Behind the story of भोली खुशी part-391
राहुल शर्मा की shop पर काम रहा था, आज भीड़ काफी थी, इस वजह से किसी को भी फुर्सत नही थी | शर्मा, उसके लड़के भी bill काटने में लगे busy थे |
“आज भीड़ कुछ ज्यादा है, क्या बात है...?” सोनम packing department को देखते हुए शर्मा से पूछती है |
“अगले 15 दिन ऐसे ही रहेगा, शादियों के सीजन चालू होने वाले है...|” शर्मा ने सवाल किया |
“पूरे साल में यही तो time है, जब कुछ हाथ में आता है...|” दूसरा भाई बोला |
सोनम पहले भाई को देखते हुए वापिस काम करवाने लगी |
“और black भी सबसे ज्यादा इसी time पे किया जाता है...|” तभी आँखों पर चश्मा, सफारी सूट के साथ कुछ लोगो के साथ आता मुछों वाला एक आदमी बोला |
शर्मा, उसके दोनों लड़के और सोनम उसे देखने लगी |
“कैसे हो शर्मा...?” आदमी अपनी पूछ पर ताव देते हुए सवाल करता है |
“चौधरी साहब, आप यहाँ कैसे...?” थोड़ा माथे पर पसीने के साथ शर्मा की जुबान लडखडा गयी |
“अब तुम तो दर्शन देते नही हो शर्मा, सोचा हम ही तुम्हें देखने आ जाये...|” आदमी ने shop की भीड़ को देखकर बोला |
“कैसी बातें करते हो चौधरी साहब, आप खाली इशारा करते हो तो हम दौड़े-2 चले आते है...|” शर्मा चौधरी के सामने आते हुए “आपने यहाँ आने का कष्ट क्यों किया...?”
“सरकार के नौकर है शर्मा, सरकार जहाँ बोल देगी, वहाँ जाना पड़ेगा...|” चौधरी शर्मा की तरफ ऊँगली करते हुए “आज तेरे लिए बोल दिया तो...|”
“कैसी बातें कर रहे हो चौधरी साहब, हम तो आपके सेवक है...|” शर्मा हाथ जोड़ते हुए “भला सेवक के साथ भी ऐसे कुछ...|”
“Order निकला है शर्मा, वापिस नही हो सकता...|” चौधरी पीछे खड़े आदमियों को इशारा करते हुए “आज तो तेरी बारात निकलेगी ही...|”
“आप मेरे साथ थोड़ा side में आइये...|” शर्मा ने आदमी को थोड़ा side में ले जाकर बातें करनी चालू कर दी |
“Who is he...?” सोनम ने दूसरे भाई से पूछा |
“चुप कर, Income tax officer है...|” दूसरे भाई ने सोनम को शांत किया |
“What...?” सोनम थोड़ा हैरानी के साथ “Income tax officer है तो dad उसके सामने ऐसे हाथ क्यों जोड़ रहे है...?”
“मेरी बात ध्यान से सुन...|” अब पहला लड़का सोनम को हिदायत देते हुए “अपनी कानूनची उसके सामने मत झाड़ना, वरना हमें बहुत कुछ खोना पड़ जायेगा...|”
“But भाई, ये तो खाली एक officer है, इससे डरना कैसा...?” सोनम ने तर्क किया |
“क्योंकि, हम...|” कहते हुए पहला भाई बाकी बातें सोनम को आँखों से समझा देता है |
“What the...!!” सोनम भी helpless होकर थोड़ा दूर खड़े राहुल को देखने लगी, जो मामले को समझने में लगा हुआ था |
अगले ही पल उन तीनों को एक झटका लगा, क्योंकि आदमी ने शर्मा के कुर्ते का कार्लर पकड़ लिया था |
“Hey...!!!” सोनम भड़कते हुए “How dare you, तुमने में मेरे dad का कार्लर क्यों पकड़ा...?”
