Behind the story of भोली खुशी part-367
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-367 |
आज फिर रजत कंधे पर बैग को टांगें, हाथ पेंट की जेब में डाले हुए company के सामने लगी भीड़ को देख रहा था, जो उसके खिलाफ नारे लगा रहे थे |
“तुम्हें सच में यहाँ time खराब करने के अलावा कोई दूसरा काम नही है क्या...?” रजत ने थोड़ा हैरानी के साथ पूछा |
“आपको तो ये time खराब लगेगा ही, rich kid हो ना...|” लड़की सामने आती हुई “हमारे लिए तो ये हक की लड़ाई है |”
“अच्छा, खाली महीने पर salary लेना ही तुम्हारा काम है...?” रजत थोड़ी सी कड़क आवाज में “किसी को इस बात से कोई मतलब नही रहा, company में क्या हो रहा है, ये loss में क्यों जा रही है, इसके पीछे की वजह क्या है...?”
“हम अपने काम के पैसे लेते है...|” दूसरा लड़का बोलते हुए “Profit and loss देखना account का काम है, उनकी salary रोको ना...|”
“खाली accounts से ही company चलती है क्या, sales, markting, production कोई roll नही रखते...?” रजत लडके को देखते हुए “अगर ऐसी ही बात है तो मैं खाली accounts की say दे दूंगा...|” कहते हुए रजत company के अंदर जाने लगा |
मगर कुछ लडकों ने उसका रास्ता रोक लिया |
“अगर protest करना है तो वहाँ खड़े होकर करो...|” रजत उन लडकों की आँखों में देखते हुए “मुझे मारना है, तो मार लो...|” रजत एक कदम पीछे हटते हुए “इस तरह time खराब मत करो...|”
एक लड़का रजत को मारने के लिए आगे बढ़ा, मगर लड़की और दूसरे लडकों ने उसे रोक लिया, साथ ही रजत के लिए रास्ता छोड़ दिया गया |
“Total time west...|” कहते हुए रजत अंदर चला गया |
“क्यों रोका मुझे...?” लड़का भड़कते हुए “अपना उसका rich kid का भूत उतार देता...|”
“Problem उसकी नही, उसके पीछे लगने वाले नाम की है...|” लड़की अपने माथे का पसीना पौछ्ते हुए “अगर उसे एक खरोच भी आयी...|” लड़की गर्दन हिलाते हुए “तुम और तुम्हारी family कहाँ गायब हो जाओगे, किसी को पता नही चलेगा...|”
“तो क्या यहाँ खड़े रहकर अपना time ही खराब करना है...?” लड़का वहाँ मौजूद भीड़ को देखते हुए “इससे अच्छा तो हम दूसरी jobs ढूंढ लेते है...|”
“हमारा protest शांति के साथ होगा और हम जीतेगे भी...|” लड़की ने बोला |
नीचे हुई बहस से खराब हो चुके दिमाग के साथ रजत office के अंदर entry लेता है, तो बचे-कुचे लोग अपने laptop में आँखे घुसाए हुए थे | रुकुल भी अपनी सीट से उठकर रजत को देखने लगी, जिसने देखने के बाद भी रुकुल को नही देखा | रजत अपने cabin में जाकर बैग side में रख अपनी सीट पर बैठकर आँखे बंद कर लेता है | 2 मिनिट के बाद door पर knock हुई |
“Come in...|” रजत ने अपने laptop को खोल लिया था |
रूकुल एक tray में coffee लेकर room में entry ले लेती है |
“Peon भी job छोड़कर चले गये क्या...?” रजत का मुड़ उखड़ा हुआ था |
“दो ही peon बचे है, वो दूसरों को coffee दे रहे है...|” कहते हुए रुकुल ने रजत के समाने coffee रख दी |
“Thanks....|” कहते हुए रजत वापिस laptop में लग गया |
रुकुल अभी भी खड़ी रजत को देखती रही |
“कुछ बोलना है...?” रजत ने रुकल पर ध्यान दिया |
“मैंने अपने cousin और उनके कुछ friends से बात की है...|” रुकुल रजत को देखते हुए “वो हमारी help के लिए यहाँ आने को ready है, but...|”
