Behind the story of भोली खुशी part-329
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-329 |
Party के दूसरी तरफ Diamond merchant (हीरे के व्यपारी) की exhibition लगी थी, जिसमें पूरी दुनियाँ से company हिस्सा ले रही थी | एक से बढ़कर एक business man इस जगह पर शिरकत कर रहा था | उसी जगह बिल्लों सबसे आगे, उसके पीछे तुषार, उसके पीछे थी Ice और सबसे पीछे धीमे-2 पैरों के साथ Sandy |
“O...K...|” तुषार चारों तरफ business mans का जमावड़ा देखते हुए “लगता है इस diamond के business में हाथ अजमाना पड़ेगा...|”
बिल्लों बिना उसकी बातें सुन आगे बढ़ गयी |
“Dad, एक सवाल पूछ...?” Ice तुषार के साथ चलती सवाल करती है |
“अगर तुम्हें अपनी mom के बुराई करनी है तो, मुझे जवाब देने में बड़ी खुशी होगी...|” तुषार ने मजाक में बोला |
“क्या mom हमारी real mother है...?” Ice ने माथे पर लकीरें डालते हुए सवाल किया |
“Unlucky वही तुम्हारी real mother है...|” तुषार उतरे चेहरे एक साथ “कभी-2 तो मुझे भी शक होने लगता है, ये वही औरत है ना, जिससे मैंने शादी की थी ?”
“जिस तरह से वो हमारे साथ रहती है, लगता है हम उनके सौतेले बच्चे है |” Ice ने आगे सवाल किया |
“Look...|” तुषार रुककर Ice के कंधे पकड़ते हुए “उसकी जितनी बुराई करनी है, कर लो...|” तुषार हल्की मुस्कान, मगर गम्भीरता के साथ “मगर उसके बच्चो की परवरिश पर कभी question मत करना, मैं सुन नही पाउँगा...|”
“Dad, वो हमें torcher करती है...|” Ice ने बोला |
“नही...|” तुषार Ice को ऊँगली के इशारे से रोकते हुए “तुम चारों भाई-बहन, मेरी आँखों के सामने हो और कामयाब हो, तो उसकी वजह से...|” तुषार आगे चलते हुए “रही बात torcher की बात, तो तुम उसका नजरिया तब तक नही समझ सकती, जब तक खुद एक माँ ना बन जाओ..|”
Ice सच में समझ नही पायी थी और Sandy इस time कुछ समझना चाहती नही थी | बिल्लों जाकर एक बहुत बड़ी shop के सामने रुक गयी, जहाँ पर सबसे ज्यादा भीड़ थी |
“इनता तो मैं समझ गया, हम यहाँ shopping करने नही आये है, वो भी सुंदर के लिए...|” तुषार उसके बगल में आकर खड़ा होता हुआ “बताओगी, बात क्या है..?”
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-329 |
“अभी समझने के लिए तुम बड़े नही हुए हो...|” कहते हुए बिल्लों ने पीछे देखा |
Ice Sandy के कान भरती हुई धीरे-2 आ रही थी |
“तेरे कुछ ज्यादा ही पर निकल रहे है आजकल...?” बिल्लों Ice को घूरती हुई “अभी उस सूरज ने भी अपने कहा पूरा नही किया है...|”
“आप उसकी tension मत लो...|” Ice मुहं बनाती हुई “वो पहले ही पूरा कर चुका है |”
“मैंने अभी तक उसके लिए हामी नही भरी है, इसलिए ज्यादा हवा में मत उड़...|” बिल्लों Ice को घूरती हुई “और इसके कान भरना बंद कर...|”
इससे आगे Ice जवाब नही दे सकती थी, क्योंकि उसके पास बिल्लों का कोई दूसरा option नही था, जो उसकी जगह सूरज के लिए हाँ कर सकता था | इसलिए वो चुप खड़ी होती दूसरी तरफ देखने लगी |
“और तेरे पैरो में क्या महेंदी लगी है...?” बिल्लों Sandy पर भड़कती हुई “वैसे तो लोगो को खाने के लिए तैयार रहती है, अब क्या हुआ...?”
