Behind the story of भोली खुशी part-133

रूचि और चेतना की आँखों के भाव और आवाज में मौजूद घमंड से खुशी ने अनुमान लगा लिया था पीछे संजना (Marketमें बडकी के फूल कुचलने वाले लड़के की girlfriend ) खड़ी थी |
“लगता
है
पिछली
बार
की
meeting
ने
काफी
कुछ
change
ला
दिया
है
तुम्हारे
अंदर....?”
अपने
बालो
की
लटों
को
पीछे
करते
हुए
संजना
ने
बोला
|
विराट एक नयी मुसीबत का अंदाजा लगा रहा था | टीना गुस्से और हैरानी में संजना को देख रही थी | एक तरफ जहाँ संजना के चेहरे पर सालो के लड़ने का experiences दिख रहा था तो दूसरी तरफ खुशी अपने नये जोश और उमंग के साथ खड़ी थी |
“तुम
time
से
नही
आ
सकती...?”
अंजली
ने
उन
दोनों
की
तरफ
आते
हुए
संजना
को
डाटा
|
“तुम
भी
तो
timing
थोड़ी
late
कर
सकती
हो
?”
संजना
ने
उसी
लहजे
में
अंजली
को
जवाब
दिया
|
“What’s happening
here...?” प्रेम ने
बहस
को
आगे
बढ़ने
से
पहले
ही
रोक
दिया
|
“Nothing sir...|” अपने
गुस्से
को
नकली
मुस्कुराहट
का
चोला
पहनाते
हुए
संजना
बोली
|
“तुमने
अपने dialog
याद
कर
लिया
है
ना...?”
प्रेम
ने
script
को
देखते
हुए
पूछा
|
“Yes sir...!!” खुशी
पर
नजरे
मारती
संजना
“मेरा
एक
–
2 word सामने वाले
को
चीरकर
रख
देगा
|”
“Control your
self...|” प्रेम एक
कडक
नजर
से
उसे
देखकर
“अभी
पता
चल
जायेगा
कितनी
बड़ी
champion
हो...|”
प्रेम light man
को
इशारा
करने
के
बाद
खुशी
से
“और
तुम....?”
खुशी
और
संजना
में
आँखों
की
जंग
चल
रही
थी
बस
फर्क
इतनी
था
संजना
real
world में रहकर दिमाग
से
तो
विराट
के
प्यार
में
मदहोश
होकर
खुशी
दिल
से
लड़
रही
थी
|
![]() |
love story, Behind the story of भोली खुशी part-133 |
“अगर तुम्हारी लड़ाई पूरी हो गयी हो तो वापिस यहीं आ जाओ....?” प्रेम ने खुशी का ध्यान तोड़ दिया |
“Yes sir...?” खुशी
ने
चौंकते
हुए
पूछा
|
संजना
मुस्कुराती
हुई
दूसरे
कोने
की
तरफ
बढ़
गयी
और
प्रेम,
खुशी
को
घूरते
हुए
पीछे
चल
दिया
|
“Be ready in 5
mints....|” अंजली प्रेम
के
पीछे
चल
दी
|
प्रेम,
गुस्से
में
शिकायत
भरी
नजरों
के
साथ
खड़ी
टीना
को
देख
रहा
था
|
“Sir....|” खुशी
ने
जाते
प्रेम
को
रोक
दिया
|
“Yes....?” प्रेम
उसकी
तरफ
घुमा
|
“Sir ये
अचानक
सरगम
का
रोल...?”
खुशी
ने
words
को
रोक
लिया
|
Same सवाल,
टीना
के
मन
में
भी
था
|
प्रेम
ने
एक
सवाल
भरी
नजरों
से
खुशी
को
देखा
|
“I mean....|” खुशी
शब्दों
को
बदलती
हुई
“संजना
को
ये
रोल
देना...?”
“ये रोल किसी को तो देना ही था |” प्रेम बात को normally लेते हुए “तो संजना को दे दिया |”
“Sir क्या
सरगम
के
रोल
ले
लिए
संजना
prefect
है...?”