“शर्मा, तुमने समझाया नही अपने बच्चो को, बडो के बीच नही बोलते...?” आदमी ने बोला |
“तू शांत रह...|” शर्मा ने सोनम को बोला |
“ये आपकी insult कर रहा है dad और आप...|” सोनम शर्मा से बोली |
“चोर की कोई इज्जत नही होती...|” आदमी सोनम से “तेरा बाप सरकार का tax चुराता है...|”
“और तुम क्या करते हो...?” सोनम अब बात को बर्दाश्त ना होने की वजह से “Government की दलाली...?”
“ऐ...!!!” आदमी चिल्लाते हुए सोनम से “मुझे दलाल बोलती है, मेरी power जानती है...|”
“तू चुप कर ना...!!!” शर्मा सोनम को करते हुए आदमी से “चौधरी साहब, बच्ची है अभी...|”
“अब इस बच्ची के साथ, पूरा market देखगा, इस चौधरी की power...!!!” आदमी चिल्लाते हुए “चलो रे, बंद करो इस दुकान को और निकालो इसका जलूस...|” आदमी ने शर्मा को बाहर खींचना शुरू कर दिया |
“मेरी बात तो सुनियें चौधरी साहब...|” शर्मा बोलता रहा |
“Sir-3...!!!” दोनों लड़के आदमी से मिन्नते करने लगे |
मगर आदमी ने उनकी एक भी नही सुनी | सोनम परेशान होकर राहुल को देखने लगी, जिसके पल्ले अभी तक यही नही पड़ा था, आखिरी matter क्या है...?
शर्मा को बाहर खींचकर लाते हुए आदमी ने दुकान को बंद करने के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया | अब तक सामने की shop से चड्डा और बाकी सारी market बाहर आ गयी थी |
“अब दिखता हुआ, कौन क्या है...?” आदमी चिल्लाया |
दूसरे आदमी सारे customers और salesman's को बाहर निकाल रहे थे | लडके अभी भी आदमी को समझाने की कोशिश में थे, मगर आदमी सुनने को ready नही था | राहुल भी बाकी सबके साथ बाहर आ चुका था |
“लगता है, कुछ ज्यादा ही माल अंदर कर लिया है शर्मा जी ने...?” चड्डा ने मजाक लिया |
सोनम, लड़के, खुद शर्मा भी चड्डा को घूर रहा था, मगर आज चड्डा को किसी का डर नही था |
“चौधरी साहब, मेरी इज्जत का थोड़ा सा तो ख्याल कीजिये...|” शर्मा ने हाथ जोड़े |
“ये सब तो तुम्हें सामने वाली party से पंगा लेने से पहले सोचना चाहिए था...|” चौधरी ने बोला |
अगले पल फिर से हर कोई चड्डा को देखने लगा |
“गलत कर रहे हो चड्डा...|” पहला लड़का बोला |
चड्डा ने कोई जवाब नही दिया |
“लेकर चलो इसे...|” चौधरी ने शर्मा को खींचना चालू किया |
“Wait...|” तभी राहुल की आवाज आयी |
हर किसी की नजर राहुल पर घूम गयी, हर किसी ने अपनी सांसे रोक ली थी |
“अब तू कौन है...?” चौधरी राहुल को घूरते हुए “Minister है के कही का...?”
