Love story, Behind the story of भोली खुशी part-358

 

Behind the story of  भोली खुशी part-358

 
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Love story, Behind the story of  भोली खुशी part-358

एक भावहीन चेहरे के साथ खुशी morning से ही अपने room में बैठी काम कर रही थी, तभी नीचे चेतना के चिल्लाने का शोर उठने लगा | अपने चेहरे पर हाथ रख खुदको normal कर खुशी ने laptop बंद कर नीचे की तरफ कदम बढाये | मगर उसके दरवाजे तक पहुंचने से पहले ही धड़ाम से दरवाजा खुला और बढ़ी हुई सांसो के साथ चेतना सामने खड़ी थी |

“आराम से, मैं pregnant हूँ...|” चेतना का next move (खुशी पर कूदना) समझती हुई खुशी ने पहले ही चेतना को रोक दिया |

“Oh my god...|” चेतना अपने मुहं पर हाथ रखती हुई आराम से आगे आकर खुशी के गले लग गयी |

चेतना से गले लगती हुई खुशी को सच में खुशी में हो रही थी |

“But तू तो normal लग रही है...|” चेतना ने खुशी के पेट की तरफ इशारा किया |

“पूरा ही दिमाग खाली कर दिया किया...?” खुशी उसके सर पर मारते हुए “अभी starting है...|”

“तेरा तो पूरा ससुराल ही पागल हो गया होगा...?” चेतना ने उछलते हुए सवाल किया |

“हाँ सबके reaction कुछ ऐसे ही थे...|” खुशी ने याद करते हुए बोला |

“अच्छा, विराट का क्या reaction था..?” चेतना सुनना चाहती थी |

“किस बारे में...?” खुशी उसे नीचे चलने की तरफ इशारा किया |

“जब तूने उसे बताया, कि तू pregnant है...?” चेतना जानने के लिए बेकरार हो रही थी |

“वो...|” खुशी बोलते-2 रुक गयी |

“बता ना...?” चेतना ने फिर से सवाल को दौहराया |

“तुझे विराट के बारे में जानने की इनती बेताबी क्यों हो रही है...?” खुशी ने उसे घूरा |

“नही, मैं तो इसलिए पूछ रही थी, वो खडूस है, नाक पर गुस्सा, आँखे लाल...|” चेतना last time विराट का गुस्सा याद करते हुए “उसने क्या बोला होगा...?”

“उसे भी खुशी हुई थी...|” खुशी ने कंधे ऊपर कर बाहर की तरफ कदम बढ़ा दिए |

“बता ना please...|” चेतना उसके पीछे चल दी |

“अरे बाबा वो भी खुश था...|” खुशी उससे पीछा छुडवाने के चक्कर में “ सबसे ज्यादा खुश, अब ठीक है...?”

 

खुशी उससे चिपटी चेतना को सही से बातें ना बताते हुए नीचे आयी तो, परम नीचे राशि के पास बैठा था |

“परम...|” खुशी सामने परम को देखते हुए उसकी तरफ बढ़ गयी |

“कैसी हो खुशी...?” परम ने उठते हुए उसे गले लगा लिया |

“तुम तो काफी change लग रहे हो...?” परम को किसी gentleman की तरह सामने खड़े देख खुशी बोली |

“जब खुशी मल्होत्रा, बदलकर खुशी ठाकुर बन सकती है...?” परम मुस्कुराते हुए “अब औरत से माँ बनने जा रही है, तो क्या हम थोडा सा भी नही बदल सकते...?”

“क्या बात है, तुम तो बातें बनना भी सीख गये हो...?” खुशी impress थी |

“पिछले एक साल से इसके पापा इसे daily business-3 की घुट्टी पिला रहे है, तो बदलेगा ही...|”

“तेरा भी कुछ होगा या नही...?” तभी राशि उनके पास आती हुई “कब तक घर बैठकर अपना वजह बढ़ती रहेगी..?” राशि ने चेतना के बगल की खाल को पकड़ा |

“Aunty please....|” चेतना पीछे हट गयी |

“मैंने इसके लिए एक रिश्ता देखा है...|” खुशी ने पिछला कुछ याद करते हुए बोला |

“क्या बात कर रही...?” चेतना थोड़ा हैरानी में “But तेरे देवरों की तो already ही मंगनी हो चुकी है...?”

