शनाया राठौड़
(The Superhero) Part-49
The best Adventure hind story, शनाया राठौड़ भाग-49 |
“आप सब अपनी शक्तियों के साथ इस दुनियाँ की ऊपरी परत का आकलन कर रहे है...|” लड़का प्रकाश की परतो को छूता हुआ “जबकि आप इस दुनियाँ की निचली परतों को नही देख रहे...|” लड़का नीचे पत्थरों जैसे आकृतियों को छूते हुए “जो सितारे से बनी है |”
“तुम्हारा मतलब asteroid ना...?” शनाया ने अपनी टांग अड़ाई |
लडके ने फिर से शनाया को देखा, जिसे अर्भा ने होठो पर ऊँगली रखकर चुप करा दिया | शनाया अर्भा को घूरती हुई वापिस उस map को देखने लगी |
“इस दुनियाँ की नीव आपकी शक्ति क्या, सीधे सूर्य की किरणों को भी झेल सकती है....|” लडके ने अर्भा से बोला |
“क्या ये जानकारी हमारे पास भी थी...?” राजा ने महामंत्री से बोला |
महामंत्री ने ना में सर हिला दिया |
“तो क्या हम अब इस युद्ध में अपनी जीत सुनिश्चित समझे...?” महामंत्री ने अर्भा से सवाल किया |
“हमारी तरफ से पूरी कोशिश रहेगी...|” शबला ने अर्भा की तरफ से जवाब दे दिया |
“आज रात के लिए आप हमारे अतिथि है, हमारे महल में पधारिये...|” राजा ने पूरे सम्मान के साथ बोला |
“आपके प्रस्ताव के धन्यवाद महाराज, परन्तु कोई भी योद्धा किसी भी बुलाने वाले के घर पर नही जाता...|” अर्भा अपने डंडे को पकड़े हुए बोली |
“वैसे भी हमें अपनी रणनीति पर काम करना है...|” शबला ने बोला |
“आपको अपनी रणनीति पर कार्य करने का बहुत time मिलेगा, यहाँ की राते बहुत लम्बी होती है...|” अघोरी ने अपनी जीभ बाहर निकलाते हुए बोला |
“ये तो अच्छी बात है ना...?” लेला अपनी हथेली पर फूंक मारती हुई “जितना ज्यादा time, उतनी अच्छी planning...|”
“हमें कोई आपत्ति नही है महाराज...|” अर्भा ने बोला |
“आशा है, अगले दिन के अंत तक हम सब एक-दूसरे को जीवित देख सके...|” राजा कहते हुए वापिस चल दिया |
उसकी पीछे महामंत्री और सबके पीछे अघोरी |
“रात को जागकर बिताइएगा, यहाँ के जीव बहुत ही खरतनाक है...|” अघोरी ने जाते हुए बोला |
“तुम्हें देखकर अंदाजा लग रहा है...|” The Bird ने एक साँस छोड़ते हुए बोला |
“टोना अपने काम पर लग जाओ...|” अर्भा ने एलियन दिखने वाले जीव से बोला |
अगले ही पल टोना वापिस मिट्टी में मिल गया | तभी दूर से ढेर सारे सांपों के रेंगने की आवाजें आने लगी |
“समबा, हमें कोई दिक्कत ना होने पाए...|” अर्भा ने समबा की आँखों में देखते हुए बोला |
समबा अपना पत्थर का डंडा लेकर उस तरफ चल दिया |
“बाकी सब...|” अर्भा बोलते हुए जैसे ही एक कदम आगे बढ़ती है |
अगले ही पल एक तीखी लपट ने फिर से उसकी खाल को झुलसा दिया |
“हम खुद कुछ नही कर रहे....|” लड़के ने हाथ खड़े कर दिया |
“आप हम दोनों से दूरी रखेगे तो सबके लिए अच्छा रहेगा...|” शबला ने लडके को देखा |
“क्यों नही...|” लड़का थोड़ी उदासी के साथ पूरे group से अलग होकर एक मिट्ठी के टीले पर जाकर बैठ गया |
“He is cute gay...|” लेला बोलती हुई बाकी सबके पास जाकर खड़ी हो गयी |
शनाया भी लडके को देख जैसे ही सबके बीच जाकर खड़ी होने लगी, सब पहले ही हाथ बांधे उसे देख रहे थे |
“क्या...?” सबको घूरते देख शनाया ने थोड़ा गुस्से में पूछा |
किसी ने कोई जवाब नही दिया |
“अब मैं बच्ची नही रही, मुझे भी हमले की planning का पता होना चाहिए...|” शनाया ने विरोध किया |
सुनकर सबकी बोहे ऊपर की तरफ हो गयी, यहाँ तक कि टर्बो की धातु की बोहें भी...|
“गलती किस से नही होती...?” शनाया खुद ही जवाब देते हुए “इसका मतलब ये थोड़ा ही है, हर बार मुझे ऐसे भी जानवरों की तरह लड़ने भेज दिया जाये |”
“हमले की planning समझने के लिए जूली है...|” शबला शनाया से “जाकर उनके पास बैठो...|”
“मैं क्यों बैठूं...?” शनाया कड़क आवाज में “है कौन ये कार्टून...?”