“Don है...|” चड्डा ने राहुल का मजाक लिया |
हर कोई हंसने लगा |
“इज्जत बहुत बड़ी चीज होती है, आप issue को यही solve कर लीजिये ना...|” राहुल ने धीरे से बोला |
“तुझे बड़ी पड़ी है इसकी इज्जत की...?” चौधरी राहुल को घूरते हुए “चल अंग्रेज, यही solve करते है...|” चौधरी एक पल सोचने के बाद “100 करोड़ रुपये दे दे, इसे छोड़ दूंगा...|”
सुनते ही शर्मा, उसके दोंनो लडकों की सांसे रुक गयी | राहुल सुनकर सोनम को देखने लगा, क्योंकि से Indian currency समझ में ही नही आती थी |
“तकरीबन 15 million dollar...|” सोनम ने राहुल को सही amount बता दिया |
“दे दे और ये ले छोड़ दिया...|” आदमी ने शर्मा का कार्लर छोड़ दिया |
हर किसी की नजर अब राहुल पर थी, जो सोच में डूबा था |
“क्या हुआ, don को सांप सुघ गया क्या...?” चड्डा ने राहुल का ध्यान तोड़ा |
इस बार चारों तरफ से हंसने की आवाज आयी थी | अगले ही पल राहुल की चुकती बजी |
“ऐ चल-2, side हो...!!!” दूसरे ही पल भीड़ में खड़े चाय वाला, दूसरा लड़का चिल्लाते हुए लोगो को side करने लगे |
हर किसी का ध्यान उन पर था |
“पैसे निकालो सेठ...!!!” Mobile पर number dial करते हुए दोनों लडके, दोनों ही दिशाओं में दौड़ते जा रहे थे |
“क्या हो रहा है...?” चड्डा ने अपने लोगो से पूछा |
कोई कुछ समझता, उससे पहले ही चौधरी के पैरों में नोटों की गड्डी आकर पड़ी | हर किसी की नजर उन गद्दियों को देखने के साथ सामने पड़ी तो, बगल वाला सोने का व्यपारी खड़ा था |
“मूलचंद भाई...?” चड्डा समझ नही पाया |
दूसरे ही पल फिर से नोटों की गड्डी आदमी के पैर में गिरी |
“हो क्या रहा है...?” शर्मा का लड़का बोलते हुए राहुल को देखने लगा, जो एकदम शांत खड़ा था |
अगले 15 मिनिट में आदमी के सामने उसकी height के आधा नोटों का ढेर लग गया | हर कोई हैरानी में उन नोटों को, और फिर राहुल को देख रहा था |
“क्या हो रहा है यहाँ...?” तभी कोठी सेठ, चंचल के साथ वहाँ आ गया |
सोनम, शर्मा, उसके लड़के, कोठी सेठ को देखने लगी, जिसके हाथ में बड़ा सा बैग था |
“क्या शर्मा जी, इतना पराया कर दिया हमें...?” कोठी सेठ बैग खोलने के साथ नोट समाने उड़ेले हुए “आपके लिए तो हम मरने के लिए तैयार है, रुपया क्या चीज है...?”
चंचल राहुल को देखकर मुस्कुरा रही थी, जो अभी भी उसी तरह खड़ा था | अगले 10 मिनिट में नोटों का ढेर आदमी के बराबर हो गया था, मानों पूरी market ने ही पैसा उसके सामने रख दिया हो |
“हो गये क्या...?” राहुल ने सोनम से पूछा |
“हो जाने चाहिए...|” सोनम मुस्कुरा दी |
“Sir...?” राहुल ने आदमी को जगाया |
आदमी हडबडाहट में राहुल को देखने लगा |
“आपने जितना बोला था, I think उतना तो हो ही गया होगा...|” राहुल आदमी से “अगर कम हो तो, बता दीजियेगा...|”
“तू कौन है भाई...?” आदमी राहुल के सामने हाथ जोड़ते हुए “इतनी देर में नेता भी पैसा इकट्ठा नही करता, जितनी देर में तूने ये ढेर लगा दिया |”
“आपके समझने की चीज नही हूँ...|” कहते हुए राहुल शर्मा से “आप चलिए...|”
शर्मा, उसके लडके, बस राहुल को देख जा रहे थे, जो सबको ignore करने के साथ shop के अंदर चला गया |
“गिन लेना साहब...|” चाय वाला वापिस आते हुए “कम हो तो, boss को परेशान नही करना, अपुन को बोलना...|” चाय वाला भी वापिस चलते हुए “चलो रे, सबको साहब को नोट गिनने के लिए जगह दो...|”
अगले कुछ पलों के अंदर उस जगह पर खाली आदमी, उसके लोग और चड्डा, उसके लोग ही बचे थे |
“साहब ये सब क्या है...?” चड्डा ने बोला |
“मेरी तो कुछ समझ में नही आया, पर तू बचकर रहियो चड्डा...|” आदमी अपना सर पकड़कर बैठते हुए उस ढेर को देखने लगा |
Shop के अंदर जाते ही शर्मा अपनी कुर्सी पर बैठ गया, मगर उसके लड़के, दूसरे salesman's अपना काम करते राहुल को देखने लगे |
“आप है कौन...?” दूसरे लड़के ने डरते हुए राहुल से सवाल किया |
“कौन-2...?” राहुल कपड़े जमा रहा था |
“तूने...?” पहला लड़का साँस भरते हुए “मेरा मतलब आपने इतना पैसा कैसे...?” पहले लड़के का तो सोचकर ही दिमाग चकरा रहा था |
“मैंने gambling (जुए) में जीता था...|” राहुल एक ऐसे झूठ बोलते हुए “जिसे इन सब लोगो के पास छिपा दिया था |”
“आप हमारे साथ मजाक कर रहे है...|” दूसरा लड़का अभी भी काम करते राहुल को देखते हुए “किसी आम इंसान के पास इतनी power नही होती, जो चुटकी बजाये और 100 करोड़ रुपया इकट्ठा कर दे...?”