“Mom दूसरी जगह चले है ना...?” Sandy shop के board में देवेंदर दीवान and son लिखा देख और ज्यादा बैचेन हो गयी |
“जब मुसीबत सर पर आती है ना, वो भागने से मुसीबत पीछा नही छोडती...|” कहते हुए बिल्लों ने Sandy का हाथ पकड़ा और shop के अंदर ले गयी |
एक जरूरत से ज्यादा clean shop, जिसमें एक से बढ़कर एक नायब हीरो के गहने सहजे हुए थे | उसके हर counter पर जिनते लोग उतने ही उनकी help करने वाले लडके-लडकियाँ थे |
“May I help you sir, madam...?” तभी एक सूट-बूट में लगा उनके सामने खड़ा था |
“देवेंदर दीवान को बुलाओ, हमें shopping करनी है...|” बिल्लों shop की सजावट देख रही थी |
“नाम, कही सुना-2 क्यों लग रहा है...?” तुषार बोला |
“वो दूसरे customers के साथ busy है, please आप मुझे बताये, मैं आपकी help...|” लड़का बोल ही रहा था |
“उसके लिए तुम्हें 10 जन्म लेने पड़ेगे...|” बिल्लों अभी भी लडके पर ध्यान ना देते हुए “इसलिए time west मत करो, देवेंदर को बुलाओ...|”
“देखिये, बड़े बोल बोलने से आप कोई VIP नही हो जायेगे, मेरी...|” लड़का बोल ही रहा था |
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तभी बिल्लों ने लड़के को हाथ के इशारे से रोककर तुषार को देखा | तुषार भी लड़के की बात सुन बिल्लों को देखने लगा |
“क्या फायदा है तुम्हारा इतनी दौलत कमाने का...?” बिल्लों तुषार को घूरती हुई “जी एक मामूली सा लड़का VIP और तुम में फर्क नही कर सकता...?” बिल्लों सीने में भरे गुस्से के साथ “इससे ज्यादा तो Delhi वाली तुम्हारी सीटी में power थी, जो हॉल खाली कर देती थी...?”
“ये Delhi नही है madam, and...|” लड़का मुस्कुराते हुए बोला बाद में था |
तुषार ने सीटी बजा दी थी | लड़का बस देखता रहा और 1 मिनिट में पूरी shop खाली हो गयी थी |
“Dad की सीटी में आज भी दम है...|” Ice ने चारों तरफ देखने के साथ बोला |
“What happen...?” तभी तेजी से चलता देवेंदर, देव और उसकी मम्मी उस तरफ आ गये थे |
देवेंदर आगे कुछ बोलता, उससे पहले ही सामने बिल्लों और तुषार को देखते हुए उसके, उसकी पत्नी के और देव के तो पहले ही सवाल खत्म हो चुके थे |
“Sir, इन्होने...|” लड़का सफाई देने लगा |
“जाकर पीछे खड़े हो जाओ...|” देवेंदर बिना लडके पर ध्यान दिए उनकी तरफ बढ़ गया |
“देवेंदर दीवान...|” तुषार देवेंदर की तरफ ऊँगली करते हुए “एक खाली जेब मगर खुद्दार आदमी...|”
“वैसे तो आपके सत्कार के लायक भी नही है हम, फिर भी...|” देवेंदर हाथ जोड़ उस खाली shop की तरफ इशारा करते हुए “इस छोटी सी जगह पर आपका स्वागत है...|”
“तुमने अपनी ये चाश्नी वाली बातें छोड़ी नही अभी तक...?” तुषार देवेंदर के कंधे पर हाथ रख उसकी पत्नी को देखते हुए “तुम्हारे अदंर भी मैंने सच्चे दोस्त और साथी के गुण देखें थे उस time, सच में तुम दोनों को देखकर बहुत खुशी हो रही है...|”
“हर किसी पर आप जैसी नजर नही होती ना...|” देव की मम्मी मुस्कुरा दी |
“आपके लिए क्या कर सकता हूँ...?” देवेंदर ने पूरे जोश के साथ बोला |
“हमने shopping है, अपनी छोटी बेटी सुंदर के लिए...|” तुषार ने Sandy की तरफ इशारा किया |
देवेंदर, उसकी पत्नी की नजर Sandy पर पड़ी तो दोनों की आँखे गीली होते-2 रह गयी | Sandy एक सुंदर, सुशील और संस्कारी बहु की तरफ गर्दन झुकाए सामने खड़ी थी |
“आपकी ही shop है, please come...|” देवेंदर ने counter की तरफ इशारा किया |
बिल्लों एक नजर Sandy, दूसरी नजर देव पर मारती हुई आगे बढ़ गयी |
“क्या अपने साथ ही business को खत्म करने का इरादा है, या अगली पीढ़ी को भी कुछ गुण दिए है....?” देवेंदर counter के दूसरी तरफ जाने लगा, तो बिल्लों के words ने उसके कदम रोक दिए |
