Behind the story of भोली खुशी part-320
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Next morning विराट जिम में workout करता कुछ सोच
रहा था |
“पता है, मेरा जिम teacher कहता है, कब भी workout
करो तो ध्यान उसी पर रखो...|” खुशी अपने track सूट में विराट के लिए जूस लेकर आयी
थी |
विराट ने एक नजर उसे देखा और वापिस मुस्कुराता हुआ
push-up करने लगा |
“What...?” खुशी ने जूस table पर रख दिया |
“Nothing कभी-2 वो देहरादून वाली खुशी की याद आ जाती है...|” विराट ने push-up start कर दिए |
“अच्छा, वो होती तो क्या होता...?” खुशी विराट के
ऊपर लेट गयी |
“क्या कर रही हो...?” विराट पर वजह बढ़ गया था |
“क्या, क्या रही हूँ...?” खुशी विराट को जकड़ अपने
पैर भी ऊपर उठा लेती है, जिससे विराट पर वजह और ज्यादा बढ़ गया |
“Over weight हो रहा है...|” विराट ने बोला |
“अच्छा...?” खुशी थोड़ी नकली हैरानी में “रात के
time over weight नही होता, उस time तो बड़ा हाथो में उठाकर रखते हो...?”
“तुम्हारा दिमाग खराब है...|” मुस्कुराते हुए विराट
ने push-up चालू कर दिए |
‘Listen ना...|” खुशी विराट के बालो से खेलती हुई
बोली |
“कान खुले है मेरे...|” विराट साँस रोकते हुए बोला
|
“I want baby...|” खुशी ने अपनी नादानी के साथ बोला
|
“फिर से तुम्हारा पागलपन चालू हो गया...?” विराट को
अब पसीना आने लगा था |
“ये पागलपन नही है....|” खुशी उसकी body पर हिलते
हुए “तुम समझ नही रहे हो, हम दोनों की life busy होती जा रही है, फिर इतना time
नही मिलेगा...|”
“तुम पहले अपने काम पर ध्यान दो, उसके बाद सोचते
है...|” विराट ने आगे बोला |
“तुम समझ नही रहे हो..|” खुशी थोड़ा परेशानी में
“हमारी शादी को भी 2 साल हो गये है, ऊपर से...|” खुशी चुप हो गयी |
“ऊपर से क्या...?” विराट ने बात पूरी पूछी |
“मेरी friends भी पूछती है...|” खुशी विराट के कंधे
पर आ रहे पसीने को ऊँगली से हटाते हुए “Mom ने भी indirectly मुझसे पूछा |”
“क्या तुमने उन्हें बताया, तुम अपने एक project में
busy हो...?” विराट ने अभी भी नही सुना था |
“जाओ, मैं तुमसे बात नही करूंगी...|” कहते हुए खुशी
उसके ऊपर से उतर गयी |
विराट रुकते हुए खुशी को देखने लगा | खुशी दूसरी
side मुहं करके खड़ी हो गयी |
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-320 |
“Baby का फैसला बहुत बड़ा है...|” विराट उठकर खुशी
को बाहों में लेते हुए “मुझे थोड़ा सोचने दो...|”
तभी भूत number 2 मानों वहाँ प्रकट हो गयी |
“जाओ, तुम्हारी class का time हो गया है...|” कहते
हुए विराट खुशी का कंधा चूमते हुए वापिस अपने workout में लग गया |
खुशी बिना विराट को देखे आगे बढ़ गयी |
Next morning बिल्लों, तुषार एक साथ बाहर garden
में बैठी किसी बात पर discuss कर रही थी |
“Good morning mom-dad...|” विराट खिले हुए चेहरे
के साथ उन्के पास आकर बैठ गया |
दोनों थोड़ा सोचते हुए विराट को देखने लगे |
“क्या हुआ, आप दोनों मुझे ऐसे क्यों देख रहे
है...?” विराट ने अपनी चाय उठा ली |
“आज भी तो लग रहा है, morning में कुछ good हुआ
है...|” बिल्लों ने हल्की सी मुस्कान के साथ बोला |
“क्या मतलब...?” विराट के चेहरे पर भी हल्की सी
मुस्कान थी |
“पता है बचपन में जब मुझे चोट लगती थी, तो मेरी माँ
और बापू ज्यादा ही परेशान हो जाते थे...|” तुषार विराट को देखते हुए “या फिर मैं
