Love story, Behind the story of भोली खुशी part-350

 

Behind the story of  भोली खुशी part-350

 
best-romantic-hindi-love-story-350
Love story, Behind the story of  भोली खुशी part-350

खुशी का सामान गाड़ी में रखा जा रहा था और चंदु ने shopping करके अपने नाम की एक पूरी गाड़ी भर ली थी | चारों भूत शांत खड़े अपने काम को एक-दूसरे से discuss कर रहे थे |

“ये सब क्या है...?” ईशा ने हवा के घोड़े पर सवार चंदु से सवाल किया |

“घर वालों के लिए gifts है...|” चंदु ने मुस्कुराते ही सवाल किया |

“तुम्हें नही लगता, ये कम है...?” पूरी तरफ भर चुकी एक गाड़ी को देखती हुई ईशा ने बोला |

“आप सही बोल रही है, मुझे भी कम लग रहे है...|” चंदु ने जवाब दिया |

तभी पास आती बिल्लों चंदु को घूरने लगी | चंदु चुपचाप जाकर गाड़ी में बैठ गया |

“क्या बहु की security पूरी है वहाँ पर...?” बिल्लों ने तुषार से सवाल किया |

तुषार ने हाँ में सर हिला दिया | दूसरी तरफ खुशी room में विराट के गले लगे हुए थी | विराट आँखे बंद किये खड़ा था और खुशी उसे सहला रही थी |

“क्या मैं जाऊ...?” खुशी ने विराट को मानों नींद से जगाया हो |

“नही...|” विराट ने सीधे मना कर दिया |

“बाहर सब wait कर रहे है...|” खुशी ने हल्की सी मुस्कान के साथ बोला |

“करने दो...|” विराट ने फिर से नही सुना |

“सब पागल बोलेगे हमें...|” खुशी ने फिर बोला |

विराट खुशी से अलग हो गया | उसका चेहरा साफ बता रहा था, वो 1% भी खुशी के जाने से खुश नही था |

“1 weak only...|” खुशी ने उसे समझाया |

विराट ने चेहरा घुमा लिया |

“मेरे पास एक और soulation है...|” खुशी हाथ बाँधते हुए “मेरे साथ Delhi चलो...|”

विराट ने खुशी को कुछ ऐसा देखा, मानों उसे जानबुझकर बेवकूफ मान रही हो | विराट बाहर की तरफ चल दिया | अगले ही पल खुशी फिर झटके से विराट का हाथ पकड़ उसके सीने से लग गयी |

“हर कदम पर तुम्हारे साथ चलने की कसम खायी है...|” अब विराट उल्टा उसे हिम्मत देते हुए “अगर दुनियाँ को आग में भी झोकना हो, तो भी एक पल के लिए घबराना मत...|”

खुशी बिना कोई जवाब दिए बस विराट के सीने से लगी रही |

 

कुछ देर बाद चारो भूत, चंदु, गाड़ी में बैठ चुके थे और खुशी अपने बडो के पैर छू रही थी |

“अपना ख्याल रखना बहु....|” शालनी ने खुशी के सर पर हाथ रखा |

खुशी ने मुस्कुराते हुए हाँ में सर हिलाकर बिल्लों का रुख किया, जिसकी आँखों में चिंता भी थी और खुशी को जिम्मेदारी दिलाने का एहसास भी |

“आपको कुछ समझाने की जरूरत है मम्मी जी...|” खुशी उसके अंदर के डर को समझ खुदकी और अपने पेट की तरफ इशारा करते हुए “आपकी दोनों अमानतें safe रहेगी...|”

“फिर भी तुम्हें कुछ समझाना है...|” बिल्लों हल्की सी मुस्कान के साथ खुशी के चेहरे को छूती हुई “शादी के बाद ससुराल से पहली बार वापिस मायके जाने पर एक अलग सा जोश रहता है body में...|” बिल्लों कुछ अनुभव बताते हुए “दोस्तों, साथियों से मिलते time अगल ही feeling चलती है दिमाग में...|”