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-329 |
अब देवेंदर, उसकी wife और बिल्लों के बीच आँखों से बातें होने लगी |
“देव, इनको attend करो...|” देवेंदर ने पीछे खड़े देव को आवाज लगायी |
देव के पैर काँपने लगे, क्योंकि उसे अभी ठाकुरों का सामना करने के लिए बहुत महेनत करनी थी, अभी से उसका सामना करना उसके बस से बाहर था |
“Life में सबके सामने खुदको साबित करने का एक मौका आता है बेटा...|” देव की मम्मी उसके कधे पर हाथ रख धीरे से “तेरी life का ये वही मौका है, बेशक तू खुदको पूरी तरह साबित ना कर पाए, मगर टूटना मत...|”
देव खुद को अंदर से मजबूत कर देवेंदर के पास जाकर खड़ा हो गया | देवेंदर इस time खाली देव को आँखों से समझा सकता था, इसलिए एक बार उसकी आँखों में देख side हो गया |
“Please madam, आइये...|” अपने चेहरे पर एक मोहक से मुस्कान के साथ देव ने बिल्लों को देखा |
“जाओ, एक ठाकुर की तरह shopping करो...|” बिल्लों ने Sandy का हाथ पकड़ उसे आगे बढ़ा दिया |
सुनते ही counter के दूसरी तरफ खड़े देव की टांगे बुरी तरह काँपने लगी, क्योंकि उसने Sandy का रुबाब देखा है, वो आवाज से mall की चाल-ढाल बदल सकती है, वो क्या चीज था | देव ने डरते हुए अपनी मम्मी की तरफ देखा, जो अभी भी पूरे विश्वास के साथ देव को हाँ में इशारा कर रही थी | Sandy बैचेन होती अपनी एक नजर देव को, दूसरी बिल्लों को देखती ना में गर्दन हिलाने लगी | बिल्लों उसे घूरने के साथ तुषार की तरफ इशारा करती है | मजबूरी में तुषार से छिपाते अपने आंसू को पौछ Sandy जब देव की तरफ घूमी तो, उसका स्वभाव जंगल के शेर जैसा था और उससे देखते-2 देव किसी मेमने जैसा होता जा रहा था | Sandy देव के सामने counter पर जाकर बैठ थी |
“Welcome maim...|” देव किसी तरह खुदको normal करते हुए “क्या देखना चाहेगी...?”
“तुम्हें idea है, इस दुनियाँ के बदलने की speed क्या है...?” Sandy की आवाज बिल्लों से भी बुलंद थी |
जिसे देख देवेंदर और उसकी पत्नी भी डर गये, क्योंकि देव उसके सामने कही से कही तक भी नही था |
“4.5 hours...|” देव ने एक पल खुद को शांत रख मीठे words में जवाब दिया |
“कैसे...?” सवाल Sandy ने किया था, मगर माथे पर लकीरें वहाँ मौजूद सबके थी |
“किसी भी नये ज्वेलरी के डिजाईन को दिमाग से paper पर और paper से उसके हकीकत बनाने में मुझे इतना time लगता है...|” देव Sandy की आँखों में देखते हुए “मेरी life इतनी ही तेजी से बदलती है |”
“Well, तुम्हारी life इतनी slow है, तभी तो तुम counter के उस तरफ और मैं इस तरफ हूँ..|” Sandy देव का जवाब ना सुनते हुए “अपना 4.5 घटें पहले बदली दुनिया के डिजाईन दिखाओ..|”
“जी बिलकुल...|” देव एक महिर business man की तरह अपने हाथ मसलने के साथ पीछे droor में रखे sets को छूने लगा |
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-322 |
“ये 6 साल पुराना है, तो bor करके अपना और मेरा time खराब मत करो...|” Sandy सीधा बोली |
“तुम इसे training दे रही हो, या इसमें बचपन से ही ऐसे गुण है...?” तुषार ने बिल्लों से पूछा |
बिल्लों सिवाए तुषार को घूरने के कुछ नही बोली |
“ये लड़की हमारे बेटे के पैर भी नही लगने देगी जमीन पर, वो इसके साथ life कैसे कटेगा...?” देव की मम्मी ने उसके पापा से पूछा |
“जितना बड़ा diamond होता है, उसकी value भी उतनी ज्यादा होती है...|” देवेंदर खुद थोड़ी चिंता में “अगर तुम्हारे बेटे को इस हीरे को अपने सर पर सजाना है तो महेनत तो करनी ही पड़ेगी...|”