“But क्या...?” रजत ने बोहें ऊपर करते हुए पूछता है |
“उन्हें अपनी job छोडनी पड़ेगी...|” रुकुल एक पल सोचते हुए चुप होकर रजत के जवाब का wait करने लगी |
“उन्हें बुला लो...|” रजत वापिस laptop को देखते हुए “अगर हम कामयाब हो गये तो सबकी life बन ही जाएगी...|”
“और अगर नही हुए तो...?” रुकुल ने सवाल किया |
“ये proprity हमारी है, इसे बेचकर इतनी money मिल ही जाएगी बाकी सबके छोटे-2 business start हो जाये...|” रजत बोलते हुए वापिस अपने काम में लग गया |
“Aunty बता रही थी, तुमने कल रात खाना नही खाया...?” रुकुल ने थोड़ा हिचकते हुए सवाल किया |
“What is your problem, अब तो तुम्हें खुश होना चाहिए ना, मैं तुम्हारी नजरों में लायक बनता जा रहा हूँ...|” रजत ने laptop को बनकर करते हुए पूरा ध्यान रुकुल पर लगाया |
“रजत तुम फिर से मुझे गलत समझ रहे हो, मेरा तुम्हारी proprity के हिस्से को लेकर कोई गलत motive नही था, मैं तुम्हें sucess की सीधी पर चढ़ते देखना चाहती हूँ...|” रुकुल ने अपनी बातों पर जोर दिया |
अगले ही पल रजत table में हाथ मारते हुए उठ गया | रुकुल थोड़ा सा डर गयी |
“मेरी family भी मुझे sucessfull देखना चाहती है...|” रजत रुकुल की तरफ घूमते हुए “मगर उनके मुझे उस stage तक पहुँचाने का तरीका अलग और तुम्हारा अलग है |” रजत आगे बढ़ रुकुल के कंधे पकड़ “वो मेरी जिम्मेदारी है और तुम मेरी life हो, मुझे दोनों के तरीकों पर खरा उतरना है |” रजत रुकुल को पीछे की तरफ करते हुए “इसलिए मैं जो कर रहा हूँ, मुझे कर लेने दो...|” रजत फिर से दूसरी तरफ घूमते हुए “तुम जा सकती हो |”
रुकुल फिर से रोने लगी मगर रजत के बाहरी रूप पर कोई फर्क नही पड़ा | रुकुल अपने आंसू पौछ्ते हुए बाहर निकल गयी |
खुशी चंदु के साथ park में excise करने आयी थी | खुशी के चारों तरफ अभी भी tight security का पहरा था |
“Madam एक बात पुछू...?” चंदु खुशी के पीछे चल रहा था |
“अगर तुम्हारे काम की हो तो पूछना, वरना...!!!” खुशी की आवाज कड़क थी |
“वो...|” खुशी के डर की वजह से चंदु अपने सर को खुजलाने के साथ दिमाग में सवाल को घुमाते हुए “मैंने आपका पूरा schedule देख लिया है, परसों आपकी कोई important meeting नही है....|”
“तो...?” खुशी अपनी हाथ पैर हिलाती हुई चंदु को घूरने लगी |
“आप मेरी सगाई में आ सकती है...|” चंदु ने बोला |
खुशी फिर से चंदु को घूरने लगी |
“2 घंटे के लिए madam...|” चंदु request करते हुए “मेरी थोड़ी सी धाक बन जाएगी...|”
“Election लड़ना है तुम्हें, जो धाक बनानी है...?” खुशी बिना किसी reaction के आगे चलती रही |
“1 घंटे के लिए...|” चंदु हाथ जोड़ते हुए “वो 3-4 MLA आ रहे है तो...|”
सुनकर खुशी रुक गयी |
“आधा घंटा...|” चंदु ने डांट खाने के लिए तैयार होते हुए “आशीवार्द देने तो आ ही सकती है...|”
जैसे ही खुशी कुछ बोलने लगी, अगले ही पल सामने से किसी के खरास साफ करने की आवाज आयी | खुशी और चंदु ने सामने देखा तो दोनों ही ढीले होकर खड़े हो गया | सामने तुषार और विराट खड़े थे |
“पापा जी...?” खुशी ने थोड़ी गर्दन झुका ली |
“सब ठीक है...?” तुषार ने पूछा |
“जी पापा जी...|” खुशी ने आगे बोला |
“कोई तुमसे ऊँची आवाज में बोला था...?” विराट गुस्से में “किसी ने तुम्हारे साथ बतमीजी तो नही की...?”
