Behind the story of भोली खुशी part-378
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-378 |
लाडो अंदर गयी तो हर कोई राहुल को ही घूर रहा था | राहुल किसी की भी परवाह ना करते हुए अपने लाल हो चुके गाल को आईने में देख रहा था |
“क्या था वो सब...?” शर्मा राहुल पर भड़कते हुए बोला |
“क्या था...?” राहुल शर्मा को देखते हुए उल्टा सवाल करता है |
“तूने उन लोगो को पिटवाया...?” बड़े लडके ने थोडा डरते हुए सवाल किया |
“मैं किसी को कैसे पिटवा सकता हूँ...?” राहुल बड़े लडके को देखते हुए “उल्टा उन्होंने मुझे मारा |”
“सबने देखा...|” दूसरा लड़का भी थोड़ी झिझक के साथ बोला |
“क्या देखा...?” राहुल दूसरे लडके को देखते हुए “मुझे मारा खाते ही ना...?”
“वो...?” दूसरा लड़का राहुल का वो look याद करते हुए सवाल करता है |
“वो तुझे क्यों मार रहा था...?” शर्मा ने बात को बदल दिया |
“मैं सुबह उनसे एक लड़की को बचाने के लिए police से उनकी शिकायत की थी...|” राहुल ने बोला |
“अंकल, मैं चा लू सु...|” लाडो ने मुस्कुराते हुए शर्मा से बोला |
“ठीक है बेटी...|” शर्मा ने लाडो का सामना लाने का इशारा किया |
सोनम अभी भी राहुल को देख रही थी | लाडो सामान ले चली बाहर निकल गयी |
“तुम सब क्या एक-दूसरे का मुहं देख रहे हो...?” शर्मा जमा भीड़ को डांटते हुए “जाकर अपना काम करो...|”
हर कोई इधर-उधर हो गया | तब सोनम को एक ख्याल आया, वो झटके से बाहर देखती हुई उस तरफ चल दी |
“अब तू कहाँ जा रही है...?” शर्मा ने कड़क आवाज में बोला |
“Just a minit...|” कहते हुए सोनम बाहर चली गयी |
“मुझे को ना पता था, राहुल जी इतने खरतणाक से...?” लाडो आते हुए सुनीता से बोली |
“के हुया...?” सुनीता को थोड़ी बैचेनी हो गयी |
“ऐसा सफाई ते झूठ बोल्या...|” लाडो चलते हुए बोल रही थी |
“Excuse me...|” तभी पीछे से सोनम की आवाज आयी |
दोनों उस तरफ मुड़ी तो कुछ बोलने से पहले ही सोनम सुनीता को पहचान गयी | उसका मुहं खुला रह गया |
“आप कुछ बोल री थी madam...?” लाडो ने सुनीता को देखती सोनम का ध्यान तोड़ा |
“आआअप...!!!” अपने कांपते गले के साथ सोनम सुनीता की तरफ इशारा कर रही थी |
“Future सुनीता ठाकुर हूँ...|” सुनीता के खुद सोनम को words दे दिए |
“आप यहाँ और वो सब...?” सोनम गलती से पूरे सीन को सुनीता के साथ जोड़ रही थी |
“दोस्त की shopping करने आयी थी और उस सबके बारे में मुझे कुछ नही पता...|” सुनीता ने सीधे तौर पर बोला |
“राहुल जी को आपने यहाँ पर रखवाया है right...?” सोनम राहुल से पूछे जाने वाले सवाल सुनीता से पूछ रही थी |
“नही, मुझे नही पता था, वो यहाँ है...|” कहते हुए सुनीता ने राहुल को बाहर निकलकर दूसरी तरफ जाते देखते हुए बोला |
“आपको सच में बुरा नही लगा, उनके साथ यहाँ जो भी हुआ...?” सोनम वापिस सुनीता का ध्यान खींचते हुए “I meen इतना rich kid और सबके साथ इतनी inselt...?”