“इसका कुछ नही हो सकता...|” खुशी अपना सर पकड़ते हुए राशि से “चंदु नही आया अभी तक...?” खुशी ने घड़ी पर नजर मारी |

“उसका message आया था, वो आज छुट्टी है...|” राशि ने याद करते हुए बोला |

“वो आपके लिए कबसे काम करने लगा...?” खुशी बोहें चढाते हुए राशि को घूरती है |

“अरे ठीक है ना...?” परम खुशी का ध्यान खींचते हुए “तुम अभी अपने काम से आज छुट्टी ले लो...|”

“नही यार, 2 घंटे बाद मेरी बहुत important meeting है...|” खुशी एक कदम पीछे हटाती हुई बोली |

“छोड़ ना यार, इतने time के बाद तो साथ enjoy करने का मौका मिला है और तू सडू friends की तरह बहाने बना रही है...?” चेतना ने बोला |

“कौन सा मौका...?” खुशी ने चेतना के साथ परम और राशि को देखा |

“इस stupid की cousin की सगाई है आज, सारे friends आ रहे है...|” चेतना ने बोला |

“Ok, तुम्हारी cousin की सगाई है और मुझे पता ही नही है...?” खुशी हैरान थी |

“पता होता, तो भी क्या आ जाती...?” परम ने बोला |

“खुशी take a break...|” राशि खुशी ने कंधे पर हाथ रखते हुए “फिर से एक दिन normal life जीने की कोशिश करो...|”

“Come on ना...|” चेतना खुशी को हिलाती हुई “एक दिन काम नही करोगी तो विराट ठाकुर कंगाल नही हो जायेगा...|”

खुशी चेतना को घूरने लगी, मगर हमेशा की तरफ चेतना पर कोई फर्क ही नही पड़ने वाला था |

 

दूसरी तरफ राहुल सबको चाय पिलाने के बाद salesman, customers से कैसे deal करते है, ये सीख रहा था | आज थोड़ा customers कम थे, जिसकी वजह से कुछ salesman खाली थे | शर्मा और उसके लडके भी बैठे-3 बोर हो थे | तभी बाहर एक गाड़ी आकर रुकी, guard जल्दी से गाड़ी एक पास पहुंच गया |

“इसे कुछ होता भी है या नही...?” पहला लड़का शर्मा से “आपने इसे बहुत सर पर चढ़ा लिया |

“सर पर चढ़ाने का ही नजीता है, वो company चलाने की सोच रखती है और तुम ये दूकान...|” शर्मा ने उल्टा उसे डांट दिया |

अब तक आँखों पर चश्मा, रंगबिरंगे फूलों से सजी, white रंग की dress पहने अपनी high hills में साथ शर्मा की ने shop में entry ली | सारे salesman लड़की की दूध जैसी गोरी टांगो को देखते हुए वापिस अपने काम में लग गये |

“जाकर इसके दूसरा piece लेकर आओ..|” Salesman ने राहुल को पीछे की तरफ जाने का order दिया |

राहुल बिना किसी सवाल के पीछे की तरफ चल दिया |

“यार किसकी किस्मत खुलेगी इसे पाकर...?” अपने दिल पर हाथ रख पीछे खड़ा दूसरा salesman शर्मा की लड़की को देखता हुआ आहें भर रहा था |

“वो वाला piece देना...|” Salesman की बात सुन एक नजर लड़की पर मार राहुल बोला |

“तुझे कैसी लगी...?” Salesman ने राहुल को छेड़ा |

“Normal...|” राहुल ने कोई खास reaction नही दिया |

“अबे ठ, इससे खुबसुरत लड़की, पूरे market में किसी की नही है...|” Salesman ने piece राहुल के हाथ में पटक दिया |

“That’s good...|” कहते हुए राहुल वापिस चल दिया |

“क्या है...?” पहले लडके ने रूखे भाव के साथ लड़की से पूछा |

लड़की लडके पर ध्यान ना देकर शर्मा को देखने लगी |

“क्या हुआ, आज future business women सोनम शर्मा हमारी छोटी सी दूकान पर कैसे...?” शर्मा ने लड़की से प्यार के साथ पूछा |

“मुझे 10 लाख और एक कुली चाहिए...|” सोनम ने सीधा सा जवाब दिया |

“10 लाख...!!!?” दूसरा लड़का सदमें में “कहाँ उडाने है...?”

सोनम ने फिर से बिना जवाब के लडके की जगह जैसे ही शर्मा पर नजर मारी, उसकी नजरे अंदर काम में मग्न राहुल पर जाकर रुक गयी | सोनम अपना चश्मा उतारते हुए राहुल को देखती रही |

“किस लिए चाहिए...?” शर्मा अपने गल्ले से पैसे निकलाने लगा |

“Delhi business association कुछ funds जमा कर रहा है, कुछ projects के लिए...|” सोनम राहुल पर नजरें गडाये हुए “बस मैं भी अपना contribution दे रही हूँ...|”

“क्या तुम भी किसी project में पैसा लगाने की सोच रही हो...?” पहला लड़का “पहले अच्छी तरह देख लेना, पता चला पैसा डूब गया...|”

“मैं कहीं पैसा लगाने की सोचती तो हूँ, तुम तो दिमाग की तरफ इस पर जमकर बैठ गये हो...|” लड़की ने अब पहले लडके पर ध्यान दिया |

“जाओ, तुम्हें late हो रहा है...|” शर्मा ने लडके के बोलने से पहले ही बोल दिया |

“मुझे एक कुली भी चाहिए...|” सोनम ने राहुल की तरफ इशारा करते हुए “इसे भेज दीजिए...|”

