Love story, Behind the story of भोली खुशी part-357

Behind the story of  भोली खुशी part-357

 
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Love story, Behind the story of  भोली खुशी part-357

 

दूसरी तरफ राहुल morning में सबसे पहले shop पर पहुंच गया | Guard ने lock खोला ही था, राहुल सामने खड़ा था |

“घरवालों से ज्यादा ही परेशान है क्या...?” पहला guard राहुल को देखते हुए “सूरज से भी पहले आकर खड़ा हो गया |”

“आपसे तो बाद में ही आया हूँ ना...?” राहुल ने बोला |

“किससे भीड़कर आया है...?” दूसरे guard ने राहुल के चेहरे पर नीले निशान बने देखकर पूछा |

“अपने आपसे...|” कहते हुए राहुल ने पहला कदम अंदर रखा ही था |

Shop की हालत देख उसके कदम रुक गये |

“क्या हुआ...?” पहले guard ने सवाल किया |

“आप सफाई करने वालो को बुला सकते है...?” राहुल सामने shop को देख रहा था |

“क्यों, वो तो तेरा काम है ना...?” दूसरे guard ने सवाल किया |

राहुल दूसरे guard को देखने लगा | आधे घंटे बाद दूसरे salesman और worker आये तो नजारा देखकर चौक गये | पूरी shop साफ-सुथरी, कपड़े सही जगह लगे हुए थे | हर कोई हैरानी में एक-दूसरे को देख रहा था | आधे घंटे बाद शर्मा अपने लडकों के साथ आया तो सारे salesman sale के लिए ready थे |

“क्या बात है, आज बड़ी speed से सफाई कर डाली...?” पहला लड़का बोला |

“इन्होने कुछ नही किया साहब...|” पहला guard शर्मा का सामान गाड़ी से निकाल अंदर रखते हुए “उस राहुल ठ ने सफाई वालों को बुलाकर 15 मिनिट में पूरी दूकान को set करा दिया |”

“ये सब उस राहुल ठ ने किया...?” दूसरा लड़का हैरानी में बोला |

“है कहाँ वो...?” शर्मा ने पूरी shop में नजर दौड़ायी, मगर राहुल कहीं दिखा ही नही |

“वो मजदूरों को लेकर stock का सामान लेने गया है...|” Guard सामान रखते हुए “बस आता ही होगा...|”

लडके और शर्मा अपनी सीट पर बैठे ही थे, अगले ही पल line लगाकर मजदूर कपड़ों के बंडल लेकर shop में entry ले लेते हुए उसी line में सीधे खड़े हो गये, हर कोई उन्हें देख रहा था | एक paper के साथ राहुल उनके पीछे से आया | 3, 5, 9 सबसे पीछे वाली row में जाओ, 1 4, 7 अपने पीछे और बाकी बचे हुए अपने सामने वाली row में सामान रख दो | 1 मिनट के अंदर मजदूर सामान रख shop से बाहर थे | राहुल paper पर हिसाब देखने के साथ, paper को पहले लडके की तरफ कर देता है |

“क्या है ये...?” लडके ने मानों जागते हुए सवाल किया |

“समाना की list, जो मैं लेकर आया हूँ...|” राहुल ने एक पल सोचने के बाद बोला |

“किसने बोला था ये समाना लाने के लिए...?” दूसरा लड़का थोड़ा कड़क आवाज में पूछता है |

“Shop ने...|” राहुल बिना किसी झिझक के बोल गया |

जिसे सुनकर पीछे बैठा शर्मा मुस्कुरा दिया |

“बिना हमसे पूछे तू सामान कैसे ले आया...?” पहला लड़का भड़कते हुए “तुझे पता भी है, कौन सा सामान कम है कौन सा ज्यादा...?”

