँस
लेना
भी
मुश्किल
किया
हुआ
है,
अगर
तुम
इस
तरह
की
हरकत
करोगी
तो...|”
“मैंने
पूछा
आपको
hostel
में
आने
की
क्या
जरूरत
थी...?”
खुशी
पर
मानों
प्रताप
की
बातों
का
कुछ
असर
ही
ना
हुआ
हो,
उसे
बस
टीना
का
गुस्सा
और
आने
वाले
तूफ़ान
का
डर
था
|
“मैं
तुम्हारे
लिए
Worry
हूँ...|”
प्रताप
एक
पिता
जैसे
कडक
भाव
के
साथ
“साथ
ही
इस
college के
लिए
भी,
तुम्हें
अंदाजा
भी
है
तुम्हारी
इस
बेवकूफी
का
पूरे
college
पर
असर
क्या
होने
वाला
है
?”
खुशी
प्रताप
से
नजरे
चुरा,
पिछली
घटना
को
सोचने
लेगी
पर
उसकी
आँखों
में
अपने
किये
का
कोई
असर
नही
था
|
उसे
बस
विराट
पर
गुस्सा
था,
जिसे
उसने
कम
नही
होने
दिया
|
“कुछ
ही
दिनों
में
तुम
national
drama के लिए
जाने
वाली
हो
|”
प्रताप
खाने
की
plate
table पर रखते
हुए
“तुम
जानती
हो
इस
time
ये
play
तुम्हारे
लिय
क्या
मायने
रखता
है
?”
“कुछ
खास
नही...|”
खुशी
ने
अपना
भोलापन
फिर
से
सामने
रख
दिया,
उसके
दिमाग
में
तो
बस
विराट
से
चिपकना,
उसके
साथ
अपने
ससुराल
जाना
और
ढेर
सारे
बच्चे
घूम
रहे
थे
|
“तुमसे
बात
कर
रहा
हूँ...|”
प्रताप
उसे
जगाते
हुए
“ये
play
तुम्हारी
life
को
एक
नया
मोड़
देने
वाला
है
खुशी....|”
प्रताप
ने
मुस्कुराते
हुए
बोला
|
![]() |
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-137 |
खुशी के होठ तो नही हिले पर आँखे ‘क्यों’ का सवाल कर रही थी | तभी प्रताप का mobile बजने लगा |
“हाँ...|”
डीन
वाले
अंदाज
में
call
receive करते हुए
प्रताप
ने
बोला
|
“Sir Speedy ने
अपने
साथियों
के
साथ
मिलकर
विराट
को
काफी
मारा
है,
वो
hospital
में
है....!!!!”
Peon की काँपती
सी
घबराती
आवाज आयी
|
अगले
ही
पल
प्रताप
के
face
पर
serious
expression उभर गये
|
“फिर
से
किसी
ने
पंगा
कर
दिया...|”
खुशी
मन
में
बडबडाती
हुई
बोली
|
“I just come...|” शांत
भाव
के
साथ
खुशी
को
देखते
हुए
प्रताप
ने
बोला
|
“What’s happened...?” खुशी
ने
table
पर
रखी
फलों
की
basket
में
रखे
अंगूर
उठाते
हुए
पूछा
|
“Nothing, कुछ
argent
काम
आ
गया
है,
I have to go...|” प्रताप अंदर
कमरे
में
चला
गया
|
“क्या
मैं
भी
चलूँ...?”
