Love story, Behind the story of भोली खुशी part-395

Behind the story of भोली खुशी part-395

Love story, Behind the story of भोली खुशी part-395
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-395























 दूसरी तरफ राहुल New York के airport पर उतर चुका था | Black सूट-बूट टाई के साथ, आँखों पर चश्मा लगाये राहुल VIP line से airport से बाहर आ रहा था | हर कोई उसे देखते ही उसका photo ले रहा था | बाहर गाडियों के पूरे काफिलें के बीच राहुल चश्मा उतार एक गाड़ी बैठता हुआ जैसे ही mobile निकालता है, सुनीता की call आ गयी | राहुल मुस्कुरा दिया, शायद वो खुद सुनीता को ही call लगा रहा था | राहुल ने जैसे ही function on किया, आँखों में आंसू, उखड़ी हुई सांसे और बहुत ज्यादा घबरायी हुई सुनीता राहुल के देख रही थी |
“जिंदा हूँ अभी...|” राहुल उसे relax करने की कोशिश करने लगा |
मगर उसका उल्टा सुनीता राहुल से लिपटक रोने लगी |
“क्या पागलपन है...?” राहुल सुनीता के प्रकाश रूप में होने के बाद भी उसे सहलाते हुए “तुम्हारे रहते हुए मुझे कुछ हो सकता है क्या...?”
“वो...|” सुनीता खुद को रोकने की कोशिश कर रही थी, मगर उसके आंसू रुक नही रहे थे |
“अब क्या पूरे रास्ते रोती ही रहोगी...?” राहुल ने सुनीता को चुप करने की कोशिश की |
सुनीता अब किसी बच्चे की तरह सुबकती हुई राहुल को देख रही थी |
“ये आंसू मेरे लिए बहुत valuable है...|” राहुल सुनीता का चेहरा हाथ में लिए हुए “इन्हें इस तरह छोटी-2 बातों पर west मत किया करो...|”
“अगर तुम्हें कुछ हो जाता तो, मैं भी खुदको मार डालती...|” सुनीता फिर से रोने लगी |
“Stupid, मौत को भी मेरे पास आने से पहले तुम जैसी चाहत रखने वाले ढेर सारे लोगो को पार करना पड़ेगा...|” राहुल मुस्कुराते हुए “भला वो मेरा क्या बिगाड़ लेगी...?”
“सच में तुम्हें कुछ नही हुआ ना...?” सुनीता ने फिर एक बच्चे की तरह सवाल किया |
“जो भी तुम्हारे सामने है...|” राहुल हाथ खोलकर “चाहो तो check कर लो...|”
सुनीता फिर से राहुल के गले लग गयी |
“मेरी वजह से, अब किसी को कभी रोना नही पड़ेगा..|” राहुल ने बोला |
“ऐसे बन ठन के कहाँ जा रहे हो..?” सुनीता ने राहुल से अलग होते हुए सवाल किया |
“क्या बन-ठन के...?” राहुल खुदको देखते हुए “घर ही तो जा रहा हूँ...?”
“तुम ऐसे कपड़े मत पहना करो...|” सुनीता बोली |
“What...?” राहुल अपने कपड़े देखते हुए “इनमें क्या हुआ...?”
“ज्यादा खुबसुरत लगते है, मैं नही चाहती तुम्हें कोई और भी देखे...|” सुनीता बेशक दिमाग में खुशी और रुकुल से कम सही, मगर इर्षा में उन दोनों से तो ऊपर ही थी |
 