खुशी
को
थोड़ा
खुद
पर
घमंड
हो
गया
था
|
“She is national
champion in art and drama....|” प्रेम
थोडा
आगे
झुककर
खुशी
की
आँखों
से,
उसके
दिल
पर
चोट
करते
हुए
“Now
you tell, are you able to do this roll front of her...?”
प्रेम
मानों
गेंद
और
सवाल
वापिस
खुशी
के
पाले
में
डाल
आगे
बढ़
गया
|
टीना
को
बिना
पूछे
उसके
सवाल
का
जवाब
मिल
रहा
था,
अपने
ख्यालों
में
खोयी
खुशी
वापिस
विराट
को
देखती
हुई
रूचि
और
चेनता
के
पास
आकर
खड़ी
हो
|
दोनों
संजना
की
बुराई
कर
रही
थी,
पर
खुशी,
प्रेम
के
words
में
उलझी
हुई
थी
|
![]() |
love story, Behind the story of भोली खुशी part-133 |
“तू ठीक है...?” टीना ने आकर खुशी ध्यान तोड़ दिया |
“मत
कर...|”
टीना
खुशी
के
बाल
ठीक
करती
हुई
बोली
|
खुशी,
झटके
से
टीना
को
देखने
लगी
|
“ये
play
के
बहाने
तुझसे
बदला
लेगी,
घुटन
से
अच्छा
है
यहाँ
से
निकल
जाना
|”
टीना
ने
खुशी
की
आँखों
में
देखा
|
“तुम
मुझे
हार
जाने
के
लिए
बोल
रही
हो...?”
खुशी
ने
हैरानी
में
टीना
को
देखा
|
“Look.....|” टीना
समझा
रही
थी
|
“अगर
इतनी
सी
बात
के
लिए
मैं
पीछे
हट
जाऊं
तो
सब
क्या
सोचेंगे
मेरे
बारे
में...?”
खुशी
ने
टीना
की
आँखों
में
देखा,
पर
उसका
सीधा
सा
इशारा,
विराट
की
तरफ
था
|
पहले
ही
विराट,
खुशी
को
serious
नही
लेता
था,
अगर
वो
अब
पीछे
हट
जाती
तो,
उसकी
आगे
की
life
के
लिए
ये
बहुत
बड़ा
खतरा
होना
था
|
“और अगर नही हटी तो, खुद के बारे में सोचना छोड़ दोगी...|” टीना के words खुशी को समझाना और warning एक साथ दे रहे थे |
“तुम
ready
हो...?”
अंजली
ने
टीना
से
बात
करती
खुशी
से
पूछा
|
“No....|” टीना
ने
दबाव
के
साथ
पूछा
|
खुशी उसकी ही उलझन में उलझे विराट पर नजरे मार, hall के बीचो–बीच आकर खड़ी हो गयी | संजना भी अपने बालों को ठीक कर dialogs पर नजर मार, उसके सामने आकर खड़ी हो गयी | टीना ने अब प्रेम का रुख किया, पर प्रेम पहले ही अंदाजा लगा चुका था, इसलिए वो दूसरे बच्चो के साथ busy हो गया |
“तुम
ready
हो
हारने
के
लिए...?”
संजना
ने
खुशी
की
आँखों
में
देखा
|
“Yeah.....|” एक
पल
आँखे
बंद
रख,
विराट
को
मन
में
बैठाती
खुशी
बोली
|
“Sir राज
तो
अभी
तक
नही
आया...|”
अंजली
ने
time
देख
बोला
|
“आकाश,
तुम
राज
के dialog
बोलो...|”
एक
दुबले
से
लड़के
से
प्रेम
बोलने
के
बाद
अंजली
से
“वैसे
भी
उसके dialog
ज्यादा
नही
है
|”
“Sir मैं...?”