“हां...|” राहुल फिर से सीधा जवाब देते हुए “Shop में जिस product की जितनी जगह खाली थी, मैं वही ले आया...|”

“अबे गधे, कपड़ो के ज्यादा-कम बिकने और stock का भी तो हिसाब होता है, तू सारे ही उठा लाया...?” एक salesman बोला |

“मैं stock को रजिस्टर में देखने के बाद ही समाना लाया हूँ...|” राहुल लडके को देखने के बाद पहले लडके से “Coustmers के बीच सामान लाने से अच्छा नही लगता, इसलिए morning में ही ले आया |” राहुल बाहर की तरफ चलते हुए “मैं सबके लिए चाय लेकर आता हूँ...|”

“और जो तूने ये सफाई वालो को बुलाकर shop की सफाई करायी है, उसके पैसे क्या तेरा बाप देगा...?” दूसरा लड़का फिर से भड़क गया |

“क्या मैंने आपको बोला, उनके पैसे देने के लिए...?” राहुल ने लडके की आँखों में देखा |

अब लडके बोलती बंद हो गयी |

“आप सब कपड़े जमा सकते या मैं help करूं...?” राहुल ने सारे salesman का ध्यान तोडा |

सब अपने काम में लग गये |

“ये तुम्हारे काबू से बाहर की चीज है...|” शर्मा ने दोनों लडकों से बोला |

दोनों ही लडके वापिस समाने देखते हुए काम में लग गये |

 

दूसरी तरफ morning में रुकुल जल्दी-2 अपना काम निपटा रही थी | आज उसे office जल्दी जाना है, ऊपर से reports, घर का काम, सब उसके सर में दर्द कर रहे थे |

“क्यों tension ले रही है...?” मम्मी रुकुल को रोकते हुए “सब हो जायेगा...|”

“बिना किये कुछ नही होगा मम्मी...|” रुकुल अपने बैग में सामान जमाती हुई बोली |

“रजत भी कर रहा है ना, फिर क्यों परेशान है...?” मम्मी ने आगे बोला |

“यही तो problem है मम्मी, रजत कुछ नही कर रहा...|” रुकुल मम्मी की आँखों में देखते हुए “उसके अंदर business को चलाने की काबलियत है, but वो चीजो को हल्के में ले रहा है |”

मम्मी अभी भी रुकुल की बाते सुन रही थी |

“उसके सामने एक टूटा हुआ जहाज है और उसकी मरम्मत के लिए उसके पास man power ही नही है...|” रुकुल company के staff के बारे में सोचते हुए “फिर भी उसे tension नही हो रही |”

“क्या रजत को सच में tension करने की जरूरत है...?” मम्मी एक पल सोचने के बाद “वो इतना अमीर है, उसके पास हजारों company है, एक company ना ही चली तो क्या होगा...?”

“बाज के घोसले में अगर तीन बच्चे हो, दो ताकतवर और एक कमजोर, तो ज्यादा खाने की चाहत में ताकतवर बच्चे लात मारकर कमजोर बच्चे को घोसले से नीचे गिरा देता है...|” रुकुल अपने बैग में सामान pack करने के बाद “और मैं मरते मर जाउंगी, मगर रजत को घोसले से नीचे नही गिरने दूंगी...|” कहते हुए रुकुल जाने लगी |

“रुकुल, दुनियाँ को अपनी नजरों से देखना अच्छी बात है, मगर दूसरे के नजरिये को भी ध्यान में रखना चाहिए...|” मम्मी अपने अनुभव के साथ “जरूरी नही है, जो तुम सोचती हो, सब कुछ उसी तरफ हो रहा हो, थोड़ा रजत को भी time दो, खुदको साबित करने का...|”

रुकुल अपनी मम्मी को देखती हुई निकल गयी और मम्मी अभी भी सोचती हुई खड़ी थी |

 

रुकुल ने सामने वाले घर में entry ली |

“कैसी हो रुकुल बेटी...?” Mr. गोखले ने सवाल किया |

“अच्छी हूँ uncle, आप कैसे है...?” रुकुल ने अब तक आ चुकी Mrs. गोखले को भी नमस्ते किया |

“हम तो ठीक है रहते है, but तुम क्यों इनता परेशान दिख रही हो...?” Mrs. गोखले ने सवाल किया |

“कुछ नही aunty, वो company में थोड़ी सी problem चल रही है तो..|” रुकुल अपने माथे पर हाथ रखने के बाद “रजत ऊपर ही है...?”

