Behind the story of भोली खुशी part-327
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-327 |
जंगल में थोडा अंदर जाने के साथ खुशी एक पत्थर पर बैठ गयी | हल्की छोटी, मगर हरी झाड़ियों में चरते हिरणों को देखती खुशी ने अपने पास हिल रहे कुछुओ पर भी हाथ फिराया, जो मानों पत्थरों के समान उसके चारों तरफ घूम रहे हो | कुछ सोचने की तैयारी में side से आती कुछ आवाजो ने खुशी का ध्यान खीच लिया | कुछ locals को जंगल से लकड़ियाँ ले जाते देख कुछ ने वापिस अपना ध्यान हिरणों पर लगाया | खुशी उँगलियों पर कुछ calculation करना चालू ही करती है, तभी विराट उसके बगल में आकर बैठ गया | खुशी ने उस पर ध्यान नही दिया |
“Beautiful ना...?” विराट ने खुशी ने बात करने का बहाना हिरण को बनाया |
खुशी की तरफ से अभी भी कोई reaction नही था |
“रिचर्ड ने यहाँ hotel बनाने की बात बोली, इसलिए तुम्हें गुस्सा आया ना...?” विराट ने अपना भार थोड़ा पीछे रखे अपने हाथो पर डाल, पैर फैलाते हुए बोला |
इस बार खुशी ने विराट को देखा तो, उसका चेहरा पत्थर था |
“तुम्हारे बारे में ही सोच रहा था...|” विराट ने तिरछी नजर खुशी को देखने के साथ “खुशी को तो इन सब बातों में interest नही है...|”
“ये आयलैंड मेरा है...|” खुशी अपना हक आवाज के साथ बुलंद करती हुई “यहाँ जो भी होना चाहिए, वो मेरी मर्जी से होना चाहिए और...|”
“और यहाँ hotel का काम शुरू भी हो जाता है, तुम्हें पता भी नही चलता...|” विराट ने खुशी के दूसरी side में गर्दन से इशारा किया |
खुशी चौक गयी, गाड़ियाँ भर-2 कर building का metrical आने लगा था, जिसे देख खुशी का गुस्सा और ज्यादा बढ़ गया था |
“यही बात हैं ना...?” विराट ने आगे बोला |
खुशी विराट को देख गुस्से में उठकर जाने लगी |
“यही कोई घर की लड़ाई नही है,जो उठकर चली गयी और खत्म हो जाएगी...|” विराट खुशी पर गुस्से के साथ थोड़ा चिल्लाते हुए “Business है, अभी नही सीखा तो देर हो जाएगी...|”
खुशी के कदम रख गये, मगर वो घूमी नही |
“अगर तुम्हें तमाचा नही खाना है तो, चुपचाप बैठ जाओ...|” विराट की आवाज में भी गुस्सा घुलकर बाहर आने लगा था |
खुशी दूसरी तरफ चेहरा किये वापिस बैठ गया |
“तुमने क्या सोचा था इस जगह को लेकर...?” विराट को इस time खुशी का पीछे से सर दिख रहा था |
“मेरी planning अभी चल रही थी...|” खुशी जाते trucks को देखते हुए बोला |
“तुम्हें पता है, इस जगह की कीमत कितनी है...?” विराट ने अब खुशी के कंधे पकड़ उसे अपनी तरफ घुमा लिया था |
खुशी को कोई idea नही था, इस जगह की कीमत कितनी थी |
“2.7 billion...|” विराट खुशी की आँखों में देखते हुए “तुम्हारी इंडोनेशिया की oil company के बराबर...|”
खुशी सोचते हुए फिर से विराट की आँखों में देखने लगी |
“जरा मुझे सोचकर बताओ, तुम इसको recovery करने के बारे में तुमने क्या सोचा है...?” विराट ने सवाल को बढ़ा दिया |
“मैं अभी सोच रही थी...|” खुशी की आवाज में भी कड़कपन था |
“Just imagine, तुम ship में सवार हो, जिस पर 2.7 billion dollars तुम्हारी आँखों के सामने रखा है, जो किसी भी time उड़ सकता है...|” विराट थोड़ा कड़क आवाज में “तो तुम कितने महीने लगाओगी, उन्हें एक safe जगह रखने के लिए..?”
“जितना जल्दी हो सके...?” सवाल थोड़ा सर घुमाने वाला था मगर खुशी को थोड़ा-बहुत ये बातें समझ में आने लगी थी |
“तो तुम्हारे ये 2.7 billion अभी तक बिखरे क्यों पड़े थे...?” विराट गुस्से से भरा हुआ खुशी से पूछता है |
खुशी का जवाब अभी भी वही था (मैं सोच रही थी), मगर अब उसे अपने जवाब पर भी शक होने लगा था, इलसिए चुप रही |
“Look this...|” विराट ने अपने mobile पर कुछ chart निकालकर खुशी के सामने कर दिया |
खुशी एक नजर विराट को देखने के साथ उस chart को देखने लगी | अगले ही पल उसकी आँखे बड़ी होने लगी | विराट फिर से गुजर रहे truck को देखने लगा |
“हमारे लिए time बहुत valuable है...|” विराट खुशी के reaction को ना देखते हुए “क्या तुम्हारे पास इतना time है, तुम अपने important का छोड़कर इस जमीन के टुकड़े के लिए time west करोगी...?”