“आप सच में मेरा और अपना time खराब कर रहे है...|” राहुल हर किसी को खुदको ही घूरते देखता हुआ “मैंने बोला ना, मैं gambling में जीता था, आपके काम आ गया, simple...|”
“यहाँ राहुल कौन है...?” तभी बाहर से एक आवाज आयी |
सबकी नजर उस तरह घूमी तो दो gentleman लगे खड़े थे | राहुल भी थोड़ा झुककर उन्हें देखने लगा, वो उसकी भी पहचान में के नही थे |
“राहुल...?” एक लड़के ने बोहें पर कर फिर से सवाल किया |
सबकी नजर फिर से राहुल पर चली गयी | दोनों लड़के आकर राहुल के सामने खड़े हो गये |
“Sorry, who...?” राहुल ने पूछा |
“Sorry dud, time is up...|” एक लड़के के कहते हुए दोनों लडकों ने guns निकाली और राहुल पर तान दी |
हर कोई दूसरे ही पल पानी-2 हो गया | राहुल उन दोनों लडकों को देखने के साथ guns की नली देखने लगा |
राहुल शर्मा की shop पर काम रहा था, आज भीड़ काफी थी, इस वजह से किसी को भी फुर्सत नही थी | शर्मा, उसके लड़के भी bill काटने में लगे busy थे |
“आज भीड़ कुछ ज्यादा है, क्या बात है...?” सोनम packing department को देखते हुए शर्मा से पूछती है |
“अगले 15 दिन ऐसे ही रहेगा, शादियों के सीजन चालू होने वाले है...|” शर्मा ने सवाल किया |
“पूरे साल में यही तो time है, जब कुछ हाथ में आता है...|” दूसरा भाई बोला |
सोनम पहले भाई को देखते हुए वापिस काम करवाने लगी |
“और black भी सबसे ज्यादा इसी time पे किया जाता है...|” तभी आँखों पर चश्मा, सफारी सूट के साथ कुछ लोगो के साथ आता मुछों वाला एक आदमी बोला |
शर्मा, उसके दोनों लड़के और सोनम उसे देखने लगी |
“कैसे हो शर्मा...?” आदमी अपनी पूछ पर ताव देते हुए सवाल करता है |
“चौधरी साहब, आप यहाँ कैसे...?” थोड़ा माथे पर पसीने के साथ शर्मा की जुबान लडखडा गयी |
“अब तुम तो दर्शन देते नही हो शर्मा, सोचा हम ही तुम्हें देखने आ जाये...|” आदमी ने shop की भीड़ को देखकर बोला |
“कैसी बातें करते हो चौधरी साहब, आप खाली इशारा करते हो तो हम दौड़े-2 चले आते है...|” शर्मा चौधरी के सामने आते हुए “आपने यहाँ आने का कष्ट क्यों किया...?”
