Behind the story of भोली खुशी part-372
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-371 |
दूसरी तरफ राहुल shop पर पहुंचा, तो guards पहले ही कुछ लडकों के साथ बहस रहे थे |
“क्या हो रहा है...?” राहुल जाकर बीच में बोल पड़ा |
“ओये hero, चल निकल...!!!” एक लड़का राहुल को पीछे की तरफ धक्का देते हुए “कोई दुकान-वुकान नही खुलेगी...|”
राहुल पीछे गिरने से पहले ही सभलता हुआ अपनी आँखे बंद कर लेता है | शायद राहुल को पहले ही चंचल और लडकों की वजह से गुस्सा था, जो मानों उसके काबू से बाहर हो रहा था |
“तुम यहाँ से जा रहे हो या मैं police को बुलाऊ...?” एक guard ने gun निकाल ली थी |
“तू चाहे army को बुला ले, ये दूकान नही खुलेगी, मतलब नही खुलेगी...|” कहते हुए लडके ने guard को भी पीछे की तरफ धक्का दे दिया |
अब तक सफाई करने वाले भी वहाँ पर इकट्ठा हो चुके थे |
“क्या हुआ sir...?” तभी साइकिल पर कल चाय वाले के साथ खड़ा लकड़ा उधर से गुजरता हुआ राहुल को बाहर खड़ा देखते हुए रुक गया |
राहुल अभी भी guards से बहस रहे लडकों को देख रहा था |
“ये तो चड्डा के यहाँ काम करने वाले रोहित का भाई है...|” लड़का राहुल के पास खड़ा सामने इशारा करता है |
राहुल सुनते ही बगल में खड़े लडके को देखने लगा, जो अभी भी सामने बहस रहे लडकों को देख रहा था |
“ये चड्डा तो पूरी गुंडागर्दी पर उतर आया है...|” लड़का सोचते हुए “अब तो उसे सबक सीखना चाहिए...|”
“क्या करे...?” राहुल ने लडके ने पूछा |
लड़का झटके से राहुल को देखने लगा |
“क्या करना चाहिए...?” राहुल ने फिर से लडके से पूछा |
लड़का थोड़ा घबराया सा राहुल को देख रहा था |
New York में बचे-कुचे Members रात के खाने पर बैठे थे, जिनमें तुषार, बिल्लों, कृष्णा, शालनी, नरेंद्र, नंदनी, विराट, Ice और ईशा थे | विराट का खुशी के बिना खाने में बिल्कुल भी मन नही था और ना ही वो वहाँ हो रही बातों में interest ले रहा था |
“अब क्या उसे पागल बनाने का मन बना लिया है...?” बिल्लों तुषार पर थोडा भड़कते हुए “एक हफ्ते से ऊपर हो गया सुंदर को Russia में, कर क्या रही है वो...?”
“उसका कोई project है, उसे ही पूरा कर रही है...|” तुषार उसे शांत करते हुए “हमारे लोग है वहाँ पर, उसे कुछ नही होगा...|”
“उसका दिमाग उल्टी चीजो में ज्यादा चलता है, उसे वहाँ ज्यादा दिन रखना ठीक नही है भाईसाहब...|” शालनी ने तुषार से बोला |
“पिछले 4 दिन से दीदी उसे call लगा रही है...|” नंदनी भी बोलती हुई “Busy हूँ बोलकर call cut कर देती है, ऊपर से live call का option भी हटा रखा है...|”
“मैं बात करता हूँ उससे...|” तुषार ने बोला |
“तुषार..|” बिल्लों अपना सर पकड़े हुए “उसे वापिस बुला लो please, बड़ी मुश्किल से उसके सुधरने के आसार दिख रहे है |” बिल्लो बैचने आँखों के साथ तुषार को देखते हुए “मैं नही चाहती वो फिर उसी पागलपन में घुस जाये |”
“मैं खुद उसे लेने जाऊंगा, अब ठीक है...?” तुषार ने बिल्लों के हाथ पर हाथ रखा |
“आप परेशान ना हो भाईसाहब, जिंदल चाइना में है, वो ही connecting flight लेकर सुंदर को ले आएगा...|” कृष्णा ने बोला |
तुषार जवाब के लिए बिल्लों को देखने लगा, जिसकी आँखों में अभी भी परेशानी थी |
“मैं खुद जाऊ...?” तुषार ने फिर पूछा |
“मुझे नही पता, मुझे मेरी बेटी मेरी आंखो के सामने चाहिए...|” कहते हुए बिल्लों अपना खाना खाने लगी |
“विराट, तुमने LA के projects की report ready कर ली...?” तुषार ने
दूसरी तरफ रुकुल अभी भी खुशी के जवाब का wait कर रहा था |
“अगले महीने मम्मी जी और पापा जी की marriage anniversary है, मैं सोच रही थी उन्हें कोई surprise दिया जाये...|” खुशी ने बोलने में जोश कम और सोचना ज्यादा था |
“आपने इतना बड़ा surprise तो दिया है उनको, और क्या देना है...?” सुनीता ने अपनी चोंच अड़ाई |
खुशी ने उसे फिर से देखा तो उसने अपने होठो पर ऊँगली रख ली |
“इसलिए तुमसे discuss करने आयी थी, मगर यहाँ तो कोई दूसरा ही seen चालू है...|” खुशी रुकुल को घूरती हुई “क्या हुआ...?”