“अगर यही करना था तो, रिचर्ड को involve करने की क्या जरूरत थी, खुद भी तो किया जा सकता था...?” खुशी ने सवाल किया |
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“Read it...|” खुशी अपनी बात पूरी करती, उससे पहले ही विराट अपने mobile का next page open कर दिया |
खुशी एक हिरण को विराट को सूंघते हुए उसके पास आने को देखते हुए उस page को पढने लगी | विराट उस हिरण की तरफ अपना हाथ बढ़ा देता है |
“Oh my god...!!!” खुशी आधा later पढ़ने के साथ ही अपना सर पकड़ने लगी |
“Complete पढ़ो...|” विराट अब हिरण का सर सहला रहा था |
“ये सब तो बहुत बड़ा सरदर्द है...|” खुशी ने परेशान आँखों के साथ विराट को देखा |
“सरदर्द है तो क्या अपने dollars को आग लगा दे क्या...?” विराट ने अपने हाथ को चाटते हिरण को देखते हुए खुशी ने पूछा |
“मेरा मतलब, इसमें तो बहुत time निकल जायेगा, और...|” खुशी उसके देखते विराट को देखती हुई “इतना time और money...?”
“Money, I don’t care...|” विराट दूसरे हिरण के भी पास आने को देखकर “मेरे लिए time important है...|”
“और रिचर्ड तुम्हारा time बचाएगा...|” खुशी समझने लगी |
विराट ने कोई जवाब नही दिया, जिसका मतलब था बात यही थी |
“मगर यहाँ hotel तो रिचर्ड बना रहा है, जिसे finance भी तुम ही कर रहे हो...?” खुशी अपनी study याद करते हुए “अगर हम उससे only profit पर भी deal रखते है, तो भी हमें इस आयलैंड की value वापिस पाने में ही सालों लग जायेगे...|”
“वैसे तो तुम्हें 1 % भी business की knowledge नही है, but...|” विराट अब दो हिरणों को सहलाते हुए “मगर कभी-2 तुम hope को जगा देती है, कि तुम business के लायक हो...|”
“मुझे सवाल का जवाब नही मिला...?” विराट की बातों में खुशी की तारीफ से ज्यादा बुराई थी, इसलिए उसने कोई खास reaction नही दिया |
“जब लोगो को ये पता चलेगा, इन आयलैंड पर human से इनता जल्दी connect हो जाने वाले हिरण और कछुवे है, तो यहाँ tourist कितने आयेगे...?” विराट ने अपने शर्ट की बाजू खाते हिरणों को देख पूछा |
“काफी आयेगे...|” जवाब के चक्कर में अपने बालों की लटो को भी ठीक से पीछे ना करती खुशी ने बोला |
“उनका profit इन हिरणों को होगा, या हमे...?” विराट ने आगे पूछा |
“हमें...|” खुशी ने सीधा जवाब दिया |
“क्यों, वजह तो ये हिरण है ना, फिर इनका profit क्यों नही होना चाहिए...?” विराट ने माथे पर लकीरें डालते हुए सवाल किया |
खुशी के पास जवाब नही था, इसलिए वो चुप हो गयी |
“Next page open करो...|” विराट ने दोनों हिरणों के साथ गर्दन हिलाने के साथ बोला |
खुशी ने mobile में next page open किया तो 3 मिनिट में बाद वो इनती excited हो गयी, खुशी के मारे खुशी ने उछलते हुए विराट को बाँहों में ले लिया, जिससे डरकर हिरण वहाँ से दौड़ गये | विराट कुछ बोलना चाहता था, मगर खुशी ने अपने होठो से उसके होठ बंद कर दिए |
“मतलब रिचर्ड...|” खुशी अपने होठ अलग करती हुई बोलने लगी |
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“वो business के मामले हमारे लिए इन हिरणों की तरह है...|” विराट खुशी की lines ही छीनते हुए “जिसे तुम अपने time बे time के पागलपन से भगा देगी, इनकी ही तरह...|”
“Sorry...|” पत्थर खुशी, खुशी की मासूमियत का सहारा लेते हुए “तुम मुझे कुछ बताते या समझाते तो भी नही हो...|”
“अगर तुम मुझे बर्बाद करने, मुझसे बदला लेने, मुझे ऊपर निकलने के लिए बनाये अपने बेकार ideas का साथ छोडो तो मेरी बातों पर ध्यान जायेगा ना...?” विराट ने normal से reaction के साथ खुशी को देखा |
“Sorry ना...|” खुशी विराट के कंधे से लग गयी |
विराट उठकर चलने लगा |
“अब क्या जान लगोगे, sorry बोला ना...|” खुशी भी थोड़ा कड़क आवाज के साथ उठ चुकी थी |
