शनाया राठौड़
(The Superhero) Part-47
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The best Adventure hind story, शनाया राठौड़ भाग-47 |
थोड़ा आगे 5 आकृति खड़ी थी, जिनमे से एक The Bird, दूसरा टोपी और जैकेट वाला आदमी (जिसका चेहरा की चाकू की तरह चपटा था और उसकी बैल्ट पर कितनी ही चाकू भी बंधे हुए थे), तीसरी एक लड़की, थी, जिसकी आँखे बड़ी, सीना थोड़ा ज्यादा ही उभरा हुआ, चेहरा बोरियत से भरा, बाल हरे और बदन में काले गुलाब की dress थी | चौथा एक आदमी मानव था, जो हाथ में पत्थर का डंडा लिए दूसरे हाथ की हथेली पर उसे मार रहा था | 5 वे number पर एक एलियन जैसा दिखने वाला बिलकुल नीला प्राणी था, जिसके पूरी body पर बाल नही थी और चार पत्थर उसके सर के चक्कर काट रहे थे, मानों वो जीव कोई चुम्बक हो |
“कैसी हो शबला darling...?” हरे बालों वाली लड़की ने मुर्दे जैसी शक्ल बनाकर खड़ी शबला से पूछा |
“तुझे कितनी बार बोला है, मुझे मत छेड़ा कर...?” शबला ने अपनी मुट्ठी बंद की तो लड़की से ऊर्जा मानों निकलने के लिए तैयार हो |
“ऐसा क्या पूछ लिया मैंने, जो तुम्हें problem हो गयी...?” लड़की एक अदा के साथ खड़ी होती अपनी बोहें ऊपर करती है |
अब The Bird और दूसरा लड़का, उस लड़की के back को देखने लगे |
“तुम ऐसे क्यों खड़ी हो, ये तुम्हें घूर रहे है...|” आदिमानव ने लड़की को बोला |
The Bird और लड़का एक-दसूरे को देखते हुए इधर-उधर देखने लगे |
“समबा darling...|” लड़की मटकती हुई आदिमानव के पास जाकर उसके गले में बाहें डालते हुए “मैंने खुद पर इतनी महेनत इसलिए तो की है, ये मुझे घूरे |”
“कीड़े कही की...|” शबला बडबडाती हुई “जब देखो, नौटंकी करती रहती है |”
“तुम्हारा सीना इतना बड़ा क्यों है, कमा का तो छोटा है...|” समबा ने लड़की से पूछा |
सुनकर बाकी सब लड़की को देख हंसने लगे, लड़की ने उन सबको घूरा तो सबने चेहरे घुमा लिया |
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“क्योंकि तुम कमा से कम प्यार करते हो...|” लड़की समबा के चेहरे पर हाथ फिराते हुए “जैसे ही तुम उससे प्यार बढ़ा देगो, उसका सीना भी बढ़ जायेगा...|”
“तुझे लोगो को sex की बाते समझाने के अलावा भी कुछ आता है...?” तभी पीछे से अर्भा ने सबका ध्यान खीचा |
“अर्भा darling...!!!” लड़की के चेहरे पर मुस्कान थी |
मगर जैसे ही अर्भा के पीछे से शनाया निकली, सबके चेहरे खिल गये, यहाँ तक कि शबला भी बहुत हल्की मुस्कुरायी थी |
“Oh !, शनाया darling...|” लड़की आगे बढ़ शनाया को गले लगाती हुई “कितनी बड़ी हो गयी तो, और sexy भी...|”
“मगर तुम वैसे ही हो...|” शनाया बोली |
“मेरी darling जूली कहाँ है...?” लड़की ने बोला |
“यही है...|” जूली टर्बो के साथ पीछे से आयी |
“Oh, मेरी जान जूली...|” लड़की तेज कदमों के साथ आगे बढ़ जूली से लिपट गयी |
“कितनी बार समझाया है, ज्यादा overacting मत किया कर...|” जूली ने उसे लगभग डांटा था |
“इसे always जूली में इतना interest क्यों रहता है...?” The Bird ने बगल में खड़े लडके से पूछा |
“किसी-2 में होता है ना, वो...|” लड़का अपनी उँगलियों को आपस में फसाते हुए समझाने लगा |
“धत...!!!” The Bird ने उस झाड़ दिया |
लड़की एक बिछड़ी प्रेमिका की तरफ आंसू बहाने लगी |
“कैसी हो शनाया...?” तभी लडके ने सबका ध्यान शनाया पर खींचा |
“Fit and fine...|” शनाया अपने बाल ठीक करते हुए “नीनो नही आया क्या...?”
