Behind the story of भोली खुशी part-379
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-379 |
एक अपराधी की तरह गौरव New York में घर के हाल में बीचो-बीच खड़ा था | नरेश अपने सीने पर हाथ रख सोफे पर, कृष्णा लगातार बज रहे mobile को handle करने में और गहरी सोच के साथ तुषार गौरव के सामने खड़ा था |
“एक बार ये सब करने से पहले सोच तो लिया होता...?” नंदनी नरेंद्र के कंधे पर हाथ रखे खड़ी हुई बोली |
“इतने सालों से सोचने के अलावा किया ही क्या है...?” गौरव बोला |
“जुबान लडाता है...?” नरेंद्र गुस्से में उसे मारने के लिए उठा |
“नरेंद्र...!!!” तुषार पहले ही गुस्से में था |
नंदनी ने नरेंद्र को पीछे खींच लिया |
“अब जो हो गया, सो हो गया...|” बिल्लों तुषार के बगल में खड़ी हुई “आगे क्या करना है, वो सोचो, इतने बड़े सुनामी को कैसे रोके...?”
“उससे पहले ये तो पता चले, इसने ये सब किया कैसे...?” तुषार ने गौरव को घूरा |
गौरव तुषार को देखते हुए अपनी यादों में चला गया |
Amrica के हवाई में airport पर एक गाड़ी आकर रुकी | झुकी हुई गर्दन, घर वालो के ताने, भाई-बहनों के तिरस्कार ने शायद उसे पूरी तरह से तोड़ दिया था |
“तेरे पास अभी भी time है अपनी इस झुकी गर्दन को उठाने का...|” 2 मिनिट बाद तरुण ने airport के अंदर जाती भीड़ को देखते हुए सवाल किया |
गौरव की तरफ से कोई जवाब नही आया |
“Life में हमारे लिए क्या important है, ये हम decide करने के लिए पूरी life लगा देते है, but...|” तरुण फिर से गौरव को देखते हुए “हमारे लिए क्या सही है, ये life ही decide करती है...|”
अपने आवेश को ना सभाल पाने की वजह से गौरव दरवाजा खोल बाहर निकला, अपना बैग उठाया और airport के अंदर जाने लगा |
“तू लात मारने के ही लायक है...|” गुस्से में तरुण ने चिल्लाते हुए बोला |
गौरव बिना सुने चला गया | तरुण के गाड़ी को start किया और निकल गया |
अपने गुस्से के साथ हाथ में ticket लिए गौरव ने airport के अंदर entry ली, और सबके ताने मन में घूमता हुआ लोगो की भीड़ में खड़ा flights chart को देखने लगा | New York की flight 2 घंटे बाद की थी, जिसके लिए announcement हो रहा था, उसमें राहुल का नाम show हो रहा था | गौरव का New York जाना बहुत जरूरी था, उसका बाद भी गौरव inquiry counter पर पहुंच गया |
“May I help you...?” सामने खड़ी लड़की ने मुस्कुराते हुए सवाल किया |
“Yeah, can you tell me, when is the next flight to Paris...?” गौरव ने सवाल किया |
“After 3 hours sir...|” लड़की ने बोला |
“Thanks...|” कहते हुए गौरव जाकर waiting room की तरफ बढ़ गया |
गुस्से से भरे गौरव ने जाकर एक chair पर अपना बैग रखा, उसमें से laptop निकाला और घर से आये मम्मी के call को cut कर mobile switch off कर लिया |
“कैसे हो गौरव...?” तभी उस अंजान जगह पर किसी ने गौरव का नाम पुकारा |
माथे पर अजीब सी लकीरों के साथ गौरव ने सामने बगल में देखा तो, आँखों पर चश्मा, गोद में 8 से 9 महीने का बच्चा लिए एक लड़की उसे देखकर मुस्कुरा रही थी |
“उज्वल...?” गौरव अपने पूरे दिमाग पर जोर डालने के साथ “तुम उज्वल हो ना, देहरादून में मेरी ही class में पढ़ती थी...?”
(उज्वल, देहरादून के college में गौरव ने जिस लड़की के mobile से कुछ ऐसे virus निकाले थे, जिससे कोई भी लड़की suicide कर सकती थी)
“क्या बात है...?” उज्वल अपने बच्चे को हिलाती हुई “मुझे तो लगा, इतना rich kid मेरे जैसी मामूली सी लड़की को क्या पहचानेगा...?”
“ऐसा कुछ नही होता...|” गौरव अपनी current हातल को देखते हुए “सब नजरिये की बात है, खैर, तुम यहाँ कैसे...?”
