Behind the story of भोली खुशी part-352
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-352
खुशी की गाड़ियों का काफिला एक काफी tight security वाले बंगले के सामने जाकर रुका, जहाँ पर police, security guards, कुछ नेता के कार्यकर्ता बाहर घूम रहे थे | एक आदमी हाथ में file, आँखों पर चश्मा लगाये, उसी घर के अंदर दौड़ता जा रहा था | एक minister की अपने वरिष्ठ कार्यकर्ताओ के साथ meeting चल रहा ही थी | बाहर गाड़ी से guard नही उतरा और तेजी से खुशी की तरफ का दरवाजा खोल दिया | खुशी अपने पत्थर चेहरे के साथ बिना कुछ देखे, बिना किसी की कुछ सुने अंदर बढ़ गयी | आदमी सीधे ही meeting में घुसकर minister के पास जाकर उसके कान में कुछ बोलता है, जिसे सुनकर minister की आँखों खुल गयी |
“आप सबसे क्षमाँ चाहता हूँ, मेरी एक महत्वपूर्ण meeting है...|” Minister ने सबके सामने हाथ जोड़ दिए |
एक-2 करके सब उठते चले गये | खुशी अपने साथ अर्जुन और चारों तरफ सुरक्षा के घेरे को लिए तेजी से आगे बढ़ती जा रही थी | जैसे ही सारे कार्यकर्ता बाहर निकले, खुशी ने entry ले ली |
“नमस्कार श्रीमती ठाकुर...|” Minister ने खुशी के सामने हाथ जोड़ लिए |
खुशी अभी भी उसे देख रही थी |
“बहुत दिनों से आपसे मिलने की इच्छा थी, आप...|” Minister बोल ही रहा था |
“आपको पता है, मेरे एक दिन के time की कीमत कितनी है...?” अपना चश्मा उतारते हुए खुशी ने पूछा |
“देखिये...|” Minister बोलने लगा |
“Delhi के helth बजट के बराबर...|” खुशी अपने ही सवाल का जवाब देते हुए बोली |
“समय तो हमारे मंत्री जी का भी बहुत कीमती है, फिर भी ये आपके लिए समय निकाल रहे है ना...?” PA ने तेश में बोला |
अगले ही पल खुशी ने आगे बढ़ minister के PA को तमाचा जड़ दिया, जिससे minister के साथ अर्जुन भी चौक गया | PA अपना गाल पकड़े minister को देख रहा था, क्योंकि मामला किसी के भी समझ से बाहर था |
“जितना काम तुम्हें दिया गया है, उतना ही करो, उतना ही सुनो...|” खुशी का हाथ PA की तरफ, मगर इशारा minister की तरफ था |
Minister ने अपना थूक गटक लिया |
“अब बताइये, आपको क्या बात करनी थी मुझसे...?” खुशी हाथ खुले करते हुए “ऐसा क्या रह गया बातचीत के बीच, जो आपने मुझे बुलावा लिया ?”