“लगता है बच्ची बड़ी हो गयी है...?” लड़के ने भी चुटकी ली |
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“अपना मुहं सभालकर बात किया करो...|” जूली अपनी पूछ से लड़की के आंसू पौछ्ते हुए शबला को घूरती है |
“नही की तो...?” लड़का जूली पर अकड़ा और अगले ही पल उसकी बैल्ट से एक चाकू निकलकर उसके हाथ में आते ही चमकने लगा |
“तो अगली बार किसी दुनियाँ में जाने के लायक नही बचोगे...|” जूली एक कदम आगे बढ़ाने लगी |
“तुम क्यों परेशान होती हो, मैं हूँ ना...|” कहते हुए लड़की ने अपनी हथेली सामने की और मानों उसकी dress से काला रंग उड़कर उसके हाथ से धुएं के रूप में निकलता हुआ लडके को बांध लेता है |
“यहाँ क्या हम आपस में लड़ने आये है...?” टर्बो ने थोड़ा कड़क आवाज में पूछा |
“लेला बंद करो...|” अर्भा ने थोड़ा कड़क आवाज में लड़की से बोला |
“इसकी हिम्मत कैसे हुई, जूली को अकड दिखाने की...?” अगले ही पल लेला की आँखे भी काली हो गयी और लडके का दम घुटने लगा |
हर कोई अब शनाया को देखने लगा | शनाया ने जूली के सर पर हाथ रख लिया |
“छोड़ दो इसे...|” जूली ने लेला से बोला |
“अगली बार अगर आवाज ऊँची की तो, जिंदा नही छोडूंगी...|” लेला ने अपना हाथ नीचे किया तो काला धुँआ गायब हो गया |
लड़के ने सभलने से पहले ही चाकू जूली की तरफ चला दिया | पलक झपकने से पहले ही चाकू जूली को जैसे ही लगने वाला था, शनाया ने उसे पकड़ा और दूसरे ही पल लकड़े का गला पकड़ उसे ऊपर उठा दिया | अब हर कोई डर गया था, क्योंकि शनाया असीम शक्तियों की स्वामी थी, अगर वो बिगड़ गयी तो मतलब सबकी शामत आनी तय थी |
“मैं तुम सबकी इज्जत करती हूँ, इसका मतलब ये नही है तुम मेरी बात को काटोगे...|” अगले ही पल शनाया की body से निकलने लगी थी |
“शनाया...!!!” अर्भा ने बात को फिर से सभालने की कोशिश की |
“अगर तुमने या किसी दूसरे ने भी जूली को छूने की कोशिश भी की तो...|” शनाया ने लड़के की गर्दन दबा ली थी |
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मगर अगले ही पल एलियन जैसा जीव मानों हवा में से प्रकट होते हुए शनाया का हाथ पकड़ लेता है | शनाया उस जीव को देख जैसे ही कुछ बोलने लगी, जीव ने होठो पर ऊँगली रख श्श्श्श की आवाज की | सबने मानों सांसे ही रोक ली हो | अगले ही पल एलियन के सर के चारों तरफ घूम रहे पत्थर बड़े होते हुए वहां मौजूद हर किसी के चारों तरफ एक गोले में तेजी से घुमने लगे | कोई भी मुहं से सवाल नही कर रहा था, मगर सबकी आँखों में सवाल एक ही था, आखिरी हो क्या रहा था | दूसरे ही पल सबकी आँखे फटी रह गयी, जिसमें शनाया भी थी | उन पत्थरों के दूसरी तरफ से पेड़ो से भी ऊँचे धुंए के बने ढेर सारे आदमी कंधे पर पोटली लटकाये चले जा रहे थे | सबकी नजर उन पोटलीयों पर थी, जिनमें अलग-2 जीवों की आत्माएँ छटपटाती हुई चिल्ला रही थी | शनाया ने लड़के को नीचे रखने की कोशिश की, मगर एलियन जैसे दिखने वाले जीव ने उसे हिलने से भी मना कर दिया | आदमियों के गुजरने का सिलसिला लगभग 15 मिनट तक चला और अगले 15 मिनिट तक सभी ने उसी तरह खड़े रहकर wait किया, कोई बचा तो नही है | एलियन ने शनाया को वापिस carry करने का इशारा किया और उसके पत्थर वापिस उसके सर के चारों तरफ आकर घुमने लगे |
