Behind the story of भोली खुशी part-337
Hello dears,
मैं
सोच रहा था, आपके ढेर सारे सवाल हो गए है, जैसे कि website लेकर, stories
को लेकर, आदि-अनंता लेकर, मेरी stories को लेकर |
तो क्यों ना live होकर
सवाल-जवाब हो जाये ? कुछ भोली खुशी के characters की बातें हो जाएगी |
तो मैं सोच रहा हूँ, Insta और FB पर लाइव हो जाते है | तो अपने सवालों के साथ Date और time आप decide कर लीजिये | जो मेरे साथ Insta और FB पर नहीं जुड़े link नीचे है |
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2 दिन पहले ढलती शाम के बीच हरियाणा में एक बड़े से project में हवा की तरह काम चल रहा था और संदीप चौहान, बगल में ढेर सारी guns के ढेर के साथ बैठा अपने pag को खत्म कर रहा था | उसका दोस्त भी बगल में बैठा उसका साथ दे रहा था |
“इनसे भी कुछ पूछ ले, अब तक बेचारों को पानी भी नही दिया तुमने...?” दोस्त ने संदीप ने बोला |
संदीप ने गर्दन टेढ़ी करते हुए बगल में देखा तो हाथो-पैरो, चेहरे पर चोटों के साथ रोहताश अपने सारे दोस्तों के साथ जमीन पर बैठा था |
“कुत्तों को उतना ही खाना देना चाहिए, जितने में वो तुम्हारे रखवाली कर सके...|” संदीप सामने देखते हुए “अभी इन्हें कुछ भी देने का time नही आया है...|”
सुनते ही रोहताश और उसके साथी हंसने लगे | दोस्त और संदीप उन सबको देखने लगे |
“रे बावली पूछ...|” रोहताश संदीप से “कहावत तो दूसरे पर मार ले होती...|”
रोहताश के सारे दोस्त पेट पकड़कर हंसने लगे | संदीप उठकर उनके सामने खड़ा हो गया, मगर किसी पर कोई फर्क नही पड़ा |
“मैं इंसान की औकाद के हिसाब से ही उससे बाते करता हूँ...|” संदीप रोहताश पर बचा हुआ pag फेंकते हुए “अब तुम idea लगा लो, तुम्हारी औकाद कितनी है...?”
“रुक जा कुछ देर छोरे, जो ये भारी-2 बोल (words) बोल रा है ने, उणका मतलब पता चालेगा तन्न...|” गुस्से में अपने उठ रहे दोस्त को रोकते हुए रोहताश ने बोला |
“सच में मैं बहुत excited हूँ, तुम्हारी उस तोप को देखने के लिए...|” संदीप नकली उत्सुकता को दिखाते हुए “पिछले 3 घंटे से तुम यही बोले जा रहे हो, मगर कोई आया ही नही...|”
“सबर (सब्र) कर छोरे, तूफाण कू आवण में टेम लागे से...|” पीछे से रोहताश का दोस्त बोलते हुए “जब तक तू बची-कुची मौज कूट (ले ले) ले...|”
“तुम्हारे तूफ़ान का तो पता नही, but मेरी family जरुर आ गयी है...|” संदीप ने पीछे आकर रूकती एक बड़ी सी गाड़ी को देख अपने drink के गिलास को side में फेंक दिया |
गाड़ी से अब तक एक सूट-बूट वाला आदमी, रेशमी साड़ी पहने औरत और एक लड़की उतर चुके थे |
“Good evening dad...|” संदीप उनके पास तक आ गया |
“काम कैसे चल रहा है...?” आदमी अपना चश्मा उतारते हुए सवाल करता है |
“Rocket की speed से uncle...|” संदीप का दोस्त वहां आते हुए बोला |
तभी आदमी का mobile बजने लगा |
“What’s that bro...?” तभी लड़की की नजर रोहताश और उसके दोस्तों पर पड़ गयी |
‘Nothing, कुछ गुंडे type लोग है, उनकी अक्ल ठिकाने लगायी है...|” संदीप ने उस तरफ ध्यान नही दिया |
“मुझे देखना है, मैंने कभी गुंडे और उनकी पिटाई नही देखी...|” लड़की ने उत्सकुता दिखायी |