आकाश
की
मानों
हवा
tight
हो
गयी
हो
|
“चार
lines
बोलनी
है,
जंग
नही
लडनी....|”
अंजली
ने
कडक
आवाज
में
आकाश
से
बोला
|
डरते
हुए
आकश
मानों,
किसी
मेमने
की
तरफ
दो
शेरनियों
के
बीच
आकर
खड़ा
हो
गया
हो
|
“Every body silence
please...?” प्रेम हाथ
उठा
“Switch
off your mobile and look here...|” प्रेम
अंजली
से
script
लेते
हुए
“Are
you ready...?”
“Always ready...|” संजना ने खुशी को देखते हुए बोला |
“Yeah....|” खुशी
भी
विराट
पर
नजर
मारने
के
साथ
बोली
|
“Yes |” घबराहट
के
कारण
अपनी
शर्ट
को
ठीक
करता
आकाश
“Yes
sir....|”
![]() |
love story, Behind the story of भोली खुशी part-133 |
विराट के साथ, बाकी सारे Tigers का ध्यान उधर ही हो चुका था |
“Action....|” प्रेम
के
बोलते
ही
चारों
तरफ
सन्नाटा
छा
गया
|
दो
मूर्तियों की
तरह
खुशी
और
संजना
एक
–
दूसरे
को
देख
रहे
थे
|
3 मिनट के
लिए
बिना
बोले
दोनों
एक–दूसरे
को
देखती
रही
|
आखिर
परेशान
होकर
संजना
ने
आकाश
की
तरफ
देखा
|
आकाश
समझ
नही
पाया
|
“क्या
गूंगे
बने
रहने
का
seen
है...?”
सौरव
ने
विराट
का
ध्यान
खीचां
|
“शायद
पलके
झपकने
का
competition
हो
रहा
है...|”
ईशा
ने
भी
ज्ञान
पेला
|
“Dialog बोलोगे....?”
संजना
ने
गुस्से
में
बोला
|
“आकाश
come
on dialog बोला...|”
प्रेम
ने
कड़क
आवाज
में
बोला
|
“तुझे
बताया
था
ना
लाजो...|”
आकाश
पपेर
से dialog
किसी
बच्चे
की
तरह
पढ़ते
हुए
“मेरी
शहर
की
दोस्त...|” Dialog complete कर आकाश
उन
दोनों
को
देखने
लगा
|
“जानती
हूँ,
जिसका
नाम
आठो
पहर
(24 घंटे) थारी
जुबान
से
नही
हटता....|”
एक
अजीब
से
बैचेनी
लिए
खुशी
“तुम
ना
भी
बताते,
तो
समझ
जाती
बाबू...|”
“हाँ
ये
बड़ी
अच्छी
मेडम
है...|”
आकाश
फिर
से
paper
को
पढ़ते
हुए
बोला
|
“Your turn
Sanjna...|” प्रेम ने
बोला
|
![]() |
love story, Behind the story of भोली खुशी part-133 |
“Sir feel नही आ रहा |” संजना ने आकाश को देखकर बोला |
“मुझे
नफरत
है
ऐसी
लडकियों
से...|”
रजत
गुस्से
में
बोला
|
“मुझे
भी...|”
Ice ने भी
उसका
साथ
दिया
|
“तो
तुम्हारी
feeling
के
लिए
क्या
किया
जाये
miss
संजना...?” प्रेम
ने
ध्यान
को
script
पर
ही
रखा
|
“Change the
actor...|” मानों संजना
ने
order
दिया
हो
|
“क्या
मैं
इसे
मार
डालू...?”
मन
में
चिल्लाती
टीना
ने
प्रेम
को
घूरा
|
“अपना
दिमाग
शांत
रखो...|”
प्रेम
भी
मन
में
बोलता
उसे
समझा
रहा
था
|
“इसकी
हिम्मत
कैसे
हुई,
तुम्हें
order
देने
की...?”
टीना
की
आँखे
गुस्से
में
लाल
हो
रही
थी
|
“बोला
ना
शांत
रहो...!!!”
प्रेम
ने
टीना
को
मन
में
डांटा
|
प्रेम
ने
संजना
को
देख
खुशी
को
देखा,
जिसके
मन
में
भी
यही
बात
थी
पर
प्रेम
के
डर
से
बोल
नही
पा
रही
थी
|
“राज
को
कितना
time
लगेगा...?”