“राजा का बेटा होने से कोई भी राजा नही बनता...|” सुनीता सोनम की confuse आँखों को देखते हुए “हाथो में उसकी तलवार उठाने की ताकत भी होनी चाहिये...|”
“मतलब...?” सोनम ने पूछा |
सुनीता सोनम के सवाल का जवाब ना देकर अपने रास्ते चल दी | सोनम खाली खड़ी सोचती रही |
“मजे तो यो छोरी कुछ गडबड लागे स....|” लाडो साथ चलकर सोचती सुनीता से “कुछ जादा (ज्यादा) ही पूछताछ कार (कर) री थी राहुल जी के बारे में...|”
सुनीता ने कोई जवाब नही दिया | तभी अगले ही पल उसके कदम रुक गये | राहुल अपने लाल गाल के साथ दूसरी shirt के साथ पेंट में हाथ दिए उसके सामने खड़ा था |
“मैं लालकिले पे थारा इंतजार कारुंगी...|” कहते हुए लाडो राहुल को देख मुस्कुराती हुई वहाँ से निकल गयी |
अगले ही पल सुनीता टपकती आँखों के साथ लपककर राहुल के गले लग गयी | राहुल एक संतुष्टि के साथ उसे जकड़ लेता है |
“ये सब मेरी वजह से हो रहा है...|” सुनीता ने रोते हुए बोला |
“यही तो मेरी लिए lucky बात है...|” राहुल सुनीता की कमर को सहलाते हुए “ये सब तुम्हारी ही वजह से हो रहा है...|”
“आप ये सब छोड़कर चले जाओ राहुल...|” सुनीता राहुल से अलग होकर “ये जगह बहुत गंदी है...|” शायद अब सुनीता की समझदारी side में हो गयी थी |
“और तुम्हें क्या लगता है, यहाँ से जाने के बाद कहाँ जाऊंगा...?” राहुल ने हल्की सी मुस्कान के साथ सुनीता के आंसू पौछे |
सुनीता ने जवाब नही दिया |
“मैंने अपनी कमाई से कुछ पैसे जोड़े है...|” राहुल सुनीता को देखते हुए “चलो तुम्हें shopping कराता हूँ...|”
“नही, मैंने सामान ने लिया...|” सुनीता राहुल के पैसे खर्च नही कराना चाहती थी |
“ये मेरी अकेले की पहली कमाई है, मैं चाहता हूँ तुम पर खर्च करूं...|” राहुल हल्की सी मुस्कान के साथ “May be मुझे feel हो, मैं तुम्हारा खर्च अपने दम पर भी उठा सकता हूँ...|”
सुनीता भी गर्दन झुकाकर हंसने लगी |
“Mom-dad के बाद मैंने तुम्हें बहुत miss किया...|” राहुल ने सुनीता को फिर से देखा |
“मैं तो हर पल करती रहती हूँ...|” सुनीता फिर से राहुल के गले लग गयी |
दूसरी तरफ हाथ में चाकू के साथ खुशी kitchen में खड़ी राशि को देख रही थी |
“अब क्या मारने का मुड़ है...?” राशि ने खुशी पर ध्यान ना दे खाना बनाने में ध्यान दिया |
“आप मेरी असली mom नही है...|” खुशी ने बोला |
“काश ये सच होता...|” राशि ने खुशी की बातों पर ध्यान ना देते हुए “मैं भी एक समझदार बेटी की माँ होती |”
“Mom...!!” खुशी फिर से थोड़ा गुस्से में बोली |
“मेरा सर मत खा, किसी दूसरे पर try कर...|” राशि ने खुशी को बाहर जाने का इशारा किया |
“देखा...|” खुशी गर्दन हिलाती हुई “अगर आप मेरी असली mom होती तो मुझे बोलती, ‘तुझे दिखता नही, तेरा पति घर पर आया है, उसके लिए खाना बनाने की जगह ऐसे ही घुमती फिर रही है’...|” खुशी कड़क आवाज में “मगर नही, आप तो...|”