“पुरानी कहावत है, दौड़ने से पहले चलना सीखना पड़ता है...|” फिर भी देव उन डिजाईनो को उठाकर Sandy के सामने रखते हुए “तभी आपको दौड़ने की असली value पता चलेगी...|” देव फिर से Sandy की आँखों में देखते हुए “ये डिजाईन old सही, मगर इनको देखने से आपको idea हो जायेगे, हम अपने हर set पर कितनी महेनत करते है...|”
“I’m impress...|” तुषार हाँ में गर्दन हिलाते हुए “लडके में दम है...|”
Ice ने सुनकर बिल्लों को देखा, जिस पर कोई फर्क ही नही पड़ा |
“खडूस...|” Ice बडबडायी |
देव ने Sandy को हर set की खासियत और उसके डिजाईन की बारीकी से जानकारी दी |
“मुझे इन डिजाईनो में कोई interest नही है, तुम कुछ new दिखा सकते हो या नही...?” Sandy ने देव को घूरा |
“Just a minute...|” देव एक पल सोचने के बाद “मैं आपको अब तक 9 awards जीत चुके set को दिखता हूँ, I’m sure, आप उसे ना नही बोल पायेगी...|” देव ने side से दूसरा डिजाईन निकलाकर दिखा दिया |
एक नौलखा की तरह दिखने वाला हार, इतनी बहेतरनी कारीगरी का नमूना था, बिल्लों की भी नजर उस पर टिक गयी...|
“है ना कमाल...?” देव ने Sandy से बोला |
“ठीक है, पर कुछ खास नही है...|” Sandy ने उसे side कर दिया |
“इसके बारे में क्या बोलेगी...?” देव ने दूसरा हार समाने किया |
“Nice...|” बिल्लों बडबडायी |
ऐसे करते-2 देव ने Sandy को 20 मिनिट रोक दिया, जो कि Sandy जैसी super mind लड़की के नजरिये से बहुत बड़ी बात थी |
“खाली मीठी बाते और पुराने set से ही business नही होता...|” Sandy उठती हुई “उसके लिए...|”
Sandy इतना ही बोल पायी थी, तभी देव ने एक 36 diamond जड़ा कड़ा सामने कर दिया, जो सतरंगी छटा लिए सात परतो से जुड़ा, हर परत पर अलग डिजाईन लिए हुआ था |
“Beautiful...|” Sandy ने साथ-2 Ice और बिल्लों के मुहं से भी निकल गया |
“ये मेरा नया मगर, अधुरा idea है...|” देव गर्दन झुकाए हुए “मैं इसे अपनी wife के लिए बना रहा है, जो time के साथ नया रंग लेता जायेगा...|”
Sandy के सुनने की देर थी, उसकी आँखे फिर से छलकने को तैयार थी |
“इसका क्या price है...?” Sandy के रुबाब में दरार आ गयी थी |
“ये बिकाऊ नही है...|” देव ने अपनी गीली मगर द्रड आँखों के साथ बोला |
अगले ही पल Sandy वहाँ से चली गयी और बाकी सब उस कड़े के साथ देव को देखने लगे | बिल्लों आँखों से देवेंदर को देव पर और ज्यादा महेनत करने का order देखकर बाहर निकल गयी | तुषार भी मुस्कुराता हुआ उसके पीछे चला गया |
To be continue…
I hope you all like this story Love story, Behind the story of भोली खुशी part-329. So reader, Please comments and
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to….!!!

Amezing story 🤗🤗🤗
ReplyDeleteWow kya baat hai.... dev kar dikhayega....tushar is impressed..❤️❤️❤️
ReplyDeleteVery nice but very small part as usual,
ReplyDeleteEk shopping ke liye do part kuch jyada nahi lagata aapko
Per jo bhi mile roz milata rahe
Once again very interesting
Nice part
ReplyDeleteExcellent story as always and eagerly waiting to read the next update
ReplyDelete🧐🙏🏼🧐🧐🙏🏼🧐
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Always 💜💜💜💜💜💜💜💜U Boss
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ReplyDeleteVery nice...
ReplyDeleteVery nice story
ReplyDeleteExcellent story good 👍
ReplyDeleteExcellent story
ReplyDeletesuperb 👌👌👌👌
ReplyDeleteBeautiful
ReplyDeleteSuperb
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