खुशी
हाथ
उठा
खाने
की
table
से
उठने
लगी
|
प्रताप
कोई
जवाब
ना
दे,
room में चला
गया
|
खुशी
ने
खाने
पर
ध्यान
दिया,
पर
विराट
उसके
दिमाग
से
उतर
ही
नही
रहा
था
|
“नही,
तुम
diner
कर hostel
चली
जाना,
मुझे
आने
में
देर
हो
जायेगी
|”
प्रताप
सूट
पहन
कलाई
पर
घड़ी
बाँधते
हुए
room
से
बाहर
आ
गया
|
खुशी
की
नादानी
देख
प्रताप
हल्की
सी
मुस्कान
के
साथ
गर्दन
को
झटकता
बाहर
की
तरफ
बढ़
गया
|
“आप मेरी life को लेकर कुछ बोल रहे थे ?” खुशी ने प्रताप के कदम रोक दिए |
“तुम्हारी
family
तुम्हारी
शादी
की
planing
कर
चुकी
है,
तुम्हारे
study
complete करें की
देर
हे
|”
प्रताप
वापिस
घड़ी
को
देखते
हुए
“ये
play
ही
एक
रास्ता
है
तुम्हारा
उन्हें
रोकने
का...|”
प्रताप
तो
चला
गया
पर
खुशी
की
साँसे
और
खाने
का
निवाला
बीच
में
रुका
रहा
|
“तो
लगता
है,
मुझे
और
ज्यादा
पंगे
करने
पड़ेगे...|”
खुशी
आँखे
छोटी
कर
“विराट,
तुम्हें
तो
मैं
नही
छोड़ने
वाली,
एक
बार
घर
जाने
दो,
तब
बताउंगी
तुम्हें...|”
================
Hostel के
चहल-पहल
से
बेखबर
खुशी
तेज
कदमो
के
साथ
अपने
गुस्से
को
रोक,
विराट
को
सबक
सीखने
और
उसे
line
पर
लाने
के
बारे
में
सोचती
room
की
तरफ
बढ़
रही
थी
|
दूसरी तरफ Girls की भीड़ के बीच टीना खुशी के सामान को उठा room से बाहर फेंक रही थी | चेतना भी सिर्फ खड़ी हुई तमाशा देखने के अलावा कुछ नही कर पा रही थी |
खुशी ने जब ये नजारा देखा तो उसके होश उड़ गये | वो दौडती सी उसके पास आयी |
दूसरी तरफ Girls की भीड़ के बीच टीना खुशी के सामान को उठा room से बाहर फेंक रही थी | चेतना भी सिर्फ खड़ी हुई तमाशा देखने के अलावा कुछ नही कर पा रही थी |
खुशी ने जब ये नजारा देखा तो उसके होश उड़ गये | वो दौडती सी उसके पास आयी |
![]() |
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-137 |
“What is this Tina...!!” खुशी ने हैरानी और गुस्से में बोला |
“हम
सबकी
भलाई
के
लिए
खुशी...|”
एक
पल
के
लिए
खुशी
को
देख,
टीना
ने
जवाब
के
रूप
में
खुशी
के
कपड़ो
के
बैग
को
लात
मार
room
से
बाहर
किया
और
हाथों
की
सफाई
के
साथ
जोर
से
दरवाजा
बंद
कर
दिया
|
Girls आपस में
खुसर
–
फुसर
करती
हुई
धीरे–
2 हँस रही
थी
|
“टीना
ये
सब
क्या
है,
वो
सब
मैंने
नही
किया
(डीन का
room
में
आना),
it was just an accident.....|” खुशी
की
एक
नजर
अभी
भी
हँस
रही
लडकियों
पर
थी
|
अंदर
से
कोई
जवाब
नही
आया
|
टीना
अपने
दिल
पर
बोझ
और
गीली
आँखों
के
साथ
chair
पर
बैठ
गयी
|
“टीना
listen
me...|” खुशी बोल
ही
रही
थी,
साथ
ही
उसकी
आवाज
भी
नर्म
पड़ने
लगी
थी
|
जिसे
सुनते
ही
टीना
के
कदम
उठने
लगे,
पर
उसने
खुद
को
सभाल
लिया
|
“खुशी....|”
अगले
ही
पल
warden
ने
खुशी
को
टोक
दिया
|
“Yes maim....?” खुशी
कुछ
अनुमान
के
साथ
warden
को
देखने
लगी
|
“What is this...?”