दूसरी तरह पहले से भी बुरी हालत में Sandy माथे के दोनों तरह चिपकी तारो, चेहरे पर कितनी ही चोटें, बाल बिखरे हुए, साँस लेने में तकलीफ, हाथो पर बने घावो की वजह से उँगलियों को चलाने में हो रही तकलीफ के बाद भी वो फिर से test में बैठी थी | घड़ी की सुई की टिक-2 वहाँ बैठे कितने ही लडके-लडकियों के लिए किसी करंट से कम नही थी, हर सैकंड घटता number उनके लिए दर्द और तकलीफें ला रहा था | Sandy अपना पूरा ध्यान लगाती हुई laptop में काम कर रही थी |
“One minit...|” तभी एक आवाज गूंजी |
दिल के रूकती धडकन के साथ हर किसी का हाथ बड़ी तेजी से चलने लगा, जिसमें Sandy भी एक थी | 40 सेंकेंड रहने के साथ ही ढेर सारे बच्चे रोने लगी, मगर Sandy रोने वालों में से नही थी | वो पलकों को झपकने में use होने वाले time को भी बचाते हुए उसका use कर रही थी |
“30 सेकेंड...|” फिर से एक आवाज आयी |
इस बार Sandy ने अपनी सांसे भी रोक ली थी | कुछ बच्चे चिल्लाते हुए वहाँ से भागने की कोशिश करने लगे, मगर guards ने उन्हें पकड़ लिया | बैठे हुए किसी भी बच्चे पर कोई फर्क नही पड़ा | अगले 10 सेकंड गुजरने के साथ कुछ बच्चो की done-4 की आवाजें आने लगी | बाकी बच्चे अभी भी तेजी से लगे हुए थे | अगले ही पल घड़ी की सुइयों के साथ बाकी बैठे बच्चो के हाथ और सांसे रुक गयी | Sandy laptop को छोड़ अपना सर पकड़ लेती है |
“Miss सुंदर ठाकुर...|” Guards के साथ आती औरत Sandy से “हम आपके जज्बें की कद्र करते है, but हमें नही लगता आपसे हो पायेगा, आप को चले जाना चाहिए...|”
“क्या आप बाकी बच्चो को भी यही advice देती है...?” अपने अगल-बगल guards के डंडो से निकल रह करंट से तडप रहे बच्चो को देखती हुई Sandy ने अपना ही सवाल किया |
औरत बिना जवाब दिया वापिस मुड़ गयी, अगले ही पल Sandy भी बाकी बच्चो में शामिल हो गयी थी |
 