खुशी ने इस बारे में सोचा नही था, but बिल्लों की बात अपनी जगह सही भी हो सकती थी |

“हम पहले भी ऐसी चीजें भुगत चुके है तो...|” बिल्लों गर्दन झुकाए खड़ी शालनी और नंदनी को देखते हुए “उम्मीद से तुम इसने कम ही हल्ला मचाओगी...|” बिल्लों खुशी के गले लग उसके कान में “शराब से दूर रहना...|”

खुशी को सच में समझ नही आ रहा था, बिल्लों उसे समझा क्या रही थी | सबसे आशीर्वाद लेकर खुशी विराट के साथ गाड़ी में airport के लिए निकल गयी |

 

खुशी के Plane में बैठते ही plane take off कर गया | चारों भूत अपना सामान side में डालने के साथ कुछ देर normal लोगो की तरफ शैम्पेन और drinks का लुप्त उठा रहे थे | चंदु अपनी list और सामान का match करने में busy था | खुशी सारा सामान set होने के बाद अपने mobile के साथ जैसे सीट पर बैठने लगी, अचानक से उसके अंदर एक अलग ही feeling जागने लगी थी | ससुराल से पहली बार मायके जाने को लेकर उसके अंदर अलग ही खुशी बन रही थी, जो धीरे-2 उसके चेहरे पर आने लगी थी |

“ये मुझे अंदर से हो क्या रहा है...?” खुशी आत्मनिरक्षण करते हुए बोल रही थी |

“इसे मुकाम हासिल करने के बाद family को उसे दिखाने की उत्सकुता बोलते है...|” अगले ही पल अर्जुन उसके सामने बैठा था |

खुशी कुछ सोचती हुई उसे देखने लगी |

“First time मुझे 4th standerd में हुई थी, जब मैंने साईकिल की race में troffee जीती थी...|” अर्जुन एक लम्बी साँस के साथ “मैं अपनी मम्मी को उसे दिखाने के चक्कर में ये भी भूल गया था, मेरा घुटना छिल गया था |” अर्जुन अपनी बात पूरी करने के बाद खुशी को देखने लगा |

“किसी की जान जा सकती थी वहां...?” खुशी ने दूसरा ही सवाल किया |

“जो life में risk से डरता है, वो champion नही बन सकता...|” अर्जुन ने अपना सूट ठीक किया |

“मैं उनको line पर लाने का दूसरा plan सोच रही थी...|” खुशी ने आगे बोला |

“उनको और ज्यादा पैसा देने के बारे में...?” अर्जुन ने खुशी की आँखों में देखा |

“बिना bulets के उनको धमकाना...|” खुशी ने अपना जवाब दिया |

“Baby, आज के time में पैसा इंसान को लालची बनाता है and...|” अर्जुन थोडा झुककर खुशी की आँखों में देखते हुए “डर उसे वो काम करने पर भी मजबूर कर देता है, जो कल्पनाओ से भी परे है...|”

“मुझे अभी भी नही लगता वो कर पायेगे...|” खुशी ने सोचते हुए बोला |

“जहाँ मौत का डर होता, वो ना का तो सवाल ही नही होता...|” अर्जुन चुटकी के sound के साथ “मेरे तरीके से किये कामो का असर बेशक छोटा होता है, but होता एकदम से है...|”

तभी खुशी के mobile पर दूसरी call आ गयी | Screen पर अंजली का number flesh हो रहा था | अर्जुन ने खुशी को उठाने का इशारा किया |

“हाँ...?” खुशी call को speaker पर डाल देती है |

“हमने पता किया है, 3 में से एक team की reharcel की recording हमें मिल सकती है, but उसके लिए 50 thousand dollars की demand है...|” अंजली ने बोला |

“Get it....|” खुशी ने अर्जुन की सहमति से पहले ही बोल दिया |

अर्जुन मुस्कुराता हुआ पीछे सीट से लग गया | खुशी call cut करने के साथ फिर से सोचने लगी |

“मुझे तुम्हारा wait है...|” कहते हुए अर्जुन गायब हो गया |

खुशी फिर से अपने घर जाने के बारे में सोचने लगी |

 

दूसरी तरफ राहुल ने पूरी shop में झाड़ू लगा दी थी मगर उसके साथ-2 वो पूरी shop के management को भी समझ रहा था | कौन क्या है, कहाँ है, कैसे है, salesman कैसे कपड़ो को रखते है, कैसे customers को handel करते है, सब मानों blue print की तरह उसके दिमाग में छप रहा था | राहुल झाड़ू side में डालने के बाद फिर से शर्मा के सामने खड़ा था |