खुश होता था तो वो मुझसे भी ज्यादा खुश होते थे |”
विराट अभी भी नही समझा था |
“अब जाकर समझ में आता है, वो ऐसा क्यों करते
थे...?” तुषार ने विराट को ध्यान से देखा |
“मैं समझा नही, आप क्या हो रहे है...?” विराट ने अब
बिल्लों को देखा |
“माँ-बाप के सारे सुख-दुःख उसके बच्चो के साथ जुड़
जाते है...|” बिल्लों विराट को देखते हुए “वो खुश तो माँ-बाप खुश, वो दुखी तो...|”
“आप मेरी चिंता मत करा कीजिये...|” विराट बिल्लों
के हाथ पर हाथ रखते हुए “आप खुश रहेगें तो मैं भी खुश रहूँगा...|”
“तू अभी नही समझेगा...|” तुषार news paper उठाते
हुए “बाप बन जा, फिर ये भाषण देना |”
विराट के दिमाग में फिर से खुशी की बात चलने लगी,
ऊपर से विराट आगे बहस नही करना चाहता था, so अपनी चाय पर ध्यान देने लगा | अब तक
खुशी ने अपनी class को पूरा कर वापिस घर की कमान को सभाल लिया था |
“कुछ दिनों के लिए खुशी के साथ घुमने चले जाओ...|”
बिल्लों दूर खुशी को देखते हुए “Honeymoon के लिए...|”
“I thing उसकी जरूरत नही है...|” विराट अपने mobile
पर message देखते हुए “Next month broad of directors की meeting है और मुझे उसके
लिए काफी तैयारी करनी है...|”
“तुम उसकी फ़िक्र मत करो...|” तुषार news paper पर
ध्यान रखे हुए “जाओ, खुशी के साथ घूमकर आओ...|”
“वैसे भी खुशी कुछ महीनों के लिए free है, so...|”
बिल्लों विराट की आँखों में देखने लगी |
“आप भी बच्चे के बारे में सोच रहे है...?” विराट उन
दोनों का इशारा समझ गया था |
बिल्लों और अपना paper हटाते हुए तुषार भी विराट को
देखने लगा |
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“मेरा मतलब, अभी से बच्चा...?” विराट ने बात को
बदलना चाहा |
“हम इस business के बारे में सोच रहे है...|” तुषार
ने paper को side कर दिया था |
“मतलब...?” विराट ने फिर बिल्लों की तरफ देखा |
“तुम अभी 25 साल के हो...|” बिल्लों विराट को देखती
हुई “अगर अभी से बच्चे की planning करोगे तो, हमारी उम्र में आने पर तुम्हारे पास,
तुम्हारी इस उम्र से भी बड़ा एक support खड़ा रहेगा...|”
“But बच्चे के बारे में थोडा रुककर भी सोच सकते है,
I meen अभी खुशी को अपने काम में settle होना है, मैं भी पूरा business नही सभाला
है, so...|” विराट का तर्क अपनी जगह ठीक था, मगर दिमाग खुशी की बातों पर ही घूम
रहा था |
“इसलिए तो अभी तुम्हारे पास time है...|” तुषार
विराट को देखते हुए “क्योंकि उस time तुम्हारे पास family के लिए time कम
होगा...|”
“ऊपर से खुशी भी बच्चे को लेकर थोड़ी emotional है,
अगर उसने बात छेड़ दी और तुमने उसे ignore करना चालू किया तो...|” बिल्लों एक
warning के साथ “वो फिर से बदलने लगेगी |”
विराट अभी भी सोच रहा था, वो क्या बताये, खुशी कबसे
उसके पीछे इस पागलपन को लेकर पड़ी है |
“अगर short tram के लिए सोचोगे तो अपना ही फैसला
सही लगेगा, but long tram के लिए सोचोगे तो...|” बिल्लों बोल ही रही थी |
“Good morning everybody...|” अपने पीछे चलते चंदु
के साथ खुशी वहाँ प्रकट हो गयी |
“तुम्हें देखते है तो morning good हो ही जाती
है...|” अपने पांव को छूती खुशी के सर पर हाथ रखते हुए बिल्लों बोली |
खुशी सोचते विराट को देखती हुई बगल की chair पर बैठ
गयी |
“लगता है रात राहुल को अच्छा भाषण दिया तुमने...?”