“Final year होने के साथ ही घरवालों ने शादी कर दी और अब मैं यहाँ हूँ...|” उज्वल सोचते हुए “उस घटना के बाद मैंने फिर से प्यार-व्यार का risk नही लिया...|”
“और अब शादी के बाद क्या...?” गौरव बच्चे को देखते हुए “बच्चे, घर, house wife...?”
“नही ऐसा नही है...|” उज्वल मुस्कुराते हुए “मेरे husband का food supply का business है, यहाँ हवाई में और मैं अपने fashion design के course का फायदा उठाकर हवाई के सबसे largest बुटीक में से एक को चला रही हूँ...|
“Congress...|” गौरव ने मुस्कुराते हुए बोला |
“तुम यहाँ घुमने आये थे क्या...?” उज्वल ने गौरव से सवाल किया |
“नही, वो हमारा fishing का business है तो...|” गौरव ने अपने ऊपरी मन से बोला |
“पता है, जब मैं अपने छोटे से घर में थी, तो always सोचती थी, ये अमीर लोग कितनी ऐश लेते होंगे, यहाँ जाना, वहाँ जाना, इतनी शानदार गाड़ी, plans...|” उज्वल गौरव को देखते हुए “अपने husband को देखकर, तुम्हें देखकर पता चल रहा है, कितनी महेनत लगती है पैसा बनाने और उसे सभालने में...|”
गौरव उज्वल की बातों पर सोच रहा था |
“मेरे भी मन में था, खुद अपना fashion का business खड़ा करूं, अपनी महेनत से, ये शादी-वादी बाद में देखी जाएगी...|” उज्वल सोचकर मुस्कुराती हुई “जब मेरे लिए ये रिश्ता आया, एक रात बैठे मैंने सोचा, जब मेरे सामने पकी-पकाई खरी रखी है, तो मैं क्यों अपनी life के कीमती 10 साल उतना कुछ बनाने में खर्च कर दूँ, जितना मुझे अभी मिल रहा है, ऊपर से शादी की उम्र, घरवालो के ताने...?”
राहुल ध्यान से उज्वल की बातें सुन रहा था |
“ये रहे तुम्हारे लिए छोटे towel...|” तभी एक लड़का उज्वल को कुछ towel देता है |
“ये कार्तिक है...|” उज्वल उठती हुई गौरव से “मेरे husband और कार्तिक ये...|”
“Oh my god...|” कार्तिक अपने मुहं पर हाथ रखते हुए “गौरव ठाकुर, इंसानों को टेक्नोलॉजी की नयी दुनियाँ ने जाने वाले योद्धाओ में से एक...?” कार्तिक गौरव की तरफ हाथ बढ़ाकर उज्वल से “तुम इन्हें कैसे जानती हो...?”
“हम दोनों देहरादून के college में साथ में पढ़ते थे...|” गौरव ने जवाब दिया |
“मतलब आप उज्वल के friend हो...?” कार्तिक ने थोड़ा उत्सुकता के साथ बोला |
“Yes...|” गौरव ने जवाब दिया |
“The Thakurs हवाई में जो fishing business करता है, वो खाली हवाई के south में ही fishing करके एक ही तरह की fish क्यों पकड़ता है, हवाई के चारों तरफ हजारों तरह की fish ही, उन्हें भी पकड़ो, ताकि हमें भी दूसरी fish थोड़ा सस्ती मिल जाये...|” कार्तिक ने बोला |
“कार्तिक...!!!” उज्वल ने उसके हाथ पर मारा |
“I’m jocking, but it’s true...|” कार्तिक गौरव से “The Thakurs हवाई में है, तो हम जैसो की shops चल रही है, वरना तो...|”
तभी India की flight का announcement हो गया | तीनों उस तरह देखने लगे |
“फिर मिलेगे गौरव...|” उज्वल ने बोला |
गौरव ने हाँ में सर हिला दिया |
“मैं इसको छोडकर आता हूँ, आपसे कुछ बातें करनी है...|” कार्तिक सामान ले जाते हुए बोला |
“अब चलो भी...|” उज्वल ने उसे आगे धकेलते हुए “Thanks गौरव, for everything...|”
गौरव हल्की सी मुस्कान के साथ उज्वल को bye करता हुआ उसकी बातों पर गौरव करता हुआ वापिस बैठकर सोचने लगा | 5 मिनिट बाद उसने अपने laptop पर The Thakur के fishing business की details निकाल ली | 20 मिनिट तक गौरव का दिमाग ऐसे ही details में घूमता हुआ अंदर, और अंदर, और अंदर जाता चला गया | मगर 20 मिनिट के बाद अचानक गौरव का हाथ laptop पर रुक गया | उसकी आँखे, सांसे, आस-पास क्या हो रहा है, सब मानों गौरव के लिए बेमतलब हो गये थे | गौरव के laptop पर तरुण की photo और उसकी property की details थी |
“इसके पास इतनी property कैसे आ गयी...?” अब गौरव का computer वाला दिमाग चालू हुआ था |
अगले 15 मिनिट के बाद जब पूरी details गौरव के सामने खुली तो, वो अपना सर पकड़कर हंसने लगा |
“Are you ok...?” बगल में बैठी एक औरत ने सवाल किया |
गौरव अपने सर में laptop मारते हुए हंस रहा था | हर कोई उसे किसी पागल की तरफ देख रहा था |
“साला हमारा ही खाता है और हमारी ही थाली में छेद भी करता है...?” गौरव अपनी हंसी रोककर फिर से laptop को देखता हुआ कुछ बटन दबाने के बाद झटके से रुक गया |
मानों उसे heart attack आ गया हो | शायद कोई idea था, जो उसके दिमाग में आकर रुक गया था | उसने जल्दी से mobile निकाला और एक number dial किया | पेरिस में उसके साथ room में एक लड़की के साथ लिपटा-चिपटी कर रहा था | तभी उसका mobile बजने लगा, मगर उसने ध्यान नही दिया |
“Come on, pick up...!!” गौरव बैचेनी में अपना पैर थफथफा रहा था |
दूसरी बार फिर से mobile बजा, तो लड़की ने खुद ही लडके को अलग कर दिया |
“क्या है...?” लड़का call pick करते हुए “अब क्या चैन से साँस भी नही लेने देगा...?”