Warden पीछे खड़ी
लडकियों
को
डांटती
हुई
“Go
back your room...!!!”
“तुम्हें अलग से invitation देना पड़ेगा...?” Warden ने चेतना को घुरा |
“It’s OK maim, ये
मेरी
friend
है,
आप
देखिये
ना,
टीना
ने
मेरा
सामान
बाहर
फेंक
दिया
|”
खुशी
ने
एक
आस
के
साथ
warden
को
देखा
|
“उसने
तुम्हारे
खिलाफ
complaint
भी
दी
है
|”
Warden ने खुशी
के
आगे
बोलने
से
पहले
ही
रोक
दिया
|
“कैसी
complaint...?”
अब
खुशी
की
दिमाग
की
तारे
ज्यादा
ही
उलझ
गयी
थी
|
Warden ने
complaint
को
सामने
कर
दिया
|
खुशी
चेतना
पर
नजर
मार
complaint
पढने
लगी
|
“What rubbish...?” खुशी
गुस्से
में
दरवाजा
पीटती
हुई
“ये
क्या
पागलपन
है
टीना,
तुम
ऐसा
कैसे
कर
सकती
हो...?”
“खुशी
अगर
तुम
चाहती
हो
मैं
कोई
action
ना
लूँ
तो...|”
Warden खुशी को
शांत
करती
हुई
“अपना
room
change कर लो,
मैंने
चेतना
के
साथ
तुम्हें
shift
कर
दिया
है,
please go |”
“आपको भी लगता है maim, मैं ये सब...?” खुशी की आँखे गीली होने लगी थी |
“I know ऐसा
कुछ
नही
हुआ,
but....|” Warden complaint की
तरफ
इशारा
करते
हुए
“पहले
इस
mater
को
शांत
होने
दो
|”
Warden चली
गयी,
चेतना
खुशी
को
और
खुशी
गीली
आँखों
के
साथ
टीना
के
room
को
देखती
रही
|
दरवाजे
के
दूसरी
तरफ
खड़ी
टीना
भी
गीली
आँखों
के
साथ
सब
सुन
रही
थी
|
============
“ऐसा
क्या
कर
दिया
तुमने
टीना
के
साथ,
जो
उसने
तुम्हारे
against
complaint तक दे
डाली....?”
अपने
room
में
खुशी
का
सामान
जमाती
चेतना
ने
पूछा
|
“What......?” चेतना के हाथ मानों रुक गये हो |
“हाँ,
उसने
यही
complaint
की
है
|”
खुशी
ने
सोचते
हुए
बोला
|
“Are you sure, कहीं
तुमने
उल्टा
तो
नही
पढ़
लिया...?”
चेनता
मजाक
लेती
हुई
“अरे
वो
शादी
के
बाद
अपने
husband
को
touch
ना
करने
दे,
तुम
तो...|”
चेतना
हँस
रही
थी
पर
खुशी
serious
थी
|
“Leave it यार...|”
चेतना
खुशी
को
बेड
पर
बैठती
हुई
“उसका
काम
निकल
गया
तुझसे
तो
उसने
तुझे
उठाकर
फेंक
दिया,
ये
दूनियाँ
ऐसी
ही
है
|”
![]() |
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-137 |
“पर
मैं
ऐसी
नही
हूँ...|”
खुशी
उठकर
बालकनी
में
चली
गयी
|
“तो
बनना
पड़ेगा,
देखा
ना
टीना
ने
क्या
किया
तुम्हारे
साथ
?”