“वो अच्छे लोग नही है, तुम...|” संदीप ने बात को बदलने के लिए आदमी को देखा, जो किसी call कर लगा हुआ था |
मगर आदमी अभी भी call पर था |
“Mom...|” लड़की ने अपनी मम्मी से बोला |
“दिखा दे ना...|” औरत ने संदीप को आँखे दिखाते हुए बोला |
“Come...|” संदीप ने चलने के इशारे के साथ “आप भी आईये mom...|”
औरत आदमी को देखते mobile पर बाते देख उस side आगे बढ़ गयी | Call सुनते आदमी को छोड़ बाकी रोहताश की तरफ चल दिए थे |
दूसरी तरफ बिल्लों की डांट सुन गुस्से से तमतमाया विराट एक call cut कर अपने room में entry लेता है तो खुशी आईने के सामने बैठी अपने बाल ठीक कर रही थी | कुछ देर पहले खुशी का पूरे घर में खलबली मचाना याद कर विराट का गुस्सा 2 दौगुना हो गया | विराट आवेश एक साथ खुशी की तरफ बढ़ा |
“रुको अभी 1 मिनट...|” खुशी अपने बाल ठीक कर perfume लगाते हुए “मुझे कोई drama नही चाहिए...|”
विराट मानों खुशी से भिड़ने के लिए, खुशी की ही permetion का wait कर रहा हो | खुशी अपना पूरा makeup ठीक कर गिलास से पानी पीने पी अपना गला साफ करती हुई अपनी nightdress को ठीक करने लगी | विराट का गुस्सा अभी भी उफान पर था |
“Ok, I’m ready...|” खुशी ने विराट को देखा |
अगले ही पल विराट ने खुशी पर लगभग झपटते हुए उसे उठाया और बेड पर लेकर लेट गया | खुशी अपनी चिल्लाने को होठो तक ही समेट पायी |
“क्या पागलपन है ये, रात के इस time ये makeup कौन करता है...?” विराट खुशी से बोला |
“मैं करती हूँ...|” खुशी विराट के कार्लर पकड़ पूरी तरह अपने ऊपर खींचती हुई बोली |
“पागल हो गयी हो...?” विराट ने आगे पूछा |
“नही...|” खुशी बनती हुई “मैं नही चाहती, तुम किसी भी चीज का बहाना लगाते हुए मुझे पूरा गुस्सा ना उतारो...|”
“अच्छा...?” कहते हुए विराट खुशी को पूरी तरह कब्जे में ले लिया |
विराट खुशी के पास आते हुए दिमाग में कुछ दूसरी ही बाते सोच रहा था |
“क्या कुछ देर के लिए अपने दिमाग को side में रख सकते हो...?” खुशी ने कड़क आवाज में बोला |
“क्यों नही...?” कहते हुए विराट ने खुशी का चेहरा ढक लिया |
1 घटें बाद पूरे चेहरे पर lipstik के निशानो के साथ विराट बेड पर लेटा हुआ था और उतरे चेहरे के साथ खुशी अपने बिखरे बालों को सभालती हुई अपनी nightdress को पहन रही थी |
“अब क्या हुआ, अभी भी कमी रह गयी क्या...?” विराट ने खुशी के बाजु को हिलाया |
“जाओ मैंने बात नही करती, तुम always over करते हो...|” खुशी दूसरी तरफ घूम गयी |
“सही में, मुझे तुम्हारा समझ में नही आता...|” विराट खुशी को वापिस अपने ऊपर खीचते हुए “पहले खुद भडकाती हो और फिर खुद ही मुहं बनाती हो...|”
खुशी फिर से गुस्से वाला चेहरा बना उठने लगी |
“छोडो इन बातों को...|” विराट खुद खुशी एक बाल सवारते हुए “ये बताओ, तुमने कैसे idea लगा लिया, तुम्हारी इस acting से हर कोई तुम्हारी बात मान लेगा...|”
“सब research और timing का खेल है...|” खुशी विराट ने सीने पर कहोनी रख उसकी आँखों में देखते हुए बोली |
“पूरा दिन तो मेरा खून पीने पर लगी रहती हो, तुमने कोई सी research कर डाली...?” विराट खुशी से मजाक किया |
“अच्छा जी...?” खुशी विराट ने सीने पर मारते हुए “और ये जो रात को तुम मेरा खून पीते हो, उसका क्या...?”