“क्या तू मेरा एक काम कर सकता है...?” गौरव ने बोला |
“मुझे कोई interest नही है, phone रख...!!!” लड़का चिल्लाया था |
“1 million dollar दूँ, तो भी नही...?” गौरव ने आगे बोला |
“क्या करना है...?” पास आती लड़की को दूर धक्का देते हुए लड़का बोला |
“तू हवाई के shipping opreting system को hack कर सकता है...?” गौरव अपने laptop पर देखते हुए “अभी...?”
“तुझे उस फालतू से system से क्या करना है...?” लड़का computer पर बैठ गया था |
“कर सकता है या नही...?” गौरव ने बोला |
“5 मिनिट का काम है...|” लडके ने अपने हाथ बड़ी तेजी से computer पर चलाये |
गौरव wait कर रहा था |
“ये तो आसान था, हो गया...?” लडके ने enter मारते हुए “अपने laptop पर देख...|”
“Thanks...|” कहते हुए गौरव call cut करने लगा |
“Thanks को रख अपने पास, मेरे 1 million...?” लड़का बोला |
“कल तक मिल जायेगे...|” गौरव ने कहते हुए call cut कर दी |
“अब देखते है, किसका business डूबता है, किसका नही...?” गौरव ने तेजी से हाथ चलाये और laptop बंद करते हुए New York जाने वाली flight में हो रही अपने नाम की announcement को सुन आगे बढ़ गया |
इस time गौरव के मुहं पर एक जीत वाली मुस्कान थी |
फिर से बजे रहे mobile ने सबका ध्यान तोड़ दिया |
“हवाई के सेनिटर की call है भाईसाहब...|” कृष्णा ने तुषार से बोला |
“उनसे अच्छे से बात करो, और कोई मेरी विराट से बात कराओ....!!!” तुषार चिल्लाया |
अगले ही पल घर के सभी ने विराट को call लगा दी |
“उसने pick कर लिया...|” बिल्लों ने तुषार का mobile उसके हाथ में थमा दिया |
“विराट...|” तुषार एक साँस छोड़ते हुए “तुम्हें इसी time वापिस आना होगा, पूरा हवाई का समुंद्र अब हमारे पास है...|”
अगले ही पल विराट झटके से उठ गया, उसके सामने की plate भी उलट गयी, मगर उसे कोई फर्क नही पड़ा था | बाकी सब उठते हुए एक अलग ही नजारा देख रहे थे | विराट काँप रहा था |
“गौरव ने किया...?” विराट के मुहं से निकला |
“हाँ...|” तुषार अपने सर पर हाथ रखते हुए “इस पागल ने वहाँ की दूसरी fishing companies के systems में समुंद्र के उन zone को add कर दिया, जहाँ पर जाना मना है, सबके license cancel हो गये |”
“कितने का business होगा...?” विराट का हाथ भी अपने सर पर चला गया |
“450 billion...!!!!” तुषार ने बोला |
एक तरफ विराट तो दूसरी तरफ सामने खड़े गौरव की आँखे फटी रह गयी...|
To be continue…I hope you all like this story Love story, Behind the story of भोली खुशी part-379. So reader, Please comments and share this story with you friends and family and add your valuable thoughts to….!!!
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-379
Reviewed by Mr.Singh
on
November 23, 2020
Rating:

Wow. Amazing part
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