चेतना
बेड
पर
लेटती
हुई
बोली
|
खुशी
ठंडी
हवा
के
झोके
में
अपने
दुःख
का
सागर
घोलती
हुई
शहर
की
जलती
बुझती
lights
को
देखने
लगी
|
शायद
खुशी
का
नयी
खुशी
बनने
का
नया
सफर
शुरू
हो
रहा
था
|
==============
दूसरी
तरह
विराट,
हाथों,
पैरों
और
सर
पर
पट्टी
बांधे,
hospital में ही
laptop
पर
लगा
पड़ा
था,
तभी
उसका
mobile
बजने
लगा
|
विराट
ने
एक
नजर
उसे
देखा,
उसका
हाथ
mobile
के
लिए
हिला,
पर
विराट
ने
खुद
को
रोक
लिया
|
mobile बजता रहा
और
विराट
की
नजर
उससे
हटी
ही
नही
|
“Oh god, ये
लडकियों
का
चक्कर...|”
विराट,
पीछे
अपना
सर
दीवार
पर
मारने
से
हुए
दर्द
से
सर
को
पकड़ते
हुए
mobile
pick कर “हाँ...?”
![]() |
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-137 |
दूसरी तरफ से कोई आवाज नही आयी |
“इतनी
जल्दी
मेरी
life
hell बनाने की
कसम
तोड़
दी...?”
विराट
ने
अपने
सर
पर
हाथ
रखे
हुए
पूछा
|
“कोई
अपनी
life
को
hell
थोड़ा
ही
बनाता
है...?”
खुशी
ने
धीरे
से
बोला
|
सुनते
ही
विराट
का
ध्यान
laptop
से
हट
गया
|
“तुमने
मुझे
क्यों
मारा
था...?”
खुशी
ने
भोलेपन
के
साथ
पूछा
|
“तुम्हें
अपना
पागलपन
नही
दिखता...?”
विराट
ने
आगे
बोला
|
“अपनी
wife
को
भी
I
love you बोलने में
तुम्हें
problem
होती
है...?”
खुशी
ने
तर्क
दिया
|
“तुम्हें
always
ऐसा
लगता
है,
मैं
free
होता
हूँ,
जो
परेशान
करती
रहती
हो...?”
विराट
mobile
पर
भड़का
|
“मैं busy हूँ खुशी...|” विराट ने words पर दवाब दिया |
“मेरी
body
में
pain
हो
रहा
है...|”
बालकनी
में
खड़ी
खुशी
ने
मासूमियत
के
साथ
बोला
|
“मेरी
body
में
तुमसे
10 गुना ज्यादा
pain
हो
रहा
है...|”
विराट
अपनी
हालत
देख
बोला
|
“तो
आज
जाओ
ना...|”
खुशी
ने
जोश
के
साथ
बोला
|
“Set up...!!!” विराट
उसे
डांटते
हुए
“Painkiller
लो
और
सो
जाओ...|”
“इसलिए
ही
तो
call
किया
है...|”
खुशी
mobile
को
मुहं
के
करीब
लाते
हुए
“मुझे
painkiller
देकर
चले
जाना
|”
विराट
अगले
ही
पल
ठंडा
हो
गया,
पर
आज
उसकी
हालत
ना
तो
जाने
की
थी,
ना
ही
वो
खुशी
को
अपनी
हालत
के
बारे
में
बताकर
परेशान
करना
चाहता
था
|
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-137 |
“कभी अपने career के बारे में भी कुछ सोच लिया करो...?” विराट ने थोड़ा कड़क आवाज में बोला |
“मैं सब सोच लिया है...|” खुशी पूरे जोश के साथ “तुम business सभालना, मैं घर को सभालुंगी, हमारे तीन बच्चे होंगे, एक को हम business में लगायेगे, दूसरे को sports में डालेगे और तीसरे को actor बनायेगे |”
सुनते
ही
विराट
के
चेहरे
पर
मुस्कान
आ
गयी,
पर
उसे
खुशी
को
एक
अलग
ही
मुकाम
पर
देखना
था,
इसलिए
अपनी
खुशी
को
control
कर
लिया
|
“मैं
रोज
तुम्हारे
लिए
खाना
बनाया
करूंगी...|”
खुशी
बोल
ही
रही
थी
|
“अपनी
बकवास
बंद
करो....|”
विराट
फिर
से
कड़क
आवाज
में
“खाना
बनाने
के
लिए
घर
में
नौकर
है,
तुम
अपने
career
पर
ध्यान
दो...|”
“क्या
घर
सभालना
career
नही
है....?”