प्रेम
ने
अंजली
से
पूछा
|
“Out off coverage aria....|”
अंजली
ने
कहा
|
प्रेम ने अंजली को देखा |
“You can go
Aakash...|” प्रेम ने
पूरे
हाल
पर
नजर
मारने
के
बाद
अंजली
से
“क्या
ये
सीन
कल
नही
कर
सकते...?”
“Sir time नही
है,
कल
आपकी
meeting
है...|”
अंजली
बोली
|
“तुषार
you
come here....|” उठकर किसी
काम
के
लिए
जाते
विराट
को
प्रेम
ने
रोक
लिया
|
“ये
चल
सकता
है
|”
सामने
एक
लम्बे
–
चौड़े
लड़के
को
देख
संजना
बोल
पड़ी
|
“Yes sir...?” विराट
उसकी
बात
पर
ध्यान
ना
देकर,
प्रेम
को
देखने
लगा
|
![]() |
love story, Behind the story of भोली खुशी part-133 |
“तुम पागल हो गये हो...?” टीना ने भी अपना काम छोड़ फिर से प्रेम को देखतीमन में चिल्लायी |
“तुम्हें
खुशी
को
जीतते
देखना
है
ना...?”
प्रेम
आँखे
बड़ी
करते
हुए
“तो
चुपचाप
अपना
काम
करो...|”
टीना पर मानो कोई फर्क ही ना पड़ा हो |
“कहाँ
जा
रहे
हो...?”
प्रेम
ने
आगे
पूछा
|
“Sir वो....|” खुशी
के
चेहरे
पर
उठते
खुशी
के
बवंडर
को
देखता
विराट
बोल
ही
रहा
था
|
“Ok, यहां
खड़े
होकर
कुछ dialog
बोल
सकते
है...?”
प्रेम
ने
आकाश
से
ली
script
उसकी
तरफ
बढ़ा
दी
|
Tigers की
आँखों
में
हैरानी
और
चमक
एक
साथ
उठी
थी
|
खुशी
मन
में
इतने
जोर
से
चिल्ला
रही
थी,
विराट
के
मानो
कान
फट
गये
हो
|
वो
फिर
से
उसे
गुस्से
में
देखने
के
बाद
प्रेम
को
देखने
लगा
|
“Yes sir...|” विराट
ने normally
बोला,
ये
ना
समझकर
वो
कितनी
बड़ी
मुसीबत
में
फंसने
वाला
है
|
“That’s good...|” प्रेम
पीछे
हट
गया
|
टीना
और
खुशी,
ये
देखकर
हैरान
थे,
नाक
पर
मक्खी
ना
बैठने
देने
वाला
विराट,
प्रेम की
बात
को
पहली
बार
में
ही
मान
गया
|
कुछ
ऐसा
ही
सदमा
Tigers
में
भी
था
|
“Are you ready
girls...?” प्रेम वापिस
अपनी
जगह
आकर
खड़ा
हो
गया
|
संजना
ने
अपनी
जगह
ले
ली
पर
खुशी
अभी
भी
सदमे
में
उसी
तरह
खड़ी
बस
विराट
को
देख
रही
थी
|
ख्यालों
में
पता
नही,
उसने
कितनी
बार
विराट
को
चूम
लिया
होगा
|
“खुशी
ready...?”