“अगर तुझे बेमतलब की समाज सेवा करने से फुर्सत मिल जाती तो मैं तुझे ये काम भी जरुर सिखाती...|” राशि ने उसकी तरफ घूमते हुए जवाब दिया |
“Mom...!!” खुशी चाकू side में रख बच्चो की तरह पैर पीटने लगी |
“पागल है क्या...?” राशि थोड़ा गुस्से में उसे रोकते हुए “पेट में बच्चा है और खुद बच्चे जैसी हरकते कर रही है...|”
“मुझे भी खाना बनाना सीखना है...|” खुशी ने फिर से जिद की |
“ये कोई जादू की पुड़ियाँ नही है, जो चुटकी बजाई और खाना बनाना आ गया हो गया...|” राशि खाने की तरफ इशारा करते हुए “सालों की महेनत लगती है...|”
“मुझे भी आता है, बस थोड़ा ऊपर नीचे हो जाता है...|” खुशी को New York वाली घटना याद आ गयी |
“ये थोड़ा ऊपर नीचे ही बहुत होता है, पति की आँखों में प्यार या गुस्सा देखने के लिए...|” राशि ने आगे बोला |
“Mom...|” खुशी वापिस मुड़ चुकी राशि को पीछे से बाँहों में भरते हुए “मुझे विराट के लिए अपने हाथों से कुछ बनाना है, जिससे वो खुश हो जाये...|”
“वो तो तुझसे always खुश ही रहता है...|” राशि उसके सर पर मारते हुए “तू ही अपने दिमाग की वजह से परेशान रहती है...|”
“Mom, मुझे भी वो feeling चाहिये, जो पति को अपने हाथ से बनाये खाने से आती है...|” खुशी राशि को खाना बनाता देखती हुई “जो आप feel करती है...|”
राशि मुस्कुराने लगी |
“बताइये ना...?” खुशी ने राशि को हिलाया |
“क्या बताउं...?” राशि थोडा हैरानी में “चाय बना ले...|”
“Good idea...|” खुशी ने बोला |
“क्या हो रहा है, मम्मी और बेटी के बीच...?” तभी पीछे से चेतना वहाँ टपक गयी |
“तूने कोई sencer लगाया हुआ है क्या...?” खुशी उस पर भड़कते हुए “जब भी विराट यहाँ आता है, तू टपक पडती है...?”
“क्या, विराट आया है...?” चेतना अपने बाल ठीक करती हुई “कहाँ है...?” चेतना बाहर की तरफ चल दी |
“ऐ...!!!” खुशी ने फिर से चाकू को उठा लिया था |
“क्या...?” चेतना बाहर की तरफ चलते हुए “तेरा पति है तो क्या कोई उसे देखकर आहें भी नही भर सकता क्या...?”
“Mom देखो ना इसे...!!!” खुशी ने राशि से शिकायत की |
“चेतना, जब तुझे पता है, ये विराट के लिए so cold sencetiv है, तो क्यों छेड़ती है...?” राशि ने भी थोड़ा मजाक लिया |
“Mom, आप भी मेरा मजाक ले रही है...?” खुशी ने फिर side में चाकू फेंक दिया |
“अब तू काम ही ऐसे करेगी तो सब मजाक लेगे ही...|” राशि फिर से खुशी की तरह घुमती हुई “दुनियाँ में हर लड़की विराट को देखेगी तो क्या सबको मार डालेगी...?”
“हाँ...|” खुशी ने कहने में जरा सी भी हिचक नही दिखायी |
“तो फिर जलती रह ऐसे ही...|” चेतना खुशी को कहने के साथ “विराट, विराट कहाँ हो...?”
