Behind the story of भोली खुशी part-333

Love story, Behind the story of भोली खुशी part-333

शाम के time खुशी अर्जुन के hologram के साथ समुंद्र के किनारे पर घूम रही थी |
“लगता है life से काफी खुश हो इस time...?” अर्जुन खुशी के चेहरे पर एक सकुन देख रहा था |
खुशी ने अर्जुन की तरफ देखा, तो सच में उसकी आँखों में संतुष्टि थी | विराट ने उसे अपना लिया था, वो अपने ससुराल आ गयी थी, उसके ससुराल में सभी उससे इनता प्यार करते है, हर कोई उसकी बात को मानता है | शायद इससे ज्यादा उसने आशा ही नही की थी |
“हाँ...|” खुशी झूठ बोलकर अपने मन की शांति को नष्ट नही करना चाहती थी |
“पता है life में ये second time है, जब मुझे कुछ करके अच्छा feel हुआ है...|” अर्जुन ने मुस्कुराते हुए बोला |
“First time कब हुआ था...?” खुशी थोड़े हल्के मुड़ में थी |
“था कोई time...|” अर्जुन खुशी को बताना नही चाहता था |
“आपसे
एक सवाल पूछ सकती हूँ...?” खुशी ने अपने बाल ठीक करते हुए अर्जुन से सवाल किया |
“Please...|” अर्जुन ने थोड़ा झुकते हुए बोला |
“उस दिन market में आपके साथ वो औरत कौन थी...?” खुशी ने delhi में अर्जुन के साथ पिछली मुलाकात में मिली उस औरत को याद करते हुए सवाल किया |
“ये आज तुम्हें उस औरत की याद कैसे आयी...?” अर्जुन थोड़ा सा हैरान था |
“बस ऐसे ही, please बताइये ना...|” खुशी ने सवाल किया |
“मेरी एक claint थी, तुम्हारी ही तरह...|” अर्जुन ने मुस्कुराते हुए जवाब दिया |
“क्या उसने आपको मुझसे भी ज्यादा पैसे दिए है...?” खुशी ने आगे सवाल किया |
अब सुनकर अर्जुन सोचते हुए रुक गया और अर्जुन को आगे बढ़ता ना देख खुशी को भी रुकना पड़ा |
“तुम अपना असली सवाल नही पूछ रही हो खुशी...?” अर्जुन ने तिरछी नजरों से खुशी को देखा |
“आपका रिश्ता क्या उस औरत से...?” खुशी ने असली सवाल किया |
मगर अर्जुन अभी भी खुशी के जवाब से संतुष्ट नही था, इसलिए चुपचाप उसे देख रहा था |
“मैंने उस औरत के साथ आपका एक अलग ही रूप देखा है, वो रूप जिसे आप दुनियाँ से छिपाकर रहते है...|” खुशी खुद के लिए सोचते हुए “जैसा एक रूप विराट के अंदर है, जब वो मेरे साथ रहता है...|”
“तुम मुझमे खुदको खोजने की कोशिश कर रही हो...|” अर्जुन ने खुशी का ध्यान तोड़ा |
“वो औरत आपकी पत्नी थी, है ना...?” खुशी अपने सवाल से हटी ही नही |
“खुशी....|” अर्जुन बड़े प्यार से खुशी को समझाते हुए “तुम मेरी personal पर professional life में घुस रही हो...|” अर्जुन आगे बढ़ते हुए “तुम्हें अपने काम से काम रखना चाहिये...|”
“आप भी तो मेरी personal life में घुसे हुए है...?” खुशी ने आगे सवाल किया |
“उसकी permission तुमने मुझे दी है...|” अर्जुन वापिस अपने बगल में आकर टहलती खुशी को देखते हुए बोला |
खुशी खुद के लिए कुछ सोचने लगी |