“तुम्हें
सच में जानना है, कौन किसका खून पीता है...?” विराट ने थोड़ा गम्भीरता के साथ खुशी
की आँखों में देखा |
“मुझे नही जानना...|” कहते हुए खुशी उठने लगी |
“खुशी, तुमने जवाब नही दिया...?” विराट भी उठकर बैठ गया |
“महीने का 1 करोड़ रुपया खर्च हो रहा है तुम्हारा...|” खुशी bathroom की तरफ चलती हुई “कही तो, कुछ तो result निकलकर आना चाहिए ना...?” खुशी मुस्कुराते हुए विराट को देख bathroom में entry कर गयी |
विराट सोचता रहा |
खुशी गुनगुनाती हुई bathroom के आईने में अपना चेहरा देख रही थी, तभी विराट फिर से उसके पीछे आकर खड़ा हो गया |
“फिर से मुड़ बन गया तुम्हारा...?” खुसी अपने बाल पीछे बांधती हुई “मेरा नही है, तो please don’t...|
अगले ही पल विराट ने खुशी को अपनी तरफ घुमा लिया |
“क्या है...?” खुशी ने थोड़ा परेशानी में बोला |
“तुम सीधी तरीके से बताओगी, या मैं अपने तरीके से पुछू...?” विराट ने खुशी को धमकी दी |
“क्या बताना है...?” खुशी समझकर भी अनजान बनने का नाटक कर रही थी |
“तुम ऐसे नही मानोगी...|” विराट ने खुशी की गर्दन पर होठ रख दिए |
“Please don’t...!!!” खुशी फिर से मछली की तरह छटपटाती विराट से अलग होने लगी |
मगर विराट ने उसे नही छोड़ा |
“Ok-2 fine...|” खुशी अपने हथियार डालते हुए “मैं बताती हूँ...|”
विराट ने खुशी को अलग कर दिया | खुशी लम्बी-2 सांसे लेती हुई विराट से अलग हो गयी | विराट ने 10 सेंकेड खुशी के normal होने का और फिर उसके बोलने का wait किया |
“Speak ना...|” विराट ने फिर परेशान होकर बोला |
“No...|” खुशी ने इस बार अपनी गर्दन को हाथो से cover कर लिया था |
“तुम्हे क्या लगता है, खाली यही एक तरीका है मेरे पास...?” विराट ने भी एक कदम पीछ खींच लिया |
खुशी का चेहरा बता रहा था, उसे मानों कोई फर्क ही ना पड़ रहा हो |
“Fine...|” विराट खुशी को ध्यान से देखते हुए “तुम्हें key याद है...?”
सुनते ही अगले पल खुशी के हाथ नीचे और चेहरा पत्थर हो गया था |
“मैंने बोला था, मेरे पास ढेर सारे तरीके है...|” विराट के चेहरे पर जीत की मुस्कान थी |
“Well-2 Mr. विराट ठाकुर...|” खुशी दूसरे ही अंदाज में विराट के पास आती हुई “इस बात के लिए तो मुझे तुम्हें tanks बोलना चाहिए...|” खुशी विराट के चेहरे पर ऊँगली फिराते हुए “मैं तो भूल ही गयी...|”
“अब तो याद आ गया ना...?” विराट भी मुस्कुराते हुए बोला |
“जिस दिन से मैं अर्जुन चाणक्य पंडित से मिली थी, उसी दिन से उसने मुझे पर और मुझसे related हर इंसान, खाकर इस family पर research start कर दी थी...|” एक शातिर खिलाडी की तरह पत्थर खुशी घुमती हुई “कौन क्या है, कैसा है, किसे क्या पसंद है, क्या ना पसंद है, कौन कितना emotion से भरा है, कौन कितने गुस्से वाला है, सब मुझे याद कराया गया...|” बिना भाव के मुस्कुराती हुई “ये कहना गलत नही होगा, जबरजस्ती याद कराया गया, आज भी कराया जाता है...|”
विराट ध्यान से सुन रहा था |
“तुम्हें always लगता है, मैं तुम्हारी mom की तरह हूँ...?” खुशी ने विराट की आँखों में देखते हुए पूछा |
“हाँ...|” विराट का जवाब सीधा था |
“तो darling, तुम्हारी mom ने ऐसे बनने में 30 साल लगा दिए, मैं 30 दिन में ऐसा बन गयी...|” खुशी वापिस विराट के पास आती हुई “इसी वजह से तुम पीछे 10 साल में अपने भाईयों को line पर नही ला पाए, मैंने 10 मिनिट में ला दिया...|” खुशी फिर पीछे हटती हुई “अब तुम्हें सब पता चल गया है, so...|” खुशी अपने पेट की तरफ इशारा करते हुए “अब इसकी जिम्मेदारी तुम्हारी...|”
सुनते ही झटके से विराट आँखे बड़ी करते हुए वो deal याद करने लगा, जिसमें key के बदल उसे बच्चो की care करनी थी |
“कितना अच्छा feel होता है ना, जब एक बोझ आपके सर से उतरता है...|” खुशी खुलकर साँस लेते हुए “फिर से Thanks इससे छुटकारे के लिए |” खुशी कूदने लगी |
“पागल हो गयी हो...?” विराट ने झट से उसे पकड़ते हुए “क्या कर रही हो...?”