“क्या...?” शर्मा से पहले आगे बैठा लड़का बोला |

“मैंने झाड़ू लगा दी है, क्या मैं कपड़ो को सही से लगाने में इनकी help करूं...?” राहुल ने लडके पर ध्यान ना देते हुए सीधे शर्मा से पूछा |

शर्मा ने जवाब ना देते हुए हाँ में सर हिला दिया | राहुल अगले ही पल दूसरे salesman से पूछते हुए कपड़ो को सही से लगाने लगा | बाहर से workers कपड़ो को बंडलो में ला रहे थे | राहुल ने workers को देखते हुए फिर से अपना दिमाग चलाया | सबको काम बताते हुए शर्मा की नजर राहुल पड़ी, जो गौर से उन workers को देख रहा था |

“ठीक से काम कर...|” तभी salesman ने राहुल के सर पर मारा |

शर्मा ने नजर दूसरी तरफ की ही थी, राहुल फिर से उसके सामने खड़ा था |

“अब क्या है...?” शर्मा का ध्यान खीचते हुए लडके ने राहुल से कड़क आवाज में पूछा |

शर्मा राहुल को अपने सामने खड़ा देख थोड़ा हैरान था |

“क्या मैं इसके साथ जाकर सामान ले आऊ...?” राहुल ने फिर से शर्मा से पूछा |

शर्मा ने फिर हाँ में सर हिला दिया | जैसे ही राहुल चलने लगा |

“सुन, पहले सबके लिए चाय लेकर आ...|” तभी आगे बैठे लडके ने order दिया |

राहुल order के लिए शर्मा को देखने लगा |

“सुना नही क्या...?” लडके ने फिर कड़क आवाज में बोला |

राहुल ने शर्मा से बोहें ऊपर करते हुए order माँगा |

“चाय लेकर आओ...|” शर्मा ने बोला |

“कहाँ से आती है और कितने की आती...?” राहुल ने सवाल किया |

“ये ले, 30 चाय बोलना...|” थोडा आगे की तरफ इशारा करते हुए लड़का 500 का नोट उसके हाथ में देते हुए “वो अपने आप दे देगा |”

राहुल अगले ही पल चाय के लिए चल दिया |

“इसका दिमाग खराब है क्या....?” लड़का शर्मा से “हर time आपको ही क्यों देखता रहता है...?”

“काम करो अपना...|” शर्मा ने लडके को डांटते हुए बोला |

शर्मा भी सोचता रहा |

 

दूसरी तरफ राहुल थोड़ा आगे चलकर चाय की रेहड़ी को देखने लगा, जहाँ पर भीड़ लगी थी और चाय वाला मशीन की तरह काम कर रहा था | राहुल उस रेहड़ी को भी ध्यान से देख रहा था, जहाँ पर छोटे-बड़े गिलास और मिट्टी के बर्तन भी रखे हुए थे | अब राहुल से ये भी पूछना नही आता था, इतनी छोटी जगह order कैसे देते है | कुछ मिनटों के लिए वो रहेडी पर आते लोगो को देखता रहा | कैसे चाय केतली में डाली जाती है, कैसे उसे cup में डालना है, कैसे सामने वाले को देना है, सब वो अच्छी तरह अपने दिमाग में बैठा रहा था |

“हाँ क्या...?” आदमी ने राहुल को खड़ा देखकर सवाल किया |

“कैसी दी...?” राहुल ने पूछा |

“क्या कैसे दी...?” आदमी ने कड़क आवाज में पूछा |

“चाय कैसे दी...?” राहुल ने normal मगर पूरा बोला, साफ बोला |

“इतनी कम चाय...?” तभी बगल वाले आदमी ने बोला |

“Test लेना है या नहना है...?” आदमी फिर कड़क आवाज में आदमी को झाड़ने के बाद राहुल से “तुम्हें कितनी चाहिये...?” आदमी ने दूसरे आदमी को चाय देते हुए सवाल किया |