“शनाया, वो बड़ा है तुमसे, क्या यही सिखाते है तुम्हें घर पर...?” अर्भा ने फिर एक try किया |
“बड़ा है तो क्या मेरे साथी को मारेगा...?” शनाया की आवाज भी कड़क थी |
“शनाया, छोड़ दो इसे...|” जूली ने अपनी पूंछ शनाया के कंधे पर रखी |
शनाया ने लड़के को नीचे पटक दिया और वापिस अपनी जगह पर आकर खड़ी हो गयी | लड़का जैसे ही खड़ा होने लगा, उसका चाकू फिर से उसके हाथ में आ गया | शनाया कुछ करती उससे पहले ही वो फिर से जकड़ता हुआ जमीन पर गिरने लगा | इस बार शबला ने उसकी ऊर्जा खींच रही थी |
“ओकोई, क्या साबित करना चाहते हो...?” अर्भा भड़कती हुई “तुमने शनाया को जो बोला, वो सही था...?”
“मुझे तो खाली इतना साबित करना है, मुझे बहतर कोई नही है...|” ओकोई फिर भी उठने की कोशिश कर रहा था |
“अगर इस बार तुमने किसी की बात नही मानी तो, मैं तुम्हारा सर तोड़ दूंगा...|” अब टर्बो अपने धातु के डंडे के साथ ओकोई के सामने खड़ा था |
अपने से size में दौगुनी hight लिए टर्बो को देख ओकोई शांत हो गया | शबला ने अपनी मुट्ठी खोल दी |
“अगर सब ठीक है, तो क्या हम उसके पास चले, जिसने हमें बुलाया है...?” The Bird ने main सवाल किया |
“अभी किसी एक का आना बाकी है...|” अर्भा ने बोला |
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“सब आ तो गये है...|” लेला चारों तरफ देखने के साथ अपनी गर्दन मटकाती हुई बोली |
“9 योद्धाओ आ संदेश आया था, अगर किसी ने पढ़ा हो तो...|” अर्भा लेला को घूरती हुई “अभी तक 8 ही आये है...|”
“तो जब तक आखिरी योद्धा आये, तब तक shopping हो जाये...?” अर्भा ने सबका मुड़ हल्का करने की कोशिश की |
एलियन जैसा दिखने वाला आदमी तालियाँ बजाने लगा, तो उसके पत्थर भी आपस में भिड़ने लगे | मगर शनाया का मुड़ खराब था, इसिलए उसने कोई reaction नही दिया |
“अब जाने भी दे शनाया...|” टर्बो वापिस उसके पास आकर खड़ा होता हुआ “दोस्तों के बीच ऐसी नोक-झोक तो चलती ही रहती है...|”
शनाया पर असर नही हुआ |
“ओकाई, शनाया को sorry बोलो...|” अर्भा ने ओकोई को देखा |
मगर ओकोई अपने घमंड में था |
“अपना सामान चाहिए ना...?” अर्भा ने बड़ी-2 आँखों के साथ ओकोई को देखा |
“Sorry शनाया, मुझसे थोडा गुस्से में हो गया..|” ओकोई बोला |
शनाया का गुस्सा अभी भी कम नही हुआ |
“गुस्सा छोड़ दे शनाया....|” जूली ने शनाया के सीने से अपना सर मसला |
“जूली बोल रही है, इसलिए...|” शनाया जूली के सर पर हाथ फिराती हुई सबको घूरने लगी |