“सरकार के नौकर है शर्मा, सरकार जहाँ बोल देगी, वहाँ जाना पड़ेगा...|” चौधरी शर्मा की तरफ ऊँगली करते हुए “आज तेरे लिए बोल दिया तो...|”
“कैसी बातें कर रहे हो चौधरी साहब, हम तो आपके सेवक है...|” शर्मा हाथ जोड़ते हुए “भला सेवक के साथ भी ऐसे कुछ...|”
“Order निकला है शर्मा, वापिस नही हो सकता...|” चौधरी पीछे खड़े आदमियों को इशारा करते हुए “आज तो तेरी बारात निकलेगी ही...|”
“आप मेरे साथ थोड़ा side में आइये...|” शर्मा ने आदमी को थोड़ा side में ले जाकर बातें करनी चालू कर दी |
“Who is he...?” सोनम ने दूसरे भाई से पूछा |
“चुप कर, Income tax officer है...|” दूसरे भाई ने सोनम को शांत किया |
“What...?” सोनम थोड़ा हैरानी के साथ “Income tax officer है तो dad उसके सामने ऐसे हाथ क्यों जोड़ रहे है...?”
“मेरी बात ध्यान से सुन...|” अब पहला लड़का सोनम को हिदायत देते हुए “अपनी कानूनची उसके सामने मत झाड़ना, वरना हमें बहुत कुछ खोना पड़ जायेगा...|”
“But भाई, ये तो खाली एक officer है, इससे डरना कैसा...?” सोनम ने तर्क किया |
“क्योंकि, हम...|” कहते हुए पहला भाई बाकी बातें सोनम को आँखों से समझा देता है |
“What the...!!” सोनम भी helpless होकर थोड़ा दूर खड़े राहुल को देखने लगी, जो मामले को समझने में लगा हुआ था |
अगले ही पल उन तीनों को एक झटका लगा, क्योंकि आदमी ने शर्मा के कुर्ते का कार्लर पकड़ लिया था |
“Hey...!!!” सोनम भड़कते हुए “How dare you, तुमने में मेरे dad का कार्लर क्यों पकड़ा...?”
“शर्मा, तुमने समझाया नही अपने बच्चो को, बडो के बीच नही बोलते...?” आदमी ने बोला |
“तू शांत रह...|” शर्मा ने सोनम को बोला |
“ये आपकी insult कर रहा है dad और आप...|” सोनम शर्मा से बोली |
“चोर की कोई इज्जत नही होती...|” आदमी सोनम से “तेरा बाप सरकार का tax चुराता है...|”
“और तुम क्या करते हो...?” सोनम अब बात को बर्दाश्त ना होने की वजह से “Government की दलाली...?”
“ऐ...!!!” आदमी चिल्लाते हुए सोनम से “मुझे दलाल बोलती है, मेरी power जानती है...|”
“तू चुप कर ना...!!!” शर्मा सोनम को करते हुए आदमी से “चौधरी साहब, बच्ची है अभी...|”
“अब इस बच्ची के साथ, पूरा market देखगा, इस चौधरी की power...!!!” आदमी चिल्लाते हुए “चलो रे, बंद करो इस दुकान को और निकालो इसका जलूस...|” आदमी ने शर्मा को बाहर खींचना शुरू कर दिया |
“मेरी बात तो सुनियें चौधरी साहब...|” शर्मा बोलता रहा |
“Sir-3...!!!” दोनों लड़के आदमी से मिन्नते करने लगे |
मगर आदमी ने उनकी एक भी नही सुनी | सोनम परेशान होकर राहुल को देखने लगी, जिसके पल्ले अभी तक यही नही पड़ा था, आखिरी matter क्या है...?