खुशी, चंदु और खुद तुषार भी विराट के गुस्से को देख रहे थे |
“किसी ने मुझे कुछ नही बोला पापा जी...|” खुशी विराट की बात का जवाब ना देते हुए “आप tension मत लीजिये...|”
“अपना ख्याल रखना...|” तुषार विराट को घूरता हुआ गायब हो गया |
खुशी अब फिर से विराट को देखने लगी, जो चंदु को देख रहा था |
“जाकर मेरी जगह एक round मारकर आओ...|” खुशी ने चंदु से बोला |
मगर चंदु खड़ा रहा | खुशी चंदु को घूरने लगी |
“Sir, क्या मैं आपसे कुछ मांग सकता हूँ...?” चंदु ने मौके का फायदा उठाने की बात बोली |
“तुम जा रहे हो या नही...?” खुशी ने कड़क आवाज में कहा |
चंदु गर्दन झुकाकर आगे बढ़ने लगा |
“क्या मांग रहे थे...?” विराट ने उसे रोक लिया |
“उसे कुछ नही चाहिए, जाने दो...|” खुशी ने फिर रुकते चंदु को घूरा |
विराट ने एक नजर खुशी को घूरते हुए फिर चंदु को देखा |
“Sir परसों मेरी सगाई है....|” चंदु ने बोला |
“Congratulation...|” विराट का गुस्सा शांत हो गया था |
“मैं madam को आधे घंटे के लिए वहां आने को बोल रहा हूँ...|” चंदु ने बोला |
“तो problem क्या है...?” विराट खुशी को देखने लगा |
“तुम जा रहे हो या मैं guard को बुलाऊ...?” खुशी का हाथ उठने लगा |
अलगे ही पल चंदु वहाँ से दौड़ गया |
“तुम्हें उसके यहाँ नही जाना...?” विराट ने खुशी से पूछा |
“Time निकालकर देख लूंगी...|” कहते हुए खुशी आगे चलते हुए विराट को देखने लगी |
विराट भी उसके साथ चल दिया |
“मम्मी जी तो गुस्सा नही है...?” खुशी ने विराट से पूछा |
विराट ने बिल्लों का जिक्र आते हुए चुप्पी साध ली, मलतब बिल्लों की side से मामला serious था |
“वो ज्यादा ही गुस्से में है...?” खुशी की आवाज में भी डर छलकने लगा था |
“किसी officer ने तुम्हें touch तो नही किया...?” विराट ने उस सवाल को ही घुमा दिया |
खुशी ना में सर हिला देती है |
“तुम्हारा आने का plan कबका है...?” विराट ने आगे किया |
“अभी तो ठीक से यहाँ आयी भी नही हूँ और तुम्हें वापिस जाने की पड़ गयी...?” खुशी ने जोर देकर बोला |
“तुम लडकियों को पता नही शादी के बाद अपने मायके में ऐसा क्या मिलता है...?” विराट थोड़ा सोचते हुए “शादी से पहले रहते-2 तुम्हारा मन नही भरता क्या...?”
“अपना घर छोड़कर देखो, तब पता चलेगा...|” खुशी ताना मारते हुए बोली |
“दूसरी जगह जाकर setel होने पर लडके भी घर छोड़ते है...|” विराट रुकते हुए खुशी को देखकर “मगर वो तुम्हारी तरह हर अपने घर जाने की ज़िद भी अड़े नही रहते...?”