“Yes...|” The Bird उछलने लगा |
“सबसे पहले मैं...|” अर्भा बोल पड़ी |
“तू क्यों पहले, बाकी सब फालतू है...?” शबला भड़क गयी |
“शांत-2...|” शनाया ने जूली की तरफ इशारा किया |
अगले ही पल शनाया के हाथ में शैम्पू, conditioner, perfume और video games का पूरा packet था |
“मैं कबसे इनके लिए पागल हुई जा रही थी...|” अर्भा ने शैम्पू और conditioner लपक लिया |
शबला चुपचाप आगे बढ़ perfume और video game उठा लेती है |
“शबला कबसे video game खेलने लगी ?” लेला ने मुहं खोला |
“अपना मुहं बन रख, समझी...|” शबला ने गुस्सा दिखाया |
“इसके बच्चो के लिए है...|” अर्भा बोल पड़ी |
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“इस ममी के बच्चे भी है...?” ओकोई ने हैरानी जताई |
शबला ने ओकोई को घूरा तो ओकोई ने अपने मुहं पर हाथ रख लिया |
“मेरा सामना...?” The Bird आगे आ गया |
जूली ने फिर से एक सामना शनाया के हाथ पर रख दिया |
“मैं बड़े वाला packet बोला था...|” शनाया के हाथ में mosquito spray की बोतल देख The Bird बोला |
“यही सबसे बड़ी बोतल आती है...|” शनाया बोली |
“तो ढेर सारे ले आती, ये तो कुछ दिनों में खत्म हो जायेगा...|” The Bird ने उदास मन के साथ बोला |
“पैसे लगते है ये सब खरीदने में...|” जूली कड़क आवाज में “वहाँ पंख देखकर, या छोटा सा जादू देने से सामना नही मिलाता..|” जूली सबको घूरती हुई “अगर आगे से सामना मगना है तो पैसे दिया करो या फिर gold, जिसे बेचकर पैसे मिले और ये सामना लाया जा सके...|”
“तुम क्यों उस बेकार से पीली धातु के पीछे इतना पड़ी रहती हो...?” The Bird ने अपना पंख झटका और सामने gold के सिक्को का ढेर लग गया |
शनाया और जूली की आंखे उस ढेर को देख बड़ी हो गयी |
“क्योंकि इंसान को शक्तियों से ज्यादा इसे अपने वश में किया जा सकता है...|” जूली बोली बाद में थी और सारा gold अपने अंदर पहले रख लिया था |
“समबा ये तुम्हारे लिए, पता नही कबसे इसे लेकर रखा हुआ है, तुम कभी मिलते ही नही...|” शनाया ने हथेली समाने की और उसके हाथ पर एक बड़ा सा आईना रखा हुआ था |
“हु-3...!!!” समबा उछलते हुए अपना पत्थर का डंडा side में डालकर शनाया के हाथ से आईना उठाकर अपनी शक्ल देखते हुए “कमा बहुत खुश होगी...|” समबा खुशी में नाचने लगा |
बाकी सब उसे देखकर हंसने लगे |
“तुम हमेशा अजीब चीजें को मगाते हुए कोलम...?” अगले ही पल हाथ पर रखे कम्पास का पूरा packet एलियन जैसे दिखने वाले जीव के साथ करती हुई “ये बहुत महंगा आता है और सब जगह मिलता भी नही है...|”
सामने कम्पास देखकर कोलम के सर के पत्थर बड़ी तेजी से घुमने लगे | उन्हें उठाने से पहले ही कोलम ने शनाया को रुकने का इशारा किया और अलगे ही पल हवा में गायब हो दूसरे ही पल सोने का अपने size का पत्थर लाकर रख दिया |