प्रेम
ने
action
बोलने
के
लिए
हाथ
ऊपर
किया
|
![]() |
love story, Behind the story of भोली खुशी part-133 |
खुशी की तरफ से कोई जवाब नही आया | उसकी आँखे अभी विराट के serious चहरे पर जमी थी |
“ये
नही
सुधरने
वाली...|”
विराट
उस
पर
ध्यान
ना
दे
आगे
जाकर
खड़ा
हो
गया
|
“तुझे
बताया
था
ना
लाजो...|”
विराट
बिना
किसी
भाव
के
साथ
paper
से
lines
पढ़ते
हुए
“मेरी
शहर
की
दोस्त...|”
कुछ
पल
के
लिए
खुशी
की
तरफ
से
कोई
जवाब
नही
आया
|
पहले
संजना
फिर
प्रेम
और
उसके
बाद
विराट
की
नजर
उस
पर
पड़ी
|
“तुम...|”
विराट
मन
में
चिल्लाया
था
|
“जानती
हूँ,
जिसका
नाम
आठो
पहर
(24 घंटे) थारी
जुबान
से
नही
हटता....|”
अपनी
खामोशी
को
एक
विचार
से
तोड़
नीची
नजरों
के
साथ
खुशी
रूखे
से
स्वभाव
में
“तुम
ना
भी
बताते
तो
समझ
जाती
बाबू...|”
“जब
इतना
समझती
है
तो
ग्रहण
क्यों
लगा
रही
है
हमारी
जिन्दगी
पे....?”
एक
रौबदार
गुस्से
और
अभिमान
भरी
आवाज
के
साथ
संजना
खुशी
की
आँखों
में
आँखे
डालकर
बोली
|
संजना
का
पहला
ही dialog
था,
पर
उसकी
छाप
का
अंदाजा
इस
बात
से
लगाया
जा
सकता
था,
अंजली
से
लेकर
Ice
तक
attention
खड़े
हो
गये
|
“ये तो तोप है...|” Ice अपने mobile को छोड़ सामने देखने लगी |
विराट
के
लिए
ये
दूसरा
झटका
था,
पहली
बार
वो
खुशी
की
acting
पर
इतना
हैरान
हुआ
था
|
टीना
ने
गुस्से
में
फिर
से
प्रेम
को
देखा
|
प्रेम
की
आँखों
में
एक
अलग
ही
उलझन
थी
मानों
उसके
गणित
के
rule
ही
उल्टे
हो
गये
हो
|
टीना
के
पास
खड़ी
चेतना
भी
अपने
mobile
को
silent
पर
कर
लेती
है
|
“तेरी
वजह
से
हमारे
सपने
अधूरे
रह
गये,
हम
चाहकर
भी
जीना
भूल
गये,
लोगो
ने
खिल्ली
उडायी
हमारी,
पागल
कहा
हमे
|”
संजना
दुःख
भरी
पलकों
के
साथ
“दुनिया
आगे
निकल
गयी
तुझे
साथ
लेकर
चलने
की
वजह
से
|”
![]() |
love story, Behind the story of भोली खुशी part-133 |
“ग्रहण मैं क्या लगा सकती हूँ मैडम, मेरी तो किस्मत ही ग्रहण बन चुकी है |” आँखों में गीलापन लिए खुशी टहलती हुई “पहले लडकी होने का ग्रहण, फिर बेटी होने का उसके बाद पत्नी होने का और....|” आवेश से फूल चुके सीने किसी तरह रोकती हुई खुशी “अब माँ होने का |”
“अब
तेरे
ग्रहण
बनने
के
दिन
खत्म
हो
गये...|”
संजना
एक
paper
उसके
सामने
करती
हुई
“इसपे
sine
कर
और
मुक्त
हो
जा...|”
सन्नाटा
उसी
तरह
बना
हुआ
था,
प्रेम
ने
मानों
साँसों
पर
भी
बैन
लगा
दिया
हो,
अंजली
की
नजरे
हाथों
वाली
script
पर
थी
|
खुशी
ने
paper
पर
नजर
मार
विराट
की
तरफ
सवाल
भरी
नजरों
से
देखा
|
विराट
को
खुशी
के
भावों
से
ही
डर
लग
रहा
था
|
“तुषार
your dialog...|” प्रेम ने
धीरे
से
बोला
|
“इस
कागज
से
तू
आजाद
हो
जायेगी...|”
विराट
paper
से
lines
पढने
के
बाद
“हमेशा–2 के लिए...|”
“ये
है
क्या...?”