शर्मा को बाहर खींचकर लाते हुए आदमी ने दुकान को बंद करने के लिए चिल्लाना शुरू कर दिया | अब तक सामने की shop से चड्डा और बाकी सारी market बाहर आ गयी थी |
“अब दिखता हुआ, कौन क्या है...?” आदमी चिल्लाया |
दूसरे आदमी सारे customers और salesman's को बाहर निकाल रहे थे | लडके अभी भी आदमी को समझाने की कोशिश में थे, मगर आदमी सुनने को ready नही था | राहुल भी बाकी सबके साथ बाहर आ चुका था |
“लगता है, कुछ ज्यादा ही माल अंदर कर लिया है शर्मा जी ने...?” चड्डा ने मजाक लिया |
सोनम, लड़के, खुद शर्मा भी चड्डा को घूर रहा था, मगर आज चड्डा को किसी का डर नही था |
“चौधरी साहब, मेरी इज्जत का थोड़ा सा तो ख्याल कीजिये...|” शर्मा ने हाथ जोड़े |
“ये सब तो तुम्हें सामने वाली party से पंगा लेने से पहले सोचना चाहिए था...|” चौधरी ने बोला |
अगले पल फिर से हर कोई चड्डा को देखने लगा |
“गलत कर रहे हो चड्डा...|” पहला लड़का बोला |
चड्डा ने कोई जवाब नही दिया |
“लेकर चलो इसे...|” चौधरी ने शर्मा को खींचना चालू किया |
“Wait...|” तभी राहुल की आवाज आयी |
हर किसी की नजर राहुल पर घूम गयी, हर किसी ने अपनी सांसे रोक ली थी |
“अब तू कौन है...?” चौधरी राहुल को घूरते हुए “Minister है के कही का...?”
“Don है...|” चड्डा ने राहुल का मजाक लिया |
हर कोई हंसने लगा |
“इज्जत बहुत बड़ी चीज होती है, आप issue को यही solve कर लीजिये ना...|” राहुल ने धीरे से बोला |
“तुझे बड़ी पड़ी है इसकी इज्जत की...?” चौधरी राहुल को घूरते हुए “चल अंग्रेज, यही solve करते है...|” चौधरी एक पल सोचने के बाद “100 करोड़ रुपये दे दे, इसे छोड़ दूंगा...|”
सुनते ही शर्मा, उसके दोंनो लडकों की सांसे रुक गयी | राहुल सुनकर सोनम को देखने लगा, क्योंकि से Indian currency समझ में ही नही आती थी |
“तकरीबन 15 million dollar...|” सोनम ने राहुल को सही amount बता दिया |
“दे दे और ये ले छोड़ दिया...|” आदमी ने शर्मा का कार्लर छोड़ दिया |
हर किसी की नजर अब राहुल पर थी, जो सोच में डूबा था |
“क्या हुआ, don को सांप सुघ गया क्या...?” चड्डा ने राहुल का ध्यान तोड़ा |
इस बार चारों तरफ से हंसने की आवाज आयी थी | अगले ही पल राहुल की चुकती बजी |
“ऐ चल-2, side हो...!!!” दूसरे ही पल भीड़ में खड़े चाय वाला, दूसरा लड़का चिल्लाते हुए लोगो को side करने लगे |
हर किसी का ध्यान उन पर था |
“पैसे निकालो सेठ...!!!” Mobile पर number dial करते हुए दोनों लडके, दोनों ही दिशाओं में दौड़ते जा रहे थे |
“क्या हो रहा है...?” चड्डा ने अपने लोगो से पूछा |
कोई कुछ समझता, उससे पहले ही चौधरी के पैरों में नोटों की गड्डी आकर पड़ी | हर किसी की नजर उन गद्दियों को देखने के साथ सामने पड़ी तो, बगल वाला सोने का व्यपारी खड़ा था |
“मूलचंद भाई...?” चड्डा समझ नही पाया |
दूसरे ही पल फिर से नोटों की गड्डी आदमी के पैर में गिरी |
“हो क्या रहा है...?” शर्मा का लड़का बोलते हुए राहुल को देखने लगा, जो एकदम शांत खड़ा था |
अगले 15 मिनिट में आदमी के सामने उसकी height के आधा नोटों का ढेर लग गया | हर कोई हैरानी में उन नोटों को, और फिर राहुल को देख रहा था |
“क्या हो रहा है यहाँ...?” तभी कोठी सेठ, चंचल के साथ वहाँ आ गया |
सोनम, शर्मा, उसके लड़के, कोठी सेठ को देखने लगी, जिसके हाथ में बड़ा सा बैग था |
“क्या शर्मा जी, इतना पराया कर दिया हमें...?” कोठी सेठ बैग खोलने के साथ नोट समाने उड़ेले हुए “आपके लिए तो हम मरने के लिए तैयार है, रुपया क्या चीज है...?”