“अब ये ज्यादा हो गया...|” शनाया ने अजीब सी शक्ल बनाते हुए बोला |
मगर अगले ही पल पत्थर जूली के पेट में था | सबके साथ शनाया भी जूली को देखने लगी, जो अपने मुहं पर जीभ फिरा रही थी |
“कुछ ज्यादा नही है...|” जूली ने सफाई दी |
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अब बारी ओकोई की थी, जिसने अपना चेहरा घुमा लिया था |
“चेहरा घुमाने से तुम्हारी गलती, सही में नही बदल जाएगी...|” आगे बढ़ शनाया ओकोई के हाथ में kitchen knife का पूरा set रखती हुई “बनता चाकूबाज है और घर में सब्जी काटने के लिए चाकू नही है...|”
“क्या बात है...!!!” ओकोई आधी कोहनी से लेकर ऊँगली के बराबर के चाकुओ पर हाथ फिराते हुए “कितने शानदार है...|”
अब ओकोई अपनी pocket से एक अंगारे की तरह तपता लाल रंग का चाकू शनाया की तरफ कर देता है |
“इससे किसका गला काटना है...?” शनाया ने बोला |
“ये special है...|” ओकोई आँखों में गर्व के साथ “एक नायब चीज, जो कभी तुम्हें निराश नही करेगी |”
“किस काम के लिए...?” शनाया ने पूछा |
“किसी भी...|” ओकोई ने बोला |
सबका ध्यान ओकोई पर देख जूली ने जल्दी से
sanitary pad का पूरा packet लेला को दे दिया और लेला झट से उसे गायब करते हुए
इधर-उधर देखने लगी | मगर अर्भा ने उसे देख लिया |
“कौन सी दुनियाँ के राज आपस में बदले जा रहे है...?” अर्भा कहाँ मौका चुकने वाली
थी |
“कोई सी भी, तुम्हें उससे क्या मतलब है...?” जूली
ने अर्भा की बात पर ध्यान नही दिया |
“मतलब तो है, अगर कुछ ऐसा हो, जिससे हम सबकी जान को खतरा हो तो..?” अर्भा ने बोहें
ऊपर की |
“अपना दिमाग ज्यादा मत चलाओ...|” लेला ने अब अर्भा को घूरा |
“चलाना तो पड़ता है ही, ये...|” अर्भा बोल ही रही थी |
“जूली..|” शनाया पहले ही बोल पड़ी |
“Sanitary pad दिए है, किसी को कोई दिक्कत...?” जूली ने जवाब दिया |
लेला ने हवा में प्रकट करते ही sanitary pad का पूरा बंडल दिखा दिया | शनाया फिर से उन सबको घूरने लगी |
“हमें भी चाहिए...|” अर्भा ने सवाल बदल दिया |
अगले ही आसमान में बने एक काले बादल ने रौशनी आकर जमीन से टकरायी और हर कोई हवा में उड़ गया |
To be continue…
I hope you all like this story The best Adventure hind story, शनाया राठौड़ भाग-47. So reader, Please comments and share this story with you friends and family and add your valuable thoughts to….!!!
The best Adventure hind story, शनाया राठौड़ भाग-47
Reviewed by Mr.Singh
on
September 21, 2020
Rating:

Excellent story as always and eagerly waiting to read the next update
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Always 💜💜💜💜💜💜💜💜U Boss
Your story is awesome...
ReplyDeletePlease sir update thoda jaldi diya kare
ReplyDeleteGood story
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