“मुझे अभी भी ऐसा क्यों लग रहा है, तुमने अभी तक अपना असली सवाल पूछा ही नही...?” अर्जुन ने खुशी का ध्यान थोडा |
“मैं भी खुदको आपके उस रूप की तरफ ढाल रही हूँ...|” खुशी अपने असली सवाल पर आयी |
जिसे सुनते ही अर्जुन को तेज झटका लगा और वो हैरानी में खुशी को देखने लगा |
“मुझे उससे अपनी family में balance बनाकर रखने में काफी help मिलती है...|” खुशी ने बोला |
(यहाँ पर खुशी अपने आधे part भोली खुशी के भी दो parts के बारे में बोल रही थी, एक कड़क खुशी और दूसरा normal खुशी, जो विराट की जान है)
“तुम्हें नही लगता, तुम्हें पहले इसे मुझसे discuss कर लेना चाहिए था...?” अर्जुन की आवाज नर्म पर आँखे गुस्से को झलका रखी थी |
“इसमें discuss क्या करना है, ये काफी अच्छा है...|” खुशी को कोई तकलीफ नही हो रही थी |
“तुमने कभी किसी को कांच पर चलते देखा है...?” अर्जुन ने खुशी की आँखों में देखा |
“TV पर देखा है...|” खुशी ने सोचने के बाद जवाब दिया |
“तुम जो बिना किसी तैयारी के कर रही हो, वो उसी कांच पर चलने जैसा है...|” अर्जुन थोड़ा गुस्से में “थोड़ा सा भी पैर इधर से उधर हुआ तो...|” अर्जुन अब समझाने के हिसाब से खुशी को देखते हुए “तुम खुदको घायल कर लोगी...|”
“तो आप मुझे सीखिए ना...?” खुशी पूरे जोश के साथ “आप जितने पैसे बोले, मैं देने के लिए तैयार हूँ...|”
“ये चीज मेरे course से बाहर की है...|” अर्जुन आँखे झुकाते हुए बोला |
खुशी कुछ पल शांत खड़ी अर्जुन को देखने लगी |
“मैंने तुम्हें बताया था ना, मेरे तरीके तुरंत result देने वाले है...|” अर्जुन एक लम्बी साँस लेते हुए “जो तुम बोल रही हो, उसके लिए तपस्या करनी पडती है, मैंने 18 साल की है...|”
सुनते ही खुशी की आँखे बड़ी हो गयी |
“तुम्हारे पास इनता time नही है...|” अर्जुन ने हल्की सी मुस्कान के साथ बोला |
“आप मुझे इस आदमी का नाम बताइये, जिसने आपको ये...|” खुशी बोल रही थी |
“वो इस दुनियाँ में नही रहे...|” अर्जुन ने पहले ही बात को पूरा कर दिया |
खुशी इससे आगे नही बोल सकती थी, क्योंकि अर्जुन ने उसके सारे सवालों का अंत कर दिया था |
“But इसके बिना मैं अपनी family में balance नही बना पाऊँगी...|” खुशी की आँखों से आंसू टपकने लगे थे |
“मैं तुम्हें इस बारे में ज्यादा कुछ तो नही बता सकता, but...|” Hologram होने के बाद भी अर्जुन खुशी के टपकते आंसू को हथेली पर पकड़ने की कोशिश में “जब भी लगे, सब कुछ तुम्हारे हाथ से छुट रहा है, अपने सबसे अचूक हथियार का अजमा लेना...|”
“और वो क्या है...?” खुशी समझ नही पायी थी |
“तुम्हें नही लगता अर्जुन चाणक्य पंडित, तुम मेरी wife के कुछ ज्यादा ही close हो रहे हो...?” तभी पीछे से विराट की आवाज आयी |
दोनों उस तरफ देखने लगे | हाथ बंधे विराट के चेहरे पर गुस्सा नही था, मगर गुस्सा आने में time ही कितना लगता है विराट को...?