खुशी अपना mobile side में पटकते हुए चादर तानकर बेड पर लेट गयी | तभी उसका mobile बजा मगर खुशी ने कोई ध्यान नही दिया | Mobile बंद होने के बाद फिर से बजा, मगर खुशी आँखे बंद किये लेटी रही | अगले ही पल खुशी के room में light के पास लगे device से light निकली और विराट सामने खड़ा था | खुशी दूसरी करवट किये लेटी थी |
“तुम्हें पता है ना, तुम्हारा ये look मुझे कितना पसंद है...?” विराट ने खुशी को देखते हुए बोला |
खुशी सीधी होकर लेटते हुए चादर तान लेती है | विराट गुस्सा था, इस time उसका गुस्सा काम नही आने वाला था |
“Sorry...|” विराट खुदको control करते हुए खुशी के बगल वाली chair पर बैठ गया |
खुशी की तरफ से को reaction नही आया |
“Forget ना...|” विराट परेशानी में “शायद मैं उस time कुछ ज्यादा बोल गया |
“मैंने कुछ पूछा तुमसे...?” खुशी चादर नीचे कर विराट को घूरती है |
“तो पूछ लो ना...?” विराट अपनी दिलकश अदाओ के साथ खुशी को देखने लगा |
खुशी विराट पर एक नजर मार वापिस चादर तान लेती है |
“Listen ना...|” विराट ने कुछ ऐसे अंदाज में बोला, खुशी की body में हरकत होने लगी |
खुशी खुदको काबू में कर फिर से करवट ले लेती है |
“अब गुस्सा थूक भी दो...|” विराट खुशी को अपनी चादर ठीक करते देख “देखो, मैं भी काम करते हुए थक गया हूँ, तुम्हें भी नींद नही आ रही, तो...|”
“तो क्या...?” खुशी विराट की तरह थोड़ा गुस्से में पलटी |
विराट खुशी को मुहं से जवाब ना देते हुए उसे ऊपर से नीचे तक देखने लगा |
“तुम यहाँ लेने क्या आये हो...?” खुशी चादर अंदर ही सिमट गयी |
“Well, आया तो तुम्हें मनाने था but अब...|” विराट ने खुशी की आँखों में देखा |
“मुझे कोई गुस्सा नही है, अब जाओ...|” खुशी विराट से ज्यादा बातें करके अपना गुस्सा शांत नही करना चाहती थी |
“That’s good, तो अब क्यों ना हम कुछ बातें कर ले...?” विराट बेड पर ऊँगली खुशी की तरह बढ़ाते हुए “कुछ ऐसी, कुछ वैसी...?”
“मुझे कोई बात नही करनी, तुम जाओ..|” विराट के प्रकाश होने के बाद भी खुशी पीछे की तरह हटते हुए बोली |
“Really...?” विराट अब chair से उठकर बेड पर बैठ गया था |
“मैं तुम्हें जाने के लिए बोल रही हूँ ना...?” आवाज अलग, body अलग, भावनाएं अलग लिए खुशी बोली |
“नही, तुम तो बोल रही हूँ, यही मेरे साथ लेटो, हर रोज की तरह...|” विराट ने खुशी के हाथ पर हाथ रख दिया |
खुशी के अंदर हाँ और ना किस हद तक चल रही थी, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता था, विराट का हाथ प्रकाश था, उसके बाद भी खुशी ने अपनी हाथ वहाँ से उठाने की कोशिश नही की | विराट ने खुशी की आँखों में देखा तो, खुशी दूसरी तरफ देखने लगी |
“तुम्हें अपनी soul से wife मानता हूँ...|” विराट पूरे हक के साथ “जब भी तुम्हारे साथ होता हूँ, अपना 100 % तुम्हें देने का try करता हूँ, I think इतना तो हक बनता होगा तुम पर, तुम्हारे मन में क्या चल रहा है, जान सकूं...?”
खुशी झटके से विराट को देखने लगी, जो शायद अपने सवाल का जवाब चाहता था |
“I miss you...|” खुशी गर्दन झुका फिर से दूसरी तरह देखते हुए “इसलिए ही तुमसे मिलने आयी थी, but तुम्हारे लिए तो मैं परेशानी बनती जा रही हूँ...|”
“Look at me...|” विराट ने खुशी को देखा |
खुशी ने कोई react नही किया |
“तुम देख रही हो या मैं plane को वापिस मुड़ने का order दूँ...?” विराट ने थोडा कड़क आवाज में बोला |
खुशी विराट को देखने लगी |
“क्या लगता है मुझे देखकर...?” विराट खुशी की आँखों में देखते हुए “क्या तुम्हारे बिना मैं साँस भी ले सकता हूँ...?” विराट खुशी के पास आकर बैठते हुए “मुझे हर सेकेंड तुम्हारी चिंता लगी रहती है, बस यही सोचता रहता कहीं तुम्हें कुछ हो ना जाये, baby तुम्हें ज्यादा तंग ना करे...?”
खुशी विराट को देखते हुए अपने पेट पर हाथ रख लेती है, असल में खुशी को विराट की याद ही pain के time पर आयी थी |
“और जो तुम कोमल को बोल रहे थे, वो...?” खुशी का रुख नर्म पड़ गया था |
“मैं कोमल से मजाक कर रहा था...|” विराट के लिए ये जवाब थोड़ा difficult था |
“या फिर तुम अब मजाक कर रहे हो...?” खुशी का स्वभाव फिर से बदलने लगा था |
“मेरी life में मेरी wife और उससे जुडी हर चीज मेरे लिए बहुत special है...|” विराट खुशी के गाल पर हाथ रखते हुए “चाहे वो उसका प्यार हो या उसका गुस्सा...?”
“अब ज्यादा मक्खन मारने की जररूत नही है...|” खुशी वापिस बेड पर लेटती हुई “खाली बेड मुझे काटने को दौड़ता है और मुझे थोड़ा pain भी हो रहा था तो...|”
“पायलेट....!!!” विराट बोलने लगा |
“अब ठीक है...|” खुशी कड़क आवाज में बोलते हुए “ज्यादा नौटंकी दिखाने की जररूत नही है...|”
विराट confirm करने के लिए खुशी को गौर से देख रहा था, उल्टा खुशी उसे घूर रही थी |
“मैं ठीक हूँ, कहो तो तुम्हें उछलकर दिखाऊ...?” खुशी ने बोला |
“Set up...|” विराट ने उसे आँखे दिखायी |
“अब तुम जाओ...|” खुशी जी भरकर विराट को देखने के साथ बोली |
“ऐसे ही...?” विराट ने थोड़ी हैरानी जताई |
“तो...?” खुशी समझी नही |
“अभी तो तुम्हें सोने में time लगेगा so...|” विराट खुशी के गाल चूमते हुए उसके कान में कुछ बोलता है |
“No...|” खुशी कड़क आवाज में विराट को देखने लगी |
“Yes, Please ना...|” विराट ने हाँ में सर हिलाया |
“No मलतब no...|” कहते हुए खुशी ने अपनी चादर तान ली |
विराट तो प्रकाश के रूप में था, इसलिए वो खुशी की चादर के अंदर ही घुस गया | उसके बाद भी खुशी और विराट में yes no चलती रही |
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-395 Love story, Behind the story of भोली खुशी part-395 Reviewed by Mr.Singh on December 17, 2020 Rating: 5

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