तुषार जूस उठाती खुशी से “देर रात तक काम किया उसने....|”
अब सोचना छोड़ विराट भी बिल्लों और तुषार को देखने
लगा था | खुशी ने भी एक नजर उन दोनों को देखा |
“तुम तुम्हें कुछ बोल नही रहे है, बल्कि...|”
बिल्लों तुषार की बात पर सफाई देने लगी |
“उसे अभी जिम्मेदार बनना है और उसके लिए काम ज्यादा
जरूरी है, ना कि गप्पे मारना...|” खुशी सपाट चेहरे और कड़क आवाज एक साथ बोल देती है
|
विराट, बिल्लों, तुषार और पीछे खड़ा चंदु भी अब खुशी
को देखने लगे था | तभी खुशी का mobile बजने लगा | चंदु call pick करने के साथ
सुनकर call cut कर देता है |
“Madam, अंजली की call थी...|” चंदु खुशी को देखते
हुए “India के लिए आपने जो order दिया था, वो पूरा हो गया है |”
“ठीक है...|” खुशी time देखने के बाद “तुमने
details बना ली...|”
“रात ही बना ली थी madam...|” चंदु ने बोला |
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“लेकर आओ उन्हें...|” खुशी ने order दिया और चंदु
वापिस चला गया |
“तुम्हारा कोई important काम pending है क्या...?”
विराट ने खुशी से सवाल किया |
“आज after lunch मेरी बहुत important meeting
है...|” खुशी normal तरीके से जवाब देती है |
“And then...?” विराट ने आगे सवाल किया |
“तुम्हें क्या problem है, वो बताओ...?” खुशी ने
विराट को घूरा |
“Night में हमारी flight है, अपना सामना pack कर
लो...|” विराट उठते हुए “हम घुमने जा रहे है...|”
“घुमने, पर क्यों...?” खुशी के माथे पर भी लकीरें
पड़ने लगी थी |
“ताकि राते के time हमारे कानो में कूदने, दौड़ने,
हंसने की आवाजें ना पड़े...|” बिल्लों ने हल्की सी मुस्कान के साथ आगे बोला |
विराट अंदर की तरफ बढ़ गया और खुशी के दिमाग में
अपने काम को लेकर कुछ planning चलने लगी |
खुशी के गाड़ी एक बड़े से hall के सामने जाकर रुकी |
चंदु झट से उतरकर उसके लिए दरवाजा खोलता है | खुशी अपने mobile पर बाते करती नीचे
उतरने के time तक उसे काट देता है | खुशी ने चंदु को देखा तो वो कुछ बडबडा रहा था
|
“सनकी तो नही बन गये...?” खुशी आगे बढ़ती हुई बोली |
“नही madam, वो आपके भूत अब मुझे चिपटने लगे
है...|” चंदु उसके पीछे चलते हुए “इसलिए उनका असर होने लगा है...|”
“उन्होंने तुम्हें क्या बोला...?” खुशी तेजी से आगे
बढ़ रही थी |
“वो मेरी भी class लेने लगे है, जैसे कि आपकी लेते
है...|” चंदु ने बोला |
“तुम्हें कौन सी जंग जीतनी है...?” खुशी ने आगे
सवाल किया |
“वो चारों बोलते है, राजा से ज्यादा strong उसके
मंत्री को होना चाहिए...|” चंदु ने आधी बात समझ में आते हुए बोला |
“सही बोलते है...|” खुशी गेट के सामने पहुंच चुकी
थी |
“पर मुझे कौन सा आपके business में manager बनना
है, जो...|” चंदु ने एक शिकायत वाले भाव के साथ बोला |
“क्या पता बन भी जाओ...|” अगले ही पल खुशी रुकते
हुए “वैसे तुम लाडो से बात क्यों नही कर रहे...?”