“क्या आप बैठ सकती है, या ऐसे ही बात करनी है...?” Minister ने सोफे की तरफ इशारा किया |
“खुशी...|” अर्जुन ने खुशी को बैठने का इशारा किया |
ना चाहते हुए भी खुशी को बैठना पड़ा |
“आप चाय लेंगी...?” Minister ने PA को इशारा किया |
“आप सीधा point की बात कीजिये, time नही है हमारे पास...|” खुशी से पहले अर्जुन ने बोल दिया |
“तो बात ये है, आपका काम नही हो सकता...|” Minister ने खुशी और अर्जुन को देखा |
जैसा कि Minister ने सोचा था, उसका उल्टा ना तो खुशी को कोई फर्क पड़ा, ना ही अर्जुन को |
“वर्तमान सरकार, केंद्र सरकार, क्षेत्र सरकार, कोई भी इस सुझाव को सुनने को तैयार नही है...|” मंत्री ने सीधे बोला |
खुशी और अर्जुन बैठे सुन रहे थे |
“मैंने हाई कमान से बात भी की, मगर वो भी...|” मंत्री बोल रहा था |
“कितना...?” खुशी ने आँखे बंद कर फिर से अपनी गर्दन को घुमाया |
“बात पैसे की नही है, कोई भी minister इस time...|” मंत्री ने खुशी को समझाने की कोशिश की |
“कितना...!!!!” खुशी ने कड़क आवाज में मंत्री को घूरा |
“नही हो सकता, चाहे आप कुछ भी कर लीजिये...|” मंत्री ने सीधे हाथ खड़े कर दिए |
“अगर मैं सरकार भी गिरा दूँ तो भी...?” खुशी ने आगे बोला |
सुनते ही मंत्री और PA की तो सांसे रुक गयी | मंत्री ने PA को देखा, जो आँखे फाडे पहले ही उसकी तरफ देख रहा था |
“अपने हाई कमान को call लगाओ...|” खुशी ने मंत्री को order दिया |
“वो आपसे बात नही करना चाहते, मैंने उनको पहले ही offer किया था...|” मंत्री ने बड़ी मुश्किल से बात की थी |
तभी खुशी किसी को call लगाने लगी |
“खुशी, किसी call कर रही हो..?” अर्जुन ने खुशी को टोक दिया |
“PM...|” अपने कंधे को दूसरे हाथ से पकडती खुशी बोली |
हर कोई हैरानी में उसे देख रहा था |
“Sir...|” आवाज में थोड़ा सलीखा लाते हुए खुशी बोली |
दूसरी तरफ से कोई आवाज आयी |
“मैं ठीक हूँ sir...|” खुशी थोड़े हल्के स्वभाव के साथ “Sir, मैं Delhi में सरकार गिरना चाहती हूँ, अभी...|”
इस बार खुशी के बोलने से Minister अपने सोफे से उछलकर खड़ा हो गया |
“You don’t worry sir, पूरा खर्चा मैं उठा लूंगी...|” खुशी ने आगे बोला |
फिर दूसरी तरफ से आवाज आयी |
“मैं सारी कोशिश कर चुकी हूँ sir...|” खुशी सामने खड़े minister को देखते हुए “मगर सारे मंत्री अपनी post के नशे में इतना डूबे है, मुझे कोई serious ही नही ले रहा |”
फिर दूसरी तरफ से आवाज आयी |
“Sir, मेरा पैसा भी पेड़ पर नही उगता...|” खुशी मानों दूसरी side की बात का जवाब देते हुए “500 करोड़ खर्च कर चुकी हूँ sir, अगर मुझे भी लोगो की तरह नेताओ के वायदे ही मिलेगे, तो मेरा profit क्या होगा...|”
फिर दूसरी तरफ से आवाज आयी |
“आपको जिससे बात करनी है sir, कर लीजिये...|” खुशी बहुत ही हल्की सी कड़क आवाज में “एक हफ्ता मैं Delhi में ही हूँ, तब तक मुझे हाँ में जवाब मिल जाये तो सबके लिए ठीक रहेगा sir...|”
दूसरी तरफ से आवाज सुनने के साथ खुशी minister को देख रही थी |
“मुझे wait रहेगा sir...|” कहते हुए खुशी ने call cut की और उठ गयी |
“आपको पता भी है, आप क्या करने जा रही है...?” Minister अपने माथे से पसीना पौछ्ते हुए बोला |
“बहुत ही अच्छी तरह...|” खुशी minister की बात का जवाब देने के साथ अर्जुन से “अगर ये मेरे दिए सारे पैसा का double, with interest वापिस नही देता तो...|” खुशी अर्जुन को warn करती हुई “इसके खिलाफ जितने भी CBI के केस है, सारे reopen कराओ, मुझे मेरा पैसा वापिस चाहिए...|”
अर्जुन ने हाँ में सर हिला दिया |
“मेरी बात तो सुनिए...|” Minister बोलता रह गया, मगर खुशी बिना सुने आगे बढ़ चुकी थी |
“आपको पहले ही बोला था मंत्री जी...|” अर्जुन मुस्कुराते हुए “आपस में बैठकर बातों को निपटा लेते है, मगर आपको तो खुशी ठाकुर से मिलना था ना, अब देख लिया...?”