खुशी
ने
उदासी
के
साथ
बोला
|
“मैं call cut कर रहा हूँ...|” विराट ना चाहते हुए भी mobile अलग करने लगा |
“सुनो
ना
please....|”
खुशी
ने
फिर
बच्चो
की
तरफ
रोना
चालू
कर
दिया
|
“खुशी
मुझे
ढेर
सारा
काम
है...|”
विराट
थोड़ा
लापरवाही
दिखाते
हुए
“Please...|”
“एक
बार
वो
भी
नही
बोलोगे,
जिसके
लिए
मैंने
तमाचा
खाया...?”
खुशी
ने
हल्के
words
में
बोला
|
“तुम्हें
मैंने
क्या
बोला
था,
जिस
प्यार
को
समझाने
के
लिए
words
की
जरूरत
पड़े,
वो
प्यार
नही
होता...|”
विराट
आँखे
बंद
कर
खुद
को
शांत
करते
हुए
“फिर
भी
तुम्हें
सुनना
है
तो,
धरती
को
अगर
सूरज
की
गर्मी
ना
मिले
तो
वो
बर्फ
बनकर
मर
जाएगी,
इतना
प्यार
वो
सूरज
से
नही
करती,
उसके
जितना
मैं
तुमसे
करता
हूँ...|”
विराट
hospital
की
दीवार
को
देखते
हुए
“तुम्हारी
smile
मेरे
लिए
billions
dollars से कीमती
है
|”
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-137 |
सुनते ही खुशी शर्मा कर सिमट गयी |
“सुन
लिया...|”
विराट
फिर
से
कड़क
आवाज
में
“चलो,
अब
phone
रखो...|”
“I love you...!!!” बच्ची
की
तरह
उछलती
खुशी
call
cut कर अंदर
अपने
mobile
पर
चिपकी
चेतना
से
चिपक
गयी
|
“क्या
हुआ,
किसके
साथ
date
पर
जा
रही
है...?”
चेतना
ने
खुशी
को
छेड़ा
|
खुशी
का
मानों
उसकी
बात
का
असर
ही
नही
हुआ,
वो
बस
मानों
उसे
खुशी
में
हिलाती
जा
रही
हो
|
To be continue…
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-137
Reviewed by Mr.Singh
on
January 27, 2020
Rating:
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Nice part
ReplyDeleteMind blowing part. Virat ka pyar or usne khushi ko apna drd bhi nhi btaya.
ReplyDeleteVary nice pary
ReplyDeleteNice part
ReplyDeleteBahut hi achha part tha lekin bahut chhota....khusi aur Virat dono hi best character hai...but Prem also soliddd one👌👌👌
ReplyDeleteVery nice part
ReplyDeleteAs always awesome
ReplyDelete👌👌👌How cute & romantic.....
ReplyDeleteAwesome part😍
ReplyDeleteNyc
ReplyDeleteBhut acha part tha
ReplyDeleteStoryline solid hai hamesha ki trah,kafi shades hain love and emotion ke....pr mujhe lagta hai....prem aur uska bhai kahin kho gaye gaye hain....virat aur khusi ke bich.....
ReplyDeleteExcellent as always
ReplyDeleteSo nice part
ReplyDelete😍😍😍😍😍😍
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteWAAAAW sir amazing
ReplyDeleteGreat story ,,,,I love prem vary much
ReplyDeleteOutstanding story sir
ReplyDeleteI was to meet this virat boy.anywayz u r amazing as alwaz Mr. Singh
ReplyDeleteWonderfull
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