“ये देखा अब तुम्हारा काम है ना...?” खुशी बिना किसी भाव के विराट को देखने लगी |
“तुमने मेरे ऊपर भी research...|” विराट ने आगे बोला |
“बेशक की है...|” खुशी बिना किसी डर के “सबसे ज्यादा की है...|” खुशी अभी भी एक विजेता की तरह विराट को देखते हुए “तभी तो तुम मेरे पीछे लट्टू हो और always रहोगे...|”
विराट The Thakurs का next मालिक था, but इस time वो सच में पहले वाली खुशी से भी low रूप में खड़ा था |
“I think तुम्हें हरियाणा में कोई matter सुलझना था...?” खुशी ने विराट की सोच को तोड़ दिया |
“Do you love me खुशी...?” विराट ने सवाल किया |
“क्या लगता है तुम्हें...?” खुशी ने normal तरीके, मगर कड़क आवाज में पूछा |
विराट ने कोई जवाब नही दिया |
“मैंने पूछा, क्या लगता है तुम्हें...?” इस बाद थोड़ा गुस्सा और विराट के बाजु पकड़ते हुए खुशी ने सवाल किया |
“हाँ...|” विराट ने सीधे बोल दिया |
“Life में next time ये सवाल मत करना...|” खुशी विराट को warn करती हुई “मेरी पूरी life change हो गयी तुम्हारे इस love के चक्कर में...|” अपनी आँखे से आंसू गिरने से पहले ही खुशी साफ करती हुई “मार डालूंगी खुदको...|”
विराट ने थोड़ा डरते हुए हाथ ऊपर कर लिए |
“आये बड़े Do you love me पूछने वाले...!!!” खुशी विराट को घूरती हुई बाहर निकल गयी |
विराट अभी भी खुशी के लिए बिना किसी result के खड़ा सोच रहा था |
To be continue…
I hope you all like this story Love story, Behind the story of भोली खुशी part-338. So reader, Please comments and
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to….!!!

Virat ka question ka satik jwab diya khushi ne ,ki virat ka karan khushi masoom sa khushi sa pthar khushi bn gye
ReplyDeleteExcellent story as always and eagerly waiting to read the next update
ReplyDelete🧐🙏🏼🧐🧐🙏🏼🧐
🧐🙏🏼🧐🧐🙏🏼🧐
🧐🙏🏼🧐🧐🙏🏼🧐
🧐🙏🏼🧐🧐🙏🏼🧐
Always 💜💜💜💜💜💜💜💜U Boss
But very small part
Aap roj ky nhi upload krte 🙄
ReplyDeleteAwesome every part is totally dhamaal part
ReplyDeleteNice part
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteThis is wrong विराट खुशी को रिस्पॉन्सिबल बनाने की कोशिश कर रहा था अपनी फैमिली o
ReplyDeleteविराट खुशी को रिस्पॉन्सिबल बनाना चाहता था अपनी फैमिली के लिए ताकि उसकी फैमिली में कभी खुशी को। इंसल्ट या ओड ना feel ho but vo khud k lie to apni pyari khusi hi chata tha usne har tariqa try kiya khud ne samjhaya teena ne samjhaya love home bhi legye but she wasn't accepting andthats why he make that step sabse jyada dard to virat ko mila from the beginning he left his love Divya for the family and then he have to bring his family legasy back because of khusi which got damaged and then he brings back there cousins then he left his love because of her health we have seen his madness in his intro part but for khusi he changes himself the most painful part of story is virat he make his name justice virat jo sari taqlif sahta hai and khusi is not doing good after knowing truth that virat left her not just because he want to make her mature that was a disgusting reason but he left because her health how much he faces he feel the pain of his child then his loves hate I mean seriously khusi have to be normal with hin not Patthar with him because if situation make her heartless then virat wants to be the first one heartless
ReplyDeleteAuusam story
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