“नही, वो तो joging करने गया है...|” Mr. गोखले घड़ी में time देखते हुए “1 घंटे से ऊपर हो गया |”

सुनते ही रुकुल का खून फिर से जल गया | यहाँ company के बारे में सोचते ही रुकुल की रातों की नींद उड़ गयी है वो रजत को joging की पड़ी है |

“तुम बैठो ना, बस वो आता ही होगा..|” Mr. गोखले ने बोला |

“मैं रजत के room में हूँ, कुछ काम कर लेती हूँ...|” कहते हुए रुकुल ऊपर चली गयी |

“Good morning uncle-aunty...|” 15 मिनिट के बाद पसीने से लथपथ रजत घर वापिस आ गया |

“Good morning भई, तुम अब तक joging कर रहे हो और रुकुल कबसे office के लिए ready होकर ऊपर बैठी है |

“क्या, रुकुल आ गयी, shit...?” रजत ने घड़ी में time देखा तो 9 बजे थे |

रजत अपना पसीना पौछ्ते हुए ऊपर चला गया |

 

ऊपर अपने room के आते-2 रजत ने पसीना पौछ लिया था | रुकुल अपना laptop खोलकर बैठी काम कर रही थी |

“तुम्हें पता है ना, मैं रातों में तुम्हे कितना miss करता हूँ...?” रजत धीरे से पीछे से रुकुल को बाहों में लेते हुए उसका कंधा चूम लेता है |

रुकुल ने कोई reaction नही दिया | रजत, रुकुल को हिलते ना देखकर घूमकर उसके सामने आकर बेड पर बैठ गया | गुस्से में लाल चेहरे के साथ रुकुल रजत को देख रही थी |

“तुम्हारा कोई fast-vast है क्या...?” रजत अपने हाथ ऊपर करते हुए “Sorry, मैंने बिना permission के तुम्हें touch किया |”

“Time क्या हुआ है...?” रुकुल ने बात ही बदल दी |

“9:10 AM....|” रजत ने घड़ी में देखा |

“और तुम्हें इस time कहाँ होना चाहिये...?” रुकुल ने गुस्से में laptop को जकड़ लिया था |

“कहाँ...?” रजत को समझ में नही आया था, रुकुल बोल क्या रही थी |

“मुझे एक बात seriouslly बताओ...|” रुकुल उठती हुई “क्या तुम सच में इस company को चलाने के मुड़ में हो...?”

“Not really...|” रजत सोचते हुए बोला |

“रजत, problem क्या है तुम्हारी...?” रुकुल रजत पर भड़कते हुए “तुम काम को serious क्यों नही लेते, तुम्हें idea भी है, जिस company को चलाने के लिए तुम्हें भेजा गया है, वो zero पर है, उसका finance, IT, Marketing, Admin, HR, सब कुछ खत्म है, तुम इन सबकी planning करने के बजाये यहाँ अपना time west कर रहे हो...|” रुकुल रजत को warn करती हुई “मैंने तुम्हें पहले ही बताया था, मैं नही चाहती तुम The Thakurs में तुम सबसे low बनकर खड़े हो |”

“और अगर हो गया तो...?” रजत ने आगे सवाल किया |

“मैं ऐसा कभी नही होने दूंगी...|” रुकुल रजत की आंखों में देखते हुए “चाहे इस company को चलाने में अपनी जान ही क्यों ना देनी पड़े...|”

रजत शांत बैठा रुकुल को देख रहा था और रुकुल उसके answer का wait कर रही थी |

“Wait...|” एक पल के लिए अपनी आंखे बंद करने के बाद रजत उठा और दराज में कुछ files निकाल रुकुल के सामने कर दी |

रुकुल file पर नजर मारने के साथ फिर से रजत को देखने लगी |

“ये रहा तुम्हारा finance...|” रजत बेड पर file डालते हुए “IT, Marketing, Admin, HR, Banking, Company की policy, Company के future plans and targets...|” रजत ने सारी files सामने डाल दी थी |

रुकुल उन files को उठाकर पढने के साथ फिर से रजत को देखने लगी |

“You know what, तुम लडकियों और औरतों की problems क्या होती है...?” रजत अलमारी से अपने कपड़े निकालते हुए “जब तक लड़का या आदमी गधे की तरह तुम्हारे सामने काम ना करे, तुम्हें लगता ही नही है, वो कुछ काम करते है...|” रजत वापिस आकर रुकुल को देखते हुए “मेरे घरवालों ने मुझे यहाँ गधे की तरह काम करने के लिए नही भेजा है...|” रजत थोड़ा झुककर रुकुल की आँखों में देखते हुए “अपने profit के लिए दूसरे से काम कैसे कराया जाता है, वो सीखने के लिय भेजा है |”