खुशी
ने
संजना
की
तरफ
देखा
|
“तलाक
के
कागज....|”
संजना
paper
झटकती
हुई
“सूरज
तुझे
छोड़
रहा
है
|”
“पहले
बाबू
से
पूछो
तो
उसने
मुझे
थामा
ही
कब
था
?”
खुशी
विराट
के
सामने
जा
खड़ी
हो
“कौन
सा
ऐसा
पल
था
जब
बाबू
ने
जिस्म
की
भूख
के
अलावा
मुझे
छुआ
हो,
कितनी
बार
मेरी
ठोकर
पर
मुझे
सभाला,
मेरे
दर्द
की
कौन
से
आह
पर
अपनी
आँखे
खोली
थी
|”
विराट
के
लिए
words
जमा
देने
वाले
थे
|
खुशी
की
आँखों
में
इतनी
सच्चाई
झलक
रही
थी,
मानों
वो
विराट
को
सच्चे
ताने
दे
रही
हो
|
![]() |
love story, Behind the story of भोली खुशी part-133 |
“हम यहां तेरा भाषण सुनने नही आये है, जानती है सूरज को कितनी बड़ी नौकरी मिलने वाली है ?” संजना उसी रौबदार अंदाज के साथ “एक बार, ये तेरे चंगुल से छुट जाए तो हम शहर में अपनी एक नयी दूनियाँ बसाएँगे, जहाँ सबकुछ हमारी मर्जी का होगा...|” संजना एक तिरस्कार भरी नजर से खुशी को देखते हुए “इंसान भी...|”
फिर
से
मौहल
शांत
था
और
खुशी
टपकते
आँसुओ
के
साथ
विराट
की
तरफ
देख
रही
थी
|
विराट
मानों
सब
कुछ
भूल
गया
हो,
उसे
खुशी
की
आँखों
से
टपकते
आँसुओ
के
अलावा
कुछ
दिख
ही
नही
रहा
था
|
“टूटना
मत
विराट...!!!”
हल्के
से
words
के
साथ
बडबडाता
हुआ
प्रेम,
विराट
की
हालत
को
देखते
हुए
अंदाजा
लगा
सकता
था
|
“क्या
मुझे
छोड़ने
से
तुम
मुक्त
हो
जाओगे
बाबू...?”
खुशी
विराट
के
कार्लर
पकड़ते
हुए
“उन
दो
नन्ही
जान
के
बारे
में
सोचा
है
कभी,
क्या
होगा
उनका,
कहाँ
जायेगे
वो,
क्या
खायेंगे,
किस
छत
के
नीचे
रहेंगे
?”
खुशी
ने
विराट
को
मानों
झंझोर
दिया
था
|
“उन्हें
हम
अपने
साथ
रखेंगे,
तेरी
परछाई
से
दूर....|”
संजना
खुशी
को
विराट
से
अलग
करती
हुई
“उन्हें
एक
अच्छी
जिन्दगी
देंगे,
वो
पढ़
लिखकर
बड़े
आदमी
बनेगे
|”
“वो
तो
मैं
भी
कर
सकती
हूँ....|”
खुशी
वापिस
विराट
को
देखते
हुए
“फिर
मुझे
खुद
से
और
मेरे
बच्चों
से
दूर
क्यों
कर
रहे
हो...?”