“तुमने क्या rate दी है....?” 5 सेकंड तक अपनी पूरी life में कड़क आवाज का effect सोचने के बाद राहुल ने आदमी के बराबर tone में पूछा |

आदमी राहुल के चेहरे पर उभरते गुस्से को देख सोचने लगा |

 

अब तक shop में लोगो का आना चालू हो गया था और salesman उनको attend करना चालू कर चुके थे | तभी राहुल चाय की केतली और छोटे plastic cups के साथ उनके सामने खड़ा था |

“अबे, ये क्या है...?” दूसरा लड़का फिर से कड़क आवाज में बोला |

“चाय की केतली...|” राहुल ने केतली की तरफ इशारा किया |

“ये क्या है...?” अब तक शर्मा के भी उस तरफ ध्यान देने के साथ पहले लडके ने छोटे cup की तरफ इशारा किया |

“Cups...|” राहुल ने आगे जवाब दिया |

“शाम तक ये फिर से road पर खड़ा होगा...|” दूर पूरा तमाशा देख रहा एक salesman दूसरे से बोला |

दूसरा भी हंसने लगा |

“तुझे इतने छोटे cup लाने की लिए बोला था...?” दूसरा लड़का बोला |

“Test लेना है या नहाना है...?” राहुल ने चाय वाली की line ही चिपका दी |

लड़का कुछ बोलता, उसे पहले ही राहुल ने बचे हुए पैसे और गिनकर चाय counter पर रखी और सबको चाय देने आगे बढ़ गया | आगे बैठे लडके गुस्से में और शर्मा अपनी अनुभव वाली नजरों से आगे बढ़ते राहुल को देख रहे थे | राहुल जिस किसी भी salesman के पास जाता, वो ही उसे छोटे गिलास में चाय के लिए सुना रहा था |

“आपने इसे क्यों रखा है, ये सच में पागल है...?” पहला लड़का शर्मा को देखने लगा |

शर्मा जवाब ना देकर अपना हिसाब देखता रहा |

“पिताजी, इस लड़का हमारे यहाँ चलने वालो में से नही है...|” दूसरा लड़का प्यार से शर्मा से बोला |

लडके की बात सुन शर्मा के हाथ रुक गये, मानों उसका अनुभव उसको बता रहा हो, सच में राहुल उसके जैसी छोटी दुकान के लायक नही था |

“आप...|” दूसरा लड़का शर्मा का ध्यान तोड़ने लगा |

“इस पागल ने तुम्हारे चाय के आगे पैसे बचा दिए...|” शर्मा फिर से हिसाब पर नजर मारते मारते हुए बोला |

शर्मा की बात सुन लडके सामने counter पर देखने लगे, जहाँ 200 रूपये रखे जाने चाहिए थे, वहाँ 350 रूपये रखे थे | एक-दूसरे को देखने के साथ लड़के फिर से राहुल को देखने लगे, जो अभी भी सबको चाय देता हुआ उनकी डाट सुन रहा था |

 

To be continue…
I hope you all like this story Love story, Behind the story of  भोली खुशी part-350. So reader, Please comments and share this story with you friends and family and add your valuable thoughts to….!!!

 

Love story, Behind the story of भोली खुशी part-350 Love story, Behind the story of  भोली खुशी part-350 Reviewed by Mr.Singh on October 16, 2020 Rating: 5

9 comments:

  1. Excellent story as always and eagerly waiting to read the next update
    🧐🙏🏼🧐🧐🙏🏼🧐
    🧐🙏🏼🧐🧐🙏🏼🧐
    🧐🙏🏼🧐🧐🙏🏼🧐
    🧐🙏🏼🧐🧐🙏🏼🧐
    Always 💜💜💜💜💜💜💜💜U Boss

    ReplyDelete
  2. Great rahul kitne perfect tarika sa kam kr rha hai superb akhir hai to thakurs ka khoon

    ReplyDelete
  3. Excellent

    waiting to the next update

    ReplyDelete
  4. Rahul ka consept best hai.... Sandy or dev ke bare me bhi kuch btaye.... Rajat to bs rakul ke upar nirbhar ho jaise...

    ReplyDelete

Please do not enter any spam link in the comment box.

Disqus Shortname

designcart
Powered by Blogger.