“समझती क्या है ये खुदको, सरकार कोई हलवा है, या काम सिर्फ बोलने से हो जाते है...?” अब minister भी भड़कते हुए “मेरी power नही जानती शायद, कहाँ गायब करा दूंगा पता भी नही चलेगा |”
“उसकी power के बारे में तो मैं इतना ही बोल सकता हूँ मंत्री जी...|” अर्जुन अपने बालो में हाथ मारते हुए “PM ने direct उसकी call उठा ली, क्या कभी आपके हाई कमान को भी ऐसा सीधे PM से बात करने का सौभाग्य मिला है...?”
अब minister का मुहं भी खुल रह गया था |
“पैसे का arrangement कर लीजिये...|” कहते हुए अर्जुन भी बाहर निकल गया |
दूसरी तरफ राहुल मजदूरों के साथ एक थोक की बड़ी सी दुकान में चला गया, जहाँ पर business news चल रहा था, और counter पर ढेर सारी अंगूठियों का बोझ उठाये business newspaper के ढेर के बीच आदमी mobile पर लगा हुआ था |
“कोठी सेठ, माल उठवाना नही क्या...?” एक मजदूर बोला |
“अरे पीछे रमेश है, जाकर उठा लो ना यार...|” आदमी माथे पर हाथ मारते हुए अंदर की तरफ इशारा करता है |
सारे मजदूर चले गये, मगर राहुल खड़ा हुआ news देख रहा था | Newspaper, business news, आदमी का mobile पर लगा होना देखकर राहुल को समझने में देर नही लगी, आदमी को share market का चस्का था | राहुल आगे बढ़ ध्यान से sen-ex पर चल रही numbering को देखता हुआ सामने पड़े news paper को पलटने लगा |
“क्या है, जाकर अपना काम करो ना...?” आदमी ने उसे झाड़ दिया |
“वही कर रहा हूँ...|” राहुल paper को उठाने के साथ तेजी से पूरे paper पर नजर मारने लगा |
“दिमाग खराब तो नही है तेरा, पता भी है तू क्या पढ़ रहा है...?” आदमी ने mobile को hold पर डाल दिया |
“सबसे घटिया अख़बार पढ़ रहा हूँ...|” राहुल पूरे news paper को पलटकर वापिस रखते हुए “एक दिन में कितना कमाना चाहते हो share market से...?”