“मैं बोल रही थी...|” रुकुल बोलने लगी |

“Set up रुकुल, and listen to me...!!!!” अब रजत गुस्से में रुकुल को झाड़ते हुए “तुम्हारी नजरों में मेरी इज्जत मेरे standerd से बनती जा रही है, ना कि मैं क्या हूँ उससे...|” रजत सोचते हुए “तो फिर ठीक है, जब तक मैं खुदको तुम्हारे lavel के standerd तक नही ले आता, तब तक हम दोनों अनजान बनकर काम करते है...|”

“रजत listen....|” रुकुल की आँखे गीली होने लगी |

“सफाई मत दो रुकुल...!!!” अपने गुस्से को किसी तरह रोकते हुए रजत “तुमने मेरे प्यार को मेरी हैसियत की लड़ाई बना दिया है, मेरी पूरी family में किसी के दिमाग में एक-दूसरे का हिस्सा हडपने का plan नही है, सिवाय तुम्हारे...|”

“रजत...!!!” टपकते आंसुओ के साथ रुकुल बोलना चाह रही थी |

“मेरा हिस्सा कोई दूसरा भाई या बहन नही ले सकते...|” रजत अपने सर पर हाथ रखते हुए “वो safe है, but वो मुझे तभी मिलेगा, जब मैं उसे सभालने के लायक बन जाऊ, ना कि उसका बोझ उठाने के...|” रजत इस बार रुकुल के आंसुओ से ना पिघलते हुए “तो मेरे हिस्से में तुम भी आती है, तो मुझे मेरे हिस्से को सभालने के लायक बनने तक अच्छा रहेगा मुझसे दूर रहो...|”

“कसम से रजत मेरे दिमाग में 1 % भी हिस्से वाली बात नही है, मैं तो बस इतना चाहती हूँ...|” रुकुल ने फिर बोलने की कोशिश की |

“Just go रुकुल...!!!” रजत कड़क आवाज में “मैं नही चाहता, मेरे मुहं से कुछ ऐसे words निकले, जिससे हमारा रिश्ता ही खत्म हो जाये...|”

रजत की बात सुन, रुकुल रोती हुई वहाँ से निकल गयी | अब रजत की आँखों में भी आंसू थे |

 

To be continue…
I hope you all like this story Love story, Behind the story of  भोली खुशी part-357. So reader, Please comments and share this story with you friends and family and add your valuable thoughts to….!!!

Love story, Behind the story of भोली खुशी part-357 Love story, Behind the story of  भोली खुशी part-357 Reviewed by Mr.Singh on October 25, 2020 Rating: 5

10 comments:

  1. Good... mujhe bhi rukul ki bato se yahi mahsoos hota hai jaise ki rajat ka hissa koi or le lega....rahul is the great....virat ke sath rah kar usme bhi bahut chenge aa gya hai...nice story loved it....

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  2. Nice part....sab kuch perfect likhte ho mr. Singh fir chahe wo buisness ki baat ho ghar pariwar ki ho ya romance ki ....u r different thinkers nd a parfect writer. Salute to u 💐💐🙏🙏

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  3. Nice part....sab kuch perfect likhte ho mr. Singh fir chahe wo buisness ki baat ho ghar pariwar ki ho ya romance ki ....u r different thinkers nd a parfect writer. Salute to u 💐💐🙏🙏

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  4. Rajat ne rakul ko bilkul she jwab diya ,rakul ko rajat ka status ki jyada chinta ho rhe the n ki rajat ki

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  5. Best part...ab tk ka.....
    You deserve it sir....

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  6. Excellent story as always and eagerly waiting to read the next update
    🧐🙏🏼🧐🧐🙏🏼🧐
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    Always 💜💜💜💜💜💜💜💜U Boss

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  7. 🙊🙊🙊👌👌👌✌️✌️😊😊

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  8. Very very nyc sir ji .m hmesha wait krti hu next part ka. Jbtk part nhi aata h din me bhut baar check kr leti hu.

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