“मैं तुझे मार डालूंगी...|” खुशी फिर चाकू के साथ उसके पीछे चली गयी |
राशि मुस्कुराती हुई खाना बनाती रही |
रात के time कुनाल सोफे पर बैठा हुआ कुछ office के काम निपटा रहा था और राशि नौकरों से थोड़ा साफ़ सफाई करा रही थी | बची खुशी, तो वो फिर से विराट को call लगाने में busy थी |
“परेशान मत हो, 2 घंटा पहले मेरी बात हुई थी विराट से...|” कुनाल मुस्कुराते हुए “उसकी meeting थोड़ा देर तक चलने वाली थी |”
“2 घंटे पहले बात हुई थी ना...?” खुशी थोड़ा गुस्से में “2 घंटे में तो exame खत्म हो जाते है, ये तो boring से meeting थी...|”
“आ जायेगा, तू अपना काम कर...|” राशि ने खुशी के सर पर मारते हुए बोला |
“Mom, late होने से खाना ठंडा हो जायेगा...|” खुशी ने बोला |
“क्या बात है, आज खाने की बड़ी tension हो रही है...?” कुनाल खुशी को देखते हुए बोला |
“क्योंकि इसने आज विराट के लिए अपने हाथो से कुछ बनाया है...|” राशि ने सोफे पर बैठते हुए बोला |
“अच्छा जी, पति के लिए इतनी महेनत, कभी इन बूढ़े माँ-बाप के लिए भी कुछ कर लिया करो...?” कुनाल ने बोला |
“Mom बनाती है ना आपके लिए...?” खुशी ने बोला |
“क्या तुम्हारी mom का ही फर्ज है मेरे लिए खाना बनाना...?” कुनाल file बंद करते हुए “तुम कुछ नही करोगी...?”
“कब मैं अच्छे से सीख जाउंगी, आपके लिए भी बना दूंगी...|” खुशी ने उतरती सी आवाज में बोला |
“लोग सही बोलते है, अपने सुख को देखकर बच्चे बदल जाते है...|” कुनाल बोला ही था |
कोमल के साथ विराट ने entry ले ली |
“इतनी देर क्यों कर दी आने है...?” खुशी ने बिना कुछ सोचे-समझे छूटते ही बोला |
विराट खुशी को देखने के साथ कुनाल और राशि को देखने लगा | दोनों ने उसे It’s ok का इशारा कर दिया |
“वो...|” विराट ने जवाब देने के लिए जैसे ही मुहं खोला |
“ऐसी भी क्या meeting हो गयी, जो 4 घंटे चल गयी...?” खुशी ने आगे बोला |
“Meeting तो 2 घंटे में ही खत्म हो गयी थी...|” कोमल ने खुशी के गुस्से में आग में घी डालने वाली बात बोल डाली |
अब खुशी का गुस्से में लाल चेहरा हर कोई देख सकता था |
“एक meeting Delhi के traffic से भी तो करनी पडती है ना...?” विराट ने कोमल को घूरते हुए बोला |
“जल्दी fresh होकर आओ, मैं खाना लगाती हूँ...|” खुशी kitchen की तरफ चल दी |
“खाना...|” कोमल बोलने लगी |
खुशी के पैर रुक गये और चेहरा विराट की तरफ घूम गया |
“खाना है ना...|” विराट कोमल के पीछे से बाल खींचते हुए “ये मुझे दो बार बोल चुकी है...|”
“हाँ-2...|” कोमल अपनी गर्दन सीधी करती हुई “मुझे बहुत भूख लगी है तो..|”
खुशी kitchen की तरफ चल दी |
“तुम्हारी जीभ कुछ ज्यादा ही हिल रही है...?” विराट ने कोमल को घूरा |
“Sorry sir...|” कोमल ने धीरे से बोला |
“कोमल, तुम भी जाकर fress हो जाओ...|” राशि ने बोला |
कोमल वहाँ से खिसक गयी |
“Sorry विराट बेटा...|” कुनाल उठते हुए “खुशी की वजह से तुम्हें जो भी परेशानी होती है...|”
“ये ऐसे ही मुझे परेशान करती रहे, मेरी पूरी life कट जाएगी...|” विराट एक संतुष्टि भरी साँस छोड़ते हुए “इसका serious होना मुझे tension देता रहता है...|”
अब तीनों की नजर खुशी पर थी, जो नौकरों से table पर खाना लगवा रही थी |