“शनाया जाकर उसके पास बैठो...|” अर्भा ने order दिया |
“नही...|” शनाया ज़िद करते हुए “मुझे भी planning जाननी है, वरना मैं वापिस जा रही हूँ...|”
“शौक से...|” ओकोई अपने hate को ठीक करते हुए “हम भी एक बच्ची के साथ लड़ाई करने की tension से छुट जायेगे...|”
“मैं बच्ची नही हूँ...|” शनाया ने फिर से ओकोई को घूरा |
“शनाया...!!” जूली ने कड़क आवाज में शनाया को देखा |
शनाया पैर पीटती लडके की तरफ बढ़ गयी | सब उसे देखते हुए अपनी planning करने लगे | शनाया को अपनी तरफ आता देखकर लड़का अपने डंडे के साथ सीधा होकर बैठ गया | शनाया गुस्से से भरी हुई उसके पास आकर बैठ गयी | लड़का हल्की सी smile के साथ शनाया को देखने लगा |
“क्या है...?” शनाया लडके पर भड़क गयी |
लड़का चुपचाप सीधा होकर बैठ गया |
“देख लूंगी सबको, मेरा भी time आएगा...|” शनाया मिट्ठी में हाथ मारती हुई “सब मेरे पीछे फिरेगे...|”
लड़का शनाया की बात सुन रहा था, मगर बोला कुछ नही |
अगले ही पल थोड़ा दूर discuss कर रहे सबके कानो में शनाया के आँखों पर लगने वाले चश्मे के टूटने की आवाज पड़ी |
“ये कुछ ज्यादा ही शैतान हो गयी है...|” अर्भा अपने सर पर हाथ रखते हुए बोला |
अगले ही जैसे ही सब उसकी तरफ घूमे, तो सबके हाथ में जो भी हथियार थे, सब नीचे गिर गये | एक सूर्य के बराबर रौशनी उगलती body के साथ शनाया ने किहोमी का गला पकड़ा हुआ था | किहोमी के मरने का कोई-2 पल जा रहा था | शनाया की ऊर्जा से उठ रही रौशनी राजा के महल से लेकर अरोना की सेना तक, सब देख रहे थे |
“क्या हो रहा है...?” नहाने के लिए जा रही क्लोरा ने अपने पिता से पूछा |
“पता नही, शायद कोई सितारा टूटकर गिरा है...|” पिता ने बोला |
क्लोरा उस रौशनी को देखती हुई आगे बढ़ गयी |
“शनाया...!!!” अर्भा अपने मुहं पर हाथ रखते हुए उसकी लगभग दौड़ गयी थी |
“अब क्या हो गया...?” जूली भी जल्दी से उस तरफ लपकी |
“शनाया...!!!!” शबला ने एक fix दूरी से शनाया को आवाज लगायी |
मगर शनाया तक किसी भी आवाज के पहुंचने का कोई सवाल ही नही था |
“शनाया, ये मर जायेगा...|” अर्भा लटकते किहोमी के हाथो को देखते हुए बोली |
“उसे सुन नही रहा है...|” ओकोई बोला |
“जूली रोको शनाया को, अगर ये लड़का मत गया तो, इंसानी दुनियाँ से इंसान खत्म हो जायेगे...|” शबला एक भयानक future की कल्पना करते हुए “ये लड़का तंत्र दुनियाँ का राजकुमार है, अगर ये शनाया के हाथो मारा गया तो एक भी इंसान जीवित नही रहेगा...|”