“बोल तो ऐसे रहे हो, जैसे पूरा साल मुझे यही छोडे रखने वाले हो...?” खुशी हार ना मानते हुए फिर बोली |
“मुझे नही रहा जाता तुम्हारे बिना...|” विराट खुशी का चेहरा पकड़ते हुए “तुम वहाँ नही हो, बेड भी काटने को दौड़ता है, office से घर आने का मन नही करता और...|”
“और क्या...?” खुशी ने बोहें ऊपर की |
“तुम्हे बाजु में जकड़े बिना body शांत नही होती...|” विराट खुशी के करीब आते हुए “Please आ जाओ ना...|”
“सारे हथकंडे अपना लो...|” खुशी विराट की सारी महेनत पर पानी फिराते हुए “आउंगी तो मैं अपने time पर ही...|”
विराट फिर खुशी से पीछे हट गया |
“वैसे, आज भी मेरा तुम पर उतना ही cursh है, जितना first day था...|” खुशी ने मुस्कुराते हुए बोला |
“मेरा तो हर रोज तुम पर प्यार बढ़ता जाता है...|” विराट ने फिर से खुशी try किया |
“क्या तुम एक बार ही नही पूछोगे, government और ये CBI वाला क्या चक्कर है...?” खुशी दूसरी चीज सोचते हुए बोली |
“तुम्हें पहले भी बोला था खुशी, इतना पैसा, power, नाम, सब तुम्हारे लिए ही तो है...|” विराट खुशी की आँखों में देखते हुए “जैसा चाहो use करो...|” विराट खुशी को भरोसा दिलाने के साथ “गलत use करोगी तो मुझे, family को problem में डालोगी, उसे सही use किया तो...?”
“सही use किया तो...?” खुशी ने last बात को पकड़ा |
“मैं सोच रहा था, हम 5 बच्चे करेगे...|” विराट ने बोला |
“ये 5 का क्या logic है...?” खुशी सोचने लगी |
“कोई logic नही है...|” विराट एक पल सोचने के साथ “हम 4 भाई-बहन है तो मैंने सोचा हमारे बच्चे...|”
विराट बोल ही रहा था, तभी park के बाहर एक गाड़ी आकर रुकी, जिससे security guards एक नकाब पहने आदमी को बंधे ला रहे थे |
“ये क्या है...?” नजारा देख विराट खुशी को देखने लगा |
“I think तुम्हें जाना चाहिए...|” खुशी ने उस तरह ध्यान दिया |
“But ये है कौन...?” विराट सच में जानना चाहता था |
अगले ही पल खुशी ने उस guard को देखा, जिसके mobile से विराट वहाँ प्रकट था | अगले ही पल guard ने call cut कर दी |
To be continue…
I hope you all like this story Love story, Behind the story of भोली खुशी part-367. So reader, Please comments and
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Love story, Behind the story of भोली खुशी part-367
Reviewed by Mr.Singh
on
November 07, 2020
Rating:

Excellent story as always and eagerly waiting to read the next update
ReplyDelete🧐🙏🏼🧐🧐🙏🏼🧐
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Always 💜💜💜💜💜💜💜💜U Boss
Wowwww.....Khushi bhi kaafi danger hoti ja rhi h ... interesting part
ReplyDeleteBrilliant part,she bat hai shadi ka bad mayka ki ahmiyt bd jate hai jha koi bndish nhe hote,ladke nhe samjhenge
ReplyDeleteKhushi ab kya kar rahi hai jo virat khud dekhkar sochane lag gaya?
ReplyDeleteWow suspence....khushi kuch bahut bda karne wali hai jo ki Thakur's ke liye bhi shok jaisa hoga...😂😂😂
ReplyDeleteना खत्म होने वाली कहानी कृपया थोडा लंबे अध्याय लिखने का प्रयास करें
ReplyDelete👌👌👌
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