“तुम यहाँ क्या कर रहे हो...?” खुशी ने कड़क आवाज में विराट से पूछा |
“अपनी पत्नी की जासूसी..|” विराट ने सीधा सा जवाब दिया |
खुशी विराट को घूरने लगी |
“विराट ठाकुर....|” अर्जुन एक हल्की सी मुस्कान के साथ “Nice to see you...?”
“I’m not...|” विराट अपने हाथ खोल अर्जुन की तरफ बढ़ता हुआ “तुम्हें लिए मेरे मन में आज भी वही feelings है, जो उस time पर थी |”
“That’s good, इंसान को अपनी गलती का एहसास always रखना चाहिये...|” अर्जुन ने एक पल सोचने के बाद बोला |
अब विराट अर्जुन को खा जाने वाली नजरों से घूर रहा था |
“आपको जाना चाहिए...|” खुशी ने अर्जुन को बोला |
“फिर मिलेगे...|” अर्जुन पीछे हटने लगा |
“उम्मीद करो, हम ना मिले...|” विराट ने गुस्से में बोला |
“मुझे और ज्यादा पैसा चाहिए ताकि तुम्हारा काम time पर पूरा हो जाये...|” अर्जुन ने खुशी से बोला |
“मैंने transfer कर दूंगी...|” खुशी ने बोला |
“I love this sceen...|” अकेला कुछ दूर टहलता अर्जुन गायब हो गया |
मैदान में खुशी और विराट थे | अब खुशी विराट को गुस्से से घूर रही थी |
“What...?” विराट ने कंधे ऊपर कर पूछा |
“तुम सच में मेरी जासूसी कर रहे थे...?” खुशी गुस्से में थी |
विराट ने कोई जवाब नही दिया, जिसकी वजह से खुशी गुस्से में घूमकर दूसरी side खड़ी हो गयी |
“भगवान..., ये औरते...|” विराट अपने कंधे झटकते हुए खुशी को पीछे से बाँहों में भर लेता है |
“मुझे तुमसे कोई बात नही करनी...|” खुशी विराट से दूर जाना चाह रही थी |
“But मुझे तो करनी है...|” विराट ने खुशी का कंधा चूमा तो खुशी शांत खड़ी हो गयी |
विराट ने खुशी का ध्यान सामने किया | सूरज समुंद्र के अंदर डूब रहा था | खुशी उस नजारे को सब कुछ भूल गयी |
“हाँ ना खुबसुरत...?” विराट ने पूछा |
“It’s amazing....|” सूरज मानों खुशी की आँखों में अपनी लाली छोड़ डूब रहा हो |
विराट खुशी के चेहरे पर संतुष्टि देखता हुआ काफी सकुन feel कर रहा था | दूसरे ही पल खुशी ने विराट को देख तो विराट ने अपनी नजरें घुमा ली, शायद उसकी आँखे गीली थी |
“विराट...|” खुशी घूमकर विराट का चेहरा पकड़कर “क्या हुआ...?”
“Nothing...|” विराट आँखे साफ कर हल्की सी मुस्कान के साथ “शायद रेत आँखों में चली गयी |
“बोलो ना क्या हुआ...?” अब खुशी की आँखे भी गीली होने लगी थी |
“बस तुम्हें खुश देखकर...|” शायद इससे आगे के words में विराट strong नही रह पाता |
इसलिए उसने खुशी को अपने सीने से लगा लिया |
“विराट, तुम भी ना...|” खुशी टपकती आँखों के साथ विराट को जकड़ती हुई “तुम मेरे लिए इतना कुछ करते हो, मैं खुश नही रहूंगी क्या...?”