![]() |
love story, Behind the story of भोली खुशी part-133 |
फिर से सन्नाटा छा गया और विराट अंदर से हिला हुआ था |
“तुषार
तुम्हारा dialog....|”
अंजली
ने
खामोश
खड़े
विराट
को
बोला
|
किसी
पत्थर
की
तरह
खड़े
विराट
की
आँखों को
देख
महसूस
हो
रहा
था,
मानों
कोई
शब्द
जबरजस्ती
उसके
मुहँ
से
निकलना
चाह
रहा
था
वो
भी
बिना
उसकी
permission
के
|
खुशी
अपनी
भोली
सी
आँखों
के
साथ
एक
आस
भरी
नजर
से
उसे
देख
रही
थी
|
“मैं
तुमसे
प्यार
नही
करता....|”
प्रेम
के
कुछ
बोलने
से
पहले
ही
विराट
के
मुहँ
से
शब्द
निकल
गये
|
मानों
किसी
ने
खुशी
की
गर्दन
उड़ा
दी
हो,
वो
घुटनों
पर
रोती
हुई
गिर
गयी
|
विराट
के
हाथ
उसे
उठाने
के
लिए
हिले,
उससे
पहले
ही
प्रेम
ने
गले
की
खरास
साफ
कर
विराट
को
जगा
दिया
|
“बड़े खून के आँसू रुलाये है तूने, अब तेरे रोने से किसी का दिल नही पिंघलने वाला |” संजना हल्की सी मुस्कान के साथ बोली |
अगले
ही
पल
ताली
बजने
से
सबका
ध्यान
टूट
गया
|
हाल
के
room
पर
अशोक,
प्रताप
के
साथ
खड़ा
तालियाँ
बजा
रहा
था,
उसके
साथ
खड़े
प्रताप
के
चहरे
पर
tension
थी
|
अशोक
का
चेहरा
फर्श
पर
पड़ी
खुशी
पर
था,
पर
नजरे
विराट
पर
जमी
हुई
थी
|
प्रेम
से
लेकर
चेतना
उसे
तालियाँ
बजाते
देख
रहे
थे
|
“Uncle यहाँ
क्या
कर
रहे
है...?”
ईशा
ने
पूछा
|
![]() |
love story, Behind the story of भोली खुशी part-133 |
“आप तो बोल रहे थे Mr. प्रताप, आपके students किसी भी national artist को टक्कर दे सकते है...?” अशोक अंदर आ गया |
“तू
किसी
दिन
मेरे
साथ
से
जरुर
मरेगा
जिंदल
|”
विराट
फिर
खा
जाने
वाली
नजरों
के
साथ
अशोक
को
घूर
रहा
था
|
खुशी
उठ
चुकी
थी
और
पानी
की
बोतल
के
साथ
वापिस
अशोक
की
तरफ
घूम
चुकी
थी
|
“Yes sir, वो....|”
प्रताप
बोल
ही
रहा
था
|
“आपसे
झूठ
की
उमीद
नही
थी....|”
अशोक
ने,
मानों
प्रताप
के
शब्दों
के
साथ
उसके
अरमानों
पर
भी
पानी
फेर
दिया
था
|
प्रेम
अब
अपने
गुस्से
को
रोकते
हुए
आगे
आ
चुका
था,
शायद
उसे
खुद
की
बेज्जती
महसूस
हो
रही
थी
|
“आपके
पास
तो
International
artist को टक्कर
देने
वाले
students
है...|”
दिल
को
छूने
वाली
कला
का
showoff
करते
हुए
अशोक
“कसम
से
मैंने
इतनी
गहरी
acting
कभी
नही
देखी, तुम
तीनों
कितनी
real
acting करते हो,
I am totally impress...|” अशोक
ने
specially
विराट
को
देखा
था
|
“Who is this
stupid....?” इस सवाल
के
साथ
सारे
students
प्रेम
को
देख
रहे
थे
|
Students के
बिना
reaction
वाले
चेहरों
को
देख
अशोक
भी
सोच
में
पड़
गया
|
अब
भी
किसी
का
कोई
खास
reaction
नही
था
|
“Sir can we continue
rehearsal...?” अंजली ने
अशोक
की
बात
पूरी
होने
से
पहले
ही
बोल
दिया
|
“Carry on....|” एक
पल
के
लिए
अशोक
से
आँखों
में
ही permeation
मांगते
हुए
प्रेम
ने
बोला
|
“Excuse me....|” विराट
अगले
ही
पल
hall
से
बाहर
जाने
लगा
|
संजना
अशोक
को
देख,
पीछे
जा
रही
खुशी
के
पीछे
चल
दी
|
“Mr. प्रेम...!!!”
अशोक
की
आवाज
के
जोश
से
ही
प्रेम
का
पूरा
ध्यान
उसकी
तरफ
आ
गया
|
साथ
ही
ये
बता
पाना
मुश्किल
नही
था
अशोक
के
मुहँ
से
क्या
निकलने
वाला
था
?