“जाकर अपना काम करो, वैसे ही दिमाग खराब है मेरा...|” आदमी का गुस्सा बढ़ रहा था |
“कितना...?” राहुल ने फिर बोला |
“खुद एक time खाने के पैसे नही है, मुझे पैसा कमाना सिखाएगा...?” इस बार आदमी गुस्से में उठ गया |
“पापा बोलते है, लक्ष्मी किसी रूप में तुम्हारे पास आ जाये, पता नही चलता...?” राहुल ने आगे बोला |
“अच्छा, तू अगर लक्ष्मी है तो मेरा छप्पर फाड़ दे, बोल कैसे देगा...|” आदमी ने बोला |
“Wall street खुलने में अभी 30 मिनिट है, जल्दी बोलो कितना कमा सकते हो...?” राहुल ने बोला |
“100 करोड़....|” आदमी तेश में बोल गया |
“Million में कितना होगा...?” राहुल को सही में पैसे का हिसाब नही आता था |
“1000 million...|” आदमी का calculation तेज था |
“तुम्हारी औकद नही है इतने पैसे की, ऐसा amount बोलो, जिसे तुम पचा सको...|” राहुल ने आदमी की सुरत देखते हुए बोला |
“100 million...|” आदमी अपनी औकद पर आ गया |
“अपने agent को बोलो, Coper group पर 1 million के share खरीद ले...|” राहुल अपनी पिछली knowledge के आधार पर “उसने तीन दिन पहले ही एक coper से भरी बहुत बड़ी land buy की है, जिसका impact पिछले तीन दिन से उसके share पर चल रहा है, आज जैसे ही market खुलेगी, उसका share फिर 1 घंटे के लिए फिर से चढ़ेगा, तुम उसी 1 घंटे में 100 million कमा लेना...|”
आदमी पागलों की तरह राहुल की बात सुन रहा था |
“Go to hell...|” कहते हुए राहुल भी मजदूरों की तरफ चल दिया |
“अगर उसका share ना चढ़ा तो...?” आदमी ने आगे बोला |
“तो 1 घंटे बाद अपने उतने ही पैसे वापिस निकाल लेना...|” राहुल बोला |
“उतरा तो...?” आदमी ने बोहें ऊपर की |
“तो share market छोड़कर इस दुकान पर ध्यान देना...|” कहते हुए राहुल आगे बढ़ने लगा |
“सुन, आधा million coper group पर लगा दे...|” आदमी ने mobile पर बोला |
दूसरी तरफ से आवाज आयी |
“जितना बोला है उतना कर...|” आदमी mobile पर चिल्लाते हुए call cut कर राहुल को देखने लगा |
राहुल अब उस थोक की दुकान का management समझ रहा था |
“ये tip तुझे कहाँ से मिली...?” आदमी ने राहुल से पूछा |
तभी मजदूर कपड़ो के बंडल लेकर बाहर आ गये | राहुल आदमी को देखता हुआ उनमे से एक बंडल पकड़, अपने कंधे पर रखते हुए बाहर निकल गया | आदमी कुछ नही बोला |
राहुल मजदूरों के साथ कपड़ो के बंडल लाकर दूकान में रख देता है | राहुल अब उन कपड़ो का arrangement देखने लगा | शर्मा और उसके लड़के अभी भी राहुल को देख रहे थे |
“ये कही alien तो नही है...?” दूसरा लड़का, पहले से “जब देखो अजीब नजरों से हर चीज को देखता रहता है |”
पहला लड़का अब अजीब नजरों से दूसरे को देख रहा था |
“अब देखा, ये फिर यही आएगा, खुदके लिए काम चुनकर हमें बताने के लिए...|” दूसरा लड़का बोला ही थी |
राहुल उनकी तरफ चल दिया | अब पहला लड़का भी थोड़ा सा सहम गया |
“क्या मैं भी customer को handle कर लूँ...?” राहुल ने शर्मा से बोला |
“Driver के साथ जाओ, मेरी बेटी को goalscorers से लेकर आना है...|” शर्मा ने पहले लडके को चाबी देने के लिए बोला |
राहुल बिना किसी सवाल के अपने आमने आयी चाबी को पकड़ बाहर की तरफ चला गया |
“पिताजी, इसे मत रखो, ये पक्का alian है...?” अब पहला लड़का भी डर रहा था |
To be continue…
I hope you all like this story Love story, Behind the story of भोली खुशी part-352. So reader, Please comments and
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-352
Reviewed by Mr.Singh
on
October 18, 2020
Rating:
Alian nhe business man hai jo virat ka nakshe kdam pr chl rha hai
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteExcellent story as always and eagerly waiting to read the next update
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Always 💜💜💜💜💜💜💜💜U Boss
Good story
ReplyDeleteWow I'm waiting for next part
ReplyDeleteAmazed
ReplyDeleteAuusam story
ReplyDeleteAb rahul ka dimag business me chalne laga vo bhi market me akar......
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