चंचल राहुल को देखकर मुस्कुरा रही थी, जो अभी भी उसी तरह खड़ा था | अगले 10 मिनिट में नोटों का ढेर आदमी के बराबर हो गया था, मानों पूरी market ने ही पैसा उसके सामने रख दिया हो |
“हो गये क्या...?” राहुल ने सोनम से पूछा |
“हो जाने चाहिए...|” सोनम मुस्कुरा दी |
“Sir...?” राहुल ने आदमी को जगाया |
आदमी हडबडाहट में राहुल को देखने लगा |
“आपने जितना बोला था, I think उतना तो हो ही गया होगा...|” राहुल आदमी से “अगर कम हो तो, बता दीजियेगा...|”
“तू कौन है भाई...?” आदमी राहुल के सामने हाथ जोड़ते हुए “इतनी देर में नेता भी पैसा इकट्ठा नही करता, जितनी देर में तूने ये ढेर लगा दिया |”
“आपके समझने की चीज नही हूँ...|” कहते हुए राहुल शर्मा से “आप चलिए...|”
शर्मा, उसके लडके, बस राहुल को देख जा रहे थे, जो सबको ignore करने के साथ shop के अंदर चला गया |
“गिन लेना साहब...|” चाय वाला वापिस आते हुए “कम हो तो, boss को परेशान नही करना, अपुन को बोलना...|” चाय वाला भी वापिस चलते हुए “चलो रे, सबको साहब को नोट गिनने के लिए जगह दो...|”
अगले कुछ पलों के अंदर उस जगह पर खाली आदमी, उसके लोग और चड्डा, उसके लोग ही बचे थे |
“साहब ये सब क्या है...?” चड्डा ने बोला |
“मेरी तो कुछ समझ में नही आया, पर तू बचकर रहियो चड्डा...|” आदमी अपना सर पकड़कर बैठते हुए उस ढेर को देखने लगा |
Shop के अंदर जाते ही शर्मा अपनी कुर्सी पर बैठ गया, मगर उसके लड़के, दूसरे salesman's अपना काम करते राहुल को देखने लगे |
“आप है कौन...?” दूसरे लड़के ने डरते हुए राहुल से सवाल किया |
“कौन-2...?” राहुल कपड़े जमा रहा था |
“तूने...?” पहला लड़का साँस भरते हुए “मेरा मतलब आपने इतना पैसा कैसे...?” पहले लड़के का तो सोचकर ही दिमाग चकरा रहा था |
“मैंने gambling (जुए) में जीता था...|” राहुल एक ऐसे झूठ बोलते हुए “जिसे इन सब लोगो के पास छिपा दिया था |”
“आप हमारे साथ मजाक कर रहे है...|” दूसरा लड़का अभी भी काम करते राहुल को देखते हुए “किसी आम इंसान के पास इतनी power नही होती, जो चुटकी बजाये और 100 करोड़ रुपया इकट्ठा कर दे...?”
“आप सच में मेरा और अपना time खराब कर रहे है...|” राहुल हर किसी को खुदको ही घूरते देखता हुआ “मैंने बोला ना, मैं gambling में जीता था, आपके काम आ गया, simple...|”
“यहाँ राहुल कौन है...?” तभी बाहर से एक आवाज आयी |
सबकी नजर उस तरह घूमी तो दो gentleman लगे खड़े थे | राहुल भी थोड़ा झुककर उन्हें देखने लगा, वो उसकी भी पहचान में के नही थे |
“राहुल...?” एक लड़के ने बोहें पर कर फिर से सवाल किया |
सबकी नजर फिर से राहुल पर चली गयी | दोनों लड़के आकर राहुल के सामने खड़े हो गये |
“Sorry, who...?” राहुल ने पूछा |
“Sorry dud, time is up...|” एक लड़के के कहते हुए दोनों लडकों ने guns निकाली और राहुल पर तान दी |
हर कोई दूसरे ही पल पानी-2 हो गया | राहुल उन दोनों लडकों को देखने के साथ guns की नली देखने लगा |
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