“शनाया छोड़ दो इसे...|” जूली बोली |
मगर शनाया की शक्ति उसके भी काबू से बाहर थी, उसे जूली की भी आवाज नही सुनी |
“वो अपनी आखिरी सांसो पर है...|” The Bird ने किहोमी के पैर हिलने बंद होते देख बोला |
“शनाया...!!!” तभी जूली ने पार्वती की आवाज में शनाया को आवाज लगायी |
अगले ही पल झटके से लडखडाती शनाया की शक्ति गायब हो गयी, साथ ही किहोमी भी लगभग बेजान जमीन पर पड़ा था | The Bird और ओकोई ने किहोमी को जाकर देखा |
“क्या ये जिंदा है...?” अर्भा ने बैचेनी के साथ पूछा |
“हाँ, इसकी सांसे चल रही है...|” ओकोई ने जवाब दिया |
शनाया घुटनों पर बैठी हुई लम्बी-2 सांसे ले रही थी | किहोमी के जिंदा होने की बात सुनने के बाद शबला अपने डंडे के साथ शनाया की तरफ बढ़ने लगी, मगर अर्भा ने अपने डंडे के साथ उसे रोक दिया | शबला हैरानी में अर्भा को देखने लगी |
“शनाया किसी बड़ी वजह से अपनी शक्तियों से
नियन्त्रण नही खोती..|” अर्भा शबला को देखती हुई “कोई बड़ी ही वजह होगी, पहले उस
वजह का पता करो |”
बात शबला के दिमाग में बैठ गयी | शनाया ने सर को झटकते हुए अपनी आँखों के चश्मे को
छूने की कोशिश की, मगर वो राख हो चुका था | तभी जूली ने उसे दूसरा चश्मा दे दिया,
जो यहाँ आते ही टर्बो ने उसे दिया था | शनाया उस चश्मे को पहनती वापिस खड़ी होती
सामने थोड़ा गुस्से और सवालों से भरे सभी को देखने लगी |
“ये लड़का तंत्र दुनियाँ का राजकुमार है...|” अर्भा normal words के साथ शनाया से “अगर इसे कुछ हो जाता तो पूरी इंसानी जाति उनके गुस्से की भेट चढ़ जाती...|” अर्भा अपने गुस्से को डंडे तक ही सीमित रखते हुए “अब एक ऐसी वजह बताओ, जिससे तुम्हें अभी के अभी यहाँ से ना भेजा जाये |”
शनाया सोचती हुई कुछ पलों पहले हुई घटना को याद करने लगी | दूर जाकर बैठने को सबकी झाड़ से गुस्सा शनाया ने लडके को देखा |
“नाम क्या है तुम्हारा...?” शनाया के पास ज्यादा कुछ करने को तो था नही, तो उसने लडके के साथ ही time pass करने की कोशिश की |
“किहोमी....|” लड़का बोलते हुए जैसे ही आगे बोलने लगा |
“ये क्या ना हुआ, किहोमी...?” शनाया ने उसकी बात बीच में ही काट दी |
लड़का सोचने लगा, उसके नाम में तो कोई गलती है, सबको उसका नाम पसंद है, फिर शनाया को क्यों नही आया...?
“अच्छा नाम तो है...?” किहोमी सोचते हुए “क्या खराबी है इस नाम में...?”