“इसको नही, वैसे भी इसका चेहरा बिगड़ा हुआ है...|” दूसरा लड़का जोश में बोला |

“पापा...!!!” सोनम अब अपने गुस्से को काबू नही कर पा रही थी |

“ये तुम्हारे आस-पास भी नही टिक पाएगा...|” शर्मा सोनम को समझाते हुए “भंडारी को ले जाओ...|”

“आपको पता है ना, जिसे करने से आप मुझे रोकते है, वो तो मैं always करती हूँ...|” सोनम ने वापिस अपना चश्मा पहन लिया था |

अगले 5 मिनिट के बाद राहुल गोद में 10 लाख रूपये लिए driver की सीट पर बैठी सोनम के बगल वाली सीट पर बैठा था | सोनम मुस्कुराती हुई गाड़ी को start कर आगे बढ़ गयी |

 

गाड़ी में बज रहे English music के साथ शांत बैठा राहुल बिना किसी खास reaction के गाड़ी में बैठा सोनम को ना देख बाहर Delhi के दर्शन कर रहा था |

“कहाँ से हो...?” सोनम ने गाड़ी का गेयर बदलते हुए सवाल किया |

बाहर से आ रही हवा के साथ music की धुन में खोया राहुल कोई जवाब नही देता | सोनम मुस्कुराती हुई कुछ देर शांत गाड़ी चलाने लगी |

“हरियाणा के border से हूँ...|” राहुल ने 5 मिनिट के बाद जवाब दिया |

“तुम्हारा current address नही पूछा मैंने...?” सोनम सामने नजरे जमाये हुए पूछती है |

“अब तो यही मेरा सब कुछ है...|” राहुल पीछे सीट से सर लगाते हुए सवाल करता है |

“LA, शिकागों, New York...?” सोनम ने अपना सवाल जारी रखा |

राहुल ने कोई जवाब नही दिया |

“कोई drugs का मामला है या चोरी का...?” सोनम एक restaurant की तरफ गाड़ी को मोडती हुई “जो तुम Delhi में फंसे हुए हो...?”

“अस्तित्व का मामला है...|” राहुल बिना पलके झपकाये बोला |

“You know what...|” सोनम गाड़ी parking में लगाती हुई “तुम्हें देखकर लगता है, मैंने तुम्हें पहले भी कही देखा है...|”

राहुल को ना तो सोनम में कोई interest था ना ही उसकी बातों में...|” राहुल सोनम के उतर जाने के बाद भी बैठा हुआ अपने बारे में सोच रहा था | सोनम restaurant की तरफ चलने से पहले ही रुककर राहुल को देखने लगी |

“मेरा मुड़ नही है खाने का...|” राहुल सोनम के बोलने से पहले ही “तुम जाकर खा सकती हो |”

“क्या पैसे लेकर भागने का plan है...?” सोनम ने एक सभावना बोली |

अगले ही पल राहुल ने 10 लाख का पूरा packet खिड़की से नीचे गिरा दिया | सोनम उस packet को ना देखती हुई राहुल को देख रही थी, जिस पर 1 % भी फर्क नही पड़ा था |

“तुम्हारा असली नाम क्या है...?” सोनम फिर से गाड़ी चला रही थी |

“राहुल ठ...|” राहुल ने सीधा बोल दिया |

सोनम पहली इंसान थी, जो राहुल का ये नाम सुन हंसी नही थी |

“150 करोड़ की propriety हिस्से में आती है मेरे...|” सोनम ने दो पल खामोश रहने के बाद बोला |

“150 करोड़ कितने millions dollar होते है...?” राहुल ने फिर भी सोनम पर ध्यान नही था |

“200 million something...|” सोनम ने अंदाजा लगाया |

“जब तुम्हारी destination आ जाये, मुझे उठा देना...|” राहुल हाथ बाँधते हुए आँखे बंद कर लेता है |

सोनम गाड़ी रोकने के साथ राहुल को हैरानी में देख रही थी, उसे सच में विश्वास नही हो रहा था, इतना बड़ा amount सुनकर भी राहुल को कोई फर्क नही पड़ा था |

 

To be continue…
I hope you all like this story Love story, Behind the story of  भोली खुशी part-358. So reader, Please comments and share this story with you friends and family and add your valuable thoughts to….!!!

 

 

Love story, Behind the story of भोली खुशी part-358 Love story, Behind the story of  भोली खुशी part-358 Reviewed by Mr.Singh on October 26, 2020 Rating: 5

11 comments:

  1. Addicted to ur story... Just update bigger...

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  2. Excellent story as always and eagerly waiting to read the next update
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    Always 💜💜💜💜💜💜💜💜U Boss

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  3. Kyu padega itne amount to thakurs ek din mai kharch krte honge

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  4. Excellent story as always and eagerly waiting to read the next update

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  5. This is the Rahul thakur.
    Real Thakur

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  6. Very nice story but please come fast the new part singh sahab ji

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  7. Sir figures exact dhyan rakha karo next line me amount change ho jatti hai

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