“मैं fress होकर आता हूँ...|” कहते हुए विराट room की तरफ बढ़ गया |
खाने के table पर राशि, कुनाल, कोमल और विराट खुशी को देख रहे थे, जो सबको खाना serv कर रही थी |
“बैठ जाओ, नौकर कर लेंगे...|” राशि ने बोला |
“आपको कोई problem है, मैं खाना दे रही हूँ तो...?” खुशी ने थोड़ा कड़क आवाज में बोला |
“वैसे आज तुम इनती activity क्यों कर रही हो...?” विराट ने सवाल को घुमाकर पूछा |
“मेरा मन कर रहा है, इसलिए...|” खुशी ने एक special plate विराट के सामने रख दी |
“Ok...|” अपने सामने ढकी एक plate को देखते हुए विराट ने बोला |
“लगता है, आज किसी ने किसी के लिए कुछ special बनाया है...?” कुनाल ने जानबुझकर बोला |
“Dad...!!!” खुशी अपना मजाक नही उडवाना चाहती थी |
“Really...?” विराट को खुशी का New York वाला खाना बनाना याद आ गया |
“वैसा नही है, मैंने खुद test किया है...|” खुशी विराट का ध्यान तोड़ते हुए थोड़ा शर्माते हुए बोली |
“उसमे भी कोई problem नही थी...?” विराट खुशी को देखते हुए जैसे ही tray हटाता है |
“चाय...?” कोमल ने बोला |
विराट फिर से कोमल को देखने लगा | कोमल अपने खाने पर ध्यान देने लगी |
“इसे तुम्हारे लिए कुछ बनाना था, जो सच में testy हो तो...|” राशि चाय की तरफ इशारा करते हुए “इसे जल्दी और shot तो कुछ नही हो सकता ना...?”
“Wow...|” विराट फिर से खुशी को देखते हुए चाय test करता है |
“कैसी है...?” एक simple लड़की की तरह आँखों में भर-2 के जिज्ञासा लिए खुशी ने धीरे से पूछा |
“तुम्हारी तरह, सबसे अलग...|” विराट एक संतुष्टि के भाव लिए खुशी को देखता है |
इस पूरी दूनियाँ में खुशी को जो चीज सबसे ज्यादा कीमती थी, वो इस time विराट के चेहरे पर थी |
“अगर romance करना है तो अपने room में जा सकते हो, वरना खाना खाया जाये...?” राशि ने उन दोनों का ध्यान थोड़ा |
“Sorry...|” विराट ने अपनी plate में खाना डाल लिया |
“अब तो बैठ जाओ महारानी...?” राशि ने खुशी को घूरा |
खाने को देखकर विराट का चेहरा साफ बता रहा था, वो पहले ही full था, but खुशी का मन रखने के लिए उसने जैसे ही पला निवाला मुहं में डालना चाहा, उसका mobile बजने लगा | खुशी कुछ बोलती, उससे पहले ही उसका, कोमल, राशि, कुनाल, घर के सारे mobile एक साथ बजने लगे |
“घर से call है...|” विराट ने अपने mobile को देखकर बोला |
“मुझे भी...|” बाकी सबके मुहं से भी यही word निकाला |
“Yes dad...?” विराट ने call pick की तो सारे mobile शांत हो गये |
बाकी सब विराट को देख रहे थे | अगले ही पल विराट झटके से उठ गया, उसके सामने की plate भी उलट गयी, मगर उसे कोई फर्क नही पड़ा था | बाकी सब उठते हुए एक अलग ही नजारा देख रहे थे | विराट काँप रहा था |
“गौरव ने किया...?” विराट के मुहं से निकला |
खुशी बड़ी होती आँखों के साथ विराट को देखने लगी |
To be continue…I hope you all like this story Love story, Behind the story of भोली खुशी part-378. So reader, Please comments and share this story with you friends and family and add your valuable thoughts to….!!!
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-378
Reviewed by Mr.Singh
on
November 22, 2020
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