“बेकार नाम है, मतलब क्या निकलता है तुम्हरे नाम का...?” शनाया ने मुहं बनाते हुए बोला |
“शक्ति का संदेशवाहक...|” किहोमी ने गर्व के साथ बोला |
“किस angle से तुम्हें नाम का मतलब शक्ति का संदेशवाहक होता है...?” शनाया ने कड़क आवाज बोला |
“मेरी दुनियाँ में ये नाम सबसे पवित्र माना जाता है...|” किहोमी की आवाज में कड़क हो गयी थी |
तभी दोनों का ध्यान दूर बहस कर रहे बाकी सब पर गया |
“अभी मजा चखाती हूँ...|” शनाया एक चुटकी सामने करते हुए “मुझे planning में शामिल नही करते...|”
अगले ही पल सबके बीच एक पटाका फट गया और सब झटके से पीछे की तरफ हट गये | शनाया खिलखालती हुई हंसने लगी | सब उसे घूरने लगे, मगर शनाया की हंसी पर कोई फर्क नही पड़ा |
“किसी को परेशान करना अच्छी बात नही होती...|” किहोमी सबके चेहरे पर गुस्सा देखते हुए बोला |
“वो भी तो मुझे परेशान करते है...|” शनाया अपने बचपने के साथ “मुझे किसी भी काम में शामिल नही करते |” शनाया किहोमी के बोलने से पहले ही “सिवाए लड़ने के |”
“हो सकता है, वो तुम्हें मुसीबतों से बचाना चाहते हो...|” किहोमी सोचते हुए “मेरा परिवार भी मुझे परेशान कर देने वाली चीजे नही बताते, ताकि मैं मुसीबत में ना फंसू...|”
“तो क्या पूरी life ऐसा ही रखना है...?” शनाया तर्क देती हुई “कभी किसी को बड़ा ही नही होने देना...?”
“मुझे ज्यादा नही पता, but बड़ा जितना देर से हुआ जाये, उतना ही अपने लिए अच्छा रहता है |” किहोमी जैसा दिखने में simple लगता था, उसकी बातें भी उतनी ही simple but गहरी थी |
“अच्छा ये सब छोडो, तुम्हारी आँखों में इन घेरो का क्या सीन है...?” शनाया ने किहोमी की आँखों की तरफ इशारा करते हुए बोला |
“इनको nature ने ही ऐसा बनाया है...|” किहोमी अपनी पुतली की तरफ देखते हुए “हमारी दुनियाँ में सभी की आँखे ऐसी ही होती है...|”
“क्या सब ऐसे ही दूसरे जीवो को scan करते है...?” शनाया ने आगे पूछा |
“हाँ, ये भी nature ने बनाया है...|” किहोमी हल्की सी मुस्कान के साथ “हम ऐसे ही किसी जीव के पास नही जा सकते ना, इसलिए ये खुद ही होने लगता है...|”
“ये तुम्हारी आँखों में चार ring colorful है, बाकी सभी without color क्यों है, क्या तुम्हारे वहाँ सबकी आँखे ऐसी ही होती है...?” शनाया की जिज्ञासा शांत नही हुई थी |
“नही, इसकी पीछे भी एक वजह है...|” किहोमी अपना डंडा हिलाते हुए “8 भागो में बटी मेरी पुतली, 8 सिद्धियों को दर्शाती है, जिसके पास जितनी सीधी होती है, उसकी पुतलियों के उतने ही ring colorful हो जाते है...|”
“तो तुम्हारे पास 4 सिद्धियाँ है...?” शनाया ने बातों-2 किहोमी के हाथ से डंडा ले लिया |
किहोमी शनाया के सवाल का जवाब ना दे, उसके हाथ में अपने डंडे को देखने लगा |
“क्या हुआ...?” शनाया किहोमी के डंडे को घुमाती हुई बोली |
“कौन हो तुम...?” किहोमी की आवाज कड़क हो गयी थी |
“क्या मतलब कौन, शनाया राठौड़...|” शनाया ने पूरे घमंड के साथ बोला |
“कौन हो तुम...?” किहोमी ने झटके से शनाया का हाथ पकड़ा और उसके बाल, चेहरा, कंधे touch करने के बाद जैसे ही उसके हाथ ने शनाया के सीने को touch किया |
शनाया गुस्से से भरी हुई अपनी यादों से बाहर आयी तो सबकी नजर अभी भी जमीन पर पड़े किहोमी पर थी |
To be continue…
I hope you all like this story. So
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The best Adventure hind story, शनाया राठौड़ भाग-49
Reviewed by Mr.Singh
on
October 11, 2020
Rating:
Excellent story as always and eagerly waiting to read the next update
ReplyDelete🧐🙏🏼🧐🧐🙏🏼🧐
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Always 💜💜💜💜💜💜💜💜U Boss
Good story
ReplyDeleteAha shanaya ka gussa tufaan nice v nice part bt v late
ReplyDeleteNice story
ReplyDeleteNext part kab aayega