“आपको किसने बोला...?” चंदु के चेहरे पर सच्ची वाली
हैरानी थी |
“जिसने भी बोला हो...|” खुशी अपनी पत्थर आँखों के
साथ “अगर उसे छोड़ने के बारे में सोचा तो...|” खुशी ने security guards की तरफ
इशारा किया |
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-320 |
“वो मैं तो बस...|” चंदु सफाई देने लगा |
तभी अंजली वहाँ पर आ गयी |
“Good morning खुशी...|” अंजली ने चहकते हुए बोला |
“आज बड़ी खुशी दिख रही हो...?” खुशी ने रूखे से भाव
के साथ पूछा |
“बात ही कुछ ऐसी है, तुम अंदर चलो, तुम्हें भी खुशी
होगी...|” अंजली ने बोला |
“वही तो देखने आयी हूँ...|” अपने पत्थर वाले भावों
के साथ खुशी आगे बढ़ गयी |
खुशी आगे बढ़ गयी, अजली उसके पीछे और चंदु खुशी को
अभी भी सफाई देने में लगा था |
हाल के अंदर मानों लोगो का मेला लगा हो, सब
एक-दूसरे से बाते करने में लगे थे |
“Good morning every body...|” तभी पीछे से खुशी की
आवाज आयी |
हर कोई पलटा तो उसके सबके मुहं खुले के खुले रह गये
|
“खुशी....!!!!?” सबके मुहं से एक ही word निकला था
|
“खुशी नही...|” खुशी अपने रौब वाले अंदाज के साथ
“खुशी विराट ठाकुर....|”
कहते हुए खुशी ने समाने देखा तो, संजना, कांची,
नकुल, चांदनी, आकाश, और खुशी के college की drama team की काफी लडके-लडकियाँ खड़े
थे |
To be continue…I hope you all like this story Love story, Behind the story of भोली खुशी part-320. So reader, Please comments and share this story with you friends and family and add your valuable thoughts to….!!!

Superb ✌️✌️
ReplyDeleteSuperb sirji
ReplyDeleteHaa...mja aa gya
ReplyDeleteNYC����������������
ReplyDeleteexcellent story as always and eagerly waiting to read the next update
ReplyDelete🧐🙏🏼🧐🧐🙏🏼🧐
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💜💜💜💜💜💜
💜💜💜💜💜💜
💜💜💜💜 U Boss
Nice
ReplyDeleteबढ़िया प्रस्तुति
ReplyDeleteबढ़िया प्रस्तुति के लिए धन्यवाद
👌👍
ReplyDeleteGreat part
ReplyDeleteGreat part sir
ReplyDeleteSuperb
ReplyDeleteSuperb
ReplyDeleteNice part
ReplyDeleteNice part sir
ReplyDeleteWow surprised
ReplyDeletenice story
ReplyDeleteGood
ReplyDeleteAapke har ek part bohot hi badhiya or shandar hote h. Main puri tarah se story me doob hi jati hu. Keep it up sir. Aasha karti hu ki aapse or bhi bohot saari interesting story padhne ko milengi.
ReplyDeleteSuperb .... Amazing ... Excellent
ReplyDeleteSuperb very nice
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteNice story
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