“मेरी वजह तुमने बहुत तकलीफे सही है...|” विराट उसके सर को चूमते हुए “जितना भी तुम्हारे लिए करुँ, कम ही लगता है |”
“तुम्हारे साथ के अलावा मुझे कुछ नही चाहिए...|” खुशी ने एक संतुष्टि के साथ बोला |
“यहाँ कैसा feel हो रहा है...?” अब विराट खुशी को अपने साथ लेकर आगे बढ़ गया |
“क्यों पूछे रहे हो...?” विराट के बाजु से लगी खुशी ने भी सवाल किया |
“ऐसे ही...|” विराट ने बात को घुमाया |
“बात क्या है विराट...?” अब खुशी में इतनी समझ तो आ गयी थी, वो बातों को समझने लगी थी |
“Actully...|” विराट से बोला नही जा रहा था |
“यहाँ कुछ problems होने वाली है, जिसकी वजह से जाना पड़ेगा...?” खुशी ने मानों बिना किसी झिझक के विराट की बात को अपने मुहं से बोल दिया हो |
“हाँ...|” विराट ने short में बात को निपटाया |
“कब जाना है, वैसे भी ये machines का शोर परेशान करने लगा है...?” खुशी ने पूछा |
“आधे घंटे में...|” विराट ने कुछ ज्यादा ही short notice दे दिया |
अब खुशी फिर से विराट को घूरने लगी |
“Plane ready है, तुम्हारा सारा सामना pack है...|” विराट हाथ खोलते हुए “बस तुम्हें चलकर बैठना है...|”
“तो फिर खड़े क्यों हो, चलो ना...?” खुशी आगे बढ़ गयी |
“Wow, कितनी आसानी से मान गयी...|” विराट सच में हैरान था |
“एक बात तो मैं बताना भूल ही गयी...|” खुशी फिर से रूकती हुई विराट को देखने लगी |
“What...?” विराट की धडकन फिर से slow हो गयी, क्योंकि खुशी की बाते होती ही कुछ ऐसी है |
“मुझे पेट में फिर से problems हो रही है...|” खुशी ने बोला |
“Are you mad, तुमने पहले क्यों नही बताया...?” विराट गुस्से में चिल्लाते हुए “और ये बात भूलने की होती है क्या...?” विराट ने tension में mobile निकाल लिया था |
“विराट listen....|” खुशी विराट का हाथ पकड़ते हुए “ये वो वाली problems नही है...|” खुशी अपने चेहरे पर आये नूर को छिपाने की कोशिश में “मैंने अभी तक test नही किया है, but मुझे लगता है...|” अब खुशी से बोला नही जा रहा था |
“What...?” विराट समझ नही पा रहा था, खुशी कहाँ क्या चाहती थी |
“वो मैं...|” खुशी अपने पेट पर बच्चे का इशारा करता था |
“No...!!!” विराट की आँखे बड़ी हो गयी |
“Yes...!!!” खुशी का चेहरा खिला हुआ, मगर आँखे गीली थी |
“No....!!!!” विराट खुशी में चिल्लाता हुआ पूरे किनारे पर दौड़ रहा था |
और खुशी छलकती आँखों के साथ उसके पागलपन को देख रही थी |
To be continue…I hope you all like this story Love story, Behind the story of भोली खुशी part-333. So reader, Please comments and share this story with you friends and family and add your valuable thoughts to….!!!
Love story, Behind the story of भोली खुशी part-333
Reviewed by Mr.Singh
on
September 22, 2020
Rating:

Nice part sir ji
ReplyDeleteWow great news for virat and khushi
ReplyDeleteGood story
ReplyDeleteExcellent story as always and eagerly waiting to read the next update
ReplyDelete🧐🙏🏼🧐🧐🙏🏼🧐
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Always 💜💜💜💜💜💜💜💜U Boss
Plz upload next part fast
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteGood news....wow very happy moment for virat and khushi.... Thakur's k ghar me to bhuchal aa jayega....
ReplyDeleteVery nice part sir
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteNice part sir plzz jaldi se next par upload kar dijeye ab wait nahi ho pa Raha h
ReplyDeleteNice story
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