“कुछ नही दीदी, वो मैं...|” रुकुल बात को इधर-उधर करने लगा |
“क्या हुआ...?!!!” खुशी ने अपने माथे पर खुजलाते हुए आवाज को कड़क किया |
“Sorry, मैं थोड़ा late हो गयी...|” जैसे ही रुकुल बोलने लगी, room में Sweety का hologram प्रकट हो गया |
खुशी, रुकुल, सुनीता, अपने अलग-2 कारणों से उसे घूर रहे थे |
“तुम यहाँ क्या कर रही हो...?” खुशी ने सवाल किया |
“तुमने एक चलती call में बिना सामने वाले software की permetion के entry कैसे ली...?” रुकुल ने आँखे बड़ी किये हुए सवाल किया |
“ये कौन है...?” सुनीता ने अलग ही सवाल किया |
“सबसे पहले Indian संस्कार...|” कहते ही Sweety ने आगे बढ़ सबसे पहले खुशी के, फिर रुकुल के और last में सुनीता के पैर छू लिए |
“दीदी, ये कौन है...?” सुनीता ने फिर से खुशी से सवाल किया |
“ये गौरव की setting है...|” खुशी ने अजीब ही word try किया |
“Future wife हूँ मैं उसकी...|” Sweety थोड़ा तैश में आकर “आप सबकी देवरानी...|”
“किसने बोला...?” खुशी ने सुनीता के मुहं खोलने से पहले ऊँगली के इशारे से उसे रोकते हुए Sweety से पूछा |
“ये बात आप अच्छी तरह जानती है...|” Sweety अपने गुस्से में ये भूल गयी थी, वो पुरानी खुशी के सामने नही future बिल्लों के सामने खड़ी थी |
“किसने बोला...?” खुशी की आवाज कड़क थी |
“गौरव ने...|” Sweety की आवाज नीची नही हुई थी |
“किसको बोला...?” खुशी सवाल से पीछे हटने वाली नही थी |
“वो...|” Sweety के जवाब में कोई खोट नही था, मगर उसके जवाब का base मजबूत नही था, जिस वजह से उसकी गर्दन झुक गयी |
“जब तुम अपने जवाब को लेकर ही confident नही हो, तो यहाँ क्या कर रही हो...?” खुशी ने बोला |
“इसके लिए ही मैं आपसे help मांगने आयी हूँ...|” Sweety थोड़ा गीली आँखों के साथ “अगर आप मेरे लिए गौरव की मम्मी को मनाये तो...|”
“पर हम क्यों मनाये...?” खुशी Sweety से सीधे मुंह बात ही नही कर रही थी |
“क्योंकि I love Garouv...|” Sweety के आंसू टपकने लगे |
“क्या हम इसका connaction काट सकते है...?” खुशी पर Sweety के आंसुओ का कोई फर्क नही पड़ा |
“तुमने इस software को hack किया है...?” अब सवाल की बारी रुकुल की थी |
Sweety बिना जवाब के जाने लगी |
“अगर तुम इस time यहाँ से गयी, तो next one hour में police तुम्हारे घर पर खड़ी होगी...|” रुकुल ने बोला |
“जिसको, जो करना है वो कर ले...|” खुशी को घूरती हुई Sweety गायब हो गयी |
“क्या गौरव इससे प्यार करता है...?” सुनीता ने फिर से सवाल किया |
“बच्पन से...|” कहते हुए खुशी वापिस रुकुल को देखने लगी |
“दीदी, मुझे इसी time टीना Di के पास जाना पड़ेगा...|” रुकुल अपना सर पकड़े हुए “वरना बहुत ज्यादा problem बन जाएगी...|” रुकुल को समझ में नही आ रहा था, Sweety ने कैसे software को hack कर लिया |
“कुछ नही होगा, ये पागल कुछ नही करेगी...|” खुशी ने रुकुल को शांत किया |
“दीदी, ये सच में अगर इसे अभी solve नही किया गया, तो ये बहुत बड़ा issue बन जायेगा...|” रुकुल शांत नही रह पा रही थी |
“रुकुल...!!!” खुशी थोड़ा कड़क और समझदारी वाली आवाज के साथ “तुम्हारी देवरानी है वो, ठाकुर खानदान की बहु...|” खुशी रुकुल की आँखों में देखते हुए “उसे अच्छी तरह पता है, उसके और उसके होने वाले परिवार के लिए क्या सही है, क्या गलत...?”
“पर दीदी, अभी तो आप उसे बोल रही थी, उसे ठाकुर की बहु किसने बोला...?” सुनीता ने अपना दिमाग चलाया |
“अभी ये बात समझने में तुझे बहुत time लगने वाला है...|” खुशी सुनीता पर गुस्सा ना करते हुए “इसलिए अपना दिमाग ज्यादा मत चलाओ...|”
“खुदको क्या समझती है, चुप नही रह सकती...?” तभी सुनीता भड़क गयी |
खुशी रुकुल को देखती हुई सुनीता की तरफ घुमने लगी, अब तो रुकुल की भी सांसे रुक गयी, वो खुद सुनीता को आँखे फाड़े देख रही थी |
To be continue…
I hope you all like this story Love story, Behind the story of भोली खुशी part-372. So reader, Please comments and
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-372
Reviewed by Mr.Singh
on
November 15, 2020
Rating:

Excellent story as always and eagerly waiting to read the next update
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Always 💜💜💜💜💜💜💜💜U Boss
आपको और आपके परिवार को दीपावली कि हार्दिक शुभकामनाएं
Sunita ka bol gye chore
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