“खुशी, बहुत कम ऐसी बातें है, जो मैं तुम्हें life में याद रखने के लिए बोलता हूँ...|” विराट खुशी की तरफ घूमते हुए “उसमे से एक ये भी है, हमारी persnal life को base बनाकर कभी भी, मेरे friends या business partners के सामने ऐसी हरकत मत करना, जैसी तुमने आज की है...|”
“But मैंने...|” खुशी तर्क करने लगी |
अगले ही पल विराट की ऊँगली ऊपर उठी और खुशी ठगी सी खड़ी रह गयी | उसके सारे तर्क, सारी बाते, सारा गुस्सा एक side था और विराट की वो एक ऊँगली एक side थी |
“तुम समझ गयी...?” विराट ने अपनी बहुत ही शांत, मगर सुनामी से भी खतरनाक आँखे के साथ खुशी को देखा |
अपनी body को काबू में लाकर खुशी ने हाँ में गर्दन हिला दी |
“जाकर अपनी class attend करो और थोड़ा time मेरे साथ spend करो...|” कहते हुए विराट ने बोला |
“यहाँ पर एक झोपडी है...|” खुशी ने बोला |
“What...?” विराट समझ नही पाया |
“तुमने ही तो बोला, तुम्हारे साथ time spend करूं तो...|” खुशी ने थोडा आगे जंगल की तरफ इशारा करते हुए “यहाँ एक झोपडी है...|”
विराट खुशी को घूरने लगा |
“मेरी Next class में 1 घंटा है...|” खुशी भोलेपन का नाटक करते हुए “एक घंटे का time तो काफी होता है ना, साथ बिताने के लिए...?”
तभी विराट का mobile बजने लगा | विराट अब एक नजर mobile को, एक नजर खुशी को देखने लगा | खुशी विराट को अब अपनी अदा दिखाकर उस झोपडी की तरफ बढ़ गयी |
“मैं holiday पर हूँ...|” Call cut करने के साथ विराट खुशी के पीछे चल दिया |
दूसरी तरफ New York में सारे artist की reharcel चल रही थी | अंजली सब पर बारीकी से नजरें बनाये हुए, सबके strong और week points note कर रही थी |
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“तो संजना, तुम खुशी ठाकुर के साथ college में पढ़ती थी...?” कपिल ने सवाल किया |
“हाँ, मैं, राज, अंजली, हम सब खुशी और तुषार के साथ..|” संजना बाकियों की तरह आज भी विराट के नाम में confuse होते हुए “विराट के साथ college में पढ़ते थे |”
“मैंने ये बात note की है, जब भी विराट ठाकुर का जिक्र आता है, तुम उसे तुषार क्यों बोलती हो...?” कपिल ने सवाल किया |
“बहुत ही confusion करने वाली story है, तुम सुनोगे तो तुम भी confuse होते रहोगे, इसलिए रहने दो..|” संजना सामने चल रही कंचन और लडके के सीन की reharcel देखने लगी |
“अच्छा ये राज का क्या सीन है...?” दूर hologram के रूप में अंजली से कुछ discuss करते राज को देखने के साथ कपिल संजना से “जब भी खुशी ठाकुर का जिक्र आता है, वो इन uncomfortable सा क्यों हो जाता है....?”
“वो college के time से खुशी से प्यार करता है...|” संजना ने एक साँस छोड़ते हुए बोला |
“What, ये जानते हुए भी कि खुशी ठाकुर, शादीशुदा...?” कपिल ने बोलना चाहा |
“उसे नही पता था, उसे क्या खुद खुशी की नही पता था, वो शादीशुदा है...|” संजना एक नजर कपिल को देखते हुए “मगर जब पता चला तो, खुशी, खुशी मल्होत्रा से, खुशी ठाकुर हो गयी और राज बेचारा आशिक बन गया |”
“So sad...|” कपिल फिर से राज को देखते हुए “But उसकी आँखे किसी मजनू type आशिक की नही लगती, ऐसा लगता है, वो...|”
“किसी घायल शेर की तरह है, जो ज्यादा खतरनाक होकर सही time का wait कर रहा है...|” संजना ने कपिल की भावनाओ को सही words दे दिए थे |”
कपिल मुस्कुराते हुए संजना को देखने लगा |
To be continue…
I hope you all like this story Love story, Behind the story of भोली खुशी part-326. So reader, Please comments and
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to….!!!

Excellent story as always and eagerly waiting to read the next update
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Always 💜💜💜💜💜💜💜💜U Boss
Brilliant part
ReplyDeleteBhayia iske prt roj post kiya kro n🙊🙊
ReplyDeleteNice story
ReplyDeleteThis part is different nice story
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