“आज
से
आपके
play
पर
होने
वाले
सारे
expense
मैं
pay
करूँगा,
all tour, shopping, cars anything...|” अशोक
की
आँखों
में
एक
पागलपन
दिख
रहा
था
|
![]() |
love story, Behind the story of भोली खुशी part-133 |
“तेरे बाप का पैसा है, जो लूटा रहा है...?” वापिस Tigers के पास आते विराट ने गुस्से के साथ मन में चिल्लाया |
“तुमने
कुछ
बोला...?”
अशोक
ने
पीछे
खड़े
विराट
को
देखा
|
विराट
ने
कुछ
नही
बोला
|
“और
बदले
में
आपको
क्या
चाहिए...?”
प्रेम
calculation
कर
रहा
था,
आखिर
किसके
कहने
पर
अशोक
ये
सब
कर
रहा
था
|
“इसके
बदले
में
मुझे
competition
की trophy
चाहिए
|”
एक business
man का confidence इस
time
अशोक
की
आँखों
में
|
“Nice work...|’ चेतना
के
पास
बैठी
पानी
पी
रही
खुशी
से
संजना
ने
बोला
|
खुशी
ने
एक
normal
reaction के सिवाए
कुछ
नही
किया
|
“काफी
दिनों
के
बाद
मुझे
अपने
दिल
पर
जोर
डालना
पड़ा
|”
संजना
के
चहरे
पर
आ
रही
चिंता
साफ
बता
रही
थी
उसकी
नजर
में
खुशी
खुद
से
19 की जगह
20 ही थी
|
“मैं....|”
संजना
ने
आगे
बोलने
के
लिए
मुहँ
खोला
ही
था
|
“संजना
प्रेम
sir
call you...|” अंजली उसके
पास
आ
गयी
|
संजना
ने
अशोक
से
बात
कर
रहे
प्रेम
को
खुद
को
बुलाते
देखा
|
बाद
में
बात
करने
के
इशारे
के
साथ
संजना
वहाँ
से
निकल
गयी
|
“तेरे
अंदर
कुछ
तो
है
खुशी....|”
चेतना
ने
जाती
संजना
को
देखती
हुई
“तूने
इसे
आज
वो
टक्कर
दी
ना,
इसकी
सात
पुस्ते
याद
रखेगी
|
![]() |
love story, Behind the story of भोली खुशी part-133 |
“Yeah......|” सोनिया ने चेतना के सुर से सुर मिलाया |
“भाई
आपने
तो
कमाल
कर
दिया...|”
गौरव
ने
पास
आते
विराट
से
कहा
|
“झूठी
तारीफ
मत
करो...|”
सौरव
अपने
tablet
पर
काम
करते
हुए
बोला
|
विराट
मानों
खुशी
के
future
को
लेकर
सोचा
हुआ,
किसी
जंग
के
बीच
खड़ा
खुद
को
जंग
का
हिस्सा
बनने
से
रोक
रहा
हो
|
“भाई...?”
Ice विराट के
चहरे
पर
उभर
रही
परेशानी
को
देख
बोलने
लगी
|
जवाब
ना
देने
की
जगह
विराट
उलझनों
में
उलझा
बाहर
चला
गया
|
“सुन
तेज
की
call
आयी
थी
वो...|”
चेतना
खुशी
से
बोल
ही
रही
थी
|
“I just come...|” विराट
को
बाहर
जाता
देख
खुशी
ने
चेतना
के
सवाल
को
अनसुना
कर
दिया
|
टीना
विराट
के
पीछे
जाती
खुशी
को
देख
मानों
किसी
future
में
होने
वाली
घटना
को
guess
कर
रही
हो
|
To be continue…
I hope you all like this story. So reader, Please comments and
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to….!!!
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-133
Reviewed by Mr.Singh
on
January 25, 2020
Rating:

Nice story
ReplyDeleteVery nice
ReplyDeleteExcellent as always
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